Saturday, May 10, 2025
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ओएनजीसी साइक्लिंग एसोसिएशन ने किया साइक्लोथॉन-2022 का आयोजन, लोगों को किया सेहत के प्रति जागरूक

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देहरादून, ओएनजीसी साइक्लिंग एसोसिएशन की ओर से साइक्लोथॉन-2022 का आयोजन किया गया। जिसमें युवाओं को सेहत के प्रति जागरूक किया गया और संस्कृति की सुरक्षा के लिए आह्वान किया गया।

रविवार को ओएनजीसी के 80 और देहरादून साइकिलिंग क्लब के 20 लोग शामिल हुए। यात्रा सुबह सात बजे तेल भवन से शुरू हुई। जो बिंदाल, घंटाघर, दिलाराम चौक, गढ़ी कैंट, सेवन ऑक्स स्कूल, ओएनजीसी स्कूल होते हुए ओएनजीसी कम्युनिटी सेंटर पर समाप्त हुई। ये यात्रा 12 किलोमीटर लंबी थी, जिसमे युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गो ने भाग लिया। देहरादून साइकिलिंग क्लब के सचिव हरिसिमरन सिंह ने इस आयोजन के लिए सभी साथियों को बधाई दी और कहा की ऐसे प्रयासों से ही हम अपने लक्ष्य देहरादून को पहली साइकिलिंग सिटी बनाने को हासिल कर सकेंगे। ओएनजीसी साइकिलिंग के सचिव मनोज अत्री, सतीश मोरे और नरेंद्र ने कहा कि ऐसे आयोजन अब हर तीन महीने पर कराए जाएंगे। लिमिट को 300 तक किया जाएगा। इस दौरान शबीर, शिशर चावला, डिंपल सोटी, अंशु कनोजिया, अमित बालियान, भोले यादव, चांदनी अरोड़ा, अशोक, ऋतिक, कार्तिकेय, राहुल रावत, गगन आदि मौजूद रहे।

 

जिज्ञासा ट्रस्ट की पहल : दून में आवारा कुत्तों के लिए बनाये डॉग होम

Initiative for stray dogs in Doon make dog homes - दून में आवारा कुत्तों के लिए  पहल, बनाये डॉग होम
देहरादून, जनपद के मालसी क्षेत्र में जिज्ञासा ट्रस्ट के सौजन्य से स्ट्रीट डॉग्स के लिए के लिए एक मानवीय पहल की गई। जिसमें
सड़कों पर घूमने वाले आवारा कुत्तों के लिए डॉग होम बनाकर तैयार किए गए है। इन घरों में सामान्य घरों में मिलने वाली सुविधाएं आवारा कुत्तों को दी जाएगी। स्ट्रीट डॉग्स के लिए डॉग होम तैयार किए गये। जो इन बेजुबानों के लिए किसी आशियाने से कम नहीं है। इसमें वह सब सुविधा दी जाएगी जो आम व्यक्ति अपने घर के पालतू कुत्तों को देता है। मालसी क्षेत्र के कुठाल गेट, बगरियाल गांव और मसूरी डाइवर्जन रोड पर कलात्मक पेंटिंग और डिजाइन से सजे रंग-बिरंगे डॉग होम (ड्रम) रखे गए। इन ड्रम में आरामदायक बिछोने व आहार प्लेट भी रखी गई। ट्रस्ट की पिंकी पंवार ने बताया की इन डॉग होम को बनाने के पीछे मुख्य उद्देश्य सड़कों पर निराश्रित घूमने वाले स्ट्रीट डॉग्स के लिए ये घर का काम करेंगा। उन्होंने कहा की इन डॉग्स होम में प्रतिदिन स्ट्रीट डॉग्स के लिए भोजन की नियमित व्यवस्था भी की जाएगी। इस मौके पर सुमेन्द्र सिंह बोहरा, सुनीता देवी, रविंद्र सिंह खरोला, दिग्विजय सिंह बोहरा, नितिन भंडारी, रोहित क्षेत्री आदि शामिल रहे।

 

अन्तर्राष्ट्रीय दो दिवसीय योग संगोष्ठी का समापन : 52 शोधकर्ताओं ने रिसर्च पेपर की दी प्रस्तुति

ऋषिकेश, नवयोग सूर्योदय सेवा समिति एवं उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आजादी की 75 वीं वर्षगांठ अमृत महोत्सव के चलते आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय दो दिवसीय योग संगोष्ठी के समापन अवसर पर 16 विश्वविद्यालयों के 1000 से अधिक छात्रों ने प्रतिभाग किया जिसमें 52 शोधकर्ताओं ने अपने रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए।

रविवार को शीशम झाड़ी स्थित नारायण आश्रम में आयोजित संगोष्ठी के समापन अवसर पर मुख्य अथिति प्रो० मुरली मनोहर पाठक कुलपति, लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय,दिल्ली ने उपस्थिति को संबोधित करते हुए कहा कि गंगा माता के तट पर यह दो दिवसीय योग संगोष्ठी में अनेकों विश्वविद्यालयों से आये हुए योगाचार्यों का संगम ही योग है।

जिसमें सभी के विचार एवं पेपर प्रेजेंटेशन से ज्ञान गंगा का उदय हुआ है। संगोष्ठी जिसमें देश व विदेश के एक हजार से अधिक योग साधक ऑफलाइन व ऑनलाइन के माध्यम से शामिल हुये। स्वरूप स्वामी ब्रह्मदेव कुलपति वैदिक विश्वविद्यालय, त्रिनिदाद, दक्षिण अफ्रीका ने कहा विश्व मे योग व आयुर्वेद के द्वारा प्रसिद्धि प्राप्त हो रही है। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रो० सुनील जोशी -कुलपति – उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय, देहरादून ने कहा कि आयुर्वेद व योग, व्यक्ति के स्वस्थ रहने की कला है, जिससे व्यक्ति आध्यात्मिक ऊँचाइयों को प्राप्त कर अपने क्षेत्र में सफलता प्राप्त करते हैं।

इस अवसर इस अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के सूत्रधार नवयोग सूर्योदय समिति के संस्थापक डॉ० नवदीप जोशी ने कहा कि योग में वैज्ञानिकता के लिये अनुसन्धान की आवश्यकता है, इसलिये इस तरह के अंतर्राष्ट्रीय योग सेमिनार व संगोष्ठीयों का आयोजन वर्ष 2004 से कर रहे हैं। इस अवसर पर प्रो० महेश प्रसाद सिलोड़ी , डॉ० विक्रम सिंह , डॉ० सतेन्द्र मिश्रा , योगाचार्य राजीव , योगाचार्य हर्ष, योगी कृष्ण कन्हैया, डॉ० अनिल थपलियाल , डॉ० सुनील कुमार, डॉ० सुरेन्द्र प्रसाद रयाल तथा डॉ० प्रिया पाण्डे आदि उपस्थित थे।

