देहरादून, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी से शनिवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन कक्ष में बड़ी संख्या में प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आये लोगों से भेंट की, तथा अपनी समस्याओं से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने आगंतुकों को हर सम्भव सहायता के प्रति आश्वस्त किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समस्याओं के त्वरित निराकरण हेतु राज्य सरकार संकल्पबद्ध है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि ब्लाॅक स्तर की समस्याओं का निराकरण ब्लाॅक स्तर पर और जिला स्तर की समस्याओं का निराकरण जिला स्तर पर हो जाना चाहिए। लोगों को अपनी अपनी समस्याओं के हल के लिए परेशान न होना पड़े |
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने प्रदेश की जनता से जो भी वायदे किये हैं तथा राज्य के विकास के लिये जो भी संकल्प लिये है, उन्हें समयबद्धता के साथ पूरा किया जायेगा, मुख्यमंत्री ने प्रत्येक आगंतुक से भेंट की और उनकी शिकायतो व समस्याओं को सुना। उन्होंने सभी को उनकी समस्याओं का यथासम्भव जल्द से जल्द निस्तारण के प्रति आश्वस्त किया तथा इस सम्बन्ध में अधिकारियों को भी निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने सभी समस्याओं और शिकायतों का रिकार्ड रखने और उन पर की जा रही कार्रवाई का फालोअप भी करने के निर्देश दिये।
सीएम ने मुख्य सेवक सदन में लोगों से मिलकर जानी उनकी समस्याएं, दिये निराकरण के निर्देश
मुख्यमंत्री आवास में विधि-विधान से हुआ कन्या-पूजन
देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को चैत्र नवरात्रि की नवमी के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में विधि-विधान से कन्या-पूजन किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विश्व के कल्याण एवं शांति के लिए ‘सर्वे भवंतु सुखिन:’ की भावना से नौ दुर्गा की प्रतीक नौ कन्याओं को भोजन कराया।
मुख्यमंत्री ने आदि शक्ति भगवती के उपासना पर्व नवरात्रि की भी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी है।
मन्दिर की धर्मशाला को तोडे़ जाने के विरोध में ग्रामीणों का धरना प्रदर्शन
यमकेश्वर, न्याय पंचायत बनचूरी में देवीडांडा मन्दिर परिसर में ग्रामीणों द्वारा बनायी गई धर्मशाला को कुछ लोगों द्वारा तोडे़ जाने व मन्दिर समिति को भंग करने की मांग को लेकर बनचूरी-रावत गांव के ग्रामीणों द्वारा अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया गया। धरना प्रदर्शन करने वालो में पूर्व प्रधान सुशील लखेड़ा, शांन्ति प्रसाद भट्ट यूकेडी नेता, अनीता देवी, सीमा देवी, सुनीता देवी, सरोजनी देवी, महेश्वरी देवी, ऊषा देवी, शकुन्तला देवी, बसन्ती देवी, भाग्यश्वेरी देवी, सुमा देवी, धुपा देवी, मोहन सिंह, कमला देवी, रामचन्द्र, मनोज लखेड़ा पूर्व प्रधान, पीताम्बर दत्त, गोपाल, प्रकाश लखेड़ा पूर्व प्रधान, कान्ती देवी, ऊमा, विनीता लखेड़ा प्रधान ग्राम सभा बनचूरी, सुनील सिंह उपप्रधान ग्राम सभा-बनचूरी, सोहनलाल लखेड़ा आदि सैकड़ों ग्रामीणों द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया।
आप भी है SBI के खाताधारक? तो इस नंबर के बिना नहीं निकाल सकेंगे ATM से पैसे
SBI ATM: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India) में खाता रखने वाले ग्राहकों के लिए जरूरी खबर है. अगर आपका भी इस सरकारी बैंक में अकाउंट है और आप एटीएम के जरिए पैसों (SBI ATM withdrawal limit) निकालते हैं तो अब से पैसे निकालने के लिए आपको एक खास नंबर की जरूरत होगी.
बिना OTP के नहीं निकलेगा पैसा
आपको बता दें अब एसबीआई एटीएम से पैसे निकालने के लिए आपको एक ओटीपी एंटर करना होगा. उसके बाद ही आप पैस निकाल पाएंगे. बता दें बैंक ने देशभर में बढ़ते फ्रॉड के मामलों को रोकने के लिए इस सुविधा को शुरू किया है.
1 जनवरी से शुरू की सुविधा
आपको बता दें बैंक ने ग्राहकों के एटीएम ट्रांजेक्शन को सुरक्षित बनाने के लिए 1 जनवरी 2020 से ओटीपी बेस्ड ट्रांजेक्शन की शुरुआत की है. इस सुविधा का मुख्य उद्देश्य ग्राहकों के पैसे को सुरक्षित रखना है.
