Tuesday, April 29, 2025
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होली के बाद ज्योलीकोट चोपड़ा गांव में माता रानी के मंदिर में हुआ भंडारे का आयोजन

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(चन्दन सिंह बिष्ट)

हल्द्वानी (ज्योलीकोट(, होली की धुलेंडी के बाद 20 मार्च को ज्योलीकोट चोपड़ा गांव में माता रानी के मंदिर में भंडारा आयोजित किया गया, जिसमें गांव के सभी लोग मौजूद रहे | होली के बाद चोपड़ा गांव में लगभग 50 साल से भंडारे का आयोजन किया जाता है. मंदिर में भंडारे के दिन माता रानी के भजन गाकर होली का समापन किया जाता है. वही गांव की महिलाओं ने भी माता रानी के भजन गाकर गांव की सुख समृद्धि के लिए प्रार्थना की, भंडारे में सूजी, खीर, आलू के गुटके का प्रसाद गांव के लोगों ने ग्रहण किया. भंडारे में पंडित मोहन जोशी, दीवान सिंह जीना, प्रताप सिंह जीना, वीरेंद्र सिंह राठौर, धन सिंह राठौर, जगदीश जोशी, पुष्कर फुलार, महेश जोशी, दीपक बोरा, विक्रम जोशी, योगेश कुंवर और ज्योलीकोट चौकी इंचार्ज नरेंद्र कुमार आदि लोग मौजूद रहे |

गौरैया को ड्राइंग रूम में नहीं दिल में बसाना होगा : प्रो0 शास्त्री

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कीटों का भक्षण कर पर्यावरण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है गौरैया : डॉ0 भट्ट

ग्रामीण क्षेत्र शहरों को उपहार में दें गौरैया : डॉ0 सेठी

हरिद्वार (कुलभूषण ) मनुष्य अपने ड्राइंग रूम की दीवारों पर गौरैया और अन्य पशु पक्षियों की फोटो व पेंटिंग तो लगा रहा है परंतु जब बात जमीनी स्तर पर गौरैया संरक्षण की आती है, तो हमारा उत्साह कमजोर पड़ने लगता है। यह मार्मिक संदेश गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रूप किशोर शास्त्री ने दिया। गुरुकुल विश्वविद्यालय के आउटरीच कार्यक्रम के अंतर्गत कनखल स्थित स्वामी हरिहरानंद स्कूल में गौरैया संरक्षण विषय पर आयोजित जन जागरूकता कार्यक्रम में प्रोफ़ेसर शास्त्री बतौर कार्यक्रम अध्यक्ष उपस्थित थे। प्रोफेसर शास्त्री ने कहा कि आज मानव विज्ञान के आविष्कारों से एक ओर जीवन को सुख सुविधाओं से युक्त बना रहा है तो वहीं दूसरी ओर तकनीकी से निर्मित खतरनाक हथियार वायुमंडल से ऑक्सीजन और धरती से जीवन छीन रहे हैं। प्रोफेसर शास्त्री ने प्रश्न किया कि यह कैसा विकास है और मानव की इस बौद्धिक क्षमता को आखिर क्या नाम दिया जाए। प्रोफेसर शास्त्री ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज अगर हमारे आंगन की गौरैया सुरक्षित नहीं है तो हमारे स्वयं की सुरक्षा स्वत: ही प्रश्नचिन्ह तो हो जाती है। प्रोफेसर शास्त्री ने प्रतिभागियों से अपील की कि वे प्रकृति के साथ निकटता एवं समन्वय बनाए अन्यथा हमें हमारी भावी पीढ़ियां कभी माफ नहीं करेंगी।

