Wednesday, April 30, 2025
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देहरादून सिटीजन्स फोरम द्वारा सुरक्षित ड्राइविंग पर सार्वजनिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

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देहरादून। देहरादून सिटीजन्स फोरम की ओर से शनिवार को राजपुर रोड स्थित पैसिफिक मॉल के पास सुरक्षित ड्राइविंग विषय पर सार्वजनिक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें वक्ताओं ने उत्तराखंड में हाल ही हुई सड़क दुर्घटनाओं को लेकर चिंता जताई। कार्यक्रम में जिम्मेदार ड्राइविंग को लेकर अधिक सार्वजनिक जागरूकता की आवश्यकता पर विचार विमर्श हुआ। लोगों ने सड़क दुर्घटनाओं से प्रभावित परिवारों पर पड़ने वाले दर्दनाक प्रभावों को साझा किया। एक प्रमुख विषय यह था कि सड़क सुरक्षा केवल एक व्यक्तिगत कर्तव्य नहीं, बल्कि समाज की सामूहिक जिम्मेदारी है। वक्ताओं ने इस बात पर बल दिया कि सड़क सुरक्षा एक साझा दायित्व है, जिसे हर नागरिक को निभाना चाहिए। वक्ताओं ने कहा कि सभी को यातायात के नियमों का पालन करना चाहिए। ओवरस्पीड वाहन चलाने और शराब पीकर गाड़ी चलाने से बचना चाहिए। विशेष रूप से युवा पीढ़ी को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूकता फैलाने में अपनी भूमिका निभानी चाहिए। इस अवसर पर पोस्टर और स्टिकर वितरित किए गए। इस दौरान पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया के रवि बिजारनिया, सुरेश भट्ट, अनिल सत्ती, सिटीजन्स ऑफ ग्रीन दून से जया सिंह, ईरा चौहान, फ्रेंड्स ऑफ दून से फ्लोरेंस पांधी, सुधीर वाड़ेरा, मैड से प्रिंस कपूर, इंटक से अंजली भरतरी, नितिन शाह, कुसुम कोहली, परमजीत सिंह कक्कड़, विनोद नौटियाल, राजीव सचर, शफाली राय, रवि जैन, लेफ्टिनेंट कर्नल सनी बख्शी (सेवानिवृत्त), गौरांग चौहान, अजय दयाल, सारा दयाल, गौतम कुमार, अभिषेक भट्ट, सुनीत वर्मा, भारती जैन, अनिश लाल, रेतू चटर्जी, अनूप नौटियाल आदि मौजूद थे।

भूतों के अस्तित्व पर सवाल उठाती फिल्म ‘ड्यू ऑफ डेविल्स ‘ का दूसरा पोस्टर लांच

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राजपुर रोड स्थित सिनेमन कैफे में फिल्म निर्माता सुभाष चावला ने की पत्रकार वार्ता 

 

-सहारनपुर के शुभांक गुप्ता निभा रहे मुख्य भूमिका

 

देहरादून(एल मोहन लखेड़ा), मैजिक वॉक एंटरटेनमेंट की ओर से शनिवार को राजपुर रोड स्थित सिनेमन कैफे में उत्तराखंड में निर्मित फिल्म ‘ड्यू ऑफ डेविल्स’ का दूसरा पोस्टर लांच किया गया। इस मौके पर आयोजित प्रेस वार्ता में फिल्म निर्माता सुभाष चावला ने कहा क्युकी फिल्म निर्माण के लिए सब से बेहतर डेस्टिनेशन उत्तराखंड है। अतःफ़िल्म की सम्पूर्ण शूटिंग यही पर की गई है

 

फिल्म के मुख्य अभिनेता शुभांक गुप्ता ने कहा कि मैजिक वॉक एंटरटेनमेंट की ओर से एक अद्भुत फिल्म प्रस्तुत होने जा रही है। उन्होंने कहा ये फ़िल्म रूढ़िवादिता से चले आ रहे अनभिज्ञ भय को जड़ से मिटाने के विचार से बनाई गई है। विश्व भर मे लोग भूतों से ग्रस्त है और इस डर से अपने अंदर विभिन्न प्रकार की समस्याओं एवं भ्रांतियां को जन्म देते हैं। वास्तव में यह एक निराधार विचार है, जिसका कोई अस्तित्व नहीं है। लोगों में जागरूकता लाने के लिए और इस प्रकार की भ्रांतियों को मिटाने के लिए इस फिल्म का निर्माण किया गया है। इस फिल्म में दर्शाया गया है कि भूत नाम की कोई चीज होती ही नहीं। बता दे की शुभांक थिएटर के मंजे हुए कलाकार है और मुंबई में रहते है।

सुभाष चावला ने कहा कि अभिनेता शुभम शर्मा विश्वास के नाम से इस फिल्म में आपको नजर आएंगे, जो भ्रांतियों को दूर करने के लिए आधुनिक विचारधारा का प्रयोग कर रहे हैं। इस फिल्म में बाबा का रोल अदा कर रहे नितिन प्रजापति एक नए अंदाज में उभरे हैं। उनका फिल्म में कार्य भी सराहनीय है। फिल्म में फ़शीह ख़ान इंस्पेक्टर और निखिल पूनिया ने सब इंस्पेक्टर के रूप में दमदार अभिनय किया है। राज्य कर उपायुक्त विजय कुमार ‘द्रोणी’ ने कहा कि उत्तराखंड सरकार फिल्मों के निर्माण के लिए सब्सिडी दे रही है, जो सराहनीय है।

शायर दर्द गढ़वाली ने कहा कि पिछले कुछ समय से मुंबई के बड़े फिल्म निर्माता भी फिल्मों की शूटिंग के लिए उत्तराखंड आ रहे हैं, जिससे राज्य का आर्थिक विकास हो रहा उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के युवकों में भी टेलेंट की कमी नहीं है, सिर्फ उन्हें मौका देने की जरूरत है।

सामाजिक कार्यकर्ता मास्टर दीपक लाखवान ने कहा कि हमें फिल्मों से बहुत कुछ सीखने को मिलता है और समाज में तरह-तरह की भ्रांतिया देखने को मिलती है जिसमे भूतों के बारे में हमें बचपन में कहानी सुनने को मिलती थी यह फिल्म ऐसे ही भ्रांतियों को दूर करने में सहायक होगी ।

 