 

आशा की किरण सम्मान के साथ चामासारी में 75 महिलाओं की हुई स्वास्थ जांच

‘महिलाओं को कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन ने दिया आशा की किरण सम्मान’

कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन की पहल, मसूरी में 75 महिलाओं की हुई निशुल्क स्वास्थ्य  जांच
देहरादून (मसूरी), अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर उत्तराखंड की कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन द्वारा मसूरी के ग्राम चामासारी में महिलाओं के लिए स्वास्थय शिविर लगाया जिसमे कैंसर रोकथाम और जागरूकता की जानकारी एवं जाँच की गयी। शिविर में मुख्य अथिति मसूरी वन प्रभाग की प्रभागीय वनाधिकारी कहकशां नसीम रही।

शिविर का शुभारम्भ प्रभागीय वनाधिकारी कहकशां नसीम, ग्राम प्रधान नरेंद्र मेलवान, डॉ सुमिता प्रभाकर, भाद्रीगाड रेंज की वन क्षेत्राधिकारी मेधावी कीर्ति ने सयुंक्त रूप से किया गया। शिविर में 75 महिलाओं एवं 35 पुरुषो की जाँच की गयी। शिविर में महिला रोग, सामान्य रोग, स्तन एवं गर्भाशय ग्रीवा की जाँच, ब्लड प्रेशर, शुगर, बी पी, हीमोग्लोबिन की जाँच के साथ निःशुल्क दवा वितरण भी किया गया।

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित इस शिविर में सी एम आई अस्पताल की महिला रोग विशषज्ञ एवं कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन की अध्यक्ष डॉ सुमिता प्रभाकर द्वारा महिलाओं की जाँच की गयी एवं उन्हें स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के बारे में जानकारी दी गयी। शिविर में काफी महिलाओं में खून की कमी पाई गई जिसके लिए उन्हें दवाएं दी गई ।

डॉ सुमिता प्रभाकर ने इस अवसर पर कहा की पहाड़ो में रहने वाली महिलाओं को स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर रोकथाम के लिए कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन द्वारा गांव गाँव में स्वास्थ शिविर का आयोजन किया जा रहा है जिसमे महिलाओं को विशेष सुविधा दी जा रही है। इन शिविर के माध्यम से महिला रोग विशेषज्ञ गांव में जाते है और इससे ऐसे वातावरण का निर्माण होता है जहाँ महिलाएं स्तन रोगो के बारे में खुल का बात कर पाती है और साथ ही यहाँ उनकी स्तन जाँच की जाती है। ऐसे में स्तन कैंसर का जल्दी पता चलता है और इससे स्तन कैंसर से होने वाली मृत्यु दर में कमी लायी जा सकती है। उन्होंने बताया की सभी गांव में कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन द्वारा गढ़वाली भाषा में बनायीं गयी “कैन ऐप” की जानकारी भी दी जा रही है जिसकी मदद से महिलाएं घर बैठे अपने मोबाइल में स्वयं स्तन परिक्षण अपनी स्थानीय भाषा में सीख रही है।

शिविर में महिलाओं को स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर सम्बंधित ज्ञान सामग्री भी वितरित की गयी जिसकी मदद से वह स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर के लक्षण, बचाव, एवं जल्दी पता लगाने की तरीके, ज़रूरी स्क्रीनिंग परिक्षण एवं रोकथाम के बारे में जान सकेगी । शिविर में महिलाओं के लिए अच्छी सेहत एवं बीमारियों से बचाव के बारे में बताया गया ।

इस दौरान मसूरी वन प्रभाग की प्रभागीय वनाधिकारी कहकशा नसीम ने संस्था के द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की एवम कैन प्रोटेक्ट फाउन्डेशन की अध्यक्षा डॉ सुमिता प्रभाकर से मसूरी के 350 गांवों में शिविर लगाने के लिए निवेदन किया । इस अवसर पर उन्होंने चामासारी के ग्राम प्रधान नरेंद्र मेलवान की भी प्रशंसा की जिन्होंने महिला स्वास्थ के लिए यह पहल की ।

महिलाओं को कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन ने दिया आशा की किरण सम्मान

कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर महिला दिवस मनाया। जिसमें संस्था की ओर से महिलाओं का सम्मान किया गया। यह सभी महिलाएं स्वयं सहायता समूह का नेतृत्व करके न सिर्फ पहाड़ो में रोज़गार का सृजन कर रही है बल्कि अन्य महिलाओं को प्रेरित भी कर रही हैं । ऐसी महिलाओं को कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन की अध्यक्षा डॉ सुमिता प्रभाकर की ओर से “आशा की किरण” सम्मान से सम्मानित किया गया और उपहार दिए। इस अवसर पर कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन की अध्यक्षा डॉ सुमिता प्रभाकर ने कहा हमने गाँव में आकर उन महिलाओं को सम्मानित किया हैं जो की आदर्श ग्राम की वाहक बन रही हैं, यह महिलाएं कम संसाधनों के बावजूद भी आत्मनिर्भर है और समाज के लिए उदहारण है। इस दौरान मसूरी वन प्रभाग की प्रभागीय वनाधिकारी कहकशां नसीम मुख्य अतिथि रही जिन्होंने महिलाओं को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। सम्मनित की गई महिलाएं सेंदुल गांव, घोड़ाखुरी, निज्ञयाना, चमासारी, सेरा गांव से रही । कोरोना काल में कार्य करने वाली आशा कार्यकत्रियों को भी इस अवसर पर सम्मानित किया गया ।

इस अवसर पर चामासारी के प्रधान नरेंद्र मेलवान, वन क्षेत्राधिकारी, भद्रीगाड़ रेंज मेधावी कीर्ति, मसूरी वनक्षेत्राधिकारी गैरोला, डॉ रेखा खन्ना, डॉ विनीता सिंह, डॉ पूजा, सिस्टर निर्मला, ललित आनंद, सुरेंद्र जुनेजा, समीर दत्ता आदि उपस्थित रहे।

 

प्राचीन कमलेश्वर महादेव मंदिर से खाटू श्याम जी की होली माह के पावन पर्व में निकली निशान यात्रा

देहरादून, प्राचीन कमलेश्वर महादेव मंदिर जीएमएस रोड से खाटू श्याम जी की होली माह के पावन पर्व में निशान यात्रा निकाली गई | श्री हरिराम जी अध्यक्ष खाटू श्याम सेवा मंडल गढ़ी द्वारा यह जानकारी दी गई कि इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य सुख समृद्धि वैभव प्राप्ति हेतु खाटू श्याम जी को निशान अर्पण किए जाते हैं, इस उपलक्ष में 9 मार्च से 15 मार्च तक राजस्थान में खाटू श्याम जी के दर्शन करने के लिए मेले का आयोजन किया जाता है | जिसमें कि विश्व भर से लोग अपनी मनोकामना के लिए खाटू श्याम जी के दर्शन करते हैं |

