देहरादून। बालावाला में अज्ञात वाहन की टक्कर से 28 वर्षीय युवक की मौत हो गई। हादसे की वजह नई बनी सड़क पर तेज रफ्तार बताई जा रही है। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। हादसे के बाद युवक के परिजन गमगीन है। एक्सिडेंट में जिस युवक की मौत हुई उसका हेलमेट मौके पर नहीं मिला। संभावना है कि उसने हेलमेट नहीं पहना था।
बालावाला चौकी इंचार्ज राजीव धारीवाल ने बताया कि हादसा शनिवार रात करीब एक बजे बालावाला में भरतू चौक के पास हुआ। ऋषभ धीमान उर्फ रिशु (28) कौलागढ़ में निजी काम से गया था। रात को एक बजे वापस लौटते वक्त घर से कुछ दूर पहले भरतू चौक के पास अज्ञात वाहन से उसकी स्कूटी टकरा गई। जिस वाहन से टक्कर हुई वह मौके पर नहीं मिला। हादसे की आवाज पर आसपास ले लोग मौके पर पहुंचे। लहूलुहान रिशु को उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया गया। वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही युवक के परिजन मौके पर पहुंचे। रविवार सुबह पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उधर आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल कर टक्कर मारने वाले वाहन की तलाश की जा रही है। जिस सड़क पर हादस हुआ वह हाल में बनी है। ऐसे में वाहन तेज रफ्तार में चलने की संभावना है। पुलिस का कहना है कि मृतक के परिजन तहरीर देंगे तो पुलिस मुकदमा दर्ज करेगी।
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आईसीआईसीआई बैंक का चौथी तिमाही का लाभ 60 % उछल कर 7018.7 करोड़ रुपये
नयी दिल्ली । निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक ने 31 मार्च 2022 को समाप्त हुए पिछले वित्त वर्ष के चौथी तिमाही में एकल आधार पर 7018.7 करोड़ रुपये का लाभ कमाया। यह एक साल पहले इसी अवधि की तुलना में 59.4 प्रतिशत अधिक है।
पिछले साल इसी तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 4403 करोड़ था।
पूरे वित्त वर्ष के दौरान बैंक का शुद्ध लाभ 23,339 कोरड़ रुपये रहा जो इससे पिछले वित्त वर्ष के 16,193 करोड़ रुपये की तुलना में 44 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है।
शनिवार को जारी तिमाही परिणामों के अनुसार बैंक को इस दौरान ब्याज से 12,605 करोड़ रुपये की आय हुई, जो वार्षिक आधार पर 20.8 प्रतिशत अधिक है।
बैंक के निदेशक मंडल ने शेयरधारकों को पांच रुपये प्रति शेयर की दर से लाभांश देने की घोषणा की है।
बैंक के तिमाही लाभ में उछाल में मुख्य योगदान प्रावधान में भारी कमी का रहा। चौथी तिमाही में बैंको प्रावधानों के मद में 1069 करोड़ रुपये दिखाने पड़े, जिनमें 1025 करोड़ रुपये आकस्मिक प्रावधान के रूप में दिखाया गया है।
चौथी तिमाही में बैंक की ब्याज मार्जिन चार प्रतिशत रही, जो एक साल पहलेे 3.84 प्रतिशत थी। चौथी तिमाही में बैंक की गैर ब्याज आय, जिसमें सरकारी प्रतिभूतियों के कारोबार की आय भी शामिल है, ग्यारह प्रतिशत बढक़र 4604 करोड़ रुपये रही। इसी दौरान बैंक की फीस से आय 14 प्रतिशत बढक़र 4366 करोड़ रुपये रही।
एकतीस मार्च 2022 को समाप्त वित्त वर्ष में बैंक की कुल जमा 14 प्रतिशत बढक़र 10,64,572 करोड़ रुपये रही, और ऋण कारोबार 17 प्रतिशत बढक़र 8,59,020 करोड़ रुपये था। मार्च 2022 की समाप्ति पर बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात 19.16 था।
LIC की इस स्कीम में एक बार जमा करें पैसा, जीवन भर मिलेगी 12,000 रुपए मासिक पेंशन
LIC Saral Pension Yojana: अब आपको पेंशन के लिए 60 वर्ष का इंतजार नहीं करना होगा। जीवन बीमा निगम की एक जबरदस्त पॉलिसी है। जिसमें एकमुश्त रकम जमा करते ही 40 साल की उम्र में पेंशन मिलने लगती है।
इस पॉलिसी का नाम सरल पेंशन योजना है। आप भी इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं। तो जानिए एलआईसी की इस स्कीम के बारे में।
क्या है सरल पेंशन योजना?