वरिष्ठ पत्रकार समाजसेवी महेंद्र कुमार तनेजा ने कहा की हमें अच्छी फिल्मों को देखना चाहिए फिल्में हमें रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ी अनेकों ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सीख देना का भी काम करती है यह फ़िल्म एक ऐसे ही मुद्दे को लेकर सामने आई है । अनुराधा ने कहा कि उत्तराखंड में निर्मित फिल्में और कलाकारों ने अपनी अलग पहचान बनाई है।

 

फिल्म के मुख्य कलाकारों में शुभाग गुप्ता स्नेहा शर्मा, शुभम शर्मा, राहुल चौहान और नितिन प्रजापति अनन्या भी शामिल हैं। वहीं सहयोगी कलाकार में अजय देव, काला, राष्ट्री, प्रिंस, प्रीति, निवास, बिंदु, प्रतीक, आशीष, वरुण ने काम किया है। बाल कलाकार के रूप में लड्डू ने अपनी भूमिका निभाई है। फिल्म में म्यूजिक हर्ष का है, जबकि कैमरामैन के रूप में धीरज बत्रा ने काम किया है।

असली श्रेय की हकदार उत्तराखण्ड की देवतुल्य जनता : सीएम

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देहरादून(आरएनएस)।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुभाष रोड स्थित एक होटल में आयोजित ‘नये भारत की बात उत्तराखण्ड के साथ’ कॉन्क्लेव में कहा कि हमने 2022 में उत्तराखण्ड की देवतुल्य जनता के सामने संकल्प रखा कि नई सरकार का गठन होते ही राज्य में समान नागरिक संहिता लाने के लिए कार्यवाही शुरू करेंगे। इसके लिए कमेटी बनाई गई। कमेटी के रिपोर्ट सौंपने के बाद विधानसभा में विधेयक पारित कर इसे राष्ट्रपति को भेजा। राष्ट्रपति महोदय द्वारा भी इसके लिए मंजूरी दी जा चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि समान नागरिक संहिता को लागू करने की दिशा में राज्य तेजी से आगे बढ़ा है, इसकी असली श्रेय की हकदार उत्तराखण्ड की देवतुल्य जनता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि शीतकाल में केदारनाथ की ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में, बदरीनाथ की पाण्डुकेश्वर और नर्सिंग मंदिर ज्योर्तिमठ में, यमुनोत्री की खरसाली और गंगोत्री की मुखवा में पूजा अर्चना होती है। राज्य सरकार द्वारा इन स्थलों पर शीतकाल यात्रा शुरू करने के साथ ही इनके आस-पास के पौराणिक स्थलों को विकसित किया जा रहा है। मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत भी प्रथम चरण में 16 मंदिर क्षेत्रों को विकसित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में निवेश बढ़ाने के लिए पिछले वर्ष राज्य में इन्वेस्टर समिट का आयोजन किया गया। जिसमें 3.56 लाख करोड़ से अधिक के एमओयू किये गये। इनकी ग्राउंडिंग भी तेजी से हो रही है। राज्य में निवेश अनुकूल वातावरण बनाने के लिए 30 से अधिक नीतियां बनाई गई हैं। अनेक नीतियों का सरलीकरण किया गया है। सिंगल विंडो सिस्टम के तहत अनुमतियां दी जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य स्थापना के रजतोत्सव वर्ष मे प्रवेश कर गया है। राज्य हर क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल हो इसके लिए सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य में आगामी 25 सालों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विकास योजनाओं की प्लानिंग पर कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत के संकल्प को पूर्ण करने में उत्तराखण्ड अपना महत्वपूर्ण योगदान देगा।

नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले दो गिरफ्तार

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देहरादून, कम्पनियों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लोगों को ठगने वाले दो लोगों को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर उनके कब्जे से एटीएम कार्ड, सिम कार्ड व लैपटाप बरामद कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
आज यहां वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर द्वारा जानकारी देते हुये बताया कि एसटीएफ को सूचना मिली थी कि विभिन्न वेब पोर्टलों का अवलोकन करने पर पाया कि दिग्गज कम्पनियों के नाम पर बेरोजगार युवकों को फर्जी जॉब ऑफर लेटर देकर प्रोसेसिंग शुल्क के नाम पर धनराशी लेने वाले साईबर ठगों के कुछ संदिग्ध मोबाईल नम्बर वर्तमान में थाना पटेलनगर क्षेत्र, जनपद देहरादून क्षेत्र में काफी समय से सक्रिय है। जिससे यह स्पष्ट हो गया कि थाना पटेलनगर जनपद देहरादून क्षेत्र में रहकर कोई साईबरों ठगों का गिरोह भिन्न—भिन्न मोवाईल नम्बरों से देश भर में कई बेरोजगार युवकों के साथ साइबर ठगी की घटनाओं को कर रहा है। इस पर मेरे द्वारा अपनी एसटीएफ की टीम को गहनता से जांच करने एवं इस गिरोह को चिन्हित करते हुये ठोस कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये। इस श्जांच के दौरान विभिन्न मोबाईल नम्बरों के डेटा का विश्लेषण किया गया साथ ही प्रकाश में आये कई संदिग्ध बैंक एकाउंटस के लेन देन का विवरण चौक किया गया तो पाया कि इन संदिग्ध बैंक खातों में देशभर के करीब हर राज्य से अलग अलग लोंगो द्वारा प्रतिदिन 2500 से 30 हजार रूपये की किस्तों में लाखों रूपये जमा किये जा रहे हैं। प्रथम दृष्टया प्रकाश में आये संदिग्ध 05 बैंक खातों में ेंप्रथम दृष्टया दक्षिण भारत के राज्यों में ऑन लाइन ठगी की घटनाओं का सरसरी विश्लेषण किया गया तो 1930 पोर्टल पर कई ऐसी शिकायतें मिली हैं जिनसे बेरोजगार युवकों के साथ उन्हे किसी दिग्गज कम्पनी में नौकरी के लिये इन्टरव्यू लेकर जॉब ऑफर लेटर देकर प्रोसेसिंग शुल्क के नाम पर ठगी की जा रही थी। जिनमें से अभी तक हमें 25 शिकायतें तेलंगना, आन्ध्र प्रदेश, तमिलनाडू, कर्नाटक और महाराष्ट्र राज्य में दर्ज पायी गयी हैं इनके अभी और भी घटनायें प्रकाश में आयेंगी। ठगी की इन घटनाओं में सम्बन्धित गिरोह थाना पटेलनगगर क्षेत्र, देहरादून में रहकर यह गिरोह संचालित कर रहे थे। उनके द्वारा बताया कि इस गिरोह के सम्बन्ध में यह जानकारी पुख्ता तो हो गयी थी कि यह गिरोह पटेलनगर क्षेत्र में रह रहा है परन्तु यह गिरोह कहां से संचालित हो रहा है उसके बारे में जानकारी नहीं हो पा रही थी क्योंकि इस गिरोह के सदस्यों द्वारा केवल फर्जी सिम को इस्तेमाल किया जा रहा था और उसमें तकनीक का प्रयोग करके अपने लोकेशन को कहीं दूर दिखाया जा रहा था, इस पर एसटीएफ टीम को एक सटीक कार्ययोजना बनाकर पिछले 15 दिनों से पटेलनगर क्षेत्र में ही रहकर इस गिरोह के बारे में जानकारी एकत्रित करने के लिये निर्देश दिये गये जिसके परिणाम स्वरूप इस गिरोह के दो सदस्यों को मुख्य सहारनपुर देहरादून मार्ग में स्थित बीजीटीसी बाबाजी ट्रांसपोर्ट कम्पनी के कार्यालय, थाना पटेलनगर क्षेत्र से गिरप्तार करने में सफलता प्राप्त हुयी। पूछताछ में उन्होंने अपने नाम ईश्विंदर शेरगिल पुत्र आरएस गिल निवासी गाँधी ग्राम पटेल देहरादून, विवेक रावत पुत्र विजय सिंह रावत निवासी मढाली, लैन्स डाउन, पौडी गढ़वाल वर्तमान जैदपुर, बदरपुर, नई दिल्ली, बताया। पुलिस ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।

