‘बिहार में बैठकर उत्तराखंड में संचालित कर रहे थे दर्शनों के हवाई फर्जीवाड़े’
“स्पेशल टास्क फोर्स ने चार धाम हेली सेवा से जुड़ी 41 फर्जी वेबसाइटों को भी ब्लॉक कर भारत में सेकड़ो लोगों को आस्था से जुड़ी साईबर ढगी होने से बचाया”
देहरादून, वर्तमान समय में उत्तराखण्ड राज्य में चारधाम यात्रा प्रचलित है, जिस कारण विभिन्न राज्यों से श्रद्धालुओं द्वारा श्री केदानाथ धाम दर्शन हेतु हैलीकॉप्टर सेवा प्राप्त करने हेतु ऑनलाईन टिकट बुक करवाये जा रहे है। साईबर अपराधियों द्वारा भी साईबर अपराध करने हेतु समय के साथ-साथ धोखाधड़ी करने हेतु नये-नये तरीके अपनायें जाते रहे हैं व चारधाम यात्रा हेतु हैली सेवा ऑनलाईन टिकट बुकिंग के नाम पर भी देश के विभिन्न राज्यों से हैली सेवा टिकट ऑनलाईन बुक करवाने वालों के साथ भी साईबर ठगी की जा रही है।
श्रद्धालुओं से ठगी करने वालों पर सख्त कार्यवाही करने की दिशा में
[email protected] पर उत्तराखण्ड राज्य के साथ-साथ विभिन्न राज्यों से पीड़ितों द्वारा हैली सेवा बुकिंग के नाम पर उनके साथ हुयी धोखाधड़ी के संबंध में ई-मेल प्राप्त हुयी, जिस के आधार पर एसटीएफ उत्तराखण्ड द्वारा साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन देहरादून पर अभियोग पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ की गई।
सभी शिकायतों की प्रारंभिक जांच की गई जिसके बाद 41 वेबसाइटें भी ब्लॉक की गई।
एसटीएफ द्वारा इस गिरोह का पर्दाफाश किया गया था व विवेचना के दौरान हैली सेवा के नाम पर देश भर में धोखाधड़ी करने वाले गिरोह के दो सदस्यों
सन्नी राज पुत्र उमेश दास निवासी ग्राम मोहब्बतपुर, पोस्ट पन्हेसा, थाना शेखोपुर सराय, जनपद शेखपुरा, बिहार और
बॉबी रविदास पुत्र उमेश दास निवासी ग्राम मोहब्बतपुर, पोस्ट पन्हेसा, थाना शेखोपुर सराय, जनपद शेखपुरा, बिहार को गैर राज्य बिहार के जिला शेखपुरा से गिरफ्तार किया गया था।
गिरोह के एक मुख्य सरगना नीरज कुमार पुत्र अवधेश प्रसाद निवासी ग्राम पोक्सी, पोआ. केसोरी, थाना पकरीबरवां, जनपद नवादा, बिहार को भी बिहार के जनपद नवादा से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई है, जिसके द्वारा विभिन्न फर्जी वेबसाईट्स बनाकर, मोबाईल नम्बरों, मोबाईल हैण्डसैटों व बैंक खातों का प्रयोग कर स्वयं को पवनहंस हैली सर्विस का कर्मचारी दर्शाकर, पीड़ितों के व्हट्सएप पर सम्पर्क स्थापित कर पवनहंस हैली सर्विस के कर्मचारी बनकर फर्जी आईडी भेजकर शिकायतकर्ता श्रीमती श्रीकोटी कल्याणी पत्नी श्री जगदेश्वर रॉव निवासी नारसीपट्नम, जिला अंकापल्ली, आंध्रा प्रदेश, से चारधाम यात्रा हेतु हैली सेवा टिकट बुकिंग हेतु फर्जी वेबसाईट https://pawanhanshtravels.in* का प्रयोग कर स्वयं को पवनहंस हैली सर्विस का कर्मचारी बताकर श्रीमती श्रीकोटी से केदारनाथ जाने के लिए पैसा स्थानान्तरित करवा कर धोखाधड़ी की गई थी।
एक अन्य शिकायतकर्ता अशोक प्रजापति पुत्र शान्तिलाल निवासी ए 33, निकट कैडिला ब्रिज, अहम्दाबाद, गुजरात मोबाईल नम्बर 9898000561 से केदारनाथ यात्रा के नाम पर अभियुक्त द्वारा स्वयं को पवन हंस हैली सर्विस का प्रतिनिधी बताकर बात की गई थी तथा व्हाट्सएप पर चैटिंग कर 11 लोगों का हैली सेवा टिकट बुक करवाने के लिए 77,000/- स्थानान्तरित करवा लिये।
अभियुक्त ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर शिकायतकर्ता राजेन्द्र महाजन निवासी ग्राम गुमहारविन, हमीरपुर रोड़, हिमाचल प्रदेश रू 33,000/- संदिग्ध बैंक खातों में स्थानान्तरित करवाये गये। गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।