एलआईसी की सरल पेंशन योजना में एक बार प्रीमियम भरना होता है। एन्यूटी पाने के लिए दो विकल्प में से किसी एक को चुनना पड़ता है। इसके बाद पूरे लाइफ टाइम पेंशन मिलेती रहेगी। वहीं पॉलिसी धारक की मृत्यु होने पर नॉमिनी को सिंगल प्रीमियम की रकम मिलती है। सरल पेंशन योजना एक इमीडिएट एन्यूटी प्लान है।
पेंशन को लेने के दो तरीके
सिंगल लाइफ: इसमें पॉलिसी किसी एक के नाम पर रहेगी। जबतक पेंशनधारी जीवत रहेगा। उन्हें पेंशन मिलेगी। उसकी देहांत के बाद बेस प्रीमियम की रकम उसके नॉमिनी को लौटा दी जाएगी।
ज्वाइंट लाइफ: इसमें दोनों जीवनसाथी की कवरेज मिलती है। जबतक प्राइमरी पेंशनधारी जीवित रहेंगे। उन्हें पेंशन मिलती रहेगी। किसी एक की मृत्यु होने पर दूसरे को पेंशन मिलती रहेगी। दोनों की मौत के पर बेस प्रीमियम की रकम नॉमिनी को दी जाती है।
इस योजना के लिए पात्रता
इस योजना का हिस्सा बनने के लिए न्यूनतम आयु सीमा 40 साल और अधिकतम 80 साल है। यह एक होल लाइफ पॉलिसी है। इसमें पेंशन पूरी जिंदगी मिलती है। सरल पेंशन पॉलिसी को शुरू होने की तिथि से 6 महीने के बाद कभी भी सरेंडर किया जा सकता है।
कैसे होगा एन्यूटी का भुगतान
इस योजना के तहत एन्यूटी के भुगतान के लिए 4 विकल्प मिलते हैं। इसके तहत मासिक, 3 महीने, 6 महीने और 12 महीने में ले सकते हैं। इस योजना में कम से कम 1000 रुपए पेंशन लेनी होगी। अगर आप 42 साल के है और 30 लाख की एन्यूटी खरीदते है। तब हर महीने 12,388 रुपए पेंशन मिलेगी।
उत्तराखंड को 2025 तक देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार कृत संकल्पित : मुख्यमंत्री
देहरादून, मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास में पांचजन्य संवाद कार्यक्रम में कहा कि उत्तराखंड को 2025 तक देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए राज्य सरकार कृत संकल्पित है। 05 नवंबर 2021 को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने श्री केदारनाथ की भूमि पर कहा कि यह दशक उत्तराखण्ड का दशक होगा। उत्तराखंड के समग्र विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। केंद्र सरकार से भी राज्य को हर क्षेत्र में पूरा सहयोग मिल रहा है। राज्य में चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है, इस वर्ष लाखों श्रद्धालुओं के चारधाम यात्रा पर आने की संभावना है। अब तक जितने श्रद्धालु उत्तराखंड आए हैं, उससे कई गुना अधिक श्रद्धालु 10 सालों में देवभूमि उत्तराखंड आयेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में समान नागरिक संहिता लागू करने को लेकर चुनाव से पूर्व किए अपने वायदे को पूरा करने की दिशा में हमने महत्वपूर्ण कदम उठाया। सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में निर्णय लिया गया कि राज्य में समान नागरिक संहिता के क्रियान्वयन के लिये विशेषज्ञों की समिति बनाई जाएगी। न्यायविदों, सेवानिवृत्त जजों, समाज के प्रबुद्ध जनों और अन्य स्टेकहाल्डर्स की एक कमेटी गठित की जाएगी जो कि उत्तराखण्ड