Wednesday, April 30, 2025
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लोकसंपर्क में सोशल मीडिया का महत्वपूर्ण उपयोग: डॉ पाठक

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पब्लिक रिलेशन्स सोसाइटी ऑफ इंडिया (पीआरएसआई)के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजीत पाठक का देहरादून चैप्टर ने स्वागत किया

देहरादून, पब्लिक रिलेशन्स सोसाइटी ऑफ इंडिया (पीआरएसआई)के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजीत पाठक का देहरादून चैप्टर ने स्वागत किया। डॉ पाठक ने आज देहरादून में राष्ट्रीय विज्ञान कांग्रेस में संबोधित किया। इस अवसर पर, पीआरएसआई देहरादून चैप्टर की लीडरशिप टीम ने डॉ. पाठक का गर्मजोशी से स्वागत किया।

पीआरएसआई देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष  रवि बिजारणियां, सचिव  अनिल सती, कोषाध्यक्ष  सुरेश भट्ट, सदस्य  वैभव गोयल और सदस्य संजय पांडे ने डॉ. पाठक को स्मृति चिन्ह भेंट किया और उनके योगदान की सराहना की।
डॉ पाठक ने कहा कि पीआरएसआई को मजबूत बनाने के लिए सभी पीआर प्रोफेशनल्स को अपने साथ जोड़ने की आवश्यकता है।
उन्होंने पब्लिक रिलेशन में सोशल मीडिया और आईटी के प्रभावी और सकारात्मक उपयोग पर बल दिया।

केदारनाथ में भाजपा की जीत की देशभर में हो रही चर्चा : महेंद्र भट्ट

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देहरादून(आरएनएस)।  भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि केदारनाथ विधानसभा सीट पर भाजपा की जीत के चर्चे पूरे देश में हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता भी अब स्वीकार कर रहे हैं कि उसके पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम पुष्कर धामी जैसे नेताओं का विकल्प नही है। शनिवार को बलवीर रोड स्थिति भाजपा प्रदेश कार्यालय में केदारनाथ क्षेत्र की नव निर्वाचित विधायक आशा नौटियाल का स्वागत किया गया। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने केदारनाथ की जनता का आभार जताते हुए कहा कि यह जनादेश क्षेत्रवाद और अफवाहों के जहर को समाप्त करने और विकास की नीतियों को आगे बढ़ाने वाला है।
भट्ट ने कहा कि केदारनाथ जीत की चर्चा और खुशी देश भर में है। इस दौरान महेंद्र भट्ट ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर निकाय चुनावों के लिए भी तैयार रहने को कहा। उन्होंने कहा कि हमे निकाय, पंचायत और 2027 के विधानसभा चुनावों में भी जीत दर्ज करनी है। इस अवसर पर संगठन महामंत्री अजेय कुमार, महामंत्री आदित्य कोठारी, खिलेंद्र चौधरी, विधायक भरत चौधरी, पुनीत मित्तल, मनवीर चौहान, चंडी प्रसाद भट्ट, विनोद उनियाल, मधु भट्ट, कुलदीप रावत, सिद्धार्थ अग्रवाल, देवेंद्र भसीन, सुनीता विद्यार्थी, कमलेश रमन आदि मौजूद रहे।
केदारनाथ पर राजनीति करने वालों को सिखाया सबक : आशा
इस अवसर पर विधायक आशा नौटियाल ने कहा कि केदारनाथ की जनता ने उन्हें जिताकर मंदिर के नाम पर होने वाली विपक्ष की नकारात्मक राजनीति को जबाव दिया है। इसके साथ ही केदारनाथ प्रतिष्ठा को लेकर चलने वाली छल कपट की राजनीति करने वालों को सबक बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री धामी का आभार जताते हुए केदारनाथ के विकास कार्यों को धरातल पर उतारने के लिए सभी से सहयोग का अनुरोध किया।

जिला पंचायत अध्यक्षों को प्रशासक बनाने पर पंचायत संगठन नाराज, सीएम तथा पंचायती राज मंत्री का पुतला जलाएंगे

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-4 दिसंबर को देहरादून में होगी बैठक
-त्रिस्तरीय पंचायत में दो पंचायतों की उपेक्षा से बड़ा आक्रोश
-जिला पंचायत सदस्यों को भी किया पैदल

देहरादून, उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत संगठन ने त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था में केवल जिला पंचायत अध्यक्षों को प्रशासक बनाए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्ति की। उन्होंने सरकार पर विश्वास घात का आरोप लगाया। कहा कि सरकार और कुछ लोगों के बीच खेला हुआ है। जिसे उत्तराखंड की आम जनता के बीच ले जाया जाएगा और 1 दिसंबर को उत्तराखंड के 12 जनपदों के विकासखंड तथा जिला मुख्यालय में मुख्यमंत्री तथा पंचायती राज मंत्री का पुतला जलाया जाएगा। 4 दिसंबर को देहरादून में तीनों पंचायतों की बैठक बुलाई गई है। जिसमें आगे की रणनीति बनाई जाएगी।
उत्तराखंड में 12 जनपदों में त्रिस्तरीय पंचायत का कार्यकाल बढ़ाए जाने की मांग लगातार की जा रही थी। सरकार द्वारा ग्राम पंचायत तथा क्षेत्र पंचायत में प्रशासक नियुक्त कर दिए गए है।
जिला पंचायत में प्रशासक नियुक्त किए जाने पर सरकार देरी कर रही थी। संगठन ने पहले ही शंका व्यक्त कर दी की थी।
जिला पंचायत अध्यक्षों तथा सरकार के मध्य कुछ गोपनीय वार्ता चल रही थी।
आज देर सायं सरकार द्वारा 12 जनपदों में जिला पंचायत अध्यक्षों को प्रशासक बनाए जाने का पत्र आ जाने के बाद उत्तराखंड के पंचायत संगठन में उबाल आ गया है।
संगठन के राज्य संयोजक जगत मर्तोलिया ने कहा कि राज्य सरकार ने ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत के साथ-साथ जिला पंचायत सदस्यों के साथ धोखा किया है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस धोखे का जवाब दिया जाएगा। हमारा संगठन ईट का जवाब पत्थर से देने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि भ्रम की स्थिति पैदा की जा रही है कि जिला पंचायत के लिए अलग एक्ट है। उन्होंने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत के लिए एक एक्ट है।
उसके बावजूद भी सरकार ने अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए जिला पंचायत अध्यक्षों को प्रशासक बनाया है। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत के सदस्यों को भी बैरंग कर दिया गया है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार ने 12 जनपदों के 70 हजार सदस्यों में से मात्र 12 सदस्यों को लाभ देकर जो राजनीतिक अपराध किया है। उसकी सजा भी जनता उन्हें देगी। उन्होंने कहा कि संगठन अपने मान सम्मान के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार है, इसीलिए 4 दिसंबर को देहरादून कूच का आवाहन किया गया है।
उन्होंने कहा कि तीनों पंचायतों के लिए एक पंचायत एक्ट है।
इसलिए सरकार को तत्काल पूर्व में ग्राम पंचायत तथा क्षेत्र पंचायत के लिए की गई प्रशासकों की व्यवस्था में बदलाव लाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार को अनुच्छेद 213 का सहारा लेकर अध्यादेश लाकर प्रशासनिक समिति के माध्यम से ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत तथा जिला पंचायत में ग्राम प्रधान, क्षेत्र प्रमुख, जिला पंचायत अध्यक्षों के अलावा तीनों पंचायतों सदस्यों को भी इस बढ़ोत्तरी में शामिल करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि 2001 में उत्तराखंड की सरकार ने प्रशासनिक समिति के फार्मूले को अपनाया था। उन्होंने स्पष्ट किया कि अपने मान सम्मान के लिए उत्तराखंड में पंचायत की सदस्य लंबी लड़ाई का मन बना चुके है।