आज इस यात्रा का शुभारंभ कैंट विधानसभा की भावी विधायक श्रीमती सविता कपूर जी भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष जोगिंदर सिंह पुंडीर जी, शिव सेना प्रदेश अध्यक्ष श्री गौरव कुमार जी द्वारा जोत जलाकर यात्रा का शुभारंभ करते हुए रवाना किया गया, इस यात्रा में राजेन्द्र गुप्ता, मदन शर्मा, सुनील घिल्डियाल, श्रीमती लता, श्रीमती ललिता, श्रीमती शिल्पी अग्रवाल आदि सभी पदाधिकारी वह भक्त जनों ने हिस्सा लिया |

स्वामी विवेकानंद फाउंडेशन ने किया रक्तजांच चिकित्सा शिविर का आयोजन, पद्मश्री डा. प्रीतम भरतवाण ने किया शुभारंभ

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‘डा० मनोज कुमार व डा० स्वाति बिजल्वाण ने शिविर में आये व्यक्तियों एवं छात्रों की चिकित्सीय जांच की’

देहरादून, स्वामी विवेकानंद फाउंडेशन के तत्वाधान में राजकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय राजपुर रोड़ में निःशुल्क चिकित्सा, रक्तदान, रक्त जांच, पी०एफ०टी० एवं हेल्थ कार्ड पंजीकरण शिविर का आयोजन किया गया, शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में पद्मश्री डा० प्रीतम भरतवाण (लोकगायक) एवं विशिष्ट अतिथि प्रधानाचार्य श्री हुकुम सिंह उनियाल एवं श्रीमती सुनीता लखेड़ा समन्वयक ‘समर्थ नारी समर्थ भारत’ द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर इस शिविर का विधिवत उद्धघाटन किया गया। शिविर में 150 छात्र छात्राओं व 100 से अधिक अन्य व्यक्तियों की निःशुल्क जांच एवं 70 लोगों द्वारा निःशुल्क रक्तदान भी किया गया। शिविर में वरिष्ठ डॉ० मनोज कुमार व डॉ० स्वाति बिजल्वाण शिविर में आये व्यक्तियों एवं छात्रों को विभिन्न रोगों की जांच की संस्था द्वारा मरीजों को निःशुल्क दवाइयाँ तथा निःशुल्क रक्त जांच का लाभ भी दिया गया।
मुख्य अतिथि डॉ० प्रीतम भरतवाण जी ने कहा कि संस्था द्वारा किया गया यह कार्य समाज हित के लिए सर्वोपरि है तथा सीरम डायग्नोस्टिक का आभार व्यक्त कर तारीफ करते हुए कहा कि ऐसे पैथोलॉजी लैब संस्थाओं के सहयोग से चिकित्सा के क्षेत्र में इस प्रकार का कार्य करे तो हमारा उत्तराखंड भी चिकित्सा के क्षेत्र में नए आयाम जल्द स्थापित कर सकता है।
विशिष्ट अतिथिप्रधानाचार्य हुकम सिंह उनियाल ने कहा कि यह मुहिम हमारे समाज के लिए हर्ष की बात है कि जिस प्रकार संस्था ने 10,000 हैल्थ कार्ड बनाने का जो लक्ष्य रखा है अति प्रसंसनीय है। श्रीमती सुनीता लखेड़ा जी समन्वयक ‘समर्थ नारी समर्थ भारत’ ने संस्था के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में यह एक अहम पहल है जिसका लाभ समाज के उस अंतिम व्यक्ति को मिलेगा जो आर्थिक रूप से असमर्थ है |
इस अवसर पर संस्था के पदाधिकारी मनीष नेगी , भगवान कार्की, करन नेगी, संदीप पठानी, संजीत ठाकुर, अनिल थापा, रिया शर्मा, राघव खोलिया, दीपक डिमरी, नरेंद्र आदि मौजूद रहे।

हैल्थ कार्ड रजिस्ट्रेशन जारी, निम्न मोबाईल नम्बरों पर कर सकते हैं रजिस्ट्रेशन |
9719726969
9634345348

दहेज उत्पीड़न में पति समेत नौ पर मुकदमा

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काशीपुर। पुलिस ने महिला की तहरीर पर पति समेत नौ लोगों के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज किया है। रविवार को थाना कुंडा के ग्राम बसई इस्लामनगर निवासी गुलफशा ने पुलिस को तहरीर दी। कहा उसका विवाह 24 फरवरी 2018 को यूपी के ग्राम बिजारखाता स्वार जिला रामपुर निवासी मुरशद से हुआ था। शादी के कुछ समय बाद ही पति मुरशद, ससुर मो.अहमद, सास रहीसी, जेठ सलीम व गुलफाम, जेठानी रेशमा, ननद नफीसा, नंदोई नन्हे, तहेरे जेठ इरफान ने कम दहेज के लिए ताने मारने शुरू कर दिए। पांच लाख की नकदी और कार की मांग करने लगे। आरोपी उसे रोटी और कपड़े से भी तंग करने लगे। इसी बीच उसने एक बेटी को जन्म दिया। बेटी होने पर आरोपी फिर से परेशान करने लगे। पांच महीने पहले आरोपियों ने दहेज की मांग की। मना करने पर आरोपियों ने मारपीट कर बच्ची के साथ उसे घर निकाल दिया। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
ससुर समेत समेत छह पर दर्ज कराया केस
काशीपुर। पुलिस ने विवाहिता से मारपीट के मामले में ससुर समेत छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ग्राम मिस्सरवाला निवासी मरजीना ने पुलिस को तहरीर दी। कहा उसकी शादी मुरादाबाद के मोहल्ला बरबलान निवासी जुल्फकार उर्फ लाला से आठ साल पहले हुई थी। आरोप है दहेज के लिए ससुर इंतजार अली, सास कमर जहां, देवर इकरार अली, फहीम, ननद गुल्सिता और सुहाना आए दिन गाली गलौज और मारपीट करते हैं। कई बार पति ने भी इनके साथ मिलकर मारपीट की। इसी बीच उसके पति की मौत हो गई। आरोप है ससुराल वाले उसका उत्पीड़न कर रहे हैं। पुलिस ने महिला की तहरीर पर जांच शुरू कर दी है।