राज्य के लिये यूनिफार्म सिविल कोड का ड्राफ्ट तैयार करेगी, मुख्यमंत्री ने कहा की उत्तराखण्ड की संस्कृति एवं शांतिपूर्ण वातावरण को बनाए रखने के लिये जरूरी है कि अराजक तत्व राज्य में प्रवेश न कर पाए। इसके लिये उन्होंने प्रदेशभर में व्यापक स्तर पर नागरिकों का सत्यापन अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा की राज्य में रोजगार एवं स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जा रहा है। पहाड़ की जवानी और पहाड़ का पानी पहाड़ के काम आए, इसके लिए सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य में सरकारी क्षेत्र में भर्ती प्रक्रियाएं तेजी से चल रही है साथ ही लोगों को स्वरोजगार के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। देवभूमि उत्तराखंड धर्म एवं अध्यात्म का केंद्र है। इसके साथ ही राज्य में पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है। देवभूमि का नैसर्गिक सौन्दर्य पर्यटकों को यहां आने के लिए आकर्षित करता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण राज्य है। अंतर्राष्ट्रीय सीमा से सटे गांवों से पलायन रोकने और सुविधायें मुहैया करवाने के लिए अनेक पहल की गई है।
ओएनजीसी पीसीआरए का आयोजन : स्वास्थ्य, पर्यावरण और ईधन संरक्षण के लिए पैदल चलना आवश्यक : सीईओ तनु जैन
देहरादून, ओएनजीसी और पेट्रोलियम कंजर्वेसन एंड रिसर्च एसोशियेसन(पीसीआरए) और द्वारा रविवार 24 अप्रैल को हरित और स्वच्छ ऊर्जा अपनाये, आजादी का अमृत महोत्सव मनाएं थीम को लेकर ओएनजीसी तेलभवन कैम्पस से पेट्रोलियम पदार्थो के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु “आओ पैदल चलें” कार्यक्रम आयोजित किया गया | मुख्य अतिथि छावनी बोर्ड की सीईओ सुश्री तनु जैन ने वाॕकथन रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया ।
स्वस्थ्य पर्यावरण और ईधन संरक्षण का संदेश को लेकर निकाली गयी इस पैदल रैली के लिए लोग प्रातःकाल 5 बजे से ही एकत्र होना प्रारंभ हो गए थे और उनमें गजब का उत्साह दिखाई पड़ रहा था। संरक्षता क्षमता महोत्सव के इस आयोजन में छावनी बोर्ड की सीईओ तनु जैन, प्रधान निगमित प्रशासन श्रीमती आर एस नारायणी, इंचार्ज स्पोटर्स एवं रैली आयोजक पवन कुमार, महाप्रबंधक एवं पीसीआरए समन्वयक जिलेसिंह अलारिया, अन्तरराष्ट्रीय खिलाड़ी चित्रा के सोमन, पकिन्दर सिंह आदि ने पैदल रैली में सभी लोगों को पेट्रोलियम उत्पादों के संरक्षण की प्रतिज्ञा दिलाते हुए कहा कि हमें अपने सभी कार्यालयों में पेट्रोलियम उत्पादों के संरक्षण के लिए निरंतर प्रयासरत रहना होगा ताकि देश की प्रगति के लिए आवश्यक इन सीमित संसाधनों की आपूर्ति अधिक समय तक संभव हो सके।