SBI ने किया ट्वीट
SBI ने अपने ऑफिशियल ट्विटर पर लिखा है कि एसबीआई एटीएम पर लेनदेन के लिए ओटीपी आधारित नकद निकासी प्रणाली धोखेबाजों के खिलाफ वैक्सीनेशन है. आपको धोखाधड़ी से बचाना हमेशा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी.
आइए आपको बताते हैं कैसे काम करता है सिस्टम
SBI ग्राहक को रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी भेजा जाएगा.
ग्राहक इस ओटीपी को एंटर कर एटीएम से पैसे निकाल सकेंगे
ओटीपी एक चार डिजिट की संख्या होगी, जिससे एक बार ट्रांजेक्शन कर पाएंगे.
कार्ड होल्डर्स को यह अनऑथराइज्ड एटीएम कैश विड्रॉल से बचाएगा.
एंटर करना होगा ओटीपी
इस सुविधा का फायदा लेने के लिए जब आप एटीएम मशीन से पैसा निकालेंगे तब करना होगा. आपको एटीएम मशीन से पैसा निकालते समय आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आए हुए ओटीपी को एंटर करना होगा उसके बाद ही आप पैसा निकाल पाएंगे.
बैंक समय-समय पर करता है अलर्ट
आजकल धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इनको रोकने के लिए बैंक ने यह कदम बढ़ाया है. इसके अलावा ग्राहकों के पैसे को सुरक्षित रखने और फ्रॉड को रोकने के लिए बैंक समय-समय पर ट्वीट और मैसेज भेजकर अलर्ट करता रहता है.
जानें कब होगी ओटीपी की जरूरत?
बता दें अगर आप 10,000 रुपये या उससे ज्यादा पैसे एटीएम से निकालते हैं तो ही आपको ओटीपी की जरूरत होगी. इससे कम राशि को निकालने के लिए आपको ओटीपी की जरूरत नहीं होगी.
केंद्र सरकार ने अस्थाई तौर पर सस्पेंड की यह सुविधा, यहां जानें कैसे होगी ई-केवाईसी
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों के लिए एक बड़ी खबर है. अगर आप भी योजना के तहत लाभ लेने वाले किसानों में से एक है, तो यह आपके काम की खबर है.
अब योजना के लाभार्थियों को केवाईसी कराने में थोड़ी समस्या हो सकती है.
अब तक आप घर में बैठे-बैठे ही ई-केवाईसी कर पा रहे थे, लेकिन अब ऐसा नहीं हो पाएगा. दरअसल, आप मोबाइल पर आने वाले जिस ओटीपी का इस्तेमाल करके ई-केवाईसी की प्रक्रिया कर रहे थे, उसे अस्थाई तौर पर सस्पेंड किया गया है.
केवाईसी के लिए सीएससी जाना होगा
पीएम किसान योजना की ऑफिशियल वेबसाइट पर यह सूचना दर्शाई जा रही है. अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि यह प्रक्रिया दोबारा कब तक शुरू होगी. इस वेबसाइट के मुताबिक, अब आपको केवाईसी के लिए अपने करीबी कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) जाना पडे़गा. यहां अपना बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन देना होगा. अब तक आधार नंबर के इस्तेमाल से मोबाइल ओटीपी के माध्यम से ई-केवाईसी की सुविधा दी गई थी.
ई-केवाईसी पूरा करने की डेडलाइन बढ़ी
पीएम किसान योजना के तहत आगामी किस्त का लाभ लेने के लिए मोदी सरकार ने ई-केवाईसी पूरा करने की आखरी तारीख आगे बढ़ा दी है. पोर्टल के अनुसार, यह प्रक्रिया 31 मई 2022 तक पूरी की जा सकती है. पहले यह तारीख 31 मार्च 2022 थी, जिसे बाद में बढ़ा दिया गया.
रजिस्टर्ड किसानों के लिए ई-केवाईसी जरूरी
पीएम किसान पोर्टल के मुताबिक, इस योजना के तहत देश के करीब 12.53 करोड़ किसान रजिस्टर्ड हैं. केंद्र सरकार की इस योजना के तहत लाभ पाने वाले किसानों के लिए केवाईसी अपडेट कराना जरूरी है.
