देहरादून, नाबार्ड के उत्तराखंड क्षेत्रीय कार्यालय में राज्य हथकरघा क्षेत्र के विकास एवं संवर्धन हेतु बैठक का आयोजन किया गया l बैठक के दौरान हथकरघा उद्योग और बुनकरों के विकास हेतू रूपरेखा तैयार की गई l काबीना मंत्री गणेश जोशी ने बुनकरों की समस्याओं को संज्ञान लेते हुए उनका मौके पर ही समाधान निकाला l काबीना मंत्री द्वारा हथकरघा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे बुनकरों को सम्मान पत्र सम्मानित किया गया l
बैठक के दौरान अधिकारियों ने बताया कि हथकरघा के विकास हेतु बुनकर सरकार और बैंक के बीच में समन्वय जरूरी है l उन्होंने बताया कि पूरे विश्व में 95% हैंडलूम का उत्पादन भारत ने किया जाता है l अधिकारियों ने बताया कि बुनकरों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ानी पड़ेगी व उन्हें उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद बनाने के लिए प्रोत्साहित करना पड़ेगा l साथ ही उन्होंने बताया कि उत्पादों की 70% बिक्री प्रदर्शनी द्वारा होती है जिसको देखते हुए ज्यादा से ज्यादा प्रदर्शनी लगाई जाए जिससे इन उत्पादों को ख्याति मिली और बुनकरों की आय भी बड़े l
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि उत्तराखंड राज्य में हथकरघा क्षेत्र में बहुत संभावनाएं हैं l उन्होंने कहा कि आज बैठक के दौरान मौजूद अधिकारियों से कई सुझाव मिले जिनको धरातल पर उतारने की रूपरेखा तैयार की गई है l साथ ही उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य में पलायन बहुत बड़ी समस्या है जिसको हम हथकरघा और बुनकरों को बढ़ावा देकर रोक सकते हैं, साथ ही इससे प्रदेश के अंदर कई लोगों को रोजगार भी मिलेगा और राज्य की अर्थव्यवस्था सुधरेगी l उन्होंने सुझाव दिए कि उत्पादों का बाजारीकरण किया जाए, उत्पादों को बड़े बाजार और प्रमुख पर्यटक स्थलों में बेचा जाए, उत्पादों की गुणवत्ता को बढ़ाया जाए, क्षेत्रीय बुनकरों को उच्च प्रशिक्षण और आर्थिक सहायता दी जाए l
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