निःशुल्क चिकित्सा जांच, परामर्श एवं दवा वितरण शिविर का आयोजन किया

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हरिद्वार, 6 मार्च (कुलभूषण)। समाजसेवी विश्वास सक्सेना के संयोजन में नूतन ओजस हाॅस्पिटल के सहयोग से ज्वालापुर के मौहल्ला कड़च्छ स्थित डा.भीमराव अम्बेडकर कार्यालय में निःशुल्क चिकित्सा जांच, परामर्श एवं दवा वितरण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का शुभारंभ भेल के पूर्व सीएमओ डा.एसके गुप्ता, डा.विशाल गर्ग, डा.वीनस कुमार, डा.प्रकाश सिंह बृजवाल, भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य नूतन ओजस हाॅस्पिटल की डायरेक्टर नूतन अग्रवाल, डा.दीपक अग्रवाल, डा.रागनी अग्रवाल ने रिबन काटकर किया।

शिविर में बवासीर, भगन्दर, एवं पेट से संबंधित रोगों, सर्दी जुकाम, खांसी, बुखार, सांस फूलना, अस्थमा, मधुमेह, रक्तचाप, थायरायड, दौरा एवं बच्चों को होने वाले रोगों की निःशुल्क जांच की गयी। जनरल फिजीशियिन एवं गुदा रोग विशेषज्ञ डा.एसके गुप्ता, सीनियर फिजीशियन डा.वीनस कुमार एवं बाल रोग विशेषज्ञ डा.प्रकाश सिंह बृजवाल ने सैकड़ों मरीजों की जांच कर परामर्श दिया। जांच एवं परामर्श के लिए मरीजों को दवाएं भी निःशुल्क दी गयी। डा.विशाल गर्ग ने कहा कि खानपान व जीवन शैली में बदलाव, प्रदूषण एवं व्यायाम की कमी के चलते अनेक प्रकार के रोग लोगों को घेर रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य संबंधी मामूली शिकायत होने पर भी तुरंत विशेषज्ञ चिकित्सक से जांच व परामर्श तथा उचित उपचार लें।

समय पर इलाज होने से रोगों को गंभीर होने से रोका जा सकता है तथा मरीज पूरी तरह स्वस्थ हो सकता है। निःशुल्क चिकित्सा शिविर के आयोजन के लिए समाजसेवी विश्वास सक्सेना की प्रशंसा करते हुए कहा कि महंगी चिकित्सा के इस दौर में इस प्रकार के शिविरों का आयोजन अधिक से अधिक किया जाना चाहिए। शिविर के संयोजक विश्वास सक्सेना ने कहा कि बीमारियों से बचने के लिए पौष्टिक आहार लें, नियमित रूप से व्यायाम करें तथा स्वास्थ्य संबंधी परेशानी होने पर तुरंत चिकित्सक को दिखाएं। शिविर में बाबर खान, डा.केडी शर्मा, शहाबुद्दीन अंसारी, एडवोकेट हितेश चैधरी, पार्षद प्रतिनिधि पुनीत कुमार, विशाल राठौर, शिवपाल रवि, पप्पू, प्रकाश, रोहतास, पारुल, ओम प्रकाश आदि मौजूद रहे।

 

प्रोत्साहन भत्ते के भुगतान को लेकर कर्मचारियो ने किया आंदोलन करने का आह्वानMay be an image of 8 people, people standing and text that says 'चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ (शासन द्वारा मान्यता प्राप्त संख्य 290/ चि.2 2000/ 50. चि. अक्टूबर 2002) चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं, उत्तराखण्ड जनपद शाखा हरिद्वार आपका हार्दिक स्वागत है| कार्यालय क्षयरोग AB(प्रयोग'

हरिद्वार 6 मार्च (कुलभूषण) चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएँ उत्तराखंड की एक बैठक टी वी चिकित्सालय प्रांगण में कर्मचारियों की मांगों को लेकर संम्पन्न हुई जिसकी अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेडा ने की तथा संचालन जिला मंत्री राकेश भँवर और राजेंद्र तेश्वर प्रा कार्य समिति सदस्य ने संयुक्त रूप से किया।जिसमे उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के उप महामंत्री जे पी चाहर उपस्थित रहे। ।
चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश लखेडा उपमहामंत्री संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश जे पी चाहर एवं प्रदेश ऑडिटर महेश कुमार ने कहा कि जिन कर्मचारियों द्वारा कोविड में जी जान से कार्य किया गया उनको प्रोहत्साहन भत्ता नही दिए जाने से कर्मी निराश हैं साथ ही कर्मचारियों को महाकुंम्भ मेला भत्ता भी कर्मचारियों को नही मिला है 10 मार्च के बाद आंदोलन कियाएजायेगा जरूरत पड़ी तो कर्मचारियों को मिला कोविड सम्मान पत्र भी वापस लौटाया जायेगा एकर्मचारियों की पदोन्नति की फाइल शासन में अटकी हुई है कर्मचारियों को पोष्टिक आहार भत्ता एजोखिम भत्ताए एक माह का मानदेयए जो कर्मचारी पदोन्नति नही किये जा सकते हैं उनको अंतिम ग्रैड पे4200 दिया जाना चाहिए जो कि नही मिल पा रहा है।
जिला मंत्री राकेश भँवरए ऑडिटर शीशपाल प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राजेन्द्र तेश्वरऔर गुरुकुल के उपाध्यक्ष ताजबर सिंह नेगी ने कहा कि कर्मचारियों की पुरानी पेंसन बहाली की जानी चाहिए कर्मचारियों को एकजुट होकर कर्मचारियों के हितों में कार्य करना होगा तभी कर्मचारियों की मांगों का निस्तारण किया जा सकेगा उन्होंने कहा कि कुछ कर्मचारी संगठन को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं उनके खिलाफ सख्ती से कार्यवाही की जायेगी कर्मचारियों को अनुशासन में रहना चाहिए आपसी फूट का फायदा दूसरे उठा सकते हैं
बैठक में सुरेश चंद शीशपाल मनोज कुमार सुभाष कुमार राजकुमार मूलचंद चौधरी ताजबर नेगी अरुण कुमार पप्पू सैनी संदीप शर्मा सूरजबली सतीश दिनेश नोटियाल मुकेश कुमार नितिन सचिन विजयएवाहन चालक संघ से के एम जोसेफ दीपक मुन्नी पूनम संतोष कुमारी रजनी सुदेश इत्यादि उपस्थित रहे।

निस्वार्थ भाव से काम करने वाला व्यक्ति समाज को संगठित करने में कामयाब होता है वेदांलकारMay be an image of 12 people and people standing