विश्व गौरैया दिवस कार्यक्रम के संयोजक व अंतरराष्ट्रीय पक्षी वैज्ञानिक प्रोफेसर दिनेश भट्ट ने गौरैया पर शोधपरक जानकारी प्रस्तुत की। प्रोफ़ेसर भट्ट ने बताया कि उनकी शोध टीम उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश एवं सिक्किम के विभिन्न फील्ड स्टेशन पर गौरैया के लिए निरंतर शोधरत है। प्रोफ़ेसर भट्ट ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया कि अधिकांश शहरी क्षेत्रों में गौरैया की संख्या में भारी गिरावट दर्ज की गई है, हालांकि पर्वतीय एवं ग्रामीण अंचलों में अभी भी गौरैया की स्थिति इतनी चिंतनीय नहीं है। प्रोफ़ेसर भट्ट ने जानकारी दी कि शहरी क्षेत्रों में हरित आवरण व झाड़ियों का अभाव गौरैया के लिए संकट पैदा कर रहा है। उन्होंने बताया कि पेड़ पौधों पर मिलने वाले विभिन्न कीटों से गौरैया अपने बच्चों का पेट भरती है तथा उन झाड़ियों के अंदर वह रात्रि विश्राम करती है, परंतु हरित क्षेत्र की कमी से गौरैया का अस्तित्व प्रभावित हो रहा है। प्रोफ़ेसर भट्ट ने कहा कि गौरैया संरक्षण को लेकर पिछले एक दशक से हिंदुस्तान के सैकड़ों विश्वविद्यालय में से केवल गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय ही निरंतर शोधपरक जागरूकता अभियान चला रहा है। उल्लेखनीय है कि गौरैया संरक्षण एवं पक्षी संवाद के क्षेत्र में प्रोफेसर दिनेश भट्ट की प्रयोगशाला देश की प्रथम व अग्रणी प्रयोगशाला है।

कार्यक्रम के कीनोट स्पीकर एवं उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के पक्षी वैज्ञानिक डॉक्टर विनय सेठी ने गौरैया संरक्षण पर एक मार्मिक वह हृदयस्पर्शी व्याख्यान दिया। डॉक्टर सेठी ने बताया कि गौरैया संरक्षण के लिए धन खर्च किये जाने से से कहीं ज्यादा आज मानवीय संवेदनाओं की आवश्यकता है, ताकि गौरैया एवं प्रकृति से स्वयं ही प्रेम जागृत हो सके। डॉक्टर सेठी ने अपील की कि ग्रामीण क्षेत्रों में गौरैया की एक स्वस्थ जनसंख्या अभी भी उपलब्ध है। अत: ग्रामीण अंचलों की यह जिम्मेदारी हो जाती है कि वह गौरैया का संरक्षण करें, जिससे कि निकट भविष्य में गौरैया स्वत: प्राकृतिक रूप से शहरों को उपहार में मिल जाये।

स्वामी हरिहरानंद स्कूल की प्रधानाचार्य सुश्री हेमा पटेल ने गौरैया संरक्षण कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस कार्यक्रम में शिक्षकों की बड़ी संख्या में उपस्थिति यह विश्वास दिला रही है कि हमारे घर आंगन में गौरैया की जल्द ही सुखद वापसी होगी। सुश्री पटेल ने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि गुरुकुल विश्वविद्यालय ने पर्यावरण संरक्षण के इस आउटरीच कार्यक्रम हेतु उनके विद्यालय को आयोजन स्थल के रूप में चुना है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ रोमेश शर्मा ने प्रतिभागियों से आह्वान किया कि वे आगे आकर गौरैया संरक्षण की मुहीम से जुड़े व इसे सफल बनाएं। कार्यक्रम का संचालन अंजू सिखोला ने किया। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को गौरैया के नेस्टबॉक्स वितरित किये गए।

कार्यक्रम में डॉ0 ममता पांडे, डॉ0 अनुराधा द्विवेदी, डॉ0 ऋचा सैनी, डॉ0 मनीला, डॉ0 पंकज, बिंदिया, गीता चंदेला, आशा विश्वकर्मा, गुंजन जोशी, रश्मि सेठी, ज्योति शर्मा, नेहा वर्मा, सुचेता पुरी, प्रीति, जय कुमार, स्वतंत्र कुमार, वंदनी, उमा परमार, तनीमा, टीना, रंजना, रिचा, प्रेरणा, नीता, नेहा जैन, मानसी शर्मा, गुंजन बाला, मनजीत, प्रियंका जोशी शिक्षक शिक्षिकाओं सहित शोध छात्रों में पारुल, आशीष, शिप्रा आदि उपस्थित रहे।

अल्मोड़ा की बेटी प्राची पांडे ने की गेट की परीक्षा पास

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अल्मोड़ा, उत्तराखण्ड़ के जनपद अल्मोड़ा के कपीना मोहल्ला निवासी प्राची पांडे ने गेट की परीक्षा पास की है। इससे पहले प्राची ने नेट की परीक्षा भी उत्तीर्ण की है। अल्मोड़ा पालिका के पूर्व सभासद एवं पत्रकार अशोक पांडे की पुत्री प्राची ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा ग्रेस पब्लिक स्कूल अल्मोड़ा से की है जबकि कक्षा 6 से 12वीं तक की पढ़ाई आर्मी पब्लिक स्कूल अल्मोड़ा से की है। उन्होंने अपनी स्नातक की शिक्षा एमिटी यूनिवर्सिटी एवम परास्नातक की शिक्षा केंद्रीय विश्वविद्यालय इलाहाबाद से पूरी की है। अब वर्तमान में प्राची केंद्रीय विश्वविद्यालय में इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, हैदराबाद से क्लीनिकल मनोविज्ञान विषय से पीएचडी कर रही है। प्राची की माता हेमा पांडे गोविंद बल्लभ पर्यावरण संस्थान कोसी कटारमल अल्मोड़ा में सेवारत है।