बुजुर्ग व्यक्ति के ब्लाइण्ड मर्डर केस का दून पुलिस ने किया खुलासा, दो आरोपी गिरफ्तार

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– घटना में शामिल दो अभियुक्तों को पुलिस ने बसन्त बिहार क्षेत्र से किया गिरफ्तार

– किराये पर कमरा देखने के लिये पहले बुजुर्ग व्यक्ति के घर गये थे अभियुक्त, घर पर बुजुर्ग के अकेले रहने की हुयी थी जानकारी

देहरादून, बसन्त विहार क्षेत्र में हुये बुजुर्ग व्यक्ति के ब्लाइण्ड मर्डर केस का दून पुलिस ने खुलासा किया है। घटना में शामिल दो अभियुक्तों को पुलिस ने बसन्त विहार क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। आरोपी किराये पर कमरा देखने के लिये पहले बुजुर्ग व्यक्ति के घर गये थे, जहां उन्हें बुजुर्ग के घर पर अकेले रहने की जानकारी हुई। आरोपी बुजुर्ग को डराकर उनसे पैसा लेने के मंसूबे से घर में घुसे थे। बुजुर्ग व्यक्ति के पास पैसा न मिलने तथा पहचाने जाने के डर से उन्होंने घटना को अंजाम दिया। घटना का अनावरण करने वाली पुलिस टीम को एसएसपी देहरादून द्वारा 25000 के पुरुस्कार से पुरुस्कृत करने की घोषणा की।
9 दिसंबर को थाना बंसन्त बिहार को सूचना प्राप्त हुयी कि अलकनन्दा एनक्लेव में स्थित एक घर से एक बुजुर्ग व्यक्ति के चिल्लाने की आवाज आ रही है उक्त सूचना पर थाना बंसन्त बिहार से पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुँचा मौके पर अलकनन्दा एनक्लेव में स्थित एक घर में एक बुजुर्ग व्यक्ति घायल अवस्था में पड़े थे जिनके पेट व गले पर गहरे घाव के निशान थे। पुलिस कर्मियों द्वारा घायल व्यक्ति को तत्काल उपचार हेतु इन्द्रेश अस्पताल ले जाया गया जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक व्यक्ति की पहचान अशोक कुमार गर्ग निवासी अलकनन्दा एनक्लेव जीएमएस रोड़ देहरादून उम्र-75 वर्ष के रूप में हुयी। घटना की सूचना पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण कर घटना के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की गयी। मौके पर आस पड़ोस के लोगों से पूछताछ में बुजुर्ग व्यक्ति के चिल्लाने के साथ साथ कुछ व्यक्तियों द्वारा उनसे पासवर्ड पूछे जाने की बात भी सामने आयी परन्तु घटना स्थल पर जबरन प्रवेश तथा लूटपाट का कोई भी प्रयास किया जाना परिलक्षित नहीं हुआ तथा रात्रि का वक्त होने तथा घर में कोई सीसीटीवी कैमरा न लगा होने के कारण भी पुलिस को घटना के सम्बन्ध में कोई खास जानकारी प्राप्त नहीं हो पायी। घटना के सम्बन्ध में मृतक के भाई आदेश कुमार गर्ग पुत्र स्व0 वृजभूषण गर्ग निवासी गुजरावाड़ा म0न0 402 नियर आई अस्पताल ठाकुर द्वारा थाना देवबन्द सहारनपुर उ0प्र0 द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर थाना बसंन्त बिहार में मु0अ0सं0-239/24, धारा-103 (1) बीएनएस का अभियोग पंजीकृत किया गया। घटना के अनावरण हेतु एसएसपी देहरादून द्वारा आठ अलग-अलग टीमों गठित की गयी गठित टीमों द्वारा घटना स्थल व आसपास के क्षेत्र में आने जाने वाले मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों का अवलोकन करते हुये सर्विलान्स के माध्यम से भी घटना के सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित की गयी सीसीटीवी फुटेजों के अवलोकन से घटना के बाद 02 संदिग्ध व्यक्ति घटना स्थल से पीछे सतोवाली घाटी से गांधी ग्राम तथा जीएमएस रोड़ पर जाते हुये दिखाई दिये परन्तु रात्रि का समय होने के कारण किसी भी फुटेज में अभियुक्तों का हुलिया स्पष्ट नहीं दिखाई दिया, फुटेजों से मात्र अभियुक्तों द्वारा घटना के समय पहने हुये कपड़ों की पहचान हो सकी।
जीएमएस रोड़ पर लगे सीसीटीवी कैमरों को चौक करने पर दोनों अभियुक्त वहां से एक लाल रंग के ई रिक्शा में बैठकर मिलन बिहार कट तक जाते हुये दिखे, जहां मिलन बिहार कट के पास अभियुक्त उक्त ई रिक्शा से उतरे। पुलिस द्वारा मिलन बिहार कट के आस- पास दो से तीन किलोमीटर के दायरे में लगे लगभग 100-150 सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन किया गया, पर दोनों अभियुक्त किसी भी कैमरें में बाहर की ओर जाते हुये नहीं दिखे तथा रात्रि का वक्त होने के कारण ई रिक्शा तथा अभियुक्तों के सम्बन्ध में पुलिस टीम को कोई खास जानकारी प्राप्त नही हो पायी। जिस पर एसएसपी देहरादून के निर्देशों पर लाल रंग के ई रिक्शा की तलाश हेतु दो अलग अलग टीमों का गठन किया गया गठित टीमों द्वारा जीएमएस रोड़ आईएसबीटी व उसके आस पास वाले मार्गों पर चलने वाले लगभग 400-500 लाल रंग के ई रिक्शा चालकों का सत्यापन कर आवश्यक पूछताछ की गयी, पूछताछ के दौरान एक ई रिक्शा चालक द्वारा बताया गया कि घटना की रात्रि उसके द्वारा दो व्यक्तियों को जीएमएस रोड़ से मिलन बिहार कट तक छोड़ा गया था तथा यह बात उसे इसलिये याद है क्योकि उक्त दोनों व्यक्तियों द्वारा उसे निर्धारित किराया न देकर केवल पांच रूपये दिये गये थे। इस दौरान अन्दर गली में एक स्कूटी भी खड़ी थी पर उसे इस बात की जानकारी नहीं है कि उक्त स्कूटी उन व्यक्तियों की थी अथवा नहीं। जिस पर पुलिस टीम द्वारा मिलन बिहार कट के आस पास के मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरों में संदिग्ध दो पहिया वाहन स्कूटी की तलाश की गयी, इस दौरान पुलिस को संदिग्ध व्यक्तियों के हुलिये से मिलते जुलते 03-04 स्कूटी सवार व्यक्तियों की फुटेज प्राप्त हुयी। सीसीटीवी फुटेज में स्कूटी का नम्बर स्पष्ट न होने तथा स्कूटी के स्थानीय नम्बर यू0के0 07 सिरीज के होने पर एसएसपी देहरादून द्वारा स्कूटी के मॉडल की जानकारी करने हेतु पुलिस टीम को शो- रूम्स में जाकर उक्त सिरीज, मॉडल तथा रंग की गाड़ियों की संख्या के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करने के निर्देश दिये गये। पुलिस टीम को वाहन शो रूम से लगभग 125 स्कूटियों के उक्त सिरीज में पंजीकृत होने की जानकारी मिली, जिस पर उक्त सभी संदिग्द स्कूटी नम्बरों की जानकारी लेते हुये टीम द्वारा उनके सत्यापन की कार्यवाही की गयी तो घटना के समय उनमें से एक वाहन स्वामी की लोकेशन घटना स्थल व उसके आस पास के क्षेत्र में होने की पुलिस टीम को जानकारी प्राप्त हुयी जिस पर उक्त स्कूटी को संदिग्ध मानकर टीम द्वारा उक्त एरिया में सर्च अभियान चलाया गया तो संदिग्ध स्कूटी इन्द्रानगर क्षेत्र में मॉउण्ट फोर्ड एकेडमी के पास एक पार्क में खड़ी दिखाई दी जिसके आसपास काफी संख्या में आवासीय फ्लैट बने हुये थे।

