Monday, April 28, 2025
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केन्द्रीय संगीत नाटक अकादमी ने आयोजित किया 10 दिवसीय उत्सव, भाव राग ताल की ‘हिलजात्रा’ को मिली राष्ट्रीय स्तर पर पहचान

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नई दिल्ली, केन्द्रीय संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली द्वारा पूरे देश में चल रहे आज़ादी का अमृत महोत्सव के अन्तर्गत Kaleidoscope नाम से 21 से 30 मार्च तक 10 दिवसीय उत्सव “अमूर्त सांस्कृतिक संपदा” फ़िल्म स्क्रीनिंग, ट्रेडिशनल क्राफ्ट वर्कशॉप, थियेटर वर्कशॉप और कई सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन किए गए हैं, जिसमें देश के अलग-अलग राज्यों के हाथ से बने क्राफ्ट व लोक कलाकारों ने प्रतिभाग किया ।

जिसमें भाव राग ताल नाट्य अकादमी द्वारा अमूर्त सांस्कृतिक संपदा हिलजात्रा के मुखौटों व हिलजात्रा से संबंधित लोकगीतों का डॉक्यूमेंटेशन किया गया। भाव राग ताल नाट्य अकादमी पिथौरागढ़ उत्तराखंड ने 21 से 25 मार्च तक मुखौटों की प्रदर्शनी लगायी ।
इस आयोजन में भाव राग ताल नाट्य अकादमी हिलजात्रा को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में कामयाब रही है, देश के विभिन्न राज्यों से आए हुए लोगों के द्वारा इस पहल को सकारात्मक पहल के रूप में सराहा गया, अकादमी द्वारा हिलजात्रा से संबंधित विभिन्न जानकारियां व हिलजात्रा से संबंधित मुखौटो और उत्तराखंड वाद्य यंत्र हुड़का से संबंधित जानकारियों को सभी के समक्ष साझा किया गया ।
इस दौरान शिल्प सम्बंधित कार्यशाला में वाद्ययंत्र हुड़का बनाने की विधि व मुखौटों में रंगों के बारे में प्रयोगात्मक तौर पर दिखाते हुए बताया गया ।
संगीत नाटक अकादमी द्वारा “हिलजात्रा” को अमूर्त सांस्कृतिक संपदा के तौर पर देखना पूरे कुमाऊं क्षेत्र के लिए गर्व की बात है, आज उत्तराखंड कुमाऊँ मंडल का हिलजात्रा पूरे देश में जाना जा रहा है ।
भाव राग ताल नाट्य अकादमी का यही उद्देश्य सर्वोपरि है, कि उत्तराखंड की विलुप्त होती संस्कृतियों को जन-जन तक पहुंचाया जाए और इस पहल में अकादमी सदैव प्रयासरत है और कई हद तक सफल भी रही है इसमें संस्था की ओर से निदेशक कैलाश कुमार, धीरज कुमार , विकाश भट्ट, प्रीति रावत, वेंकटेश नकुल , महेश राम ने प्रतिभाग किया, जिसके लिए भाव राग ताल नाट्य अकादमी इसी तरह के बड़े मंचों का आभार व्यक्त करती है ।

पांचवीं विधानसभा का पहला सत्र 29 मार्च से होगा शुरू

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देहरादून, राज्य में पुष्कर सिंह धामी सरकार के सत्ता संभालने के बाद अब पांचवीं विधानसभा का पहला सत्र 29 मार्च शुरू होगा। सत्र में सरकार नए वित्तीय वर्ष के शुरुआती चार महीनों के लिए लेखानुदान लाने जा रही है। पुष्कर सिंह धामी मंत्रिमंडल की गुरुवार को हुई बैठक में विधानसभा सत्र आहूत करने का निर्णय लिया गया। मंत्रिमंडल के फैसलों को मुख्यमंत्री धामी ने ब्रीफ किया।

उन्होंने बताया कि नया वित्तीय वर्ष 2022-23 एक अप्रैल से प्रारंभ होगा। नए वित्तीय वर्ष में राज्य के खर्च के लिए बजट को विधानसभा से अनुमोदन मिलना आवश्यक है। कम समय देखते हुए मंत्रिमंडल ने पूर्ण बजट के स्थान पर चार माह के लिए लेखानुदान लाने का निर्णय लिया गया है। विधानसभा सत्र में लेखानुदान पर मुहर लगाई जाएगी। सचिव विधानसभा मुकेश सिंघल ने बताया कि फिलहाल सत्र की अवधि तीन दिन तय की गई है।

आधार-पैन लिंक करना बेहद है जरूरी, 31 मार्च को खत्म हो जाएगी डेडलाइन, ऑनलाइन ऐसे करें आधार से पैन कार्ड लिंक

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आधार और पैन आपके लिए बेहद जरूरी डॉक्यूमेंट हैं. इसके साथ ही आधार और पैन का आपस में लिंक होना भी बहुत जरूरी है. इनके बिना वित्तीय काम पूरी तरह से बाधित हो सकते हैं. बात करें आधार पैन लिंक की तो, सरकार ने 31 मार्च 2022 तक आधार को पैन से लिंक करने की अंतिम तिथि रखी है.