शाह के घर भाजपा नेताओं की बैठक जारी, किसके सिर सजेगा मुख्यमंत्री का ताज, नड्डा समेत उत्तराखंड भाजपा के वरिष्ठ नेता मौजूद

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देहरादून, भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर उत्तराखंड़ में पूर्ण बहुमत मिला है। लेकिन मुख्यमंत्री के चयन के लिए अभी भी मंथन का दौर जारी है। नेताओं का दिल्ली दौरे से राजनैतिक तपिश बढ़ गयी,

मुख्यमंत्री के नाम को लेकर बने सस्पेंस के बीच कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक अचानक दिल्ली कूच कर गए। सियासी हलकों में चर्चा रही कि उन्हें केंद्रीय नेतृत्व ने बुलाया है और कार्यवाहक सीएम पुष्कर सिंह धामी, पार्टी नेता मदन कौशिक और रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर सरकार गठन पर चर्चा करने पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर सस्पेंस बरकरार है। चर्चाओं में कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सबसे आगे हैं। उनके अलावा विधायकों में कद्दावार नेता सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत और ऋतु खंडूड़ी के नाम की भी चर्चा है। एक नाम लैंसडौन के विधायक दिलीप सिंह रावत का भी चर्चाओं में शामिल हुआ है।

इससे पहले दिल्ली में उत्तराखंड भवन में कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार गठन की प्रक्रिया चल रही है। भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व
सीएम पद के लिए हो रही कश्मकश के बीच पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी दिल्ली पहुंचे। उनकी वहां राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष से मुलाकात की चर्चा है। त्रिवेंद्र की इस मुलाकात के सियासी मायने टटोले जा रहे हैं। त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि उनकी राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात हुई है, उन्होंने होली की शुभकामनाएं दी हैं। राजनीतिक मसलों पर भी चर्चा हुई है।

इधर, केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर पार्टी शपथग्रहण समारोह की तैयारी में जुट गई है। आयोजन स्थल और उसमें बुलाये जाने वाले अतिथियों के नामों पर भी रायशुमारी हो गई है। लेकिन अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि भाजपा उत्तराखंड राज्य की बागडोर किसके हाथों में सौंपने जा रही है। पहले पार्टी की ओर से यह संकेत दिए गए थे कि विधायक मंडल दल की बैठक रविवार की शाम होगी। लेकिन अब पार्टी के प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने संकेत दिए कि यह बैठक सोमवार या मंगलवार को हो सकती है। यानी बैठक होने तक यह रहस्य बना रहेगा कि पार्टी किस नेता के शपथग्रहण की तैयारी कर रही है?

इधर नई सरकार के गठन को लेकर चल रही तैयारियों के बीच भाजपा के विधायकों का राजधानी देहरादून पहुंचना शुरू हो गया है। होली मनाने के बाद शनिवार शाम तक गढ़वाल मंडल के लगभग सभी विधायक देहरादून पहुंच गए हैं। रविवार दोपहर तक कुमाऊं मंडल के विधायकों के भी पहुंचने की संभावना है।

सीएम पद की दावेदारी करने वाली विधायक रेखा आर्य ने अब कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नाम का समर्थन किया है। उन्होंने मीडिया में कहा कि पुष्कर धामी के नाम का समर्थन किया। उनका कहना है कि धामी के चेहरे पर चुनाव लड़ा, जिसमें पार्टी को दो तिहाई बहुमत मिला। पार्टी के अब तक छह विधायक भी धामी के लिए अपनी सीट खाली करने की घोषणा कर चुके हैं।

शिक्षा विभाग का आदेश : प्लास्टिक से जुड़ी वस्तुओं पर प्रतिबंध, लानी होगी अपनी पानी की बोतल