अभियुक्त द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर पूरे भारत में हैली सेवा के नाम पर अपराध करने के लिए अलग-अलग मोबाईल फोन, सिमकार्डो व बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया। अभियुक्त से बरामद उपकरणों का प्रयोग कर पूरे भारत में कई पीड़ितों से हैली सेवा टिकट बुकिंग के नाम पर पैसा लेकर धोखाधड़ी की गई है। अभियुक्त ने प्रतिरूपण, फिशिंग, फर्जी हैली सेवा कम्पनियों के अधिकारी बनकर और पहचान की चोरी के जरिए पूरे भारत में लोगों को ठगा है।
अभियुक्त द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर फर्जी आईडी पर मोबाईल हैण्डसेट व सिमकार्ड प्राप्त कर हैली सेवा कम्पनियों की फर्जी आई0डी0 बनाकर हैली सेवा कम्पनियों के नाम से वेबसाईट्स बनावा कर हैली सेवा टिकट की ऑनलाईन बुकिंग हेतु अपने मोबाईल नम्बर को व्हट्सएप्प एपीआई के जरिये उस वेबसाईट से कनेक्ट कर देते है। पीड़ितों द्वारा हैली सेवा टिकट की ऑनलाईन बुकिंग हेतु उक्त वेबसाईट पर विजिट करने पर व क्लिक करने पर अभियुक्त के व्हट्सएप्प से सम्पर्क हो जाता है, जिस पर अभियुक्त द्वारा पीड़ितों को हैली सेवा कम्पनियों की फर्जी आईडी भेजकर टिकट बुकिंग हेतु विश्वास दिलाकर अभियुक्त द्वारा प्रयोग किये जा रहें फर्जी बैंक खातों में पैसा डलवा कर धोखाधड़ी की जाती है।
अभियुक्त द्वारा विभिन्न मोबाईल हैण्डसेट, सिम कार्ड व फर्जी बैंक खातों का प्रयोग किया जाता है। कुछ पिडितों से एक मोबाईल फोन, सिम कार्ड व बैंक खाते का प्रयोग कर धोखाधड़ी करने के बाद इनके द्वारा नये सिम, मोबाईल हैण्डसैट व बैंक खातों का प्रयोग किया जाता है, गिरफ्तार आरोपी फर्जी हेली वेबसाइट बनाने का मास्टरमाइंड था |
साइबर अपराधी अपराध के दौरान पीओएस मशीनों का उपयोग कैसे करते हैं :
इस मामले में साइबर अपराधी ने FINO पेमेंट बैंक POS मशीन का इस्तेमाल किया है, अपराधी फिनो मित्रा ऐप इंस्टॉल करता है और फिर किसी भी बैंक के एटीएम कार्ड को पीओएस मशीन से स्वाइप कर लेता है. पैसा तुरंत फिनो पेमेंट बैंक खाते में स्थानांतरित कर दिया जाता है। उनके अपराधी से आगे विभिन्न बैंक खातों में स्थानांतरण और अंत में एटीएम निकासी। पूरी प्रक्रिया में केवल कुछ मिनट लगते हैं।
पूर्व गिरफ्तार अभियुक्तगण :
-सन्नी राज पुत्र उमेश दास निवासी ग्राम मोहब्बतपुर, पोस्ट पन्हेसा, थाना शेखोपुर सराय, जनपद शेखपुरा, बिहार।
-बॉबी रविदास पुत्र उमेश दास निवासी ग्राम मोहब्बतपुर, पोस्ट पन्हेसा, थाना शेखोपुर सराय, जनपद शेखपुरा, बिहार।
विवेचना के दौरान प्रकाश में आयीं 41 ऑनलाईन हैली सेवा टिकट बुकिंग करने हेतु साईबर ठगों द्वारा प्रयोग की जा रहीं फर्जी वेबसाईट्स को बंद करवाया गया है जिनके पीछे मुख्य सरगाना का हाथ था।
गिरफ्तार अभियुक्त :
-नीरज कुमार पुत्र अवधेश प्रसाद निवासी ग्राम पोक्सी, पो0आ0 केसोरी, थाना पकरीबरवां, जनपद नवादा, बिहार।
आपराधिक इतिहास :
इसके द्वारा बताया गया है कि दिसंबर वर्ष 2021 में कोतवाली जयपुर राजस्थान पुलिस द्वारा जेल भेजा गया था इनके द्वारा फोन पर लड़की बनकर लोगों को ठगा जाता था जिस मामले में कोतवाली जयपुर ने इनको पकड़ा था यह वहां से जमानत में बाहर है। गिरफ्तार अभियुक्त के पास 04 आधार कार्ड है जिसमें 01 आधार कार्ड अलग-अलग नाम व पते का भी है।
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