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि छावनी बोर्ड की सीईओ तनु जैन ने कहा कि पेट्रोलियम पदार्थों के व्यर्थ उपयोग को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करें जिससे भावी पीढ़ी के लिए एक बेहतर वातावरण सुनिशिचित कर एक नए व स्वस्थ भारत का निर्माण कर सकें। उन्होंने कहा कि ओएनजीसी और पीसीआरए ने रैली का आयोजन कर सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि ओएनजीसी सामाजिक कार्यो के लिये हमेशा सकारात्मक पहल करने के साथ आर्थिक मदद भी प्रदान करता है, इस अवसर पर प्रधान निगमित प्रशासन श्रीमती आर एस नारायणी ने कहा कि देश की प्रगति के लिये आवश्यक इन सीमित संसाधनों की आपूर्ति अधिक समय तक संभव हो सके, हमें सिर्फ एक दिन की रैली तक सीमित नहीं रहना चाहिए बल्कि ईधन की बचत के लिए लगातार कार्य करना होगा, पीसीआरए
समन्वयक जिलेसिंह अलारिया ने कहा कि स्वास्थ्य और स्वच्छ पर्यावरण के लिए पैदल चलने को महत्वपूर्ण बताया।
इस अवसर पर ओएनजीसी के प्रधान निगमित प्रशासन आर एस नारायणी ने मुख्य अतिथि छावनी बोर्ड की सीईओ सुश्री तनु जैन का स्वागत और अभिनन्दन किया। रैली के आयोजक पवन कुमार के मुताबिक पैदल चाल रैली में हर उम्र के लोगों अपना पंजीकरण कर प्रतिभागिता निभायी, सुबह सात बजे आरंभ हुई पांच किमी की इस वाॕकथन रैली में 4 सौ से ज्यादा लोगों ने भाग लिया, जिसमें ओएनजीसी कार्मिक और विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के सेवानिवृत कार्मिकों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया, पैदल चाल रैली तेलभवन से शुरू हो कर मालरोड़, बिंदाल पुल, किशननगर चौक, कौलागढ़ रोड़ गढ़ी कैंट चौक से होते हुए वापस तेल भवन ग्राउड़ पर पहुंची ।
इस अवसर पर पीसीआरए सक्षम देहरादून के जिलेसिंह अलारिया, मुख्य महाप्रबंधक आर एस नारायणी, ओएनजीसी के एथलेटिक्स कोच पकिन्दर सिंह , महाप्रबंधक पवन कुमार, मनोज अत्री आदि सहित बड़ी संख्या ओएनजीसी अधिकारी और कार्मिक उपस्थित थे। अंत में रैली से वापस आकर अनेक प्रतिभागियों ने अपने विचार साझा किए और स्वस्थ रहने के लिए पैदल चलने को आवश्यक बताया | इस अवसर पर प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र भी वितरित किये गये | पेट्रोलियम पदार्थों के संरक्षण को लेकर एक पखवाडे तक चलने वाले इस आयोजन ओएनजीसी और पीसीआरए जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यक्रम आयोजित कर रहा है |
संत निरंकारी मंडल ने आयोजित किया रक्तदान शिविर, ‘मानव एकता दिवस’ के रूप में मनाया आज का यह दिन
देहरादून, हरिद्वार बाईपास रोड स्थित निरंकारी भवन में निरंकारी संगठन द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर का उद्धाटन प्रदेश के कृषि मंत्री गणेश जोशी ने किया। इस अवसर पर मंत्री ने निरंकारी मंडल के जोनल चीफ हरभजन सिंह की सराहना करते हुए कहा कि कोविड-19 किसी भी सामाजिक परिस्थितियों में सहयोग करने का कार्य निरंकारी समाज करता है। उन्होंने निरंकारी संगठन का धन्यवाद किया कि आज ही के दिन पूरे देश भर में 265 स्थानों पर आयोजित रक्तदान शिविर लगाए जाने से लाखों जिंदगियों को इसका लाभ मिलेगा। संत निरंकारी संगठन द्वारा आज का यह दिन मानव एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इस अवसर पर निरंकारी मंडल के जोनल चीफ़ हरभजन सिंह ने बताया कि हमारा लक्ष्य 500 यूनिट दान करने का है। इस अवसर पर सहित सैंकड़ों रक्तदाता उपस्थित रहे।