अगर आपने अब तक अपने पैन को आधार से लिंक नहीं किया है, तो यह काम तुरंत करा लें.
पैन-आधार को आपस में लिंक करना अनिवार्य है. अगर आपने पैन को आधार से लिंक नहीं किया है तो 31 मार्च 2022 तक आखिरी मौका है. हालांकि, हो सकता है कि इस डेडलाइन को आगे बढ़ा दिया जाये, लेकिन अगर नहीं बढ़ाया गया, तो कई जगह मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए, अगर आपने अभी तक अपने आधार को पैन से लिंक नहीं किया है, तो 31 मार्च से पहले जरूर कर लें. तय समय तक आधार से लिंक नहीं हुआ तो आपका पैन कार्ड और पैन नंबर दोनों अमान्य हो जायेगा.

कई परेशानियों का करना पड़ सकता है सामना

तय समय यानी 31 मार्च, 2022 तक अगर पैन और आधार को लिंक नहीं किया जाता तो इनकम टैक्स नियमों के मुताबिक आपको 1000 रुपये का जुर्माना भरना पड़ सकता है. सबसे बड़ी बात की 31 मार्च तक पैन-आधार लिंक नहीं हुआ तो आपका पैन कार्ड और पैन नंबर दोनों बेकार हो जाएगा. इसके कारण कई वित्तीय काम बाधित हो सकता है.

क्या क्या हो सकती है परेशानी

पैन कार्ड निष्क्रिय होने के बाद स्टॉक खरीद बिक्री, म्यूचुअल फंड में निवेश, बैंक खाता खोलने समेत कई काम नहीं हो सकेंगे. वहीं, अगर कोई व्यक्ति अमान्य हो जाने के बाद भी अपना पैन इस्तेमाल करता है तो आयकर अधिनियम 1961 की धारा 272 N के तहत कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है.

ऑनलाइन ऐसे करें आधार से पैन कार्ड लिंक

पैन-आधार लिंकिंग ऑनलाइन तरीके से भी बड़े आराम से किया जा सकता है. यहां हम आपके सबसे आसान तरीका बता रहे हैं.

– इनकम टैक्स की ई-फाइलिंग वेबसाइट www.incometaxindiaefiling.gov.in पर क्लिक करें.

– जो पेज खुलेगा उसके बाईं तरफ क्विक लिंक्स में ‘लिंक आधार’ ऑप्शन मिलेगा. इसपर क्लिक कर दें.

– स्क्रीन पर एक नया पेज खुलगा, यहां आधार और पैन से जुड़ी जानकारियां भर दें.

– इसके बाद आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर एक एक OTP आएगा.

– ओटीपी को एंटर करने के बाद आधार और पैन लिंक हो जाएगा

ममता के हाथ रंगे है मुसलमानों के खून से… !

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✒️ के. विक्रम राव

ममता बनर्जी उधेड़बुन में हैं, पसोपेश में भी। उनकी पहली धारणा थी कि गत सोमवार (21 मार्च 2022) को जनपद वीरभूमि के बोगतुई ग्राम में दस मुसलमानों को जिन्दा जलाने में विपक्षी भाजपाइयों का हाथ है। मगर पुलिसवाले शायन अहमद ने अपनी रपट में दर्ज किया कि मारनेवाले और मरने वाले दोनों ही मुसलमान थे। अहमद को नि​लम्बित कर दिया गया। मगर पहले ही मुख्यमंत्री कह चुकीं थीं कि : ”पश्चिम बंगाल उत्तर प्रदेश की तरह नहीं है। हत्या और रेप के लिये।” यूं भी ”भईयों” को ममता दोषी करार देतीं रहीं। हाथरस, मथुरा, काशी, खीरी आदि। ममता अपने नाम की भांति करुणा, स्नेह, ममत्व की खान हैं।

मगर उनके आक्रोश का कारण था कि विधानसभा में नेता, भाजपायी प्रतिपक्ष, शुभेन्द्र अधिकारी दलबल सहित ढाई सौ किलोमीटर का सफर तय कर कोलकाता से वीरभूमि पहले ही पहुंच गये थे। उन्हें रपट मिली कि दस लोग राख हो गये थे। उसमें आठ महिलायें तथा दो बच्चे थे। मिल्लत में आपसी कलह ही वजह थी। उपग्राम प्रधान संजू शेख की हत्या हो गयी थी। उसके भाई बाबर का पहले ही कत्ल हो चुका था। बदले में संजू शेख भी मार दिया गया था। वे तृणमूल से जुड़े थे। अलग गुटों में बंटे थे। फायर ब्रिगेड सिपाही अजीजुल ने बताया कि कुछ लोगों ने जलते मकानों की आग बुझाने से उन्हें रोका था।