देर रात्रि एसएसपी देहरादून तथा एसपी सिटी द्वारा नगर क्षेत्र के समस्त थाना प्रभारियों को घण्टाघर पर बुलाकर उक्त क्षेत्र की मैपिंग करते हुये अलग अलग टीमों का गठन कर उन्हें बाहर निकलने के सभी रास्तों, सीसीटीवी कैमरों की स्थिति आदि के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त करने का टास्क दिये गये, साथ ही स्थानीय मुखबिर के माध्यम से उक्त फ्लैटों में किराये पर रह रहे युवाओं के सम्बन्ध में जानकारी एकत्रित की गयी। पूरे इलाके की मैपिग तथा जानकारियाँ एकत्रित करने के उपरान्त अलग अलग टीमों द्वारा उक्त आवासीय कॉलोनी में स्थित फ्लैटों में आकस्मिक रूप से चौकिंग अभियान चलाते हुये कॉलोनी के एक फ्लैट से संदिग्धों के हुलिये से मिलते जुलते दो युवको नवीन कुमार चौधरी तथा अनन्त जैन को हिरासत में लिया गया, जिनकी तलाशी में पुलिस टीम को अभियुक्तों के पास से मृतक का पर्स, 1500 रूपये नगद, मृतक का एटीएम कार्ड, आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज बरामद हुये। दोनों अभियुक्तों से सख्ती से पूछताछ करने पर उनके द्वारा बसंन्त बिहार क्षेत्र में बुजुर्ग व्यक्ति की हत्या करना तथा पुलिस को गुमराह करने के लिये हत्या के समय पहने कपड़ों तथा घटना में प्रयुक्त पेपर कटर को अनयत्र स्थान पर एक सूखे नाले में फेंकना बताया गया। दोनों अभियुक्तों को पुलिस द्वारा माउण्ट फोर्ट एकेडमी के पास से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में अभियुक्त नवीन कुमार द्वारा बताया गया कि वह पेस्ट कन्ट्रोल का कार्य करता है। उसकी पत्नी गर्भवती है, जिस कारण वह भू तल पर किराये का कमरा ढ़ूंढ रहा था। इस सम्बन्ध में उसके द्वारा अपने दोस्त अनन्त कुमार, जो फाइनेन्स पर लोन दिलवाने का कार्य करता है, को बताया गया था। अनन्त कुमार अलकनन्दा एनक्लेव में किराये पर रहता था। उसके द्वारा बताया गया कि उसकी कॉलोनी में एक बुजुर्ग व्यक्ति के मकान में भू तल पर कमरा खाली है। 9 दिसंबर को दोपहर के समय अभियुक्त अपने साथी अनन्त के साथ पैदल मृतक अशोक गर्ग के घर कमरा देखने गया था जहां मृतक अशोक गर्ग द्वारा उन्हें बताया गया कि उनके पास भूतल में कमरा खाली है पर वह केवल परिवार वालों को ही कमरा किराये पर देते है। जिस पर अभियुक्त द्वारा उन्हें शाम को आकर अपने परिजनों से बात करवाकर एडवान्स में किराया देने की बात कही गयी थी। चूँकि दोनों अभियुक्त आर्थिक तंगी से गुजर रहे थे इसलिये उनके द्वारा मृतक अशोक गर्ग को डरा धमकाकर उनसे पैसे लेने की योजना बनायी। शाम के समय दोनों अभियुक्त मृतक अशोक गर्ग के घर कमरा देखने के लिये गये, इस दौरान मृतक द्वारा दोनों अभियुक्तों के लिये चाय बनायी। बातचीत के दौरान दोनों अभियुक्तों को टेबल पर पड़ी मृतक की पासबुक से उसके खातों में काफी पैसा होने की जानकारी मिली जिस पर दोनों अभियुक्त मृतक को कमरा दिखाने के बहाने घर के पिछले हिस्से में ले गये जहाँ उनके द्वारा मृतक अशोक गर्ग को अपने पास रखे पेपर कटर से डराकर पैसों की मांग की। मृतक द्वारा दोनों को अपना पर्स देते हुये बताया कि वह अपने पास नगद पैसा नहीं रखता है तथा सारी ट्राजेक्शन ऑनलाईन करता है, जिस पर अभियुक्तों द्वारा मृतक से उसके एटीएम का पिन बताने का दबाव बनाया गया तथा उसके द्वारा आनाकानी करने पर उसे डराने के उदेश्य से अपने पास रखे पेपर कटर से उसके सीने पर वार कर दिया, पर घाव गहरा लगने के कारण मृतक का खून बहने लगा तथा वह चिल्लाने लगा। इस बीच आसपास के लोगों के गेट पर आ जाने तथा आवाज लगाने पर दोनों अभियुक्त डर गये तथा मृतक पर वार कर मौके से फरार हो गये, घटना के बाद रात्रि में दोनों अभियुक्त अपने घर गये तथा पुलिस को गुमराह करने के उदेश्य से अगले दिन घटना के समय पहने हुये कपड़े तथा घटना में प्रयुक्त पेपर कटर को अनयत्र स्थान पर फेंक दिया।