विश्व पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में देहरादून हाफ मैराथन का आयोजन
देहरादून: थ्रिल ज़ोन द्वारा आयोजित विश्व पृथ्वी दिवस देहरादून हाफ मैराथन के 9वें संस्करण को आज पुलिस महानिदेशक, उत्तराखंड पुलिस, अशोक कुमार, आईपीएस द्वारा पैसिफिक मॉल से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। हाफ मैराथन की थीम ‘इन्वेस्ट इन अवर प्लैनेट’ थी।
हाफ मैराथन में राज्य भर से सैकड़ों लोगों ने भाग लिया, जिसमें 21 किमी, 10 किमी और 5 किमी की दौड़ शामिल थी। हाफ मैराथन को पैसिफिक मॉल से झंडी दिखाकर रवाना किया गया जो राजपुर रोड, दून हेलिड्रोम और सहस्त्रधारा रोड से होते हुए पैसिफिक मॉल पर ही समाप्त हुई।
21 किलोमीटर पुरुष वर्ग में 16-30 आयु वर्ग में सतपाल विजेता रहे, 30-40 आयु वर्ग में पंकज जोशी ने प्रथम स्थान हासिल किया, 40-50 आयु वर्ग में स्कॉट ब्रिटन ने प्रथम स्थान हासिल किया और वहीँ 50+ आयु वर्ग में जगदीश राम ने पहला स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार 21 किलोमीटर महिला वर्ग में 30-40 आयु वर्ग में पूनम यादव ने प्रथम स्थान हासिल किया, 40-50 आयु वर्ग में शशि मेहता विजेता रहीं और 50+ वर्ग में मीनाक्षी जोशी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
10 किलोमीटर पुरुष 18 वर्ष से कम आयु वर्ग में सौरभ शर्मा ने पहला स्थान हासिल किया, 18-40 आयु वर्ग में ललित आर्य विजेता के रूप में उभरे, 40-50 आयु वर्ग में दीना नाथ ने पहला स्थान हासिल किया, और 50+ आयु वर्ग में शशि दिवाकर को प्रथम पुरस्कार दिया गया। इसी तरह 10 किलोमीटर महिला वर्ग में 18 वर्ष से कम आयु वर्ग में ऋचा तनवीर ने प्रथम स्थान हासिल किया, 18-40 आयु वर्ग में प्रियंका विजेता रहीं, 40-50 आयु वर्ग में प्रीति शर्मा विजेता रहीं और 50+ वर्ग में दीपा सेठी ने जीत हासिल की।
इस अवसर पर संबंधित श्रेणियों के विजेताओं को ट्रॉफी, मैडल और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।
विजेताओं को बधाई देते हुए, आयोजक पीसी कुशवाहा ने कहा, “कोविड के कारण लगभग 2 साल के लंबे अंतराल के बाद, हमें देहरादून हाफ मैराथन के 9वें संस्करण के आयोजन पर बेहद ख़ुशी हो रही है। इस हाफ मैराथन में देहरादून के लोगों की जबरदस्त भागीदारी और उत्साह को देखकर, हम सभी को अपने शरीर के लिए अच्छा स्वास्थ्य बनाने का संकल्प लेना चाहिए।। आने वाले समय में ऐसे और फिटनेस कार्यक्रम कराने की हमारी पूरी कोशिश रहेगी।”
कुशवाहा ने आगे बताया कि हाफ मैराथन में 15 से अधिक पैरा एथलीट और दृष्टिबाधित धावकों ने भी हिस्सा लिया।
