Wednesday, November 20, 2024
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रिवर्स पलायन संवाद अभियान का द्वितीय चरण 21से 23 अप्रैल तक दून में होगा, बोली भाषा, रीति रिवाजों, वेश भूषा पर आयोजित होंगे वृहद संवाद कार्यक्रम

“मांगल गीतों, सगुन आखरों, बोली भाषा, रीति-रिवाजों, वेशभूषा, खान-पान के संरक्षण और संवर्धन से ही होगा सही मायने में राज्य का चहुमुखी विकास : पद्मश्री डॉ० माधुरी”

देहरादून, देवभूमि उत्तराखण्ड के मांगल गीतों, सगुन आखरों, बोली भाषा, रीति-रिवाजों, वेशभूषा, खान-पान के संरक्षण और संवर्धन से ही होगा सही मायने में राज्य का चहुमुखी विकास यह उद्गार पद्मश्री डॉ० माधुरी बडथ्वाल ने उत्तरांचल प्रेस क्लब देहरादून में रिवर्स पलायन संवाद अभियान के सन्दर्भ में जानकारी देते हुए व्यक्त किये।पद्म पुरस्कार 2022 : जानिए कौन हैं डा. माधुरी बड़थ्वाल, जिन्‍हें भारत सरकार ने दिया पद्मश्री सम्‍मान - Know who is Dr Madhuri Barthwal to whom Government of India given Padma Shri

इस अवसर पर रिवर्स पलायन संवाद अभियान 2023 के सूत्रधार आध्यात्मिक गुरू आचार्य विपिन जोशी ने बताया अभियान के प्रथम चरण में पर्यटन ग्राम तिवाड़ गांव टिहरी गढ़वाल में तीन दिवसीय सफल अभियान 1से 3 अप्रैल तक आयोजित किया गया, जिसमें 32 होमस्टे चलाने वाले उद्यमियों को आदर्श उत्तराखण्ड़ी उद्यमी सम्मान 2023 से सम्मानित किया गया, साथ ही मांगल गीतों के प्रशिक्षण के साथ साथ गढ़वाली भाषा, वेश भूषा, रीति-रिवाजों पर वृहद संवाद कार्यक्रम हुए, तिवाड़ गांव की दीवारों को देहरादून के विभिन्न शैक्षिणक संस्थानों के छात्र-छात्राओं ने राज्य की संस्कृति, संस्कारों को दर्शाने वाले चित्रों से सजाया।
आध्यात्मिक गुरू आचार्य विपिन जोशी ने पत्रकारों को बताया कि द्वितीय चरण में 21 अप्रैल से 23 अप्रैल तक ओएनजीसी महिला पॉलिटेक्निक कौलागढ़ रोड़ में तीन दिवसीय रिवर्स पलायन संवाद अभियान 2023 के कार्यक्रमों में उत्तराखण्डी संस्कृति, संस्कारों, रीति रिवाजों, खान-पान, वेशभूषा पर आधारित कार्यक्रमों के साथ साथ मांगलगीतों, सगुन आखरों, उत्तराखण्डी लोकगीतों के गायन का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जायेगा। साथ ही बच्चों को उत्तराखण्डी संस्कृति से जोड़ने के लिए गढ़वाली, कुमाउनी, जौनसारी आदि भाषाओं के संवाद कार्यक्रम भी होगें।

इसके साथ ही 8वें दून योग महोत्सव के माध्यम से राज्य को वैलनेस का एक बड़ा हब बनाने के संकल्प के साथ राज्य के गांवों के योग और आयुर्वेद के ग्रामों के रूप में विकास पर गहन मंथन चिंतन किया जायेगा और योग पर आधारित प्रतियोगिताएं आयोजित की जायेगी साथ ही योग के क्षेत्र में प्रेरणा दायक कार्य करने वाले योग साधकों को सम्मानित भी किया जायेगा। योग के विकास के लिए सेमिनारों का भी आयोजन होगा।
कार्यक्रम तृतीय चरण 1 मई से हरिद्वार, यमनोत्री धाम, गंगोत्री धाम केदारनाथ एवं बदरीनाथ सहित गढ़वाल मण्डल के सभी जिलो में यह अभियान चलेगा।
चतुर्थ चरण में कुमाऊं मण्डल के सभी जिलों में अभियान 22 मई से 29 मई तक चलेगा। पत्रकार वार्ता में डॉ. एस. पी. रयाल, बीना रावत, योग शिक्षक विनय कुमार, योग शिक्षिका विमला देशवाल, पुष्पा डुकलान, सुषमा नेयाणी, अराधना रावत, वंदना कोटनाला, जितेन्द्र मलिक आदि उपस्थित रहे।

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