फिलिप्स एजुकेशन के सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स ने उत्तराखण्ड में अडवान्स्ड मैनुफैक्चरिंग के ग्रेजुएट्स को किया सम्मानित

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हरिद्वार का यह आधुनिक प्रशिक्षण केन्द्र प्रेसीज़न मैनुफैक्चरिंग में कौशल के अंतराल को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है

100 से अधिक ग्रेजुएट्स को जानी-मानी कंपनियों में अच्छी नौकरियां मिलीं

देहरादून,  फिलिप्स एजुकेशन ने उत्तराखण्ड सरकार के साथ साझेदारी में अडवान्स्ड मैनुफैक्चरिंग सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स (सीओई) से अपने छात्रों के नए बैच की ग्रेजुएशन का जश्न मनाया। हरिद्वार के विशिष्ट आईटीआई में स्थित यह आधुनिक युनिट ग्रेजुएट्स को उद्योग जगत की ज़रूरतों के अनुसार अत्याधुनिक कौशल प्रदान करती है और उन्हें प्रीमियम मैनुफैक्चरिंग कंपनियों में अच्छे वेतन की नौकरियां हासिल करने में सक्षम बनाती है।May be an image of 2 people, dais and text

फिलिप्स मशीन टूल्स (फिलिप्स कॉर्पोरेशन, यूएसए के भाग) के डिविज़न फिलिप्स एजुकेशन ने सीओई के पाठ्यक्रम के डिज़ाइन एवं डिलीवरी में सक्रिय भूमिका निभाई है, जो आधुनिक उपकरणों जैसे सीएनसी मशीनों (एचएएएस ऑटोमेशन से), कोलाबोरेटिव रोबोट्स (युनिवर्सल रोबोट्स से) और 3 डी प्रिंटर्स (मार्कफोर्ज्ड से) के साथ व्यवहारिक एवं वास्तविक दुनिया के ऐप्लीकेशन्स पर ध्यान केन्द्रित करता है।

आईटीआई ग्रेजुएट्स में कौशल की खामियों को दूर करने के लिए अडवान्स्ड मैनुफैक्चरिंग सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स (सीओई) की स्थापना सितम्बर 2023 में की गई। इन ग्रेजुएट्स के पास बुनियादी व्यवसायिक कौशल होता है, लेकिन इन्हें आधुनिक तकनीकों के ज्ञान की ज़रूरत होती है। फिलिप्स एजुकेशन अपने सीओई के माध्यम से उन्हें अडवान्स्ड मशीनिंग, ऑटोमेशन, 3 डी प्रिंटिंग और रोबोटिक्स में व्यवहारिक प्रशिक्षण प्रदान करता है। यह प्रशिक्षण छात्रों को आधुनिक मैनुफैक्चरिंग में सफलता हासिल करने के लिए तैयार करता है।

इस प्रोग्राम ने ज़बरदस्त सफलता हासिल की है, 100 से अधिक ग्रेजुएट्स को जानी-मानी कंपनियों जैसे हीरो, वीबीएन और ज्योति सीएनसी में नौकरियां मिली हैं। इन ग्रेजुएट्स का शुरूआती वेतन आईटीआई ग्रेजुएट्स के आम वेतन की तुलना में दोगुना होता है। जल्द ही तीन नए सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स (सीओई) स्थापित किए जाएंगे- इनमें से दो की स्थापना सहसपुर में और एक की स्थापना बज़पुर में होगी। यह विकास कार्य आधुनिक कौशल विकास के साथ उत्तराखण्ड के युवाओं को सशक्त बनाने की प्रोग्राम की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

ग्रेजुएशन सेरेमनी के दौरान फिलिप्स ग्लोबल एजुकेशन के प्रेज़ीडेन्ट रक्षित केजरीवाल ने कहा, ‘‘यह प्रोगाम छात्रों को उद्योग जगत की ज़रूरतों के अनुसार कौशल प्रदान करता है, और उन्हें अच्छी नौकरी के लिए तैयार करता है। इन छात्रों को बदलावकारी अवसरों के साथ सशक्त बनाने और भारत के मैनुफैक्चरिंग सेक्टर में योगदान के लिए उत्तराखण्ड सरकार के साथ साझेदारी करते हुए हमें बेहद गर्व का अनुभव हो रहा है।’May be an image of 6 people and text