 

श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल ने किया प्रसूति एवं स्त्री रोग चिकित्सा शिविर का आयोजन

रायवाला(दे.दून), नेपाली फार्म स्थित खैरी खुर्द पंचायत घर में श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल रायवाला के आयोजन पर एक दिवसीय प्रसूति एवं स्त्री रोग चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें 52 महिलाओं ने चिकित्सा शिविर का लाभ लिया।
शनिवार को नेपाली फार्म स्थित खैरी खुर्द पंचायत घर में श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल रायवाला द्वारा आयोजित एक दिवसीय निःशुल्क प्रसूती एवं स्त्री रोग चिकित्सा शिविर में उपचार को आए 52 मरीजों के बीपी, सुगर, हीमोग्लोवीन की जाँच व फिटल हार्ट किए गए।चिकित्सीय जाँच उपरान्त उन्हें निःशुल्क औषधि प्रदान की गयी। सत्य साईं संजीवनी हॉस्पिटल की समन्वयक उषा रतूड़ी ने बताया कि शिविर में आए मरीजों की जाँच के बाद 17 गर्भवती महिलाओं को उनके निःशुल्क ईलाज के लिए रायवाला स्थित हॉस्पिटल बुलाया गया है।

 

 

स्कूल की दीवारों पर छात्रों द्वारा बनाए गए संदेश चित्र

नैनबाग (शिवांश कुंवर),सरदार सिंह रावत राजकीय आदर्श इंटर कॉलेज नैनबाग में छात्र- छात्राओं द्वारा स्कूल की दीवारों पर बनाए गए संदेश चित्र एक रचनात्मक और आकर्षक तरीके से विचारों और भावनाओं को व्यक्त करने का एक अच्छा उदाहरण है।
इन चित्रों के माध्यम से,छात्र अपनी कल्पना, रचनात्मकता, और आत्म-व्यक्ति को प्रदर्शित कर सकते हैं। ये चित्र स्कूल के वातावरण को भी आकर्षक व रंगीन बना रहे है, संदेश चित्रों के माध्यम से व्यक्त कर सकते हैं,छात्र-छात्राओं द्वारा बनाए गए चित्र संदेश मित्रता और सहयोग का महत्व,पर्यावरण संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण,शिक्षा और ज्ञान का महत्व,पानी का संरक्षण सामाजिक मुद्दों और जीवन के सकारात्मक पहलुओं का प्रदर्शन इन चित्रों के माध्यम से छात्र-छात्राओं द्वारा किया गया, छात्र-छात्राएं न केवल अपनी रचनात्मकता को प्रदर्शित कर सकते हैं, बल्कि वे समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए समाज को भी प्रेरित कर सकते है, प्रधानाचार्य डॉ. चंद्रशेखर नौटियाल का कहना है, कि छात्र-छात्राएं पढ़ाई के साथ इस तरह के क्रियाकलाप होने से छुपी हुई प्रतिभाओं को निखारने का माध्यम भी है,और समय-समय पर स्कूल में पढ़ाई के साथ-साथ बहुत सारे क्रियाकलापों का होना भी जरूरी है। जो छात्र-छात्राओं को अपनी रचनात्मकता को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करती है।

 

 

विवेकानंद फाउंडेश ने लगाया मधुमेह जागरूकता शिविर, तीन सौ से अधिक लोगों का हुआ निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण

देहरादून, आगामी 6 माह चलने वाले मधुमेह जागरूकता अभियान का शुभारंभ आज विधायक सहदेव सिंह पुण्डीर ने दीप प्रज्वलन कर किया, शनिवार को सहसपुर में स्वामी विवेकानंद फाउंडेशन (रजिo) के सानिध्य में मधुमेह जागरूकता अभियान का शुभारंभ एक दीप प्रज्वलन समारोह के साथ प्रारंभ हुआ l यह छह महीने तक चलने वाला अभियान समाज में मधुमेह के प्रति जागरूकता फैलाने और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने की एक अनूठी पहल है। कार्यक्रम संयोजक सचिन गुप्ता* ने बताया कि अभियान के पहले दिन निःशुल्क मधुमेह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें निःशुल्क ब्लड शुगर, HbA1c, बीपी, वजन और यूरिक एसिड की जांच की गई। डॉक्टरों की कुशल टीम ने 300 से अधिक लोगों का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया। शिविर में मधुमेह से बचने के उपायों के साथ-साथ मधुमेह रोगियों को स्वस्थ जीवन जीने के लिए “क्या करें और क्या न करें” पर विस्तृत मार्गदर्शन प्रदान किया गया।
स्वास्थ्य सेवाओं के साथ रक्तदान का संदेश: इस शिविर में लगभग 50 लोगों ने रक्तदान कर सामाजिक उत्तरदायित्व का उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया।
संस्था के संरक्षक सचिन गुप्ता ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य समाज के हर वर्ग को मधुमेह जैसी गंभीर बीमारी से बचने के लिए जागरूक करना है। अगले छह महीनों तक यह अभियान देहरादून महानगर के हर क्षेत्र में संचालित होगा। हमारा लक्ष्य है कि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठाएं और स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं।
इस अवसर पर
वरिष्ठ समाजसेवी टी.एस रावत, संस्था अध्यक्ष आयुष खोलिया, सागर चौधरी, अंकुर, विनोद पंवार,कैप्टन डी एस नेगी,एम पी एस राठौर, प्रदीप जैन, सचिन गुप्ता, फ़ुलक सिंह भंडारी, कैप्टन डी एस राणा जी सेना मेडल और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति ने आयोजन को और भी गरिमामय बना दिया।
स्वामी विवेकानंद फाउंडेशन का यह अभियान समाज के हर वर्ग के लिए एक प्रेरणा है और मधुमेह जैसी खतरनाक बीमारी से बचाव की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल है।

 