जल्द किया जाएगा अगली किस्त का भुगतान
इस योजना के तहत किसानों को हर महीने 500 रुपये दिए जाते हैं. इसमें 4 महीने की किस्त एक साथ दी जाती है. इस तरह सालाना 6 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है. अब तक पीएम किसान योजना के तहत 10 किस्तें ट्रांसफर की जा चुकी हैं. 10 वीं किस्त 1 जनवरी 2022 को किसानों के खाते में भेजी गई थी. जल्द ही किसानों को 11वीं किस्त का भुगतान किया जाएगा.
Corona : XE वैरिएंट ने बढ़ाई चिंता, मुंबई में मिला दूसरा केस
मुंबई में ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट XE का अब दूसरा मामला सामने आ गया है. बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने पुष्टि करते हुए कहा कि अब मुंबई के सांताक्रूज में 67 वर्षीय व्यक्ति XE वैरिएंट से सक्रमित पाया गया है.
बताया जा रहा है कि वह 11 मार्च को काम के सिलसिले में वडोदरा गया था, जहां एक होटल में मीटिंग में शामिल होने के बाद उसकी तबीयत खराब हो गई थी. जब उसका कोविड टेस्ट किया गया तो उसके संक्रमित होने की पुष्टि हुई.
डबल वैक्सिनेटेड है संक्रमित व्यक्ति
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने जानकारी में बताया कि कोरोना की जांच में भले ही वह पॉजिटिव पाया गया था लेकिन उसमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे इसलिए वह गुजरात से मुंबई लौट आया था. यहां उसके सैम्पल की जब जीनोम सिक्वेंसिंग की गई तो रिपोर्ट में XE वैरिएंट से संक्रमित होने का खुलासा हुआ. बीएमसी ने बताया कि शख्स ने कोरोना के टीके की दोनों डोज लगवा रखी है. उसमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं हैं, उसकी हालत स्थिर है.
विदेशी महिला लगवा चुकी थी दोनों डोज
बीएमसी ने कुछ दिन पहले भी मुंबई में अफ्रीका की महिला के XE से संक्रमित होने की पुष्टि की थी. मुंबई में जिस 50 वर्षीय विदेशी महिला के XE वैरिएंट के चपेट में आने की बात सामने आई थी, वह कोरोना के दोनों टीके लगा चुकी थी. महिला एसिमटोमैटिक थी. उनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे. वह 10 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से मुंबई आई थी. इससे पहले उसकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री भी नहीं थी.
गुजरात में भी मिला है XE का एक केस
कोरोना का नया वैरिएंट XE गुजरात में दस्तक दे चुका है. 13 मार्च को शख्स कोविड पॉजिटिव निकला था, लेकिन एक हफ्ते बाद उसकी स्थिति ठीक थी. जब सैंपल के नतीजे आए तो उसमें वो शख्स XE वैरिएंट से संक्रमित निकला.
बीए.2 स्ट्रेन से 10% ज्यादा घातक
अगर नया वैरिएंट XE ही होगा तो यह ओमिक्रॉन के सब वैरिएंट BA.2 से करीब 10 प्रतिशत ज्यादा संक्रामक हो सकता है. इसे लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) इसको लेकर चिंता कर चुका है. XE ओमिक्रॉन के दो सब लीनेज BA.1 और BA.2 का रीकॉम्बिनेंट स्ट्रेन है. WHO कह चुका है कि जब तक इसके ट्रांसमिशन रेट और बीमारी के व्यवहार में महत्वपूर्ण बदलाव नहीं देखा जाता तब तक इसे ओमिक्रॉन वैरिएंट से ही जोड़कर देखा जाएगा.
प्रॉपर्टी खरीद-फरोख्तद के नाम पर धोखाधड़ी : स्कूल संचालक पर हॉस्टल बेचने के नाम पर साढ़े 10 करोड़ से अधिक रकम हड़पने का आरोप
देहरादून, उत्तराखंड़ राज्य बनने के बाद से राजधानी देहरादून में प्रापर्टी खरीदने बेचने का धंधा खूब चमक रहा है, ऐसी ही एक प्रापर्टी बेचने के नाम पर धोखाधड़ी को लेकर हाई प्रोफाइल मामला सामने आया है. एक नामी शिक्षण संस्थान संचालक पर हॉस्टल बेचने के नाम पर धोखाधड़ी कर 10 करोड़ 50 लाख (साढ़े दस करोड़) रुपए हड़पने का आरोप है. इस मामले में पीड़ित कॉन्ट्रैक्टर ने थाना राजपुर में आरोपित स्कूल मालिक के खिलाफ तहरीर दी. जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो पीड़ित ने एसएसपी, डीजीपी और गृह विभाग से न्याय की गुहार लगाई है.
