Friday, September 20, 2024
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हिंदूओं की रक्षा के लिए बांग्लादेश कूच करने से भी पीछे नहीं हटेंगे नागा सन्यासी -श्रीमहंत रविंद्रपुरी

हरिद्वार (कुलभूषण ) अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का कड़ा विरोध करते हुए अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन से हस्तक्षेप करने की मांग की है। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े में पत्रकारों को जानकारी देते हुए अखाड़ा परिषद एवं मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि विश्व में जहां भी हिंदु रहते हैं उनकी सुरक्षा होनी चाहिए। बांग्लादेश में जो हालत हो रहे हैं उस पर सरकार को ठोस निर्णय लेना चाहिए। हिंदू धर्म कभी भी हिंसा के पक्ष में नहीं रहा। बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद अराजक तत्व हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं। हिंदु मंदिरों को तोड़ा जा रहा है। हिंदुओं की संपत्ति को जलाया जा रहा है। हिंदू महिलाओं पर भी अत्याचार किए जा रहे हैं। अत्याचारों से त्रस्त हिंदू पलायन को मजबूर हो रहे हैं। जो कि बेहद चिंतनीय है। दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति यह है कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को लेकर तमाम मानवाधिकार संगठन और सभी देश चुप्पी साधे हुए हैं। लेकिन अखाड़ा परिषद और संत समाज चुप नहीं रहेगा। अखाड़ों और संतों ने हमेशा धर्म की रक्षा है। आवश्यकता हुई तो हिंदू हितों की रक्षा के लिए नागा सन्यासी बांग्लादेश कूच करने से भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के हिंदूओं की रक्षा के लिए केंद्र सरकार को भी प्रभावी कदम उठाने चाहिए। अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार परिषद् को भी बांग्लादेश के हिंदुओं के हितों के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में अखिल भारतीय अखाड़ परिषद की और से अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार परिषद् को ज्ञापन भी भेजा जाएगा। जूना अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेमगिरी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म ने हमेशा मानवता की सीख दी है। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का पूरे हिंदू समाज को एकजुट होकर जवाब देना होगा। संत बांग्लादेश के हिंदुओं की रक्षा के लिए तत्पर हैं। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग करते हुए कहा कि बांग्लादेश के सभी हिंदुओं को भारत बुलाना चाहिए। साथ ही भारत में रह रहे गैर हिंदुओं को चिन्हित कर वापस भेजना चाहिए। केंद्र सरकार को इस मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भी उठाना चाहिए। कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर डॉ सुनील कुमार बत्रा के द्वारा किया गया।
इस दौरान महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी, श्रीमहंत महेश पुरी, महंत महाकाल गिरी, महंत हीरा भारती, महंत अमृतपुरी, प्रोफेसर सुनील कुमार बत्रा सहित कई संत महंत एवं गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

श्रृद्वा व भक्ति के साथ किया गया मुलतान जोत महोत्सव का आयोेजन

हरिद्वार (कुलभूषण ) । कुम्भ नगरी हरिद्वार में रविवार सवेरे श्रद्धा व हर्षोल्लास के साथ निकाली गई मुलतान जोत महोत्सव में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं व भक्तो ने गंगा जी के साथ दूध की होली खेलते हुए गंगा जी का दुग्ध अभिषेक किया। हरकी पोड़ी पर श्रद्धा और आस्था की प्रतीक माँ गंगा जी की पूजा अर्चना कर शाम को गंगा आरती के बाद विश्व शांति के लिए सैकड़ो जोत गंगा में प्रवाहित कर 114 वर्ष पुरानी भक्त रूप चन्द की परम्परा को कायम रखा है ।
काँवड़ मेले के बाद गंगा तट पर मनाया जाने वाला जोत महोत्सव की तैयारियां शनिवार शाम को ही पूरी हो गयी थी तोरण द्वारो से सजी धर्म नगरी में सैकड़ो श्रदांलुओं ने मुल्तान जोत महोत्सव के अध्यक्ष डॉ महेंद्र नागपाल के नेतृत्व में भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष बिजेन्द सचदेवा रविवार की सुबह हरकी पैड़ी पहुचे । हाथों में दूध भरी पिचकारियां लेकर हर की पौड़ी पर पहुँचे भक्तो ने माँ गंगा की स्तुति कर दूध की होली खेली ।
दिल्ली के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बिजेंद्र सचदेवा ने कहा मुल्तान जोत एक धार्मिक आयोजन है. जो 114 वर्षो से भारत की एकता और अखंडता का परिचयक है, साथ युवा पीढ़ी अपनी संस्कृति से अवगत कराते हुए आने वाली पीढ़ी को भी इस पुनीत परम्परा से जोड़कर रखना है।
अपरान्ह 4 बजे के बाद भूपतवाला स्थित सुखी नदी से मुल्तान जोत महोत्सव की शोभा यात्रा प्रारम्भ हुई शोभा यात्रा का जगह जगह पर लोगो ने भव्य स्वागत कर प्रसाद वितरण किया ।शोभा यात्रा में मनमोहक रूप से सजी धार्मिक झांकियां लोगो की आकर्षण का केन्द्र रहा।इसके अलावा अमिताभ बच्चन ,बाबा रामदेव और कोहली के डुप्लीकेटो ने अपनी मनमोहक कला से लोगो का मन मोह लिया । शोभायात्रा का समापन हरकी पौड़ी पर शाम आरती के बाद हुआ।हजारो श्रदालुओ ने देश में आपसी सदभावना और भाई चारे की कामना को लेकर पवित्र जोतें हर की पौड़ी पर गंगा जी में प्रवाहित कर आतिशबाजी करी । सुबह दूध की होली शाम को आसमान में रंग बिरंगी आतिशबाजी देख लोग प्रफुलित थे । इसके बाद मनमोहक धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रम में मंच पर पहुँचे अमिताब ,रामदेव , विराट कोहली , के डुप्लीकेट चेहरों को देखने उमड़ी भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस को भारी मशक्कत करनी पड़ी ।
जोत महोत्सव् में अशोक नागपाल , एस पी गांधी ,सुरेन्द्र आहूजा ,सतपाल अरोड़ा ,अनूप गुप्ता आदि मौजूद रहे ।
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देश की एकता एवं अखण्डता को बनाए रखने के लिए भक्त रूप चन्द ने मुल्तान जोत महोत्सव की शुरुआत वर्ष 1911 में की थी ।पाकिस्तान के मुलतान शहर से जोत लेकर हरिद्वार आये लाला रूप चन्द आज भी जीवित प्रतीत हो रहे हैं ।हर वर्ष जोत महोत्सव की परम्परा को आगे बढ़ा रही हैं। डॉ महेंद्र नागपाल की टीम सामाजिक एकता की मिशाल है ।

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