दो दिवसीय दून वैली चित्रकला कार्यशाला का शुभारंभ

देहरादून, रेयर ट्रेजर्स में शनिवार को दो दिवसीय दून वैली चित्रकला कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। इस विशेष आयोजन में देहरादून के 10 प्रतिष्ठित कलाकारों ने भाग लिया। रेयर ट्रेजर्स, जो पिछले छह महीनों से कला और संस्कृति का केंद्र बना हुआ है, ने इस कार्यशाला के माध्यम से कला के उत्थान में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। यह केंद्र अपनी अनमोल पुरानी मूर्तियों, चित्रों, हस्तकला, धातु कला, और सजावटी एंटीक वस्तुओं के संग्रह के लिए प्रसिद्ध है।
इस कार्यशाला में विभिन्न कला शैलियों और विधाओं का प्रदर्शन किया गया। वरिष्ठ कलाकार चंद्र बी. रसैली ने अपनी कलाकृति में देहरादून के शहरी परिदृश्य को जीवंत किया। प्रतिष्ठित कलाकार जाकिर हुसैन ने सिटी लाइफ को अमूर्त शैली में चित्रित कर अपनी विशिष्ट कला शैली का परिचय दिया।
रास बिहारी बोस सुभारती विश्वविद्यालय के ललित कला विभाग के विभागाध्यक्ष संतोष कुमार साहनी ने अपनी रचना में एल्युजन कला का उपयोग करते हुए रंगों के प्रकाश, और छाया का अद्भुत सामंजस्य प्रस्तुत किया। जिसमे पहाड़ो की रानी मसूरी को कैनवास पर जीवंत मूर्त रूप में उकेरे, देवभूमि उत्तराखंड विश्वविद्यालय के सहायक आचार्य डॉ. मंतोष यादव ने उत्तराखंड के प्राकृतिक सौंदर्य को रंगों के माध्यम से कैनवास पर उकेरकर दर्शकों को आकर्षित किया।
महिला कलाकार कहकशां ने अपनी कलाकृति में भारतीय लोक चित्रकला, प्रकृति, और पशु-पक्षियों का अद्भुत समागम प्रस्तुत किया। युवा कलाकार राहुल, जो ए-शोल कला संस्थान के संयोजक हैं, ने अपनी रचना सत्यम् शिवम् सुंदरम् के माध्यम से आध्यात्मिकता को मूर्त रूप दिया।
देहरादून की मुक्ता जोशी ने उत्तराखंड के लैंडस्केप को अमूर्त शैली में चित्रित किया। वहीं, रितेश शर्मा ने अपनी कलाकृति में प्राकृतिक दृश्यों को यथार्थ रूप में प्रस्तुत किया। देवभूमि उत्तराखंड विश्वविद्यालय के छात्र आदित्य पुंडीर ने अपनी अमूर्त रचना में महिला को सृजन की देवी के रूप में चित्रित कर दर्शकों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम की संयोजिका गिन्नी वासुदेव ने अपने संबोधन में भारतीय कला और संस्कृति के उत्थान की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने इसे हमारी अमूल्य धरोहर बताया जिसे प्रत्येक घर में संजोने की आवश्यकता है। सह-संयोजक राजेश वासुदेव (वासु) ने सभी कलाकारों को सम्मानित करते हुए उनके योगदान की सराहना की।
इस कार्यशाला में हजारों दर्शक शामिल हुए और कलाकारों की रचनात्मकता की सराहना की। इस आयोजन ने न केवल स्थानीय कलाकारों को एक मंच प्रदान किया, बल्कि दर्शकों को कला के विविध रूपों से जोड़ने का कार्य भी किया। कार्यक्रम में कुन जुयाल, स्नेहा, और देव ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
दून वैली चित्रकला कार्यशाला ने देहरादून की कला संस्कृति को एक नई पहचान दी है। इस आयोजन ने कला और कलाकारों को प्रोत्साहन देकर कला के संरक्षण और संवर्धन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह कार्यशाला कला प्रेमियों और कलाकारों के लिए एक प्रेरणादायक मंच साबित हुई है।

 

50वें स्वर्ण जयंती खलंगा मेला पूजा अर्चना और विभिन्न कार्यक्रमों के साथ हुआ शुरू

देहरादून, साईकिल रैली और चंद्रायनी माता की पूजा अर्चना के साथ 50वें स्वर्ण जयंती खलंगा मेले का शुभारम्भ हुआ।शनिवार को बलभद्र खलंगा विकास द्वारा 50वें स्वर्ण जयंती खलंगा मेला —2024 के प्रथम दिन का शुभारंभ हुआ। सर्वप्रथम बलभद्र खलंगा विकास समिति के अध्यक्ष कर्नल विक्रम सिंह थापाजी, गोर्खाली सुधार सभा के अध्यक्ष पदम सिंह थापा, समिति उपाध्यक्षा सूश्री बीनू गुरूंग, सचिव प्रभा शाह एवं उपस्थित महानुभावोें ने खलंगा युद्ध स्मारक (सहस्त्रधारा रोड) में पुष्पाजंलि अर्पित करते हुए वीरों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। तत्पश्चात स्वास्थ्य जागरूकता , पर्यावरण संरक्षण संवर्धन एवं स्वच्छता के संदेश हेतु प्रातः7ः00 बजे ’खलंगा बहादुरी साईकिल रैली प्रारंभ हुई।
यह रैली खलंगा युद्ध स्मारक सहस्त्र धारा रोड से प्रारंभ होकर खलंगा युद्ध कीर्ति स्तंभ नालापानी में समाप्त हुई। समिति अध्यक्ष कर्नल विक्रम थापा सिंह ने हरी झण्डी दिखाकर रैली का शुभारंभ किया। इस साईकिल रैली का नेतृत्व पहाड़ी पैडलर्स एवं दून बाइक राइडर्स टीम के कर्नल अनिल गुरूंगजी ने किया। चन्द्रयानी मंदिर नालापानी में पूजा, यज्ञ, कीर्तन एवं भण्डारो बलभद्र खलंगा विकास समिति द्वारा आयोजित ऐतिहासिक भव्य 50वें स्वर्ण जयंती खलंगा मेला 2024 के पूर्व दिवस में चन्द्रयानी मंदिर नाला पानी देहरादून में पूजा— अर्चना यज्ञ एवं विशाल भण्डारे का आयोजन प्रतिवर्ष की भांति किया गया।
सचिव प्रभा शाह ने अवगत कराया कि नाला पानी पर्वतीय श्रृंखला के सबसे ऊंचे शिखर जिस पर कभी सेनानायक वीर बलभद्र थापा एवं उनके वीर सैनिकों का सुदृढ़ खलंगा किला आज भी गर्व से मस्तक उठाए खड़ा है। सन 1814 में गोर्खाली तथा उत्तर भारत के गढ़वाली एवं कुमाऊंनी और स्थानीय लोग लगभग 600 वीर, वीरांगनाओं , योद्धाओं ने सेनापति बलभद्र थापा के नेतृत्व में अदम्य साहस का परिचय देते हुए तीन बार अंग्रेजों के आक्रमण को पूरी तरह विफल कर दिया था। इस युद्ध में सेनानायक बलभद्र थापा के केवल 600 सैनिकों जिनमें वीर वीरांनाओं एवं बच्चों ने भी अपने प्राचीन हथियारों भरवा बंदूक, धनुष —बाण ,घुयेत्रो, भाला —बरछी और खुखरी से लगभग 3500 से भी अधिक आधुनिक हथियारों एवं गोला बारूद से लैस थी, कई बार परास्त कर लोहे के चने चबवा दिए थे। वीर सेनानायक बलभद्र थापा एवं उनके वीर सैनिक इस चंद्रयानी मंदिर में प्रतिदिन पूजा अर्चना किया करते थे। यह मंदिर खुले प्रांगण में है। यह भी मानना है कि इस मंदिर पर किसी भी छत जैसा निर्माण किए जाने पर भी छत नहीं रहती हैं। समिति द्वारा इस मंदिर की चारदीवारी निर्माण हेतु वन विभाग से संपर्क एवं लिखित निवेदन किया गया है। आज प्रातः से चंद्रयानी मंदिर नालापानी में अध्यक्षजी एवं समिति सदस्यों नेम पंडित कृष्णा पंथी के साथ पूजा —यज्ञ किया घविशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया। सायं 6 बजे खलंगा युद्ध स्मारक सहस्त्रधारा रोड में बलभद्र खलंगा समिति एवं भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण देहरादून मण्डल के संयुक्त तत्वाधान में रंगारंग सांस्घ्कृतिक संध्या का आयोजन भी किया जायेगा। प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी रविवार 01 दिसम्बर 2024 को प्रातः 11 बजे से ऐतिहासिक भव्य 50वें स्वर्ण जयंती खलंगा मेला—2024 ,सागरताल नालापानी में प्रारंभ होगा।
इस आयोजन में कर्नल सीबी थापा, कर्नल एमबी राना, राम सिंह थापा, कै.वाईबी थापा, संजय थापा , एडवोकेट एलबी गुरूंग,पूर्व अध्यक्ष राम सिंह थापा, दीपक बोहरा, कर्नल डीएस खड़का, शमशेर थापा, श्रीमती सुनीता गुरूंग, श्रीमती नीरा थापा, श्रीमती उषा उनियाल, रणवीर थापा, अशोक वल्लभ शर्मा, राकेश उपाध्याय, अनिल थापा, राजू गुरूंग, श्रीमती शुभवंती उपाध्याय, इंद्रेश उपाध्याय एवं रायपुर कीर्तन मंडली एवं अन्य उपस्थित रहे।