पीड़ित गुरविंदर सिंह नागपाल का आरोप है कि बसंत विहार स्थित स्कूल मालिक द्वारा अपने शिक्षण संस्थान से सटे एक हॉस्टल बिल्डिंग को विक्रय (sales) के नाम पर पहले साढ़े दस करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की गई. गुरविंदर सिंह नागपाल के अनुसार इस मामले में आरोपी रसूखदार लोगों का भय दिखाकर कानूनी कार्रवाई को प्रभावित कर सकते हैं. ऐसे में पुलिस से उनकी मांग है कि निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से जांच कर करोड़ों रुपए के बैंक ट्रांजैक्शन व अन्य सबूतों के आधार पर आरोपी लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.प्रॉपर्टी बेचने के नाम पर साढ़े 10 करोड़ की धोखाधड़ी.सौदे की रकम बढ़ाकर रुपए हड़पने की साजिश: शिकायतकर्ता गुरविंदर सिंह नागपाल ने बताया कि वह एक पेशेवर बिल्डिंग कॉन्ट्रैक्टर हैं, जिसके चलते वह साल 2015 से इकोल ग्लोबल और एशियन स्कूल से संबंधित हॉस्टल और बिल्डिंग बनाने का कार्य कॉन्ट्रैक्ट बेस पर कर रहे थे. इसी कारण वर्षों के कार्य अनुभव और विश्वासपात्र होने के चलते उनको शिक्षण संस्थान के संचालक ने अपने स्कूल के हॉस्टल को खरीदने का प्रस्ताव 13 करोड़ में रखा.
इसके एवज में गुरविंदर सिंह नागपाल ने पिछले साल साढ़े 10 करोड़ रुपए दे दिए. उसके बाद शिक्षण संस्थान के संचालक ने रजिस्ट्री नहीं की. गुरविंदर सिंह नागपाल ने कहा कि वो ढाई करोड़ रुपए देने को तैयार हैं, लेकिन शिक्षण संस्थान के संचालक ने प्रॉपर्टी देने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि जमीन के दाम बढ़ गए हैं. ऐसे में अब उनको प्रॉपर्टी के 38 करोड़ रुपए चाहिए.
शिकायतकर्ता नागपाल ने बताया कि वो आरोपी शिक्षण संस्थान संचालक की कई बिल्डिंगों का पिछले 6-7 साल से निर्माण कर रहे थे. उसी विश्वास के चलते उन्होंने स्कूल संचालक की कम्पनी द्वारा देहरादून के राजपुर रोड पर “फाइव स्टार होटल” के निर्माण कार्य को वर्ष 2020 में कॉन्ट्रैक्ट के तहत शुरू किया था लेकिन स्कूल संचालक की नीयत में खोट आ गया. उसने निर्माण कार्य के लंबित करोड़ों रुपए का भुगतान रोक दिया. साथ ही दबंगों की मदद से करोड़ों के सामान और सामग्री कब्जे में लेकर काम बंद करा दिया गया.नागपाल का कहना है कि प्रॉपर्टी खरीदने में धोखाधड़ी और पांच सितारा होटल निर्माण में करोड़ों के लंबित भुगतान के कारण वह बाजार के कर्ज से न सिर्फ सड़क पर आ चुके हैं, बल्कि इस ठगी के कारण उनकी कंस्ट्रक्शन कंपनी से जुड़े 200 से अधिक मजदूर-कारीगर (मिस्त्री) व लोग रोजी-रोटी के संकट से गुजर रहे हैं. शिकायतकर्ता गुरविंदर सिंह के मुताबिक, इस मामले में आरोपी स्कूल संचालक के रसूखदार रुतबे को देखते हुए पुलिस द्वारा कोई सुनवाई नहीं की जा रही है |
स्लीपर फैक्ट्री की चिमनी गिरने से मची अफरा तफर, जनहानि होने से बची
(मुन्ना अंसारी)
लालकुआँ में रेलवे के लिये स्लीपर बनाने वाली फैक्ट्री में शनिवार की दोपहर भीषण हादसा हो गया । जिसमें स्लीपर फैक्ट्री की एक विशालकाय चिमनी फैक्ट्री के टीन शेड में भरभरा कर गिर पड़ी। भारी भरकम चिमनी के टीन सैड में गिरने से पूरा टीन शेड क्षतिग्रस्त होकर जमीन में आ गिरा, गनीमत रही की घटना के समय कोई भी कर्मचारी मौके पर मौजूद नही था, जिसके चलते जनहानि होने से बच गई, अचानक हुई घटना से फैक्ट्री में कार्य करने वाले श्रमिकों में हड़कंप मच गया ।
वही फैक्ट्री प्रबंधन मामले को छुपाने का पूरा प्रयास करता रहा लेकिन इतनी बड़ी घटना का किसी श्रमिक ने वीडियो वायरल कर दिया जिससे उक्त घटना के बारे में जानकारी हो सकी । घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुँचे कोतवाल संजय कुमार ने घटनास्थल का निरीक्षण करते हुए कहा कि सिलिपर फैक्ट्री में चिमनी गिरने की सूचना प्राप्त हुई थी जिसके बाद घटनास्थल का निरीक्षण कर मामले की जाँच शुरू कर दी है साथ ही घटना की रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को प्रेषित की जा रही है ।