कार्यक्रम के अंत में पर्यावरण योद्धाओं, जिनमे डॉ. कविता शुक्ला, डॉ. सुरजीत सिंह खैरा, डॉ. नितिन पाण्डेय, जे.पी. मैथानी और डॉ. बृज मोहन शर्मा शामिल थे, उन्हें मुख्य अतिथि द्वारा पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उनके अनुकरणीय कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए, पैसिफिक ग्रुप के कार्यकारी निदेशक, अभिषेक बंसल ने कहा, “विश्व पृथ्वी दिवस देहरादून हाफ मैराथन में दून वासियों के उत्साह और खेल को देखना हम सभी के लिए एक अद्भुत क्षण था। मैराथन की मेजबानी करने के पीछे का उद्देश्य विश्व पृथ्वी दिवस 2022 को मनाना था और इसी प्रकार हमारे शहर की खोई हुई महिमा को वापस लाने की प्रतिज्ञा लेना था। इस मौके पर मैं पैसिफिक मॉल द्वारा ‘प्लांट योर बिल’ पहल का भी उल्लेख करना चाहूंगा, जिसमें हम हमारे उन सभी ग्राहकों के नाम पर एक-एक पेड़ लगाने का संकल्प लेते हैं जो 2500 रुपये या उससे अधिक की खरीदारी करेंगे। यह पहल हरित आवरण को बढ़ाने की दिशा में हमारी ओर से एक छोटा सा प्रयास है और 30 जून तक चलेगा।”
हाफ मैराथन के दौरान यूथ फॉर ह्यूमन राइट्स इंडिया की अध्यक्ष डॉ. अर्जुमंद जैदी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का समापन वृक्षारोपण अभियान के साथ हुआ, जिसके दौरान मौजूद दिग्गजों द्वारा पैसिफिक मॉल के परिसर में पौधे लगाए गए।
हाफ मैराथन को पैसिफिक मॉल देहरादून द्वारा प्रस्तुत किया गया था, और इसे संयुक्त राष्ट्र और यूथ फॉर ह्यूमन राइट्स, भारत द्वारा समर्थित किया गया था। पेटोफाय द्वारा संचालित, देहरादून हाफ मैराथन 2022 का रनिंग पार्टनर देहरादून रनर्स क्लब था, जबकि गिफ्टिंग पार्टनर भारत फर्नीचर, फिजियोथेरेपी पार्टनर डॉल्फिन इंस्टीट्यूट, वेलनेस पार्टनर जिविसा और फिटनेस पार्टनर कल्ट फिट था।
देहरादून के मेयर श्री सुनील उनियाल गामा जी और आकाश+बीवाईजेयू के अधिकारियों ने पौधे रोपे
देहरादून , पृथ्वी दिवस के अवसर पर देहरादून के राजपुर रोड स्थित आकाश+बीवाईजेयू ब्रांच में देहरादून के मेयर श्री सुनील उनियाल गामा जी और आकाश+बीवाईजेयू के अधिकारियों ने पौधे रोपे। सुनील उनियाल गामा जी पेड़ लगाने के महत्व और हमारी पृथ्वी को संरक्षण की आवश्यकता के बारे में भी अपने विचार साझा को मौजुद छात्र-छात्राओं से सझा किया।
भीमताल विधायक कैड़ा ने हैड़ाखान मुरुकुरिया सड़क निर्माण का किया शुभारंभ सड़क बनने से 120 परिवार को मिलेगा लाभ
ग्रामीणों ने जताया भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा का आभार।
(चंदन सिंह बिष्ट)
भीमताल/ओखलकांडा, विधायक भीमताल राम सिंह कैड़ा द्वारा मुरुकुड़िया हैड़ाखान रोड का विधायक निधी से नई सड़क का निर्माण कार्य किया था. उसके डामरीकरण की धनराशि भी विधायक कैड़ा ने स्वीकृत करवा चुके है. जिसमें टेंडर की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी हैं, 120 परिवारों को इस मार्ग का लाभ मिल रहा है. सड़क न होने से अब तक लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. जिससे वहां के किसानों को मंडी आने के लिए तमाम समस्या से जूझना पड़ रहा था. अब सड़क में डामरीकरण होने से वहां के लोगों को राहत मिलेगी. वही विधायक राम सिंह कैड़ा का कहना है कि आपदा में सड़क टूटने से हमारे गांव व शहर का