हरिद्वार 6 मार्च (कुलभूषण) अहम का भाव किसी भी समाज के पतन का मुख्य कारण है। निस्वार्थ भाव से काम करने वाला व्यक्ति समाज को संगठित एवं सक्रिय बनाने मे कामयाब हो सकता है। गुरूकुल कांगडी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव एवं वैदिक विद्वान प्रो0 भारत भूषण वेदालंकार ने यह उदगार अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा की उत्तराखंड प्रदेश कार्यकारिणी के एक कार्यक्रम मे बतौर अध्यक्ष यह बात कही। प्रो0 भारत ने कहॉ कि समानता का अधिकार अहम को दूर करके परस्पर सहयोग की भावना को बढाता है। व्यक्ति को अपने अहम को छोडकर संगठन की शक्ति को बढाने मे अपना योगदान देना चाहिये। जिससे प्रगति के नये रास्ते बनते है। राजपूत धर्मशाला परिसर के पृथ्वीराज चौहान सभागार मे आयोजित संगठन.शक्ति कार्यक्रम मे विशिष्ट अतिथि एवं अखिल राजपूत महासभाए फरीदाबाद के संस्थापक अध्यक्ष एस0के0सिंह का स्वागत किया गया। समाज मे राजपूत.चौहानों की स्थिति पर चिन्ता व्यक्त करते हुये कहॉ कि अनेक समाज मे अनेक जाति धर्मो को मानने वाले लोगों ने तरक्की की है। राजपूत.चौहान जैसे मजबूत संगठन ने देश के संगठानात्मक ढांचे तथा इतिहास मे बेजोड जिम्मेदारी निभाई है। परन्तु आज स्थिति बिल्कुल अलग है। प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर यशपाल सिंह राणा ने कहॉ कि आज सभी को सचेत होने की जरूरत है। अन्यथा वर्तमान स्थिति के लिए आने वाली पीढियॉ हमे कभी माफ नही करेगी। प्रदेश महासचिव डॉ0 शिवकुमार चौहान ने कहॉ कि समाज की विघटनकारी परिस्थिति तथा अलगाववाद को दूर करने के लिए संगठन स्तर पर प्रयास करने की जरूरत है।
शिक्षाविद्व योगेन्द्रपाल सिंह राठौर एवं लोकेन्द्र पाल सिंह ने पुरातन सम्पदाओं के संरक्षण एवं उनके इतिहास को संजोने की जरूरत पर बल दिया। उन्होने कहॉ कि इतिहास प्रत्येक काल मे जागृति का सशक्त माध्यम रहा है। जिसको जानना एवं उसका संरक्षण करना जरूरी है। इस अवसर पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रेमसिंह राणा महेन्द्र सिंह नेगी डॉ0 बिजेन्द्र सिंह सुशील पुंडीर अजय चौहान मदनपाल सिंह पुण्डीर स्वामी प्रेमविक्रम सिंह दिनेश सिंह रविकिशोर चौहान राजीव चौहान पंकज कुमार राजेश चौहान सुधीर सिंह आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अजय चौहान द्वारा किया गया।

 

एनसीसी कैडस की बी प्रमाण पत्र परीक्षा सम्पन्नMay be an image of 2 people, people standing and outdoors

हरिद्वार 6 मार्च (कुलभूषण )31 यूके बटालियन एनसीसी हरिद्वार के कुल 538 एन सी सी कैडिटो ने बी प्रमाण पत्र की परीक्षा दी । परीक्षा समिति के प्रजाइडिन्ग आफिसर 84 यूके बटालियन एनसीसी रूड़की के कमान अधिकारी कर्नल राजेंद्र सिंह तथा 84 बटा0 के प्रशासनिक अधिकारी कर्नल भारत छेत्री के निर्देशनध् संचालन में परीक्षा संपन्न कराई गई । 5 मार्च को विभिन्न विषयों प्रयोगात्मक परीक्षा जैसे हथियारों का संचालनए खोलना. जोड़नाएमैप रीडिंग अर्थात नक्शे को पढ़ना मार्च पास्ट के नियमों आदि की परीक्षा हुई। दूसरे दिन बी प्रमाण पत्र की लिखित परीक्षा संपन्न हुई। विद्यालय की परीक्षा की पूर्ण व्यवस्था कालेज के प्रधानाचार्य एवं एनसीसी अधिकारी कैप्टन ओ पी गौनियाल द्वारा की गई। प्रधानाचार्य द्वारा सर्वप्रथम समिति के मुख्य अधिकारियों का स्वागत किया गया। परीक्षा के सफल संचालन में मुख्य रूप से मेजर एके शर्मा मेजर विनीता कुर्ल मेजर सरिता परिहार कैप्टन सुशील रावत लेफ्टिनेंट बृजमोहन कृत्वान ले0 राजू उनियाल थर्ड आफिसर हेमंत पैन्यूली सुबेदार मेजर डीपी थापा सुबेदार राम बहादुर गुरुंग कार्यालय के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी संतोष कुमार भट्ट तथा प्रधान सहायक शशिकांत धीमान द्वारा विशेष सहयोग किया गया। इसके अलावा बटालियन का समस्त पी0 आई0 स्टाफ व अन्य कर्मचारी गण परीक्षा में उपस्थित रहे। 31 वीं वाहिनी एन सी सी हरिद्वार
के कुल 538 एसडी व एस डब्ल्यू कैडेटों ने बी प्रमाण पत्र की परीक्षा में प्रतिभाग किया। अंत में परीक्षा के सकुशल संपन्न होने पर कमान अधिकारी कर्नल राजेंद्र सिंह द्वारा प्रधानाचार्य कैप्टन ओ पी गौनियाल को बधाई दी तथा विद्यालय परिसर व अन्य सुविधाएं देने पर प्रबंधन का आभार जताया।

अगर विभाग ने अपनी आदत नहीं बदली तो मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय के आगे करेंगे धरना प्रदर्शन : मर्तोलिया

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‘विकास एवं रोजगार की योजनाओं के प्रस्ताव बनाते समय निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की सलाह न लेने पर भड़के पंचायत प्रतिनिधि