इसी बीच वीरभूमि जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष अनुव्रत मंडल ने किस्सा गढ़ा कि टीवी सेट में विस्फोट हो गया, जिससे आग लग गयी। तब पु​लिस ने पाया कि कई घरों की कुड़ियां बाहर से लगी थी। अन्दर कैद लोग धुएं में थे। सभी अधजली लाशें पायी गयी थीं, पेट्रोल में सराबोर थीं।

इसी दरम्यान लोकसभा में नेता, कांग्रेस प्रतिपक्ष तथा पश्चिम बंगाल कांग्रेस के जुझारु अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से तत्काल केन्द्रीय शासन लगाने की मांग कर ली। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पूर्व सांसद मोहम्मद सलीम ने भी राज्य मुख्यमंत्री को बर्खास्त करने की अपील की है। मगर राज्य यातायात मंत्री फरहाद हकीम ने निष्पक्ष जांच का वादा किया है।

सबसे बड़ा झटका ममता बनर्जी को तब लगा जब कोलकाता हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति प्रकाश श्रीवास्तव ने घटना तत्काल स्वत: संज्ञान लिया और पूरी रपट मांगी। मगर खास प्रश्न यहीं है कि अपनी मानसिकता के लिये जानीमानी पुरोधा ममता बनर्जी राजनीति के मान्य व्यवहारिक नियमों को धता बताती होंगी? अर्थात बंगाल के मतदाताओं की नियति ही ऐसी है, तो उत्तरदायी कौन होगा?

हालांकि दुखद बात यही है कि ऐसी त्रासदपूर्ण सामूहिक हत्या का स्थल ऐतिहासिक वीरभूमि है। बागी बंगाल को मुगल साम्राज्य में शामिल करने हेतु बादशाह जलालुद्दीन अकबर ने अपने साले साहब वीर मान सिंह के साथ बड़ी फौज भेजी। अद्भुत सैन्य कौशल दिखाकर इस सिपाहसालार ने समस्त वीरभूमि पर मुगल का कब्जा कर दिया। विजित भूमि को तीन भाग में बांटकर सेनापति के नाम पर वीरभूमि, मानभूमि और सिंहभूमि में विभाजित किया गया। वीरभूमि की मृदा रक्तिम होने के कारण से उसे लालभूमि भी कहते है।

शान्ति निकेतन विश्वविद्यालय भी इसी क्षेत्र में है। पौषमेला, वसन्तोत्सव तथा केन्द्रली मेला यहीं आयोजित होता है।

हरिद्वार के संत जायेंगे लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह के बनेंगे साक्षी

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हरिद्वार, यूपी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह के हरिद्वार के संत साक्षी बनेंगे। कल शुक्रवार को लखनऊ में होने वाले समारोह के लिए हरिद्वार के संत सुबह जौलीग्रांट से चार्टर प्लेन से लखनऊ के लिए रवाना होंगे।

यूपी में योगी आदित्यनाथ दूसरी बार बतौर मुख्यमंत्री सत्ता संभालने जा रहे हैं। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह समेत कई केंद्रीय मंत्री और साधु-संत सम्मिलित होंगे। हरिद्वार और ऋषिकेश से कई प्रमुख संत समारोह में शामिल होंगे। हरिद्वार से अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष रविंद्र पुरी, निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी, स्वामी बालकानंद गिरी, चिदानंद मुनि, पतंजलि योगपीठ से आचार्य बालकृष्ण शपथ समारोह में जाएंगे। उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों से साधु-संत लखनऊ पहुंचेंगे। बुधवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के शपथ ग्रहण समारोह में योगी आदित्यनाथ आए थे। संत योगी आदित्यनाथ के लिए प्रसाद रूप में गंगाजल और रुद्राक्ष की माला लेकर जाएंगे। उनके कारण पूरे विश्व में भगवा का डंका बज रहा है।

नकली नोट छापने वाले गिरोह के दो सदस्‍य गिरफ्तार, 50 हजार की रकम हुई बरामद

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रुड़की, हरिद्वार जनपद से नकली नोट छापने वाले गिरोह के दो सदस्‍य गिरफ्तार, हरिद्वार, बिजनौर, मुजफ्फरनगर क्षेत्र में दुकानदारों को चलाते थे नकली नोट खानपुर थाना पुलिस ने नकली नोट छापने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है।