संपर्क टूट गया था, जिस वजह से लोगों को परेशानी हो रही थी. मेरे और मेरी पार्टी के अथक प्रयासों से अब गांव वालों के लिए नई सड़क का निर्माण किया गया है, इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य जितेंद्र चिलवाल क्षेत्र पंचायत सदस्य संगीता बेलवाल आन सिंह सम्मल युगल सम्मल चिराग बोरा गणेश सिंह बोरा शेर सिंह सम्मल देव राम ओखलढुंगा प्रधान क्षेत्र पंचायत सदस्य रौसिला निखिल महतोलिया आदि रहे मौजूद।
रेलवे की 29 एकड़ जमीन पर अब जल्द हटेगा अतिक्रमण, प्रशासन ने रखी अतिरिक्त फोर्स की डिमांड
हल्द्वानी, उत्तराखंड़ के हल्द्वानी में रेलवे की 29 एकड़ जमीन से अब जल्द ही अतिक्रमण हटाने की तैयारी शुरू हो रही है। इस दौरान कोई बवाल न हो इसके लिये अधिकारियों ने पुलिस मुख्यालय (पीएचक्यू) को पत्र भेजकर फोर्स की डिमांड की है। सात हजार पुलिस कर्मियों व 15 कंपनी पैरामिलिस्ट्री फोर्स की मौजूदगी में अतिक्रमणकारियों पर बुलडोजर गरजेगा। इससे अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। दरअसल, इस समय देश बुलडोजर सुर्खियों में आ रखा है, यूपी और दिल्ली में भी अतिक्रमणकारियों को तेजी से हटाया जा रहा है और उनके द्वारा बनाए गए अवैध घरों और दुकानों को उजाड़ा जा रहा है। कुमाऊं के हल्द्वानी में भी सबसे बड़े अतिक्रमण को हटाने की तैयारी शुरू हो गई है और इसीलिए भारी फोर्स का इंतजाम पहले से ही किया जाएगा। हल्द्वानी की गफूर बस्ती में रेलवे की भूमि पर अतिक्रमण करने वालों ने 11 अप्रैल को हाईकोर्ट में हस्तक्षेप याचिका दायर की थी। मगर हाईकोर्ट ने सुनवाई से इन्कार करते हुए अपना निर्णय सुरक्षित रख लिया था। याचिकाकर्ताओं का कहना था कि भूमि उनके नाम है। यह खाता खतौनी में भी दर्ज है। मगर रेलवे ने उन्हें सुनवाई का मौका नहीं दिया।
वहीं रेलवे के अधिवक्ता ने हाईकोर्ट को बताया कि अतिक्रमणकारियों को उनके द्वारा कब्जाया हुआ इलाका खाली करने के लिए लंबा समय दिया गया था मगर उन्होंने आदेश की एक न सुनी और इसलिए मजबूरन अतिक्रमण को जबर्दस्ती हटाया जाएगा।
इधर, डीएम ने भी एक्शन प्लान हाईकोर्ट को सौंप दिया है। अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन, पुलिस व रेलवे की संयुक्त रूप से तैयारी शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक कुमाऊंभर की पुलिस फोर्स को सुरक्षा के दृष्टिगत बुलाया जाएगा। अतिक्रमण एक सिरे से हटेगा। जल्द पैरामिलिस्ट्री फोर्स व पुलिस हल्द्वानी पहुंच जाएगी। वहीं अतिक्रमण हटाने के दौरान रेलवे की आरपीएफ फोर्स भी मोर्चे पर रहेगी। आरपीएफ इंस्पेक्टर चंद्रपाल सिंह ने बताया कि अधिकारियों के निर्देश पर टीमें लगाई जाएंगी। जरूरत के अनुसार अन्य क्षेत्रों से भी फोर्स बुलाई जा सकती है। वहीं एसएसपी नैनीताल पंकज भट्ट ने बताया कि अतिक्रमण हटाने के लिए पर्याप्त पुलिस फोर्स तैनात रहेगी। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उनकी जिला प्रशासन के साथ बैठक हो चुकी है। अतिक्रमण हटाने के दौरान मौके पर आरपीएफ, पीएसी व पुलिस टीमें तैनात रहेंगी।