कौशल विकास एवं रोज़गार मंत्री, सौरभ बहुगुना ने प्रोग्राम सफलता की सराहना करते हुए कहा, ‘‘उत्तराखण्ड सरकार युवाओं को रोज़गार के अवसरों के साथ जोड़ने के लिए निरंतर काम कर रही है। हरिद्वार में यह आधुनिक मैनुफैक्चरिंग सेंटर ऑफ एक्सीलेन्स उत्तराखण्ड के युवाओं को उद्योग-उन्मुख कौशल के साथ सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। इस तरह के प्रयास कौशल की खामियों को दूर कर तथा उच्च गुणवत्ता की नौकरियों के अवसर उपलब्ध कराकर राज्य की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस प्रशिक्षण एवं प्रोग्राम के कारण, ग्रेजुएट्स को अच्छे वेतन के साथ नौकरी शुरू करने का मौका मिला है, इन्हें आम आईटीआई ग्रेजुएट्स की तुलना में दोगुना वेतन मिल रहा है। ये प्रयास राज्य की अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने और ओद्यौगिक विकास को बढ़ावा देने में कारगर होंगे।’’

उत्तराखण्ड सरकार ने उत्तराखण्ड कौशल विकास मिशन के माध्यम से 13 ज़िलों के युवाओं को कौशल प्रदान कर बेरोज़गारी को हल करने का लक्ष्य रखा है।

विशिष्ट आईटीआई युनिट 1800 वर्गफीट में फैली है, जहां एडिटिव एवं सब्सट्रेटिव मैनुफैक्चरिंग तथा सीएडी/सीएएम के लिए विशेष क्लासरूम एवं लैब्स की सुविधाएं हैं। सीओई आईटीआई ग्रेजुएट्स के लिए ‘फिनिशिंग स्कूल’ की तरह काम करता है और उन्हें बिना कोई शुल्क लिए तीन माह का गहन प्रशिक्षण देता है। फिलिप्स एजुकेशन द्वारा पावर्ड इस प्रोग्राम के लिए फंडिंग पूरी तरह से सरकार और वर्ल्ड बैंक द्वारा दी गई है।

अडवान्स्ड मैनुफैक्चरिंग सीओई चार बैचों को सफलतापूर्वक ग्रेजुएट के रूप में प्रशिक्षित कर चुका है और इस समारोह के दौरान पांचवे एवं छठे बैच का ग्रेजुएशन पूरा हुआ है। यह पहल मैनुफैक्चरिंग सेक्टर में कौशल की खामियों को दूर करने, रोज़गार को बढ़ावा देने तथा इनोवेशन को प्रोत्साहित करने में सार्वजनिक-निजी भागीदारी की बदलावकारी क्षमता को दर्शाती है।

बीरपुर में धूमधाम से मनाया गया केंद्रीय विद्यालय संगठन का 62 वा स्थापना दिवस

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देहरादून , केंद्रीय विद्यालय बीरपुर में आज केंद्रीय विद्यालय संगठन का 62 वां स्थापना दिवस समारोह धूमधाम के साथ मनाया गया ! कार्यक्रम की मुख्य अतिथि विद्यालय की प्राचार्य बसंती खंपा विशिष्ट अथिति उप प्राचार्य मनीषा मखीजा और आरती उनियाल रहे l विद्यालय परिसर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों की शुरुआत मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन के साथ की गई !

इस अवसर पर प्राथमिक विभाग के बच्चों द्वारा सरस्वती वंदना और नृत्य प्रस्तुत किया गया तत्पश्चात अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम में गढ़वाली , पंजाबी,और जौनसारी नृत्य का आयोजन किया गया, रचना पंत निर्देशित योग नृत्य के माध्यम से योग के महत्व पर प्रकाश डाला गया ! स्थापना दिवस पर छात्र शुभ्रांश एवं शिक्षक जितेंद्र डिमरी द्वारा अपने विचार रखे गए , शिक्षिका पूजा नेगी ने गढ़वाली में उत्तराखंड के गांधी स्व इंद्रमणि बड़ोनी के संस्मरण गढ़वाली भाषा में सुनाए,

May be an image of 11 people and text सविता कुमारी एवं प्रवीण कुमार ने अपने गीत के माध्यम से स्थापना दिवस में प्रतिभाग किया! के वी बीरपुर के पूर्व छात्र चार्टेड एकाउंटेंट दिव्यांश गोयल ने बीरपुर की यादों को ताजा करते हुए केंद्रीय विद्यालय संगठन का आभार व्यक्त किया कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य द्वारा बच्चों को केंद्रीय विद्यालय संगठन की उपलब्धियां की जानकारी देते हुए बच्चों और शिक्षकों को भारत के सर्वश्रेष्ठ शिक्षण संस्थान से जुड़ने के लिये भाग्यशाली बताया! कार्यक्रम का सफल संचालन सुशील कुमार एवं कपिल कुमार द्वारा किया गया ! इस अवसर पर विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक प्रमोद थपलियाल, देवेंद्र सिंह, सीमा श्रीवास्तव, डी एम लखेड़ा, अनू थपलियाल, मनीषा धस्माना, विनोद कुमार , गौरव रावत, रिकी, एस जवाद, अरविंद कुमार,पल्लवी गुरंग, नवीन कुमार आदि शिक्षक विराजमान थे