रुड़की, खानपुर थाना पुलिस ने नकली नोट छापने वाले गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए शामली और हरिद्वार क्षेत्र से हैं। गुरुवार को पत्रकार वार्ता में एसपी देहात परमेंद्र डोबाल ने बताया कि खानपुर पुलिस को सूचना मिल रही थी कि क्षेत्र में कुछ लोग नकली नोट चला रहे हैं। इस सूचना पर दल्लावाला गांव के पास पुलिस ने एक क्विड कार को रोककर उसकी तलाशी ली।

पुलिस ने कार सवार सलेमपुर थाना रानीपुर हरिद्वार निवासी कुर्बान निवासी और झिंझाना, शामली उत्‍तर प्रदेश निवासी मनोज को गिरफ्तार किया। उनके कब्जे से 100-100 के नकली नोट बरामद किए गए हैं। कुल 50 हजार की रकम बरामद की गई है। पुलिस ने पूछताछ की तो आरोपितों ने बताया कि वह प्रिंटर ओर कंप्यूटर की मदद से नकली नोट की छपाई करते थे। पुलिस ने इनकी निशानदेही पर स्कैनर, प्रिंटर, पेपर शीट, पेपर कटर बरामद किया।

 

घटना में इस्‍तेमाल कार को सीज कर दिया गया है। एसपी देहात ने बताया कि आरोपित हरिद्वार, बिजनौर, मुजफ्फरनगर ,शाहपुर क्षेत्र में दुकानदारों को नकली नोट चलाते थे। उन्‍होंने बताया कि स्कूलों में शामिल अन्य आरोपितों की धरपकड़ के प्रयास चल रहे हैं।

पत्नी को पीटा, पति समेत तीन पर मुकदमा

महिला ने पति समेत ससुरालियों पर बेवजह परेशान करने और पीटने का आरोप लगाया है। पुलिस ने महिला की शिकायत पर पति समेत तीन व्यक्तियों पर मुकदमा दर्ज किया है।

गंगनहर कोतवाली क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी आसमां का निकाह करीब 10 साल पहले राशिद निवासी एकड़ खुर्द निवासी राशिद से हुआ था। महिला का आरोप है कि पिछले कुछ समय से ससुराल पक्ष के लोग बेवजह की बातों को लेकर उसका उत्पीडऩ कर रहे हैं। जब वह विरोध करती है तो उसकी पिटाई की जाती है। महिला का आरोप है कि पति और ससुराल के व्यक्तियों ने उसकी पिटाई कर और उसे घर से निकाल दिया। महिला ने इसे लेकर गंगनहर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। गंगनहर कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ऐश्वर्य पाल ने बताया कि पुलिस ने महिला की तहरीर पर पति राशिद, सास नसीमा, ससुर जमशेद निवासी एकड़ खुर्द पर मुकदमा दर्ज किया है।

 

वर्तमान परिस्थिति में भगत सिंह के विचार ओर अधिक प्रासंगिक हो गये : लेखराज

राजगुरु, सुखदेव भगत सिंह, शहादत दिवस पर कैंडल मार्च निकालकर श्रंद्धाजलि दी ।
देहरादून, सीटू , एसएफआई, डीवाईएफआई द्वारा सीमेंट रोड एसएफआई से डीबीएस चौक तक कैंडल मार्च निकालकर राजगुरु, सुखदेव भगत सिंह, शहादत दिवस पर कैंडल मार्च निकालकर श्रंद्धाजलि दी ।
श्रद्धांजलि सभा का संचालन एस एफ आई से शैलेंद्र परमार और कार्यक्रम का समापन डी ए वी पी जी कालेज के भूतपूर्व छात्र संघ अध्यक्ष व सीटू महामन्त्री लेखराज ने किया।
वक्ता के रूप मे लेखराज ने बताया कि वर्तमान परिस्थिति में भगत सिंह के विचार ओर अधिक प्रासंगिक हो गये है क्योंकि सुनियोजित तरीके से साम्प्रदायिकता का जहर घोला जा रहा है जिससे समाज में वेमन्स्य बढ़ रहा है और भाईचारा खत्म हो रहा है, इन सब कुरीतियों से लड़ने के लिए भगत सिंह के विचार एक हथियार के रूप में प्रयोग किए जा सकते हैं |