 

भाजपा सरकार पर बरसे कांग्रेस नेता धस्माना, बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार पर उठाए सवाल

उत्तरकाशी, यमुना घाटी में कांग्रेस की बैठक के दौरान प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई और भ्रष्टाचार को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया।
धस्माना ने कहा कि भाजपा सरकार की युवा विरोधी नीतियों के चलते प्रदेश के युवा आज बेरोजगारी के संकट से जूझ रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले आठ वर्षों से प्रदेश में पुलिस और फॉरेस्ट गार्ड जैसी महत्वपूर्ण भर्तियां नहीं हुई हैं। जिन भर्तियों की प्रक्रिया शुरू हुई भी, वे भ्रष्टाचार और घोटालों की भेंट चढ़ गईं। महंगाई के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि बढ़ती कीमतों ने आम जनता की कमर तोड़ दी है। उन्होंने कहा, “सरकार में बैठे लोग भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे हुए हैं और जनता के दुख-दर्द से पूरी तरह बेखबर हैं।”
धस्माना ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं से भाग रही है। उन्होंने कहा, “भाजपा न तो छात्र संघ चुनाव करवा रही है, न निकाय चुनाव, न सहकारिता चुनाव। अब तो पंचायत चुनाव से भी सरकार बचने का प्रयास कर रही है। निकायों के बाद पंचायतों में प्रशासक नियुक्त कर दिए गए हैं, जो लोकतंत्र का सीधा अपमान है।”
धस्माना ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे जनता के बीच जाकर सरकार की नाकामियों को उजागर करें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही प्रदेश को भ्रष्टाचार और अव्यवस्थाओं से मुक्त कर सकती है। कार्यक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर आगामी चुनावों में पार्टी को सशक्त बनाने का संकल्प लिया।
बैठक में जिला कांग्रेस कमेटी उत्तरकाशी (यमुनाघाटी) के जिलाध्यक्ष दिनेश चौहान, निवर्तमान नगर पालिका अध्यक्ष हरिमोहन सिंह, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष लोकेंद्र रावत, जिलाध्यक्ष अनुसूचित विभाग मोहन लाल, ब्लॉक अध्यक्ष बड़कोट गुरुदेव रावत, ब्लॉक अध्यक्ष पुरोला धीरेन्द्र नेगी, ब्लॉक अध्यक्ष नौगांव चंद्रमोहन पंवार, नौनियाल सिंह (जिलाध्यक्ष, आईटी) के साथ तमाम कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी एवं कांग्रेसजन उपस्थित रहे।

 सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हल्द्वानी में सिटी फॉरेस्ट का किया लोकार्पण

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देहरादून(आरएनएस)।  एक करोड की लागत से रामपुर रोड स्थित हल्द्वानी में निर्मित सिटी फारेस्ट (नगर वन) का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने नगर वन में वृक्षारोपण भी किया।   इस अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि नगर में निवासरत लोगों को बेहतर स्वास्थ्य एवं स्वच्छ पर्यावरण उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होने कहा शहर की भागदौड़ के बीच सिटी फारेस्ट एक ऐसा जगह है जहां सकून मिलेगा। सिटी फारेस्ट में लॉन, बैम्बू हट, चिल्ड्रन पार्क, ओपन एयर जिम, पैदल भ्रमण पथ, साईकिलिंग ट्रेल एवं हाथी सैल्फी पाइंट मुख्य आकर्षण का केन्द्र है। सिटी फारेस्ट वन विभाग की 7.5 हेक्टेयर भूमि में स्थापित किया गया है।
सिटी फॉरेस्ट में खैर, शीशम, सागौन, कंजू, अमलतास, यूकेलिप्टस, मौलश्री. छत्यून, बांस, चन्दन, नीम, बेल, पारिजात, पाखड़ आदि वानस्पतिक प्रजातियां हैं।     इसके साथ ही नगर वन में बाउण्ड्री वॉल, वृक्षारोपण, लॉन विकास कार्य, चिल्ड्रन पार्क, ओपन जिम, पैदल ट्रेल, रिसेस्प्शन ऐरिया, प्रवेश गेट, पैदल मार्ग, ए०टी०वी० ट्रेल, वाटर टैंक आदि कार्य किया जा रहा है।
सिटी फारेस्ट में कैफेटेरिया, सोविनियर शॉप, वैलनेस ऐरिया, बटरफ्लाई गार्डन, रॉक गार्डन, कैक्टस गार्डन, ट्रेल्स का विस्तारीकरण एवं कैनोपी वॉकवे भविष्य में प्रस्तावित कार्य किये जायेंगे।