बड़कोट नगर पालिका वार्ड 3 के पुराने बाजार मे लगी भीषण आग

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उत्तरकाशी डॉक्टर उनियाल l
नगर पालिका बड़कोट के वार्ड तीन पुराने बाजार में एक होटल के पास आग लगने से दो मंजिल इमारत आग लगने से राख हो गई है l पुलिस व वन विभाग, स्थानीय लोगों की मदद सेआग पर काबू पा लिया गया है बताया जा रहा है कि आग रात्रि के लगभग 3:45 बजे के आसपास शाट सर्किट होने से लगी है l मिली जानकारी के अनुसार यह आग वार्ड नंबर 3 पुराना बाजार मास्टर होटल के बगल में एक दो मंजिला इमारत में रात के तीसरे प्रहर मे अचानक आग लग गई आग इतनी तीव्रता थी कि भूतल में बनी तीन दुकानों को भी अपनी चपेट में ले लिया l इस इमारत में पांच कमरे व तीन दुकानें भी बताई जा रही है,इस भवन मे भवन स्वामी के परिवार सहित किराएदार भी रहते थे, इस भयंकर अग्निकांड में खाद्यान्न तथा घरेलू सामग्री भवन स्वामी व किराएदार का जल कर राख हो गया है, बताया जा रहा है कि इस अग्निकांड में दो सिलेंडरों के ब्लास्ट होने के भी समाचार है इसके कारण अग्नि ने भयंकर रूप धारण किया l
जिस इमारत में आग लगी वह मकान राकेश भंडारी रीना भंडारी कल्याण सिंह एवं चंद्रपाल का बताया जा रहा है इस मकान के दूसरे मंजिल में भंडारी परिवार निवास करता था, इसमें तीन दुकान थी जो की ड्राई क्लीन फास्ट फूड तथा सब्जी की बताई जा रही है, आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है, जिस समय आग लगी उस समय सभी लोग अपने-अपने कमरे में सोए थे, उठते धुंए को देखकर लोगों की आंखें खुली, सभी आग बुझाने के प्रयास में लगे रहे आग के भीषण रूप को देखकर दमकल और पुलिस विभाग को सूचित किया गया, कुछ समय बाद टीम घटनास्थल पर पहुंची और भवन में रह रहे परिवारों को बाहर निकाला और आग को काबू पाने में जुट गए काफी मशक्क़त के बाद आग पर काबू पाया गया, गनीमत यह रही कि इस घटना में जनहानि तो नहीं हुई परंतु नुकसान कितना हुआ इसकी पुष्टि नहीं हो पाई, घटना को देखते हुए प्रशासन नुकसान का आकलन करने में जुटा है l

उत्तराखंड़ लागू करेगा देश की प्रथम योग नीति : सीएम धामी

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-केंद्र सरकार से उत्तराखंड में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान खोलने का अनुरोध किया

-10वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो – 2024 में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दी जानकारी

देहरादून, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी ने कहा है कि प्रदेश सरकार देश की ‘प्रथम योग नीति’ लागू करने की दिशा में कार्य कर रही है। योग नीति आयुर्वेद और योग को व्यापक स्तर पर साथ लाकर स्वास्थ्य के क्षेत्र में नई क्रांति लाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। गुरुवार को परेड ग्राउंड में आयोजित 10वीं विश्व आयुर्वेद कांग्रेस एवं आरोग्य एक्सपो -2024 को संबोधित करते हुए, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में इस आयोजन के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ये हमारे लिए गर्व का विषय है कि हमारे प्रदेश में आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम में 50 से अधिक देशों के प्रतिनिधि और 6000 से अधिक विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। एक्सपो में लगाए गए 250 से अधिक स्टॉल आयुर्वेद की वैश्विक स्तर पर स्वीकार्यता का प्रमाण दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह सम्मेलन आयुर्वेद के क्षेत्र में परस्पर ज्ञान साझा करने व विभिन्न शोध कार्यों को बढ़ावा देने के साथ-साथ सहयोग और व्यापार के नए अवसरों को बढ़ावा देगा। उन्होंने आयुष के क्षेत्र में प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन से राज्य सरकार भी प्रदेश में आयुर्वेद के प्रचार-प्रसार के लिए निरंतर कार्य कर रही है। वर्तमान में, हमारे राज्य में आयुष आधारित 300 ‘आयुष्मान आरोग्य केंद्रों’ का संचालन हो रहा है। ई-संजीवनी पोर्टल के माध्यम से 70 से अधिक विशेषज्ञों द्वारा आयुष परामर्श प्रदान किया जा रहा है।
अब प्रत्येक जनपद में 50 बेड और 10 बेड वाले आयुष चिकित्सालयों की स्थापना की जा रही है। इसके अलावा सरकार प्रत्येक जनपद के एक गांव को मॉडल आयुष गांव के रूप में स्थापित कर आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के उत्पादन को बढ़ावा देने का प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार आयुष निर्माण, वेलनेस, शिक्षा, शोध और औषधीय पौधों के उत्पादन को गति प्रदान करने के लिए ‘उत्तराखंड आयुष नीति’ लागू कर चुकी है। इसके साथ ही, प्रदेश सरकार आगामी वर्षों में आयुष टेली-कंसल्टेशन प्रारम्भ करने के साथ- साथ 50 नए योग और वेलनेस केंद्र स्थापित करने हेतु प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है।

उत्तराखंड में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान का प्रस्ताव :

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार ने उत्तराखंड में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की स्थापना के लिए भारत सरकार के आयुष मंत्रालय से अनुरोध किया है, ये संस्थान आयुर्वेद शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। मुख्यमंत्री ने विशेषज्ञों से आह्वान करते हुए कहा कि हमारी जड़ी-बूटियों के हिंदी नामों के साथ ही अंग्रेजी नामों को भी प्रचारित किया जाए। इससे स्थानीय जड़ी बूटियों की वैश्विक बाजार तक पहुंच आसान हो सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहाड़ में हम ‘किलमोड़े’ को जानते है लेकिन उसके अंग्रेजी नाम ‘बेरीबेरीज’ को अधिकतर लोग नहीं जानते हैं जबकि इस नाम को पूरा विश्व जानता है और इससे दवाएं बनती हैं। इसलिए अंग्रेजी नाम भी प्रचारित किया जाना चाहिए।

*उत्तराखंड आयुर्वेद की प्रज्ञा भूमि :
मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड प्राचीनकाल से ही आयुर्वेद और औषधीय संपदा की प्रज्ञा भूमि रही है। हमारे प्रदेश में पाए जाने वाली औषधीय जड़ी-बूटियों ने आयुर्वेद को आरोग्य के आधारभूत तत्व के रूप में स्थापित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद विश्व की एक ऐसी विशिष्ट चिकित्सा प्रणाली है जो प्राचीनकाल से ही मानव सभ्यता का आरोग्य सुनिश्चित करती आ रही है। आयुर्वेद मात्र जड़ी-बूटियों और औषधियों तक ही सीमित नहीं है बल्कि आयुर्वेद जीवन जीने की एक विशिष्ट कला है। ये हमें सही जीवन शैली के बारे में बताता है, इसका उद्देश्य रोगों को ठीक करना ही नहीं है बल्कि इसका अंतिम लक्ष्य रोग को होने ही न देना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा संचालित ‘राष्ट्रीय आयुष मिशन’ और ‘प्रकृति परीक्षण अभियान’ जैसे विभिन्न कार्यक्रम आज शहरों से लेकर गांवों तक आरोग्य स्थापित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने एक्सपो का विधिवत शुभारंभ करने के बाद स्टॉल का भी निरीक्षण किया।