वही लालकुआँ क्षेत्र में हुई इतनी बड़ी घटना के घण्टो बीत जाने के बाद भी पुलिस के अलावा प्रशासन का कोई भी अधिकारी घटना का जायजा लेने नही पहुँचा, वही स्लीपर फैक्ट्री के मजदूरों में दहशत की स्थिति बनी हुई है ।
खास खबर : लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित
‘लेखक दीवान सिंह बजेली को भी किया गया सम्मानित’
देहरादून, उत्तराखण्ड़ के सुप्रसिद्ध लोकप्रिय लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी को भारत सरकार ने शनिवार को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया। श्री नेगी के साथ लेखक दीवान सिंह बजेली को भी सम्मानित किया गया। उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने दोनों को दिल्ली में विज्ञान भवन में संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया।
शनिवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में देशभर की 44 हस्तियों के साथ उत्तराखंड से प्रसिद्ध लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी को प्रतिष्ठित संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। नरेंद्र सिंह नेगी को उत्तराखंड में लोक संगीत के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए वर्ष 2018 के पुरस्कार के लिए चुना गया था। नरेंद्र सिंह नेगी 12 अप्रैल को दिल्ली के मंडी हाउस में लोकगीतों की प्रस्तुति भी देंगे। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू भी मौजूद रहेंगे। 12 अगस्त 1949 को पौड़ी में जन्मे नरेंद्र सिंह नेगी ने जीवन शैली, संस्कृति, राजनीति को लेकर अनगिनत गीत गाए हैं। नए गायकों के आने के बावजूद उत्तराखंड के लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी के गीतों की चमक बरकरार है। अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर तहसील के कलेत गांव में जन्मे दीवान सिंह बजेली का लेखन में 30 वर्षों का अनुभव है। थियेटर और फिल्म से जुड़े विषयों पर उनकी कलम हमेशा सामाजिक जागरूकता और नागरिकों को सामर्थ्यवान बनाने में अपना योगदान देती रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दी बधाई
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के प्रसिद्ध लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी तथा अभिनय कला के क्षेत्र में योगदान के लिये दीवान सिंह बजेली को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित संगीत नाट्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किये जाने पर बधाई दी है। उन्होंने कहा कि पारम्परिक लोक गीत के क्षेत्र में नरेन्द्र सिंह नेगी तथा अदाकारी के क्षेत्र में दीवान सिंह बजेली को दिया गया सम्मान प्रदेश का भी सम्मान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश के लोक गीत संगीत एवं अभिनय कला को भी पहचान मिली है। ज्ञातव्य है कि लोक गायक नरेन्द्र सिंह नेगी को पारंपरिक लोक गीत व संगीत के क्षेत्र में तथा दीवान सिंह बजेली को अभिनय कला में योगदान/छात्रवृति के क्षेत्र में यह पुरस्कार दिया गया है। नरेन्द्र सिंह नेगी पौड़ी गढ़वाल तथा दीवान सिंह बजेली सोमेश्वर अल्मोड़ा के मूल निवासी है।
श्रद्धालुओं के वाहन की टक्कर से दो राहगीरों की मौत, छह घायल
चंपावत, जनपद के टनकपुर में मां पूर्णागिरी के दर्शन करने व मेला देखने जा रहे श्रद्धालुओं के वाहन की टक्कर से दो राहगीरों की मौत हो गई। वाहन में सवार छह लोग घायल है। हादसा पूर्णागिरी मार्ग पर हुआ, घायलों का उपचार चल रहा है। मृतक युवक की पहचान कृष्ण कुमार और विक्रम सिंह के रूप में हुई है।
वाहन में सवार सभी लोग बरेली निवासी थे, जोकि माता के दर्शन के लिए जा रहे थे, लेकिन उन्हें क्या मालूम था कि माता के दर्शन करने से पहले ही वह हादसे का शिकार हो जाएंगे। घायलों में कुछ की स्थिति गंभीर है। अस्पताल में सभी का उपचार जारी है।