उन्होंने कहा कि राजगुरु सुखदेव भगत सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि तभी होगी जब देश के अंदर भाईचारा सांप्रदायिक सद्भाव बना रहेगा और देश प्रगति के पथ पर अग्रसर होगा और शोषण विहीन समाज की स्थापना होगी, जहाँ आदमी द्वारा आदमी का शोषण समाप्त होगा ।
इस अवसर पर इस कार्यक्रम मे सीटू से जिला महामंत्री साथी लेखराज व अनीषा, कमलेश देवी, दर्शनी राना, डी० वाई० एफ० आई० से साथी मनीष कुमार, अरुण लाम्बा दीपक कुमार, रमन कुमार, राहुल बंटी कुमार एस एफ आई से शैलेंद्र परमार, मनोज कुंवर, अनुप सिंह, विवेक आदि मौजूद रहे।

हमें देश से भेदभाव और वैमनस्यता की भावना को खत्म करना होगा : कर्नल भरत सिंह

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देश सेवा के लिए कोई क्षेत्र चुनें, राष्ट्रहित सर्वोपरि होना चाहिए : डॉ. अशोक स्रोती
युवा पीढ़ी को सैन्य सेवाओं में जरूर जाना चाहिए: ब्रिगेडियर रवि
युवा पीढ़ी को सही दिशा देने की आवश्यकता : घनश्याम शाही

 

लखनऊ, देश को आगे बढ़ाने के लिए अनुशासन सबसे जरूरी है। राष्ट्रहित सर्वोपरि को ध्यान में रखकर अनुशासन के साथ समाज को जागरूक करने का कार्य करें। हमें वैमनस्यता और भेदभाव की भावना को खत्म करना होगा, तभी हमारा देश और समाज आगे बढ़ सकता है। हमारे देश की युवा पीढ़ी को बलिदानियों और शूरवीरों की शौर्यगाथाओं से प्रेरणा लेनी चाहिए, जो ऐसे कार्यक्रमों से ही मिलती है। उक्त उद्गार मुख्य अतिथि कर्नल भरत सिंह जी ने आजादी के अमृत महोत्सव पर आयोजित राष्ट्रहित सर्वोपरि कार्यक्रम के 15वें अंक में व्यक्त किए। यह कार्यक्रम सरस्वती कुंज, निराला नगर के प्रो. राजेन्द्र सिंह (रज्जू भैया) उच्च तकनीकी (डिजिटल) सूचना संवाद केन्द्र में विद्या भारती, एकल अभियान, इतिहास संकलन समिति अवध, पूर्व सैनिक सेवा परिषद एवं विश्व संवाद केन्द्र अवध के संयुक्त अभियान में चल रहा है।
मुख्य अतिथि कर्नल भरत सिंह जी ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए युवा पीढ़ी को सैन्य सेवाओं में जाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि सैन्य सेवाओं में अनुशासन और देश के प्रति जुनून देखने को मिलता है। ऐसे में ही प्रत्येक क्षेत्र में हमें अनुशासन और जुनून के साथ कार्य करना चाहिए, जिससे हमारे देश को मजबूती मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति को जागरूक करना और उन्हें शिक्षित बनाना हमारा कर्तव्य होना चाहिए। हमारे देश में जब सभी शिक्षित और जागरूक होंगे तभी हमारा देश आगे बढ़ सकेगा।
विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय सेवा योजना के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अशोक श्रोती जी ने कहा कि युवा पीढ़ी को अमृत महोत्सव जैसे कार्यक्रमों से जोड़ने की आवश्यकता है, क्योंकि आज का युवा ही देश में परिवर्तन ला सकता है। उन्होंने कहा कि आज के समय में विचार परिवर्तन की आवश्यकता है, अभी तक जो विचार देश के युवाओं को दिया गया, वह लोक कल्याण के लिए श्रेष्ठ नहीं था। उन्होंने कहा कि देश सेवा के लिए कोई भी क्षेत्र चुनें, लेकिन हमारे लिए राष्ट्रहित सर्वोपरि होना चाहिए।
मुख्य वक्ता सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास, उत्तर प्रदेश के निदेशक ब्रिगेडियर रवि जी ने अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने कहा कि हमारे में देश मे अनेक प्रकार के सम्मान दिए जाते हैं, जिसमें देश के लिए लड़ने और बलिदान देने वाले वीरों को भी सम्मानित किया जाता है। उन्होंने कहा कि सैन्य क्षेत्र में 14 प्रकार के सम्मान वीर सपूतों को दिए जाते हैं। हमें गर्व होना चाहिए कि सिर्फ उत्तर प्रदेश के वीरों को 1653 सम्मान मिले हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश में कई वीर सपूतों को मरणोपरांत भी सम्मानित किया गया, जो हमें ये बताता है कि देश के लिए सर्वस्व बलिदान करने वाले हमारे असली नायक आज भी हमारे दिल में जिंदा हैं। उन्होंने कहा कि जिन वीर सपूतों ने हमारे देश के लिए प्राण दिये, अपना जीवन समर्पित कर दिया, उनकी वीर गाथा देश के प्रत्येक नागरिक और छात्र के पास पहुंचे, इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए हम इस वर्ष को आज़ादी के अमृत महोत्सव के रूप में मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो युवा अपने जीवन में देश के लिए कुछ करने की लालसा रखते हैं और जिनमें कुछ कर गुजरने की चाह है, ऐसे लोगों को सैन्य सेवाओं में जरूर जाना चाहिए।