विरासत में अमर्त्य चटर्जी घोष के कथक नृत्य की प्रस्तुति से दर्शक हुये मंत्रमुग्ध
देहरादून, विरासत आर्ट एंड हेरिटेज फेस्टिवल 2022 के नौवें दिन की शुरुआत डॉ. बी. आर. अंबेडकर स्टेडियम (कौलागढ़ रोड) देहरादून में आर्ट एंड क्राफ्ट कार्यशाला के साथ हुआ। इस वर्कशॉप में देहरादून के 5 स्कूलों के लगभग 98 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया। इस कार्यशाला के अंतर्गत छात्र-छात्राओं ने शिल्पकार मास्टर के साथ मिलकर विभिन्न प्रकार के कला और आर्ट बनाने का प्रशिक्षण लिया। इस कार्यशाला में पेबल आर्ट, चॉकलेट मेकिंग, टाई एंड डाई, मिट्टी के बर्तन बनाना, जुट की गुड़िया बनाना, गुब्बारे पर कलाकृतियां उकेरना, फेस आर्ट, मंडना ब्लॉक प्रिंटिंग एवं पतंग बनाने जैसे कला शामिल थी।
सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ एवं अमर्त्य चटर्जी घोष द्वारा कथक नृत्य प्रस्तुत किया गया। जिसमे पहली प्रस्तुति ओम नमः शिवाय, आमद और प्राण फिर ’यात्रा तीन ताल में’, उसके बाद कि प्रस्तुति पंडित बिरजू महाराज जी के याद में की गई एवं उनकी आखिरी प्रस्तुति कत्थक सूफी संगीत ऐरी सखी मोरे पिया घर आयो पर दी गई। इनके संगत में तबला पर आशीष मिश्रा, सितार पर विशाल मिश्रा एवं वोकल में जाकिर अहमद रहे। बताते चले कि अमर्त्य चटर्जी घोष संजोग एकेडमी ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स में कलात्मक निदेशक के साथ-साथ एक शिक्षक, कोरियोग्राफर एवं एक रिसर्च स्कॉलर और मास कम्युनिकेशन की लेक्चरर भी हैं। वे डांस कम्युनिकेशन पर शोध भी करती है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम के अन्य प्रस्तुतियों में बेगम परवीन सुल्ताना द्वारा भारतीय हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत प्रस्तुत किया गया। उन्होंने कार्यक्रम में अपने गायन की शुरूआत राग मारू बिहाग विलाम्बित ख्याल और द्रुत ख्याल से की उसके बाद उन्होंने मिरा बाई के भजन गया,फिर उन्होंने ’हमें तुमसे प्यार कितान’ फिल्म कुदरत का गाना गया जिसके लिए उन्हें राष्ट्रीय सर्वश्रेष्ठ गायक पुरस्कार मिला था। बेगम परवीन सुल्ताना पटियाला घराने गायिका हैं और वे परवीन जी असाम से आती है।
उन्हें 2014 में भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण और 1998 में संगीत नाटक अकादमी द्वारा संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार मिला है एवं उन्हें विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठित पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया हैं।
सुल्ताना के पिता इकरामुल मजीद ने 4 साल की उम्र से ही उन्हें संगीत सिखाना शुरू कर दिया था। वे जनाब मजीद बांग्लादेश के संगीतकार गुल मोहम्मद खान के शिष्य थे जो पटियाला घराने के गायक थे। परवीन जी ने अपनी पहली प्रस्तुति 12 साल की उम्र में दी थी । उनके कई रिकॉर्ड हमें सुनने मिलते हैं। विभिन्न फिल्मों में भी उन्होंने शास्त्रीय गायन किया है। ।