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देहरादून, उत्तराखंड राज्य के शिक्षा विभाग और विद्यालय में प्लास्टिक से जुड़ी बस्तुओं पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। ऐसे में शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को पानी पीने के लिए अपने घर से खुद की बोतले लानी होगी। इस संबंध में विद्यालय शिक्षा के महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने आदेश जारी कर दिए हैं। दरअसल, मुख्य सचिव ने 14 मार्च को बैठक में निर्देश दिए थे कि सभी सरकारी कार्यालयों में प्लास्टिक का इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगा दिया जाए।उत्तराखंड शिक्षा विभाग से बड़ी खबर,सभी स्कूलों के साथ अधिकारी कर्मचारियों  के लिए बड़ा आदेश जारी,छात्रों को भी दुष्परिणाम से अवगत कराने के ...

इसी क्रम में विद्यालयी शिक्षा विभाग के समस्त कार्यालयों व विद्यालयों को प्लास्टिक मुक्त किया जाना है। इसको लेकर महानिदेशक, विद्यालयी शिक्षा की ओर से कार्यालयों- विद्यालयों में प्लास्टिक से सम्बन्धित किसी भी वस्तु (यथा प्लास्टिक की बोतल, गिलास, प्लेट, थाली आदि) का प्रयोग पूर्णतः प्रतिबन्धित किए जाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि विभागीय बैठकों, सेमिनारों-कार्यशालाओं में भी प्लास्टिक के निर्मित सामग्री पूर्ण प्रतिबन्धित रहेगी। पीने के लिए वाटर डिस्पेंसर की व्यवस्था की जायेगी तथा सभी अधिकारी-कार्मिक अपनी-अपनी मेटल की बोतल का प्रयोग करेंगे।

साथ ही छात्र छात्राओं को भी प्लास्टिक से होने वाले दुष्परिणामों से अवगत कराते हुये पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बनाए जाने को कहा है। बंशीधर तिवारी ने कहा कि प्लास्टिक बैग के स्थान पर जूट – कपड़ा इत्यादि से बने कैरीबैग का प्रयोग करने के लिए सबको प्रोत्साहित किया जाए। साथ ही विभाग के प्रत्येक कार्यालय -विद्यालय में प्लास्टिमुक्त कार्यालय का बोर्ड लगाया जायेगा। ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होंगे तथा विद्यालयी शिक्षा विभाग के प्रत्येक अधिकारी-कार्मिक शिक्षकों द्वारा इसका अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही भविष्य में कार्यालयों- विद्यालयों के निरीक्षणों में भी इसका संज्ञान लिया जाएगा

हल्द्वानी- गौला बैराज में डूबने से काठगोदाम चौकी इंचार्ज की मौत

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(चन्दन सिंह बिष्ट)

हल्द्वानी, आज एक बड़ी दुःखद खबर सुनने को मिली काठगोदाम के गौला बैराज में डूबने से काठगोदाम चौकी इंचार्ज की मौत हो गई है जिसके बाद पुलिस महकमे में शोक की लहर है, आज होली खेलने के बाद दरोगा अमरपाल नहाने के लिये बैराज गये थे कि अचानक में उन्होंने अपना नियंत्रण खो दिया जिसके बाद वह गौला बैराज में गिर गए जिनको निकालाने का पूरा प्रयास किया गया और उसके बाद उन्हें तत्काल इलाज के नजदीक के एक निजी हॉस्पिटल लेकर गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया ।

एसएसपी सहित पुलिस के आला अधिकारी पहुंचे अस्पताल

डूब रहे सिपाही को गोताखोर ने बचाया

डॉक्टरों ने चौकी इंचार्ज को किया मृत घोषित।

अमरपाल काठगोदाम चौकी के इंचार्ज हैं वही घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर SSP नैनीताल पंकज भट्ट सहित तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुँचे एसएसपी पंकज भट्ट ने जानकारी देते हुए बताया की चौकी इंचार्ज होली खेलने के बाद गौला बैराज गए थे कि नहाते समय दरोगा ने नियंत्रण पानी के अंदर की गिर गए जिनको पुलिस ने निकाला और हॉस्पिटल लेकर आये लेकिन तब तक देर हो चुकी थी और चौकी इंचार्ज की मौत हो गयी थी।

