पिथौरागढ़,यजिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने खनिज फांउडेशन से मुनस्यारी तथा धारचूला को एक रुपया भी नहीं दिए जाने पर आपत्ति जताई। कहा कि जिन गांवों को इसका बजट दिया गया है, उनसे नदी की दूरी 100 से 200 किमी दूर है। बजट देने में नियमों की अनदेखी भी की गई है।
जिपं सदस्य मर्तोलिया ने मुख्य सचिव तथा जिलाधिकारी को ईमेल से पत्र भेजकर अपनी आपत्ति दर्ज की है। कहा कि खनिज फांउडेशन का बजट नदी के खनन क्षेत्र से नियर के ग्राम पंचायतों के विकास के लिए दिए जाने का मानक तय है। मर्तोलिया ने बताया कि मुनस्यारी तथा धारचूला इस जिले में नदियों के उदगम स्थल की भूमिका में है। उसके बाद भी दोनों क्षेत्रों को इस बजट से एक रुपया भी नहीं दिया गया।
मर्तोलिया ने कहा कि खनिज फांउडेशन में प्रस्ताव देने के लिए समाचार पत्रों में सार्वजनिक सूचना जारी किया जाना चाहिए। जिसमें नियम भी बताया जाना जरूरी है। जिपं सदस्य का आरोप है कि गुपचुप तरीके से खनिज फांउडेशन के नियमों के विपरित सात करोड़ रुपये की राशि बांट दी गई है।
कहा कि इस राशि का आवंटन नियमो के विरुद्व हुआ है। इसलिए सीएस तथा डीएम से इसके उपयोग पर रोक लगाने की मांग की गई है।
मर्तोलिया ने कहा कि बजट पर रोक नहीं लगी तो मुनस्यारी व धारचूला के जन प्रतिनिधि इस फैसले के खिलाफ़ लामबंद होंगे।
जिपं सदस्य ने कहा कि नदी घाटी क्षेत्र खनन करने की कीमत प्रति वर्ष आपदाकाल में चुकाते है, उस क्षेत्र के बजट को अन्य क्षेत्रों में खर्च करना नदी घाटी क्षेत्र की जनता के साथ अन्याय है।
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