न्याय पर पैनी नजर – सीएलएफआई 2024 के दूसरे दिन अपराध और सजा के बीच जटिल संबंध को दर्शाया गया

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देहरादून,  भारतीय अपराध साहित्य महोत्सव (सीएलएफआई) ने देहरादून के हयात सेंट्रिक में अपने आयोजन के दूसरे दिन भी दर्शकों की दिलचस्पी कायम रखा। महोत्सव के भागीदार लेखकों, फिल्म निर्माताओं, कानून व्यवस्था अधिकारियों और पत्रकारों ने एक मंच पर अपराध, न्याय और साहित्य के बीच के अंतरसंबंध को देखने का प्रयास किया।
दिन की शुरुआत एक दिलचस्प सत्र से हुई – ‘‘सिद्धू मूसे वाला को किसने मारा? लॉरेंस बिश्नोई एंगल’’। इसमें जुपिंदरजीत सिंह और सिद्धांत अरोड़ा शामिल थे। वक्ताओं ने इस हाई-प्रोफाइल मामले के खौफनाक मंजर पर चर्चा करते हुए भारत में संगठित अपराध के बारे में जानकारी दी।
इसके बाद का सत्र था ‘‘स्मरणीय हैं विजय रमन – एक सज्जन पुलिस अधिकारी जिन्होंने पान सिंह तोमर का खत्म किया’’। यह दिवंगत पुलिस अधिकारी की शानदार विरासत को श्रद्धांजलि थी। इस सत्र में आलोकलाल, के विजय कुमार और वीना विजय रमन ने भाग लेकर यह दिखाया कि बैज के पीछे एक इंसानियत है।
दोपहर के सत्रों में एक था ‘‘बंदूक, हिम्मत और कलम – मिर्जापुर के लेखक से बातचीत’ जिसमें अविनाश सिंह तोमर ने गंभीर अपराध कथा के पीछे की रचना प्रक्रिया को समझने का प्रयास किया है। स्वयं अशोक कुमार ने ‘‘प्रॉक्सी वॉर्स – आईएसआई और अन्य संगठनों के खतरानक खेल’ में मुख्य भूमिका निभाई। इसमें विश्वव्यापी खुफिया एजेंसियों के गुप्त कारनामों और रणनीतियों पर प्रकाश डाला गया।
फेस्टिवल के अध्यक्ष अशोक कुमार ने कहा, ‘‘हम इस फेस्टिवल के माध्यम से सार्थक संवाद का मंच बनाना चाहते हैं जहां से बड़े बदलाव की प्रेरणा मिलेगी और अपराध और न्याय की समझ बढ़ेगी।’’
फेस्टिवल के निदेशक आलोकलाल ने आयोजन के दूसरे दिन की शानदार सफलता पर कहा, ‘‘हम ने आज के सत्रों में देखा कि किस तरह दमदार कहानी से जटिल मुद्दों को उजागर कर उन लोगों को पहचान और प्रशंसा दे सकते हैं जो न्याय व्यवस्था बनाए रखने के लिए दिन रात एक करते हैं।’’

अन्य विशेष सत्र –

– डिटेक्टिव्स डेन डिस्कशन – देहरादून में हुई भयानक दुर्घटना पर इस चर्चा में अनूप नौटियाल और एसएसपी देहरादून के साथ सतीश शर्मा शामिल थे।

– मैडम कमिश्नर – मीरान बोरवणकर की इस पुस्तक पर सुनीता विजय के साथ विशेष सत्र।

– फैंग्स ऑफ डेथ – द ट्रू स्टोरी ऑफ द केरल स्नेकबाइट मर्डर – अलोकलाल और मानसलाल की इस रचना पर एक चर्चा, जिसका संचालन गार्गी रावत ने किया।

– उग्रवाद की सच्ची घटनाओं पर आधारित आगामी पुस्तक कोडनेम स्टैलियन के मुखपृष्ट का अनावरण।
– पटकथा लेखन पर आकाश खुराना की कार्यशाला।

– सुरेंद्र मोहन पाठक और नितिन उपाध्याय के बीच बातचीत।

‘अंडरकवर ह्यूमर – व्हाई कॉप कैरेक्टर्स शाइन इन स्लैपस्टिक कॉमेडी’ के साथ दिन का समापन हुआ। इसमें कविता कौशिक और अशोक कुमार शामिल थे और संचालन मानसलाल ने किया। तीनों ने इस चर्चा में यह जानने की कोशिश कि परदे पर हास्य से किस तरह पुलिस अधिकारियों का मानवीय चेहरा दिखता है। यह पुलिस अधिकारियों की चुनौतियों और उपलब्धियों पर नया नजरिया पेश करता है।
यह महोत्सव हंस फाउंडेशन, उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद (यूएफडीसी) और यूपीईएस के समर्थन से बहुत सफल रहा। भविष्य में भी रचनात्मकता और अपराध की रोकथाम के बीच तालमेल बनाने का प्रयास करेगा।

डाॅ. राम प्रकाश होगें रुद्रप्रयाग ने नये मुख्य चिकित्साधिकारी ,संभाला कार्यभार।

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रुद्रप्रयाग- जनपद में नये मुख्य चिकित्साधिकारी की तैनाती हो गयी। डाॅ. राम प्रकाश ने शनिवार को जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी का पदभार ग्रहण कर लिया। इसी के साथ संयुक्त चिकित्सालय श्रीनगर में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के पद पर स्तानांतरित हुए डाॅ. विमल सिंह गुसाईं रिलीव हो गए हैं।
शनिवार को नवागत मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. राम प्रकाश ने कार्यालय पहुंच मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कार्यभार ग्रहण किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में आयोजित कार्यक्रम में नए मुख्य चिकित्सा अधिकारी का विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। वहीं, निवर्तमान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. विमल सिंह गुसाईं को भावभीनी विदाई दी गई।
इस अवसर पर सीएमओ डाॅ. राम प्रकाश ने कहा कि जनपद की स्वास्थ्य सेवाओं का और अधिक बेहतर ढंग से संचालन करवाना उनकी प्राथमिकता रहेगी। कहा कि जनपद रुद्रप्रयाग भले ही भौगोलिक दृष्टि से राज्य के अन्य जनपदों से छोटा है, लेकिन इस जनपद की अपनी अलग तरह की चुनौतियां है। कहा कि सभी के साथ मिलकर समेकित प्रयास कर स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर किया जाएगा।
वक्ताओं द्वारा निर्वमान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. विमल सिंह गुसाईं के सरल व सहज कार्य व्यवहार की भूरि-भूरि प्रशंसा की गई। कहा कि उनके जैसा सरल व सहज व्यवहार सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए प्रेरणादाई रहा।
अपने संबोधन में डाॅ. विमल सिंह गुसाईं ने सभी कर्मचारियों को और पूर्ण मनोयोग से जनपद की स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुधार करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए अपने स्तर पर भविष्य में हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया।
इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. आशुतोष, मुख्य फार्मेसी अधिकारी एचएस बिष्ट, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप सिंह रावत, चिकित्सा अधिकारी डाॅ. मनदीप, फार्मेसी अधिकारी चंद्रमोहन सेमवाल, डीपीएम हिमांशु नौडियाल, हरेंद्र सिंह नेगी आदि मौजूद रहे।