पिथौरागढ़, जिले में बन रही विकास एवं रोजगार की योजनाओं के प्रस्ताव बनातें समय निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की सलाह नहीं लेने पर पंचायत प्रतिनिधियों भड़क गए है। उन्होंने कहा कि अगर विकास विभाग चेता नहीं तो वे धरना प्रदर्शन कर अपनी आवाज को बुलंद करेंगे।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि जिले में विभिन्न योजनाओं में निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के सलाह नहीं लिए जाने पर ग्रामीण विकास विभाग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया है। उन्होंने कहा कि अगर विभाग ने अपनी आदत नहीं बदली तो वह मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय के आगे धरना प्रदर्शन करेंगे।
जिला पंचायत सदस्य मर्तोलिया ने कहा कि जिले में बीएडीपी, मुख्यमंत्री बीएडीपी, जिला योजना के अलावा अन्य योजनाओं के प्रस्ताव तैयार करते समय निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की राय तक नहीं ली जा रही है।इन योजनाओं के लिए प्रस्ताव तैयार करने के लिए बैठकों को आयोजित तक नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उक्त विशेष योजनाओं के साथ-साथ हर विभाग की प्रकार योजना के प्रस्ताव जनप्रतिनिधियों के सुझाव के आधार पर तैयार की जानी चाहिए।पंचायत एक्ट भी इस बात को प्रमाणित करता है।
जिले के भीतर एक्ट का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। राज्य सरकार के अधिकारी तथा नौकरशाह आपस में बैठकर योजनाओं को तैयार कर रहे है। उन्होंने कहा कि बीएडीपी में करोड़ों रुपए खर्च किए जा चुके है। जिले के मूनाकोट, कनालीछीना, धारचूला तथा मुनस्यारी विकासखंड में एक भी योजना दिखाने लायक नहीं है। जिसने सीमा क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा किए हों।
उन्होंने कहा कि सरकारी महकमे केवल अपने फायदे के लिए योजनाओं का प्रस्ताव तैयार करते है। निजी लाभ के लिए इन योजनाओं को बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जिले के विधायक सांसद तथा त्रिस्तरीय पंचायती में जनप्रतिनिधि व्यवस्था के आगे घुटने टेक चुके है।
उन्होंने कहा कि इस परंपरा को बदलने के लिए श्री त्रिस्तरीय पंचायत के गठन के समय से लेकर आज तक दर्जनों पत्र जिलाधिकारी तथा मुख्य विकास अधिकारी को दिए जा चुके है।
लेकिन किसी को इन पत्रों का संज्ञान लेने का समय तक नहीं है।
उन्होंने कहा कि पंचायती व्यवस्था कथा त्रिस्तरीय पंचायत के साधनों का अपमान किया जा रहा है। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही जिले के त्रिस्तरीय पंचायतों के जनप्रतिनिधि बैठक आयोजित इस मसले पर गहन विचार विमर्श किया जाएगा।

नगर निगम की जमीनों पर हो रहे अवैध कब्जे को लेकर सख्ती, अब अतिक्रमणकारियों पर होगा मुकदमा

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देहरादून, नगर निगम की जमीनों पर हो रहे अवैध कब्जे के मामले में नगर आयुक्त अभिषेक रूहेला ने अतिक्रमणकारियों पर मुकदमा दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। नगर आयुक्त ने कहा कि एक बार अतिक्रमण हटाने के बाद यदि उस जगह फिर से अतिक्रमण होता है तो पुलिस थाने में तत्काल मुकदमा दर्ज कराया जाए। उन्होंने भूमि कर अनुभाग को आदेश दिया कि सिर्फ तहरीर देकर इतिश्री न करें बल्कि मुकदमा दर्ज कराएं। अगर पुलिस मुकदमा दर्ज करने से परहेज करती है तो इस संबंध में नगर आयुक्त को सूचित किया जाए। वह जिलाधिकारी व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से सीधे बात करेंगे।

 

 

 

नगर आयुक्त के आदेश के बाद निगम की खाली जमीनों पर निगम की संपत्ति होने का बोर्ड लगने भी शुरू हो गए। बता दें कि इन दिनों नगर निगम की जमीनों पर कब्जे और अतिक्रमण को लेकर पार्षदों ने नगर आयुक्त को गुरूवार को ज्ञापन सौंपा था। इसमें एक मामला करनपुर डालनवाला की जमीन का भी था, जो निगम के अधीन होने हुए निजी व्यक्ति ने न सिर्फ कब्जाने का प्रयास किया, बल्कि निगम अधिकारियों की सांठगांठ से जमीन का हाउस टैक्स भी जमा करा दिया गया। करीब चार बीघा व करोड़ों के मूल्य वाली इस जमीन को लेकर दिसंबर-2017 में जमकर बवाल हुआ था। इसके बावजूद जमीन पर कब्जे का प्रयास जारी है। हाउस टैक्स जमा होने के प्रकरण से नाराज नगर आयुक्त ने अपर नगर आयुक्त की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की है, जो एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट देगी। वहीं, निगम की शेष जमीनों को लेकर भी रिपोर्ट तैयार की जा रही। नगर आयुक्त ने उन एक दर्जन जमीनों को तत्काल अतिक्रमण मुक्त करने का आदेश दिया है, जिनकी शिकायत पार्षदों ने की थी।

चार साल पहले नगर निगम में सम्मिलित की गई शहर से सटी 72 ग्राम सभाओं की जमीनों की रिपोर्ट भूमि कर अनुभाग ने बना ली है। यह रिपोर्ट शुक्रवार को नगर आयुक्त के समक्ष रखी गई। इसमें उन सभी जमीनों व संपत्तियों का जिक्र है, जो ग्राम सभा की ओर से नगर निगम को हस्तांतरित हो चुकी हैं। इनमें करीब दो दर्जन सामुदायिक भवन भी शामिल हैं। नगर आयुक्त ने उन जमीनों की रिपोर्ट बनाने को भी कहा जो अभी तक ग्राम सभा के कब्जे में हैं और नगर निगम को हस्तांतरित नहीं की जा रहीं, नगर निगम की ओर से जिन योजनाओं की फाइलें मंजूरी के लिए शासन में अटकी हुई हैं उसके लिए नगर आयुक्त ने भूमि कर अधीक्षक विनय प्रताप को नियमित शासन में बात करने के निर्देश दिए। नगर निगम ने शहर में वेडिंग प्वाइंट, वेंडिंग जोन व पेट्रोल पंप समेत अस्पताल, मार्डन स्कूल, गोबर गैस ऊर्जा संयंत्र आदि के प्रस्ताव शासन में भेजे हुए हैं, जो तीन साल से लंबित हैं।

पूर्व विधायक राजकुमार ने नगर निगम की जमीन पर हो रहे अतिक्रमण पर अंकुश लगाने की मांग की है। शुक्रवार को राजकुमार ने सचिवालय में मुख्य सचिव डा. एसएस संधु को इस संबंध में कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। राजकुमार ने मुख्य सचिव को बताया कि नगर निगम के अंतर्गत विशेष कर ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि एवं नालों में धड़ल्ले से अतिक्रमण हो रहा है। रायपुर रोड, राजपुर रोड, थानो गांव, जाखन, मालसी डियर पार्क, मैक्स अस्पताल, हर्रावाला, शिमला बायपास व आसपास के कई ग्रामीण क्षेत्र इसमें शामिल है। इनमें कई मामले न्यायालय में विचाराधीन भी हैं, लेकिन इन पर भी लापरवाही बरती जा रही है। इसकी जांच होना आवश्यक है। महानगर कांग्रेस अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने कहा कि नगर निगम के तहत आने वाले ग्रामीण क्षेत्रों में नियोजित ढंग अतिक्रमण किया जा रहा है, यह एक गंभीर विषय है। जिस पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए।