सीबीएसई कक्षा 12वीं का परिणाम जारी, ऐसे मिलेगी मार्कशीट

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CBSE CLASS 12 TERM 1 BOARD RESULT 2021: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, सीबीएसई कक्षा 12वीं कक्षा 1 बोर्ड के परिणाम (CBSE class 12 term 1 board results) जारी कर दिये गए हैं. सभी उम्मीदवार जो कक्षा 12वीं की परीक्षा के लिए सीबीएसई टर्म 1 बोर्ड परिणाम (CBSE term 1 board result) का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक वेबसाइटों cbse.gov.in और cbseresults.nic.in पर देख सकते हैं. स्‍कूल से प्राप्‍त करें अपनी मार्कशीट
उम्मीद के अनुसार बोर्ड ने सीबीएसई कक्षा 12वीं टर्म- 1 बोर्ड की मार्कशीट सीधे स्कूल को जारी की है. छात्र अपने संबंधित स्‍कूल से संपर्क कर सकते हैं और परिणाम प्राप्‍त कर सकते हैं
CBSE CLASS 12 RESULT 2022: इन वेबसाइट्स पर चेक करें परिणाम
यदि सीबीएसई कक्षा 12वीं के परिणाम आधिकारिक वेबसाइट पर देखना चाहते हैं, तो उम्मीदवार नीचे दिए गए स्‍टेप्‍स को फॉलो कर अपना टर्म 1 बोर्ड परिणाम देख सकते हैं:
cbse.nic.in
cbse.gov.in
cbseresults.nic.in

इसके अलावा, सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइटों के अलावा, छात्र एसएमएस सेवा, डिजिलॉकर और उमंग के माध्यम से अपने कक्षा 12वीं के टर्म 1 बोर्ड के परिणाम भी देख सकते हैं.

CBSE CLASS 12 TERM 1 RESULT 2022: ऐसे चेक करें परिणाम
1. CBSE की आधिकार‍िक वेबसाइट cbse.gov.in या cbseresults.nic.in पर जाएं.
2. रिजल्‍ट टैब पर क्‍ल‍िक करें.
3. “CBSE class 12th term 1 result 2022” लिंक पर क्‍ल‍िक करें.
4. आपका रोल नंबर, सेंटर, स्‍कूल नंबर और अन्‍यू विवरण दर्ज करें.
5. रिजल्‍ट (Class 12th term 1 board results) स्‍क्रीन पर आ जाएगा, उसे डाउनलोड करें और प्रिंट आउट लें.

 

रूसी हमले में अब तक 112 बच्चों की मौत, जोपोरिया में कर्फ्यू का ऐलान

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यूक्रेन में महा अभियोजक कार्यालय की ओर से कहा गया कि रूस के हमले शुरू होने के बाद से अब तक देश में 112 बच्चों की मौत हो चुकी है. कार्यालय ने कहा कि 24 फरवरी से अब तक 140 बच्चे घायल हो चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र की बच्चों के लिए काम करने वाली एजेंसी के अनुसार, अब तक 15 लाख से अधिक बच्चे यूक्रेन छोड़कर जा चुके हैं. ज्यादातर परिवारों ने पोलैंड, हंगरी, स्लोवाकिया, मोल्डोवा रोमानिया में शरण ली है. अमेरिकी अखबार न्यूयार्क टाइम्स की खबर के अनुसार यूक्रेन के मायकोलाइव पर रॉकेट अटैक में 40 यूक्रेनी सिपाहियों की भी मौत हो गई है. वहीं यूक्रेन के जोपोरिया में रूस के हमलों के कारण कर्फ्यू का ऐलान किया गया है.

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के अनुसार रूस की सेनाएं “मानवीय आपदा” उत्पन्न करने के लिए यूक्रेन के बड़े शहरों तक आपूर्ति रोक रही हैं. इस तरह से लोग उनके साथ सहयोग करने को मजबूर हो जाएंगे. जेलेंस्की ने कहा कि रूस की सेनाएं देश के मध्य दक्षिण पूर्वी हिस्से में घेराबंदी किए हुए शहरों तक होने वाली आपूर्ति को रोक रही हैं. उन्होंने कहा कि एक दिन पहले नौ हजार से अधिक लोगों ने मारियुपोल छोड़ दिया अब तक मानवीय गलियारों से 1 लाख 80 हजार लोग सुरक्षित बाहर निकल चुके हैं.

जेलेंस्की के अनुसार रूस मध्य दक्षिण पूर्वी यूक्रेन के शहरों तक आपूर्ति को रोक रहा है. मैक्सर टेक्नोलॉजीज से शुक्रवार को प्राप्त उपग्रह चित्रों में मारियुपोल छोड़कर जाने वाली कारों की लंबी कतारें दिखाई दीं. जेलेंस्की ने कहा कि एक दिन पहले नौ हजार से अधिक लोग शहर छोड़कर चले गए.

