मुंबई, एजेंसी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों से राज्य की स्वास्थ्य सुविधाओं की भारी कमी हो गई है। यहां कोरोना नियंत्रण से बाहर हो गया है। सारी सुविधाएं कम हो गई हैं। राज्य में आक्सीजन सिलेंडरों की भारी कमी है। हम अपने हेल्थकेयर इन्फ्रास्ट्रक्चर को लगातार अपग्रेड कर रहे हैं लेकिन वे दबाव में हैं। मेडिकल ऑक्सीजन, बेड की कमी है और रेमसेडिविर की मांग भी बढ़ गई है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं प्रधान मंत्री से बात करूंगा कि वह हमें आसपास के राज्यों से चिकित्सा उपयोग के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति में भारतीय वायुसेना की सहायता प्रदान करने का अनुरोध करें। उन्होंने कहा कि हम राज्य में लॉकडाउन नहीं कड़ी पाबंदी लगाएंगे। पूरे महाराष्ट्र में बुधवार शाम से धारा 144 लागू रहेगी। अगले 15 दिन तक सड़क पर घूमने को लेकर पाबंदी रहेगी।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन को लेकर उपमुख्यमंत्री अजीत पवार (Ajit Pawar) के साथ महत्वपूर्ण बैठक की थी। इस बैठक में राज्य के लॉकडाउन से प्रभावित होने वाले लोगों के लिए एक वित्तीय पैकेज तैयार करने को लेकर चर्चा की गई। इसके बाद लॉकडाउन को लागू करने और उसकी अवधि को लेकर अंतिम फैसला लिया गया। रविवार को हुई टास्क फोर्स के साथ बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 8 दिनों का लॉकडाउन लगाने जबकि टास्क फोर्स के कुछ सदस्य 14 दिनों के सख्त लॉकडाउन के पक्ष में थे। वहीं शिवसेना के मुखपत्र सामना में भी 14 दिन का लॉकडाउन लगाने की ही वकालत की गई।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति को लेकर कहा कि यहां औसत दैनिक मामले सप्ताह दर सप्ताह काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां कोरोना के नए मामले 57,000 से अधिक के स्तर पर पहुंच गए हैं, जो काफी चिंताजनक हैं। यहां पॉजिटिविटी रेट 24 फीसद है।
Maharashtra Chief Minister Uddhav Thackeray to address the state at 8.30 pm today.
(File photo) pic.twitter.com/1pDiz1hEFz
— ANI (@ANI) April 13, 2021
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