तबाही के 10 दिन : रूसी हमले में 12 लाख लोग बेघर, कीव खाली- खारकीव बर्बाद

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कीव ,। रूसी हमलों से यूक्रेन थर्रा गया है। बीते 10 दिन से राजधानी कीव समेत यूक्रेन के कई शहरों को रूसी सेना ने निशाना बनाया है। कई सरकारी इमारतें, स्कूल, शहर, घर, मोहल्ले सब तबाह हो चुके हैं। 12 लाख लोग बेघर हो गए हैं। कई बेगुनाह लोग मारे जा चुके हैं और हजारों लोग घायल हैं। रूस ने हमलों से यूक्रेन के बसे बसाए शहरों को खंडहरों में बदल दिया है, लेकिन जंग अभी भी थमने का नाम नहीं ले रही। जंग के 10 दिन यूक्रेन के लिए भारी तबाही वाले रहे हैं। कीव पर नियंत्रण की लड़ाई इस युद्ध का अंतिम मोड़ होगी। कीव के अलावा यूक्रेन के कई शहरों में रूस के सैनिक मौजूद हैं। रूस की सेना या तो शहरों को अपने नियंत्रण में ले रही है या उन्हें तबाह कर रही है। कीव की सडक़ों पर अभी रूस के टैंक नहीं हैं, लेकिन यूक्रेन के कई शहरों में रूस के टैंक, रॉकेट और मिसाइलों ने बड़े पैमाने पर तहत नहस कर दिया है।
रूस की सेना यूक्रेन की राजधानी कीव के चारों तरफ पहुंच चुकी है, लेकिन कीव पर कब्ज़ा करना आसान नहीं हो रहा है। विशेषज्ञ मान रहे हैं कि अगर कीव पर कब्ज़ा नहीं हो पाया तो युद्ध कई दिनों और लंबा खिंच सकता है। कीव को लेकर जंग की शुरुआत से ही रूसी सेना कीव पर हमले कर रही है। हालात ये हैं कि यहां कई इमारतें और घर रूसी हमलों में खंडहर में बदल गए हैं।
खारकीव यूक्रेन का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। यहां रूस की सेना का नियंत्रण हो चुका है, लेकिन इस नियंत्रण की कीमत शहर के लोगों को चुकानी पड़ी है। बमबारी में इमारतें ध्वस्त हो गई और लोगों के घर तबाह हो गए। यहां एयर स्ट्राइक से लेकर ज़मीनी जंग भी चल रही है। खारकीव इतना अहम है कि स्स्क्र के वक्त ये पहली राजधानी था, लेकिन 1930 के बाद कीव को राजधानी बना दिया गया।
रूस की तरफ से दावा किया जा रहा है कि उसने यूक्रेन के खेरसॉन शहर पर कब्ज़ा कर लिया है। रूसी सेना ने शहर के रेलवे स्टेशन से लेकर खेरसॉन नदी के बंदरगाह पर कब्ज़ा जमा लिया है। ये शहर रूस के नियंत्रण वाले क्रीमिया के पास ही मौजूद है. खेरसॉन की आबादी 2 लाख 80 हज़ार है।
यूक्रेन के ओडेसा में रूस लगातार बमबारी कर रहा है, यहां उसने अपने पैराट्रूप भी उतारे हैं। यहां रूसी सेना हमले कर रही है। रूस ने जिस तरह से खारकीव को बर्बाद कर दिया। उसी तरह से चेर्निहाइव पर उसका कहर टूटा। शानदार इमारतों का शहर अब पुरातन खंडहर जैसा दिखाई दे रहा है। चेर्निहाइव में रूस ने इतने बम बरसाए हैं कि लोगों को भागने तक का वक्त नहीं मिला। धमाकों की गूंज कई किलोमीटर तक सुनी गई।

टीचर ने स्कूल में साथी महिला शिक्षक से की ये अश्लील हरकत,फोटो वायरल

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टोंक. राजस्थान में सरकारी स्कूलों (Government schools) में टीचर्स की अश्लील हरकतें (Obscene acts) अब बच्चों को भी शर्मिंदा करने लगी है. ऐसा ही एक मामला टोंक जिले के देवली ब्लॉक (Deoli Block) में सामने आया है. यहां शिक्षा के मंदिर में महिला और पुरुष टीचर (Female and male teacher) ने ऐसी हरकत कर डाली कि बच्चे भी शरमा गये. बच्चों ने यह बात घर जाकर अपने परिजनों को बताई तो वे भड़के उठे. ग्रामीण ने स्कूल का घेराव कर दोनों टीचर्स को वहां से हटाने की मांग रख दी. मामला बिगड़ता देखकर प्रशासन ने अधिकारियों को मौके पर भेजा. बाद में ग्रामीणों की मांग और हालात को देखते हुये दोनों टीचर्स को वहां हटा दिया गया है. बच्चों ने टीचर्स पर और भी कई आरोप लगाये हैं.

जानकारी के अनुसार मामला देवली ब्लॉक के श्रीनगर गांव का है. स्कूल के बच्चों और उनके ग्रामीणों के अनुसार सरकारी स्कूल में कार्यरत शिक्षक जगदीश मीणा और एक शिक्षिका आये दिन अश्लील और गंदी हरकतें करते रहते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि बच्चे घर आकर टीचर्स की हरकतों के बारे में बताते हैं. इससे बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. इससे ग्रामीणों में खासा आक्रोश है.
ग्रामीणों ने स्कूल के लगा दिया ताला
इसी मसले को लेकर ग्रामीण बुधवार को आक्रोशित हो गए और स्कूल पहुंच गये. बाद में ग्रामीणों ने स्कूल के गेट पर ताला लगाकर दोनों शिक्षकों को हटाने की मांग की. स्कूल के प्रधानाचार्य ने ग्रामीणों से समझाइश करने कोशिश की लेकिन ग्रामीण नहीं माने और अपनी मांग पर अड़े रहे. उसके बाद ब्लॉक शिक्षा अधिकारी को पूरे मामले की जानकारी दी गई. उन्होंने मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया. लेकिन ग्रामीण आरोपी शिक्षक और शिक्षिका को हटाने की मांग पर अड़ गये.

दोनों टीचर्स को श्रीनगर स्कूल से हटा दिया
अंतत: बाद में मामला प्रशासनिक स्तर पर एसडीएम के पास पहुंचा. इस पर बाद में दोनों को जांच पूरी होने तक तत्काल वहां से हटाने के आदेश जारी कर दिये. देवली एसडीएम भारत भूषण गोयल ने कहा कि टीचर्स की हरकतों से आक्रोशित ग्रामीणों के आरोप के बाद अधिकारियों को जांच के लिये स्कूल भेजा गया था. मामले की पुष्टि होने के बाद दोनों टीचर्स को श्रीनगर स्कूल से हटा दिया गया है.