प्रदेश युवा नेतृत्व की अगुवाई में तरक्की कर रहा है- भरत सिंह चौधरी

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“पाँच दिवसीय विकास मेले में आज तब माहौल भावुकता भरा हो गया जब मेला संरक्षक ब्लाक प्रमुख प्रदीप थपलियाल को उनके पाँच वर्षीय कार्यकाल समाप्त होने पर स्थानीय जनता व जनप्रतिनिधियों ने उन्हें विदाई दी। उनके कार्यकाल में हुये विकास कार्यों की सराहना करते हुये मंच से उनके उज्जल भविष्य की कामना की गयी। इस दौरान पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख अर्जुन गहरवार ने उन्हे चाँदी का मुकुट पहना कर जखोली विकास खण्ड के विकास में उनके योगदान को ऐतिहासिक बताया”।

जखोली/रुद्रप्रयाग(देवेंन्द्र चमोली)– पाँच दिवसीय जखोली कृषि, ओद्योगिक एँव पर्यटन विकास मेले का आज स्थानीय कलाकारों की रंगा रंग प्रस्तुतियों एँव पुरुष्कार वितरण के साथ संम्पन्न हो गया। समापन अवसर पर मुख्य अतिथि रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी ने कहा कि उत्तराखंड एक युवा नेतृत्व की अगुवाई में विकास के नये आयाम स्थापित कर रहा है जिसका लाभ रुद्रप्रयाग के लोगों को भी मिल रहा है। जनता को सम्बोधित करते हुये बडी मार्मिकता से उन्होने अपनी बात मंच से रखी। उन्होने कहा कि वे पाँच बार विधान सभा चुनाव हारे लेकिन जो समर्थन रुद्रप्रयाग खासकर जखोली की जनता ने उन्हे दिया उसके वे हमेशा ऋणी रहेगें।
जनता का आशीर्वाद से रुद्रप्रयाग विधान सभा में सब विकास सम्पन्न हो रहे है। उन्होने कहा कि बरसीर बदाणी ताल मोटर मार्ग नव निर्वाण, मयाली गुप्तकाशी मोटर मार्ग डेढ़ लेन बनाने,व बड़मा में तकनीकी कारणो से निरस्त हुये सैनिक स्कूल के स्थान पर पशु मेडिकल कालेज बनना उनकी व धामी सरकार की प्रार्थमिकता है।
ढाई लाख मेले के लिये विधायक निधि। उन्होने कहा कि वे छैत्र के विकास में राजनीतिक प्रतिद्धंदता से हटकर मिलकर काम करने में हमेशा विश्वास करते रहे है।
इससे पूर्व मेला आयोजक समिति ने मुख्य अतिथि का माल्यार्पण व स्मृति चिह्न भेंट कर स्वागत किया।
उन्होने ब्लाक प्रमुख प्रदीप थपलियाल के कार्यकाल की सराहना करते हुये उन्हे भविष्य की शुभकामनाएँ दी।
आज मेले के अंतिम दिन लोगों की खूब उपस्थिति देखने को मिली। लोक कलाकार विक्रम कप्रवाण, अजय नौटियाल, विजय पंत, ज्योति पंत, कुलदीप कप्रवाण रेशमा भट्ट, अआदि ने मेले मे अपनी अपनी प्रस्तुति दी।
मेला संरक्षक जखोली क्षेत्र पंचायत प्रमुख प्रदीप थपलियाल को अपने पाँच बर्ष के कार्यकाल में सहयोग देने के लिए के लिए समस्त जनप्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं व क्षेत्रीय जनता का आभार ब्यक्त किया।
इस मौके पर जेष्ठ प्रमुख नागेन्द्र पंवार, कनिष्ठ प्रमुख कविन्द्र सिंधवाल, पूर्व जेष्ठ प्रमुख अर्जुन गहरवार, सुरेन्द्र सकलानी, ललूड़ी के क्षेत्रपंचायत सदस्य भूपेन्द्र भंडारी, बद्रीनाथ-केदारनाथ समिति के सदस्य रणजीत सिह राणा, धनकुराली प्रधान धूम सिह राणा सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद थे। संचालन संंयुक्त रूप से गीरीश बड़ोनी व बिरेन्द्र राणा ने किया।

उत्तराखंड में IAS और PCS अधिकारियों के बंपर तबादले …

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देहरादून, उत्तराखंड में शुक्रवार को एक बार फिर बड़ा प्रशासनिक फेरबदल हुआ हैं. कई आईएएस और पीसीएस अधिकारियों के ताबड़तोड़ तबादले किए गए हैं. IAS अपूर्वा पांडे को अपर सचिव गृह विभाग बनाया गया है. IAS अभिनव शाह से निदेशक जड़ी बूटी विकास एवं शोध संस्थान हटाया गया. PCS मोहन सिंह बर्निया को सचिव मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण बनाया गया प्रमुख सचिव एलएल फैनई से अध्यक्ष अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ विकास निगम की कमान वापस ली गई है. रणवीर सिंह चौहान को अपर सचिव कृषि, पेयजल और महानिदेशक कृषि एवं उद्यान विभाग से हटाकर अपर सचिव गन्ना चीनी और प्रबंध निदेशक उत्तराखंड शुगर फेडरेशन मिला है. धीराज गर्ब्याल को अपर सचिव अल्पसंख्यक कल्याण और अध्यक्ष अल्पसंख्यक कल्याण वक्फ विकास निगम की जिम्मेदारी दी गई है. उदय राज को अपर सचिव गन्ना चीनी और उत्तराखंड शुगर फेडरेशन के प्रबंध निदेशक से हटाया गया है. आनंद स्वरूप को अपर सचिव नियोजन की जिम्मेदारी दी गई है. विजय कुमार जोगदंडे को अपर सचिव राजस्व का जिम्मा सौंपा गया है. रीना जोशी को प्रबंध निदेशक उत्तराखंड परिवहन निगम बनाया गया है. आनंद श्रीवास्तव से प्रबंध निदेशक उत्तराखंड परिवहन निगम की जिम्मेदारी वापस ली गई. मनुज गोयल को अपर सचिव कृषि एवं कृषक कल्याण की जिम्मेदारी मिली है. अनुराधा पाल को अपर सचिव ग्राम में विकास और आयुक्त ग्रामीण विकास की जिम्मेदारी मिली है. गौरव कुमार को अपर सचिव समाज कल्याण की अतिरिक्त जिम्मेदारी मिली है. अपूर्वा पांडे को अपर सचिव गृह बनाया गया है. अभिनव शाह से निदेशक जड़ी बूटी विकास एवं शोध संस्थान की जिम्मेदारी वापस ली गई है.