महिला की हाथ-पांव बांधकर निर्मम हत्या

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उत्तरकाशी। उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लॉक के आराकोट गांव में एक महिला की हत्या का मामला प्रकाश में आया है। घटना स्थल पर महिला के हाथ व पांव बंधे हुए मिले। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पीएम के लिए सीएचसी नौगांव भेज दिया है। पुलिस ने मामले में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस के अनुसार मामला हत्या का लग रहा है। वहीं दूसरी ओर परिजनों ने तत्काल आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांग की है। घटना उत्तरकाशी जिले के सीमांत ब्लॉक मोरी के आराकोट गांव की है। जहां शुक्रवार को होली के दिन आराकोट गांव की 48 वर्षीय राधिका उर्फ राधा देवी पत्नी अबल दास अपने कमरे में मृत मिली। मामला संज्ञान में तब आया जब सुबह को गांव के लोग होली खेलते-खेलते राधा के घर पहुंचे। जहां उन्होंने दरवाजा खोला तो महिला के हाथ पैर बंधे हुए मिले। जिससे पूरे गांव में सनसनी फैल गई। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद मोरी पुलिस स्थल पर पहुंची और शव पोस्टमार्टम के लिए नौगांव भेज दिया।
थानाध्यक्ष मोरी सतीश घिल्डियाल ने बताया कि मृतका की बेटी मनीषा की तहरीर पर मामले में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर दिया है। स्थानीय लोगों से धटना की जानकारी ली जा रही है। उन्होंने कहा कि मामला प्रथम दृष्टया हत्या का प्रतित होता दिखाई दे रहा है।
वर्ष 2018 की आपदा में बह गया था महिला का घर
मोरी ब्लॉक के आराकोट गांव निवासी मनमोहन चौहान ने बताया कि मृतक महिला के पति पशुपालन विभाग उतरकाशी में कार्यरत हैं। जो दूसरी पत्नी के साथ उत्तरकाशी में ही रहते हैं। लेकिन 48 वर्षीय मृतका राधिका बीते दस वर्षों से गांव में अकेले ही रहती थी। वर्ष 2018 में आराकोट क्षेत्र में आई भीषण आपदा में महिला का मकान बह गया था। जिसके बाद उक्त महिला गांव में स्थित पंचायत भवन के एक कमरे में अकेले ही अपना जीवन यापन करती थी। लेकिन गुरुवार रात को किसी ने महिला को मौत के घाट उतार दिया।

लगातार 2 दिन कर्मचारियों की हड़ताल, इस बैंक में कामकाज प्रभावित होने की आशंका

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आगामी 28-29 मार्च को बैंक कर्मचारी यूनियंस की दो दिवसीय हड़ताल है। इस हड़ताल की वजह से आरबीएल बैंक की कुछ शाखा में कामकाज प्रभावित होने की आशंका है। ये बात आरबीएल बैंक की ओर कही गई है।

आरबीएल बैंक ने शेयर बाजार से कहा है कि उसके रत्नाकर बैंक अधिकारी संगठन और रत्नाकर बैंक कर्मचारी संघ क्रमशः ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (एआईबीओए) और ऑल इंडिया बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन (एआईबीईए) से संबद्ध हैं। बैंक की ओर फाइलिंग में कहा गया है, “उपरोक्त यूनियनों से जुड़े बैंक के कर्मचारी हड़ताल में भाग ले सकते हैं। विषय बैंक स्तर के मुद्दों से संबंधित नहीं है।” आरबीएल बैंक के मुताबिक वह हड़ताल के दिनों में अपनी शाखाओं/कार्यालयों के सुचारू कामकाज के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा, लेकिन संभावना है कि हड़ताल के पूरा होने पर उसकी कुछ शाखाएं भी प्रभावित होंगी।

हड़ताल की वजह: दो दिवसीय हड़ताल सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण का विरोध करने और निजी कंपनियों को आईडीबीआई बैंक की बिक्री को रोकने के लिए है। इसके अलावा, यूनियंस जीवन बीमा निगम (एलआईसी) और बैंकों के बीच पांच दिवसीय सप्ताह, चाइल्ड केयर लीव, ​​नेशनल पेंशन सिस्टम को खत्म करने और पुरानी पेंशन योजना की बहाली के अलावा महंगाई भत्ते में विसंगति को दूर करने की भी मांग कर रही हैं।