सरकारी स्कूलों में छात्राओं से छेड़छाड़ के कई मामले आ चुके हैं
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों द्वारा छात्राओं से अश्लील हरकतें करने के भी कई मामले सामने आ चुके हैं. इन मामलों को लेकर कई बार कई गांवों में माहौल बिगड़ चुका है. टोंक में हुये मामले में एक बार फिर शिक्षा विभाग की किरकिरी हुई है. हालांकि इस तरह के मामलों में आरोपियों के खिलाफ पहले भी कई मामलों में कार्रवाइयां हुई है लेकिन अश्लीलता का यह सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है.

Salman Khan की शादी हुई या नहीं?जानिये, क्या सलमान खान ने सोनाक्षी सिन्हा से गुपचुप कर ली शादी?

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बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान की शादी को लेकर सोशल मीडिया पर खबर तेजी से वायरल हो रही है। बड़ी बात ये है कि उनके साथ जिसका नाम जोड़ा जा रहा है वो कोई और नहीं सोनाक्षी सिन्हा हैं। दोनों की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर छाई हुई है। लोगों को लगने लगा है कि दोनों ने गुपचुप शादी रचा ली है। लेकिन इस तस्वीर का सच कुछ और ही है। ये तस्वीर फोटोशॉप का इस्तेमाल करके बनाई गई है। सलमान खान अभी भी सिंगल हैं और कथित तौर पर यूलिया वंतूर के साथ रिलेशनशिप में हैं।

बता दें कि काफी समय से सोनाक्षी को लेकर खबर आ रही है कि वो जहीर इकबाल के साथ रिलेशन में हैं। हालांकि सोनाक्षी ने इस बात से भी इनकार किया है। हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में सोनाक्षी ने बताया कि उनके और जहीर के बीच लव एंगल नहीं है बल्कि वो केवल अच्छे दोस्त हैं। सोनाक्षी का कहना है कि रिलेशनशिप में होने की खबर को सुनकर दोनों काफी हंसे थे।

बता दें कि साल 2010 में सलमान खान ने ही सोनाक्षी सिन्हा को लॉन्च किया था। बड़े पर्दे पर दोनों की जोड़ी को दर्शकों ने काफी पसंद किया था। सोनाक्षी ने फिल्म दबंग से अपने करियर की शुरूआत की और उसके बाद राउडी राठौर, दबंग 2, लुटेरा, बुलेट राजा, हॉलिडे, तेवर, अकीरा, कलंक, खानदानी शफाखाना, दबंग 3, मिशन मंगल जैसी बड़ी फिल्मों में काम किया। इसके अलावा सोनाक्षी हाल ही में फिल्म ‘भुज: द प्राइड ऑफ इंडिया’ में नजर आई थीं।

फिलहाल ये तो साफ है कि दोनों की शादी की खबरें महज अफवाह है। लेकिन सलमान की शादी को लेकर फैन काफी उत्साहित हैं। सलमान ने बिगबॉस 15 के दौरान एक एपिसोड में इस बात का हिंट दिया था कि वो रिलेशनशिप में हैं। जिसके बाद से फैंस उनकी शादी का इंतजार कर रहे हैं।

बता दें कि सलमान बॉलीवुड का वो नाम हैं जिन्होंने कई एक्ट्रेसेस को लॉन्च किया है। उनमें से कई के साथ सलमान का नाम जुड़ चुका है। जिसमें जैकलीन फर्नांडिस, जरीन खान, कैटरीना कैफ का भी नाम शामिल है।

आवारा कुत्तों को खाना खिलाने के दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले पर लगी रोक, जानें पूरा मामला

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सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाईकोर्ट के पिछले साल जुलाई में दिए गए उस फैसले पर रोक लगा दी, जिसमें आवारा कुत्तों को खिलाने के संबंध में दिशा-निर्देश दिए गए थे। हाईकोर्ट ने कहा था कि सामुदायिक कुत्तों को खाने का अधिकार है और नागरिकों को उन्हें खिलाने का अधिकार है।

इन्हें जारी हुआ नोटिस

न्यायमूर्ति विनीत सरन और न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस की पीठ ने हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ एक गैर सरकार संगठन की ओर से दायर की गई अपील पर दिल्ली सरकार, एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया और अन्य को नोटिस जारी किया है। पीठ ने कहा कि यह नोटिस छह सप्ताह में वापस किया जा सकता है। इस बीच आदेश पर रोक बरकरार रहेगी।

शीर्ष अदालत 24 जून 2021 को हाईकोर्ट के फैसले को ह्यूमन फाउंडेशन फॉर पीपल एंड एनिमल्स की ओर से दी गई चुनौती की अपील पर सुनवाई कर रही थी। एनजीओ का तर्क दिया था कि हाईकोर्ट के फैसले से आवारा कुत्तों के लिए खतरा बढ़ जाएगा। एनजीओ ने कहा कि लोगों के बीच में रहने वाले कुत्तों को आक्रमक प्रवृत्ति और लोगों पर हमला करने से रोका जा सकता है लेकिन आवारा कुत्तों के साथ ऐसा नहीं है। इसलिए किसी भी सार्वजनिक स्थान पर लोगों द्वारा आवारा कुत्तों को खाना खिलाना लोगों के लिए ही जोखिम भरा हो सकता है।

यह था हाईकोर्ट का फैसला
हाईकोर्ट ने उपने फैसले में कहा था कि आवारा कुत्तों को खाने का अधिकार है और नागरिकों को भी उन्हें खिलाने का अधिकार है। ऐसा करने के दौरान लोगों को सावधानी बरतनी होगी ताकि यह सुनिश्चत हो सके कि यह दूसरों पर आक्रमण नहीं करता है। एनिमल वेलफेयर बोर्ड और हर इलाके के आरडब्ल्यूए को ऐसी जगह निर्धारित करनी चाहिए, जहां लोग कुत्तों को खाना दे सकें। कोर्ट ने इस आदेश में यह भी कहा था कि कुत्तों को उनके इलाके से नहीं हटाना चाहिए। हाईकोर्ट ने कहा था कि आवारा कुत्ते सामुदायिक मैला ढोने वालों की भूमिका निभाते हैं और क्षेत्र में रोडन्ट आबादी को भी नियंत्रित करते हैं। साथ ही लेप्टोस्पायरोसिस जैसी बीमारियों के प्रसार को रोकते हैं। वे उन लोगों को भी सहयोग प्रदान करते हैं जो उन्हें खिलाते हैं और उनके तनाव निवारक के रूप में कार्य करते हैं।