इन पीसीएस के ट्रांसफर
इला गिरी को सचिव रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी की जिम्मेदारी मिली है. वह अभी पौड़ी गढ़वाल की उप जिलाधिकारी थीं. मोहन सिंह बर्निया को फिर सचिव एमडीडीए बनाया गया है. डीपी सिंह से विहित प्राधिकारी राज्य संपति विभाग की जिम्मेदारी वापस ली गई है. प्रदीप सिंह रावत को सचिवालय सेवा के अधिकारी से अपर सचिव राजस्व और सचिव उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की जिम्मेदारी वापस ली गई है. वहीं प्रदीप जोशी को सचिवालय सेवा अपर सचिव संस्कृति एवं धर्मस्य के साथ सचिव चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड की जिम्मेदारी मिली है.

 

कर्मचारियों के परिवारों में आर्थिक संकट से जूझ रहा है, महीनों से नहीं मिला वेतन

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हरिद्वार  ( कुलभूषण )चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने अधिवेशन करा विश्विद्यालय द्वारा वेतन समय से न दिए जाने को लेकर खोला मोर्चा कहा मुख्यमंत्री  से मुलाकात कर सब बताएंगे प्रदेश अध्यक्ष जी । 29 नवंबर को चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं उत्तराखंड के शाखा गुरुकुल के द्विवार्षिक चुनाव/अधिवेशन प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा प्रदेश संगठन सचिव छत्रपाल सिंह प्रदेश कोषाध्यक्ष राकेश चंद्र की देख रेख में संपन्न हुआ जिसमें निम्न पदाधिकारी निर्विरोध निर्वाचित हुए संरक्षक, पप्पू सहदेव, अध्यक्ष ताजबर सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनिल कुमार, उपाध्यक्ष महिला नीलम बिष्ट,मंत्री मनीष पंवार, संयुक्त मंत्री त्रिलोक सिंह , कोषाध्यक्ष राजू कश्यप, ऑडिटर मोहित , संगठन सचिव अंकित, पुष्पा, निर्वाचित हुए प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा ने सभी पदाधिकारियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा प्रदेश संगठन सचिव छत्रपाल सिंह प्रदेश कोषाध्यक्ष राकेश चंद्र नवनिर्वाचित अध्यक्ष ताजबर सिंह मंत्री मनीष पंवार ने कहा कि ऋषिकुल एवं गुरुकुल राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय कर्मचारी जब से विश्विद्यालय के अंतर्गत आए हैं तब से आज तक कर्मचारियों को महीनों, महीनों तक वेतन न मिलने के कारण कर्मचारियों के परिवारों में आर्थिक संकट आ गया है वेतन अगर दो माह में मिलता है तो दोनों महीनों की किस्त कट जाती है साथ में हर महीने बैंक पेनल्टी लगाता है वो अलग कर्मचारी अब लोन भी नहीं ले सकते हैं उनको इसी कारण डिफाल्टर घोषित कर दिया गया है कर्मचारियों की पदोन्नति नहीं हो पा रही है।
प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेड़ा प्रदेश संगठन सचिव छत्रपाल सिंह प्रदेश कोषाध्यक्ष राकेश चंद्र ने बताया कि कर्मचारियों को आर्थिक रूप से शोषण के कारण अब सभी कर्मचारी एक साथ आयुर्वेद निदेशालय के अंतर्गत जनपद हरिद्वार में अपना स्थानांतरण कराना चाहते हैं जिसके लिए माननीय मुख्यमंत्री जी से समय लेकर अनुरोध किया जायेगा जिसके लिए आज एक ज्ञापन तैयार कर माननीय मुख्यमंत्री जी को अपनी समस्याओं को कठिनाइयों से अवगत कराया जायेगा।
द्विवार्षिक चुनाव अधिवेशन में भाग लेने वालों में सर्व श्री दिनेश लखेड़ा, छत्रपाल सिंह, राकेश चंद्र, ताजबर सिंह, अजय कुमार, मनीष पंवार, पप्पू सहदेव, राजू कश्यप, मोहित, अंकित, लोकेंद्र, अनिल कुमार, त्रिलोकी प्रसाद, पुष्पा, ममता, नीलम बिष्ट, कमलेश इत्यादि शामिल थे।

राज्यपाल ने संस्कृत विवि के 30 छात्रों को स्वर्ण पदक से नवाजा

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हरिद्वारर ( कुलभूषण ) । उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के 11वें दीक्षांत समारोह में माननीय राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति लेफ्टिनेंट जनरल श्री गुरमीत सिंह (से0नि0) ने 30 स्नातक और परास्नातक छात्र-छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किया। इसके साथ विवि के विभिन्न विभागों के 21 छात्र-छात्राओं को विद्यावारिधि की उपाधि देकर सम्मानित किया। राज्यपाल के हाथों स्वर्ण पदक और विद्यावारिधि की उपाधि प्राप्त कर विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं खुश नजर आए।
दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए राज्यपाल श्री गुरमीत सिंह ने कहा कि किसी भी राष्ट्र की आत्मा उसकी संस्कृति होती है। संस्कृति जब तक जीवित व सुरक्षित है, तभी तक राष्ट्र भी जीवित व सुरक्षित रहता है। विश्व की सारी संस्कृतियों में सबसे प्राचीन एवं श्रेष्ठ हमारी भारतीय संस्कृति या वैदिक संस्कृति है। इस संस्कृति का आधार संस्कृत भाषा है। संस्कृत भाषा के बिना भारतीय संस्कृति की और भारतीय संस्कृति के बिना भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। राज्यपाल ने मेडल और उपाधि पाने वाले छात्रों से कहा कि वह भारत की धरोहर को आगे तक लेकर जायेंगे , तभी उनको मिले मेडल और उपाधि की सार्थकता होगी,उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण में युवा शक्ति की भूमिका बहुत अधिक हैं। भारत की युवा शक्ति के कंधे पर ही संस्कृत , संस्कृति को आगे ले जाने की महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करना होगा उन्होंने कहा कि विश्व की संपूर्ण शिक्षा संस्कृत में निहित है।
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने विभिन्न क्षेत्रों के विद्वानों, राममंदिर ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंददेव गिरी महाराज, देव संस्कृति विवि के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या और केंद्रीय संस्कृत विवि के कुलपति प्रो. श्रीनिवासन वरखेड़ी को विद्यावाचस्पति (डी० लिट०)की मानद उपाधि देकर सम्मानित किया। दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर दिनेश चंद्र शास्त्री ने कहा कि यदि संस्कृति भारत देश की आत्मा है तो संस्कृत भाषा संस्कृति की आत्मा है। प्रोफ़ेसर शास्त्री ने विश्वविद्यालय की इन्फ़्रास्ट्रक्चर, विभिन्न संस्थाओं के साथ किये गये एम० ओ० यू ०विभिन्न आयामों पर विश्वविद्यालय की प्रगति पर प्रकाश डाला ।प्रो० शास्त्री ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा ज्योतिष, योग,वेद,कर्मकाण्ड आदि क्षेत्रों में अत्यंत न्यून सेवा राशि पर परामर्श सेवा प्रदान की जा रही है। इसलिए आमजन को इस सुविधा का लाभ लेना चाहिए ।आचार्य व शास्त्री के छात्रों को उपाधि प्रदान की। दीक्षांत समारोह में कुल 3047 छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की गई। दीक्षांत समारोह में सत्र 2022-23 के 1582 छात्र-छात्राओं को और सत्र 2023-24 के 1465 छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की गई
इस अवसर पर उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अरुण कुमार त्रिपाठी, उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओमप्रकाश नेगी, उत्तराखंड औद्यानिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो परविंदर कौशल, प्रो. यशबीर सिंह समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे। विश्वविद्यालय के कुलसचिव गिरीश कुमार अवस्थी ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन डॉ. प्रकाश पंत ने किया।
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प्रत्येक विद्यार्थी के जीवन में दीक्षांत समारोह महत्वपूर्ण
हरिद्वार। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी के कुलपति प्रो. बिहारी लाल शर्मा ने आधार भाषण किया। उन्होंने कहा कि हरिद्वार भारतीय ज्ञान परम्परा का केन्द्र होने के साथ साथ प्राचीन विद्याओं का उद्गम स्थान भी है। उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय से उपाधियां प्राप्त कर यहां के स्नातक विभिन्न क्षेत्रों में देश ही नहीं विदेशों में भी विश्वविद्यालय का गौरव बढ़ाएंगे। प्रत्येक विद्यार्थी के जीवन में दीक्षांत समारोह महत्वपूर्ण अवसर होता है, यह अवसर केवल उपाधियों के लिए ही नहीं बल्कि शिक्षा मूल्यों के विशिष्ट सिद्धान्तों को आत्मसात करने का अवसर भी होता है। उन्होंने कहा कि संस्कृत एक भाषा होने के साथ ही भरतीय जीवन दर्शन भी है।