कार्यक्रम अध्यक्ष अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री घनश्याम शाही जी ने कहा कि युवा को उलटकर लिखें तो वायु होता है, इसलिए युवाओं के वेग को कोई नहीं रोक सकता है, लेकिन उनको सही दिशा देने की आवश्यकता होती है। अगर युवाओं को सही दिशा मिला जाए तो वह एक क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकता है। उन्होंने कहा कि सभी क्षेत्रों में जब जागरूक नागरिक होंगे, तभी हमारा राष्ट्र सुरक्षित रहेगा। उन्होंने कहा कि आप किसी क्षेत्र में सफलता हासिल करना चाहते हैं तो आपके अंदर उसे पाने के लिए लालसा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षा बहुत जरूरी है, जो आपको सही और गलत का बोध कराती है। उन्होंने कहा कि हमारे इतिहास तोड़मरोड़ कर पेश किया गया है, जिसे सुधारने की आवश्यकता है।
विशिष्ट अतिथि एकल अभियान के अखिल भारतीय महामंत्री श्री माधवेन्द्र सिंह जी ने कार्यक्रम की प्रस्ताविकी रखी। विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के बालिका शिक्षा प्रमुख श्री उमाशंकर जी ने अतिथियों का परिचय भी कराया। इतिहास संकलन समिति, अवध प्रांत की सदस्य डॉ. दीप्ति जायसवाल ने सभी अतिथियों को आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रचार प्रमुख श्री सौरभ मिश्रा जी ने किया।
इस अवसर पर केजीएमयू के चिकित्सक डॉ. सुनीत मिश्रा, कर्नल बलराम तिवारी, कैप्टन एस. के. पांडे, लखनऊ विश्वविद्यालय खेल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. देश दीपक, कैप्टन (मानद) हरीराम, विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के सह प्रचार प्रमुख श्री भास्कर दूबे, रेडक्रास सोसाइटी के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री सत्यानंद पाण्डेय जी, कार्यक्रम संयोजक डॉ. मुकेश कुमार, 63वीं यूपी राष्ट्रीय कैडेट कोर बटालियन, लखनऊ के कैडेट्स सहित कई लोग मौजूद रहे।

राज्य में समान नागरिक संहिता के क्रियान्वयन के लिए विशेषज्ञों की समिति बनेगी : मुख्यमंत्री धामी

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देहरादून, उत्तराखण्ड सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में निर्णय लिया गया कि  राज्य में समान नागरिक संहिता के क्रियान्वयन के लिए विशेषज्ञों की समिति बनाई जाएगी। कैबिनेट बैठक के बाद प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने यह जानकारी दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड हमारे भारत का एक ऐसा जीवंत राज्य है जिसकी संस्कृति और विरासत सदियों से भारतीय सभ्यता के मूल में समाहित रही है। भारतीय जनमानस के लिए उत्तराखंड एक देवभूमि है, जो कि हमारे वेदों-पुराणों, ऋषियों-मनीषियों के ज्ञान और आध्यात्म का केंद्र रही है। भारत के कोने कोने से लोग बड़ी आस्था और भक्ति के साथ उत्तराखंड आते है। इसलिए उत्तराखंड की सांस्कृतिक – आध्यात्मिक विरासत की रक्षा अहम है। 130 करोड़ लोगों की आस्था का केंद्र माँ गंगा का उद्गम स्थल भी उत्तराखंड ही है। भारत का मुकुट हिमालय, और उसकी कोख में पनपती प्रकृति उत्तराखंड की धरोहर हैं। इसलिए उत्तराखंड में पर्यावरण की रक्षा भी अहम है।

उत्तराखंड देश के लिए सामरिक दृष्टि से भी एक अत्यंत महत्वपूर्ण राज्य है। दो देशों की अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं से जुड़ा होने के कारण भारत के लिए इस राज्य का भौगोलिक और रणनीतिक महत्व काफी बढ़ जाता है। इसलिए राष्ट्ररक्षा के लिए भी उत्तराखंड की भूमिका अहम है।

