नई दिल्ली, (एएनआई), संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में बुधवार को हुए हंगामे और धक्का-मुक्की का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। राहुल गांधी सहित 15 विपक्षी नेताओं ने इसे लोकतंत्र की हत्या बताया, तो केंद्र सरकार के 8 मंत्रियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और आरोपों का जवाब दिया। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राज्यसभा में विपक्षी सांसदों पर मार्शलों के हमले का गंभीर आरोप लगाया तो सरकार ने सदन का सीसीटीवी फुटेज ही जारी कर दिया। इस वीडियो में राहुल गांधी के दावे को उलट कांग्रेस सांसद ही महिला मार्शलों से बदसलूकी करते दिख रहे हैं। वीडियो में साफ दिख रहा है कि कांग्रेस सांसद मार्शलों को बार-बार धक्का दे रहे हैं। महिला सांसदों को तो महिला मार्शलों की कॉलर तक पकड़ती देखा जा सकता है।
इतना ही नहीं संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी संसद के आखिरी दिन हुई कार्यवाही को लेकर बोल रहे हैं कि यह लोकतंत्र की हत्या थी। ऐसे में संसद की कार्यवाही के उस दिन के वीडियो में देखा जा सकता है कि संसद में क्या हुआ था। मंत्री ने आगे कहा कि अगर राहुल गांधी को अपनी जिम्मेदारी का अहसास है तो उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए। हम अध्यक्ष से भी मांग करते हैं कि उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और इस तरह की घटना को दोहराया नहीं जाना चाहिए |
वीडियो शूटिंग की इजाजत ना होने पर भी हुआ शूट- जोशी
प्रह्लाद जोशी ने आगे कहा कि बीते दिन कि घटना से एक दिन पहले कुछ सांसद मेजों पर चढ़ गए थे। वे अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहे थे। उन्हें लगा कि उन्होंने कुछ अच्छा किया है। उन्होंने इसका वीडियो शूट करने के बाद ट्वीट किया। वीडियो शूटिंग की अनुमति नहीं है फिर भी ऐसा किया गया।
अनुराग ठाकुर भी बोले- विपक्ष को देश से मांगनी चाहिए माफी
बता दें कि आज भाजपा नेताओं द्वारा हुई प्रेस कांफ्रेंसिंग के दौरान केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान, प्रह्लाद जोशी, भूपेंद्र यादव और अनुराग सिंह ठाकुर शामिल हुए। वहीं अनुराग ठाकुर भी कहा कि जहां विपक्ष को देश से माफी मांगनी चाहिए।
#WATCH CCTV footage of ruckus by Opposition MPs in Parliament on 11th August pic.twitter.com/S3kvCp1gTz
— ANI (@ANI) August 12, 2021
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