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एआई का प्रयोग कर संस्कृत को परिष्कृत करे
हद्विार। संस्कृत शिक्षा सचिव दीपक कुमार ने कहा कि कि हम एआई का प्रयोग करते हुए संस्कृत भाषा को और अधिक परिष्कृत कर सकते हैं। हमारे विभिन्न ग्रंथों में उपलब्ध मंत्रों में से कुछ मंत्र महामृत्युंजय, गायत्री, दुर्गासप्तशती में देवी कवच आदि मंत्रों पर अनुसंधान करने की आवश्यकता है। यदि विश्वविद्यालय इसको ध्येय बनाकर एक्शन रिसर्च पर कार्यवाही करता है, तो निश्चित रूप से विश्व में संस्कृत भाषा का यश फैलेगा।


Dev Sanskriti Vishwavidyalaya | आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी को डी. लिट की  मानद उपाधि से किया गया सम्मानित। उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के 11वें  ...

राज्यपाल ने किया डॉ. चिन्मय पंड्या डी. लिट की मानद उपाधि से सम्मानित

हरिद्वार , उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के 11वें दीक्षांत समारोह के दौरान उत्तराखंड के माननीय राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल श्री गुरमीत सिंह (सेनि) ने देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या जी को डी. लिट की मानद उपाधि से सम्मानित किया।
अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा प्रतिनिधि डॉ. पंड्या जी को यह सम्मान उनके विभिन्न योगदानों के लिए दिया गया। युवा आइकान डॉ पण्ड्या विश्वभर में आध्यात्मिक जागरूकता लाने, योग और ध्यान के प्रचार-प्रसार, वैदिक संस्कृति, मूल्यों और परंपराओं के संरक्षण एवं प्रोत्साहन, महिलाओं को सशक्त बनाने के प्रयासों, युवाओं में कौशल का संचार करने, पर्यावरण संरक्षण, स्थायी जीवनशैली को बढ़ावा देने, मूल्य आधारित शिक्षा के प्रसार, और वैश्विक संगठनों में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए अध्यात्म एवं संस्कृति का संदेश फैलाने में विगत कई वर्षों से जुटे हैं।
युवा आइकान डॉ. चिन्मय पण्ड्या के मार्गदर्शन और समर्पण के कारण विश्व के अनेक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों व विभिन्न प्रतिष्ठानों में अपनी विशेष पहचान बना चुके हैं। उनका शिक्षण व मार्गदर्शन शैली उन संस्थाओं में एक आदर्श बन चुकी है और उन्होंने शिक्षा, समाजसेवा, और व्यक्तिगत विकास के क्षेत्र में अपार योगदान दिया है। वे न केवल शैक्षिक क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता का उपयोग करते हैं, बल्कि व्यक्तिगत और सामाजिक दृष्टिकोण से भी विद्यार्थियों और समग्र समाज को सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत रहते हैं। उनके द्वारा दिए गए मार्गदर्शन ने कई छात्रों और पेशेवरों को जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया है।
गौरतलब है कि गुरुसत्ता के दिव्य संरक्षण एवं डॉ. पंड्या जी के नेतृत्व में गायत्री परिवार ने सामाजिक और आध्यात्मिक नवोत्थान के विभिन्न क्षेत्रों में निरंतर कार्य किया है, जो समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरणादायक है।

 

राज्यपाल ने हरकी पौडी पहुंच गंगा आरती की

राज्यपाल ने हरकी पैड़ी पर की मां गंगा की पूजा और दुग्धाभिषेक - हिन्दुस्थान  समाचार
हरिद्वार 29 नवम्बर (कुलभूषण) राज्यपाल गुरमीत सिंह ने हरकी पौड़ी पहुॅचकर पूरे विधि विधान के साथ पूजा-अर्चना कर दुग्धाभिषेक किया तथा गंगा आरती में शामिल हुए और देश-प्रदेश की खुशहाली एवं समृद्धि की कामना की।
महामहिम राज्यपाल के हरकी पौड़ी पहुॅचने पर श्री गंगा सभा के सभापति कृष्ण कुमार शर्मा, उपाध्यक्ष मनोज झा, स्वागत मंत्री सिद्धार्थ चक्रपाणि, प्रचार सचिव शैलेश मोहन, घाट व्यवस्था सचिव वीरेंद्र कौशिक, सचिव देवेन्द्र पटुवर, सचिव उज्जवल पंडित, विशेष आमंत्रित सदस्य अरविन्द अधिकारी, अनमोल मल ने अंगवस्त्र, गंगगजलि आदि भेंट कर स्वागत किया।
इस दौरान जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह, एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल, मुख्य विकास अधिकारी आकांक्षा कोण्डे, नगर आयुक्त वरूण चौधरी, एचआरडीए उपाध्यक्ष अंशुल सिंह, अपर जिलाधिकारी पीएल शाह, सिटी मजिस्ट्रेट कुश्म चौहान, उप जिलाधिकारी अजयवीर सिंह आदि उपस्थित थे।