उत्तराखंड के नागरिकों का भारतीय सेनाओं के साथ एक लंबा और गौरवशाली संबंध रहा है। यहाँ के लोगों ने पीढ़ी दर पीढ़ी अपने आपको देश की सुरक्षा के लिए समर्पित किया है। इस धरती के कितने ही वीर सपूतों ने देश के लिए अपने सर्वोच्च बलिदान दिये हैं। यहाँ लगभग हर परिवार से कोई पिता, कोई बेटा, कोई बेटी देश के किसी न किसी हिस्से में हमारी सेनाओं के माध्यम से मातृभूमि की सेवा में जुटा है।

उत्तराखंड की सांस्कृतिक आध्यात्मिक विरासत की रक्षा, यहाँ के पर्यावरण की रक्षा और राष्ट्र रक्षा के लिये उत्तराखंड की सीमाओं की रक्षा ये तीनो ही आज उत्तराखंड ही नहीं बल्कि पूरे भारत के लिए अहम है। इस दृष्टि से नई  सरकार ने अपने शपथ ग्रहण के तुरंत बाद पहली कैबिनेट बैठक में निर्णय लिया कि न्यायविदों, सेवानिवृत्त जजों, समाज के प्रबुद्ध जनो और अन्य स्टेकहोल्डर्स की एक कमेटी गठित करेगी जो कि उत्तराखंड राज्य के लिए ‘यूनिफॉर्म सिविल कोड’ का ड्राफ्ट तैयार करेगी। इस यूनिफॉर्म सिविल कोड का दायरा विवाह-तलाक, ज़मीन-जायदाद और उत्तराधिकार जैसे विषयों पर सभी नागरिकों के लिये समान क़ानून चाहे वे किसी भी धर्म में विश्वास रखते हों, होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ये ‘यूनिफॉर्म सिविल कोड’ संविधान निर्माताओं के सपनों को पूरा करने की दिशा में एक अहम कदम होगा और संविधान की भावना को मूर्त रूप देगा। ये भारतीय संविधान के आर्टिकल 44 की दिशा में भी एक प्रभावी कदम होगा, जो देश के सभी नागरिकों के लिए समान नागरिक संहिता की संकल्पना प्रस्तुत करता है। सर्वोच्च न्यायालय ने भी समय-समय पर इसे लागू करने पर ज़ोर  दिया है।  साथ ही, इस महत्वपूर्ण निर्णय में हमें गोवा राज्य से भी प्रेरणा मिलेगी जिसने एक प्रकार का ‘यूनिफॉर्म सिविल कोड’ लागू करके देश में एक उदाहरण पेश किया है।

उत्तराखंड में जल्द से जल्द ‘यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करने से राज्य के सभी नागरिकों के लिए समान अधिकारों को बल मिलेगा। इससे राज्य में सामाजिक समरसता बढ़ेगी, जेंडर जस्टिस को बढ़ावा मिलेगा, महिला सशक्तिकरण को ताकत मिलेगी, और साथ ही देवभूमि की असाधारण सांस्कृतिक आध्यात्मिक पहचान को, यहाँ के पर्यावरण को सुरक्षित रखने में भी मदद मिलेगी। उत्तराखंड का ‘यूनिफॉर्म सिविल कोड’ दूसरे राज्यों के लिए भी एक उदाहरण के रूप में सामने आएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि  उपरोक्त पृष्ठभूमि में उदेश्य को प्राप्त करने के लिए उत्तराखण्ड राज्य में रहने वाले सभी नागरिकों के व्यक्तिगत नागरिक मामलों को नियंत्रित करने वाले सभी प्रासंगिक कानूनों की जांच करने और मसौदा कानून या मौजूदा कानून में संशोधन के साथ उस पर रिपोर्ट करने के लिए विवाह, तलाक, सम्पत्ति के अधिकार, उत्तराधिकार से सम्बंधित लागू कानून और विरासत, गोद लेने और रख रखाव और संरक्षता इत्यादि के लिए एक विशेषज्ञों, वुद्धिजीवियों और हितधारकों की एक समिति मा० उच्चतम न्यायालय / मा० उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश / मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता में, गठित करने का प्रस्ताव है। राजपत्र में अधिसूचना के माध्यम से उत्तराखण्ड सरकार उपरोक्तानुसार एक समिति का गठन करेगी जिसमें उसकी संरचना, संदर्भ की शर्तें आदि का भी उल्लेख रहेगा।