एक छत के नीचे मिलेगी आयुर्वेद की दवाएं :

केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रताप राव जाधव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले दस साल के दौरान आयुष के क्षेत्र में हुई पहलों से आयुष उत्पाद निर्माण में आठ गुना बढ़ोत्तरी हुई है। अब आयुष और हर्बल उत्पाद विश्व के 150 से अधिक देशों में निर्यात हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद भी अब आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग उपकरणों के जैसी तकनीकी को अपना कर आगे बढ़ रहा है। केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रताप राव जाधव ने कहा कि भारत में लोग सामान्य तौर पर आयुर्वेद से उपचार पसंद करते हैं, लेकिन गांव देहात में तक डॉक्टर एलोपैथिक दवाओं का ज्यादा परामर्श देते हैं। ऐसा शायद इसलिए होता है क्योंकि आयुर्वेद की एक तो दवा कम है, फिर सारे रोगों की सारी दवाएं एक ही जगह पर मिलनी तकरीबन मुश्किल होती हैं।
इसलिए केंद्र सरकार सभी जिला, तहसील और गांव स्तर पर एक ही छत के नीचे आयुर्वेद की सभी दवाएं उपलब्ध कराने के लिए आयुष औषधि केंद्रों की स्थापना करने का प्रयास कर रही है। ऐसा पहला केंद्र दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान में शुरू हो चुका है। देशभर में ऐसे केंद्र खुलने से आयुष चिकित्सक परामर्श में आसानी से दवा लिख सकेंगे। उन्होने कहा कि विश्व आयुर्वेद कांग्रेस नवीन विचारों, प्राचीन संस्कृति और नवाचारों का संगम साबित होगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चार दिनों तक चलने वाले इस आयोजन के दौरान आस पास के हजारों लोग यहां स्टॉल का भ्रमण करेंगे। यह आयोजन व्यावसायिक अवसरों के लिए भी मंच प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद को बढ़ावा देने के लिए ही केंद्र सरकार ने देशभर में 29 अक्तूबर से प्रकृति परीक्षण अभियान शुरू किया है, जिसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किया गया।
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय में सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने कहा कि विश्व आयुर्वेद सम्मेलन के आयोजन से आयुष पद्धति को वैश्विक स्तर पर पहचान बनाने में मदद तो मितती ही है, साथ ही आयोजन वाले क्षेत्र के आस पास इस सेक्टर की ग्रोथ भी बढ़ती है। उन्होंने इस आयोजन के लिए उत्तराखंड का आदर्श राज्य बताते हुए कहा कि आयुर्वेद की पुस्तकों में वर्णित कई जड़ी बूटियां हिमालय में मिलती हैं।
सम्मेलन में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर भेजे गए संदेश को पढ़ा। उद्घाटन सत्र को राष्ट्रीय आयोजन सचिव, विज्ञान भारती डॉ. शिव कुमार शर्मा, दसवें विश्व आयुर्वेद कांग्रेस के चेयरपर्सन वैद्य पीएम वॉरियर, उत्तराखंड शासन में सचिव आयुष रविनाथ रमन ने भी संबोधित किया।
इस मौके पर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, प्रेमचंद अग्रवाल, डॉ. धन सिंह रावत, विधायक खजान दास, सविता कपूर, उमेश शर्मा काऊ, किशोर उपाध्याय, झांसी के सांसद अनुराग शर्मा, आचार्य बालकृष्ण प्रमुख तौर पर शामिल हुए।

फैक्ट्री में हुई चोरी का पुलिस ने किया खुलासा, पति पत्नी सहित 3 गिरफ्तार, 30 लाख का माल बरामद

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देहरादून, जनपद के कुआवाला फैक्ट्री में हुई चोरी के मात्र 10 घंटों के अंदर खुलासा करते हुए पुलिस ने पति—पत्नी सहित तीन कबाड़ियों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनके पास से चुराया गया 30 लाख रूपये का माल भी बरामद किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार बीते रोज शिवशंकर पुत्र ध्रुवेश रंजन निवासी सुन्दरवाला, (जनरल मैनेजर हिमालयन पावर मशीन कंपनी कुआवाला हर्रावाला डोईवाला) देहरादून ने थाना डोईवाला में तहरीर देकर बताया गया था कि उनकी फैक्ट्री में अज्ञात चोरों द्वारा फैक्ट्री की खिडकी का ग्रिल तोडकर अन्दर से काफी मात्रा में पोर्टेबल जनरेटर बनाने में इस्तेमाल होने वाले इपोर्टेड व कीमती काँपर के पार्ट, अल्टरनेटर, स्वार्टटर मोटर स्टार्ट स्विच, इग्निशन चार्जिंग कोइल मैग्नेट रोटर तथा एल्मूनियम पार्ट (कीमत करीब 30 लाख रूपये) चोरी कर लिये गये है। मामले मे पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू कर दी गयी। चोरों की तलाश में जुटी पुलिस ने कड़ी मशक्कत व देर रात एक सूचना के बाद घटना में शामिल 3 आरोपियों बसन्त साहनी पुत्र जरोखी साहनी गणेश साहनी पुत्र सुक्तु साहनी व पूनम पत्नी गणेश साहनी को लोडर में फैक्ट्री से चोरी किये गये सामान सहित गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वह लोग कूडा—कबाड़ बीनने का कार्य करते है। कूडा—कबाड़ बीनने के बहाने उक्त फैक्ट्री में रैकी कर मौका मिलने पर फैक्ट्री की खिडकी तोडकर फैक्ट्री में बनने वाले पोर्टेबल जनरेटर में इस्तेमाल किये जाने वाले इपोर्टेड व कीमती काँपर पार्ट, अल्टरनेटर , स्वार्टटर मोटर स्टार्ट स्विच, इग्निशन चार्जिंग कोइल मैग्नेट रोटर तथा एल्मूनियम पार्ट आदि चोरी कर लिया गया, साथ ही बताया कि फैक्ट्री में बनने वाले जनरेटर में जो सामान लगता है वो सभी कॉपर (तांबा) का है, जो कि ऊँचे दामों पर बिकता है, इसलिए वे लोग उक्त कॉपर के पार्ट को तोडकर/जलाकर थोडा—2 कर थोक का कार्य करने वाले कबाडियों को बेचकर अच्छा मुनाफा कमाते है। पुलिस ने उन्हें न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।