आटा-चावल-नमक से लेकर खाद्य तेल तक के बढ़े भाव

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नई दिल्ली , । रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुए करीब एक महीना होने को है। अब जहां पूरी दुनिया पर परमाणु युद्ध का खतरा मंडराने लगा है तो वहीं महंगाई की भठ्ठी में आम आदमी तप रहा है। इस युद्ध की वजह से कच्चे तेल के भाव आसमान छूने लगे, जिसका असर सभी प्रकार की वस्तुओं पर दिखने लगा है। पिछले एक महीने में भारतीय बाजारों में आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में भारी उछाल आया है। खासकर खाद्य तेलों और जिंसों की कीमतों पर। उपभोक्ता मंत्रालय की वेबसाइट पर दिए गए आंकड़ों के मुताबिक 23 फरवरी को भारत में सूरजमुखी तेल (पैक) की औसत कीमत 151.08 रुपये प्रति किलो थी। अब 23 मार्च को सूरजमुखी तेल की कीमत 20.72 फीसद उछलकर 182.38 रुपये पर पहुंच गई। इसकी तरह 148.09 रुपये में एक किलो मिलने वाला सोया ऑयल 9.83 फीसद महंगा होकर 162.64 रुपये पर पहुंच गया। विदेशों से आने वाले पाम तेल एक महीने में 13.65 फीसद महंगा होकर 151.80 रुपये पर पहुंच गया है। वहीं, मूंगफली तेल में 5.30 और वनस्पति में 9.68 फीसद की वृद्धि हुई है। इन सबके विपरीत इस अवधि में सरसों के तेल में 0.19 फीसद की मामूली बढ़ोतरी हुई है। आम हो या खास। सबकी मूलभूत आवश्यकताओं में शामिल आटा, चावल और गेहूं के भाव भी रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद बढ़ गए हैं। यहां तक कि नमक भी 1.21 फीसद महंगा हो गया है। इस एक महीने में चावल के रेट में जहां औसतन 2.04 फीसद का इजाफा हुआ है, वहीं गेहूं का आटा 2.17 फीसद महंगा हुआ है। दालों में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है।

आईएसबीटी परिसर में महापौर ने किया हाईटेक शौचालय का उदघाटन

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ऋषिकेश, नगर निगम की महापौर के प्रयासों से आईएसबीटी परिसर में जन सुविधाओं में लगातार ईजाफा हो रहा है। आईएसबीटी परिसर में हाईटेक शौचालय शुरू हो गया।

वृहस्पतिवार को नगर निगम महापौर श्रीमती अनिता ममगांई ने संयुक्त यात्रा बस अड्डे स्थित हाईटेक सुविधाओं से युक्त शौचालय का उद्वाटन करते हुए उसे जनता के सुपुर्द कर दिया।इस अवसर पर उन्होंने ने कहा कि आगामी चारधाम यात्रा में इसका लाभ श्रद्वालुओं को मिलेगा।

उन्होंने बताया स्वच्छ भारत मिशन के सपने को साकार करने के लिए निगम प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत अत्याधुनिक शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है। यह शौचालय पूरी तरह से हाईटेक है। इसमें एक्सटीरियर और इंटीरियर डिजाइन है। सेंसर बेस्ड यूरिनल सिस्टम है। शौचालय 24 घंटे सातों दिन खुला रहेगा और हेल्पर वहां बैठा होगा।

बताया कि तीर्थ नगरी के विभिन्न क्षेत्रों में नगर निगम द्वारा हाईटेक शौचालय बनाने की कवायद शुरू की गई थी। स्वच्छता की और एक और कदम के लक्ष्य के साथ विभिन्न महत्वपूर्ण क्षेत्रों में हाईटेक शौचालयों का निर्माण किया जा रहा है। इस दौरान महापौर मंमगाई ने तमाम उपस्थिति को स्वच्छता का पाठ पड़ाने के साथ पॉलिथीन का उपयोग न करने की अपील भी की।

इस अवसर परमुख्य नगर आयुक्त गिरीश गुणवंत, अधिशासी अभियंता विनोद जोशी, सहायक अभियंता आनंद मिश्रवान,सुरभि लोक संस्था के चेयरमैन आशीष तिवारी, प्रबंधक मोहम्मद शाहिद, मैनेजर विक्रम सिंह, स्थानीय पार्षद चेतन चौहान, विजय बरौनी, चेतन शर्मा, पंकज शर्मा, मदन कोठारी, रामकिशन अग्रवाल, राजकुमारी जुगलान, मंजू बलोधी, ज्योति सहगल,विकास सेमवाल, धीरेंद्र कुमार , यशवंत रावत, कमलेश जैन, रेखा सजवान, गुरविंदर सिंह, भगवती प्रसाद रतूड़ी, रमेश अरोड़ा, चरणजीत सिंह काजू, चरणजीत रागण, नरेन्द्र शर्मा,अनूप बडोनी, कमला गुनसोला, विजयलक्ष्मी भट्ट ,करणी सिंह पवार,सुजीत यादव,गौरव सहगल,किरन जोशी, गौरव कैंथोला,रोमा सहगल, ओमप्रकाश बरमोला, पुरषोत्तम जोशी, सरिता बिष्ट, रोहित शर्मा,महेन्द्र बर्मा, आदि मोजूद रहे।