Friday, April 19, 2024
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राज्य निर्माण की मूल भावना बनाम राजनीतिक महत्वाकांक्षा के बीच होगा 2022 का मुकाबला : मनोज

रूद्रप्रयाग- कांग्रेस पार्टी का मानना है कि आगामी चुनाव राज्य निर्माण आंदोलन की मूल भावना बनाम राज्य को राजनीतिक महत्वकांक्षा का अखाड़ा बनाने की बीजेपी की कुटिल सोच के मध्य होगा। यह चुनाव संविधान की मूल भावना धर्मनिरपेक्षता,समाजवाद, लोकतंत्र और कल्याणकारी राज्य की अवधारणा को स्थापित करने की कांग्रेसी सोच बनाम बीजेपी की विध्वंसकारी नीतियों के बीच होगा।

रुद्रप्रयाग में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुये केदारनाथ विधायक व प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मनोज रावत ने कहा कि इस चुनाव में,कांग्रेस पार्टी की कोशिश होगी कि नई पीढ़ी के मतदाताओं को आजादी के आंदोलन के गौरवशाली इतिहास से परिचित करवाते हुए,देश के विकास में युवाओं की भूमिका सुनिश्चित की जाये।
उन्होंने कहा कि यह चुनाव उत्तराखंड राज्य आंदोलन की मूल अवधारणा,मानव और प्राकृतिक संसाधनों के उचित प्रबंधन के साथ,पर्वतीय राज्य के लिये,विशिष्ट विकास मॉडल बनाने की कोंग्रेस पार्टी की कोशिश बनाम रेत बजरी माफियाओं द्वारा मुख्यमंत्री को अपदस्त करने की बीजेपी की विध्वंशकारी कार्यप्रणाली के बीच का चुनाव है।

कांग्रेस पार्टी ने,अपनी प्रगतिशील विचारधारा और भविष्य के कार्यक्रम को जनता के बीच ले जाने के लिए, अनेक कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला किया है। इस हेतु व्यापक रणनीति और कार्यक्रम बनाये गए हैं। कांग्रेस पार्टी के उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी श्री देवेन्द्र यादव ने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया है कि घर घर जाकर, कांग्रेस की नीतियों और कार्यक्रमो को जनता के बीच ले जायें। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सभी कार्यकताओं से कार्यक्रमों को सफल बनाने के साथ साथ,जनता की समस्याओं और मुद्दों को पार्टी के नेताओं तक पहुंचाने में मदद की अपील की है।

विदित हो कि बीजेपी और उसके तथाकथित डबल इंजन की सरकार से जनता त्रस्त हो चुकी है,पिछले साढे चार साल में,बीजेपी के आपसी मतभेद और व्यक्तिवादी सोच ने राज्य को मुख्यमंत्री बनाने की फैक्ट्री बना दिया है,तीन-तीन मुख्यमंत्री देने के वावजूद, सरकार विकास के एजेंडा पर एक कदम भी नहीं बढ़ा पा रही है। राज्य 23 प्रतिशत बेरोजगारी के साथ, बेरोजगारी के मामले में देश मे सबसे ऊपर है,अर्थात राज्य का हर चौथा व्यक्ति बेरोजगार है। महिला सशक्तिकरण की हालत यह है कि आशा,भोजन माता,और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पिछले दो साल से सड़क में हैं। राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई हैं,खेतों और सड़कों में, प्रसव करने को मजबूर हैं।

बीजेपी ने अपने पिछले चुनावी घोषणा पत्र में, जिन मुद्दों का वायदा किया था, वो मुद्दे आज भी जस के तस खड़े हैं। आज एक बार फिर,बीजेपी उन्हीं मुद्दों को उठाकर,जनता को बरगलाने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस पार्टी ने सामुहिक तौर पर निर्णय लिया है कि भाजपा की इस चाल को कामयाब नहीं होने देगी।

बीजेपी सरकार अपने घोटालों और आन्तरिक द्वंद्व में फंसी हुई है,और इसी कारण कांग्रेस से पूरी तरह डरी हुई है।सरकार विपक्षी पार्टियों विशेषकर कांग्रेस के लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचलने का प्रयास कर रही है, इसीलिए कांग्रेस पार्टी की,हल्द्वानी रामलीला मैदान में 10 नवम्बर को प्रस्तावित ‘‘संकल्प विजय शंखनाद रैली‘‘ को आयोजित करने की भाजपा सरकार ने इजाजत नहीं दी है। लेकिन कांग्रेस पार्टी महात्मा गांधी के आदर्शों पर चलने वाली पार्टी है,कांग्रेस पार्टी ने जब,अंग्रेजों को झुकने पर मजबूर कर दिया था तो आज तो देश आजाद हो गया है। कांग्रेस पार्टी ने निर्णय लिया है कि सरकार इजाजत दे या न दे, लेकिन अब ‘संकल्प विजय शंखनाद कार्यक्रम‘‘ 11 नवम्बर को रामलीला मैदान में भव्य रूप में आयोजित किया जाएगा।

विधायक मनोज रावत ने बताया कि इसी माह नवंबर मे कार्यक्रमों की इस कड़ी में, 11 नवम्बर को ही पार्टी के प्रदेश कार्यालय (देहरादून) में विभिन्न पार्टियां को छोड़कर आये नेताओं को कांग्रेस पार्टी की सदस्यता दिलाई जाएगी।
14 नवम्बर को पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिवस (बाल दिवस) के अवसर पर प्रदेश भर में न्याय पंचायत स्तर पर बाल एंव युवा कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
15 एवं 16 नवम्बर को ग्राम पंचायत स्तर पर वरिष्ठ नेताओं द्वारा रात्रि विश्राम कार्यक्रम होगें।
19 नवम्बर को पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 श्रीमती इंदिरा गांधी जी की जयंती के अवसर पर प्रदेश भर में मातृशक्ति सम्मान समारोहों का आयोजन किया जाएगा।

नवम्बर के तीसरे सप्ताह में,परिर्वतन यात्रा के तीसरे चरण के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।
26 नवम्बर को प्रदेश भर में संविधान बचाओ दिवस का आयोजन किया जाएगा।

इन सभी कार्यक्रमों में पार्टी के वरिष्ठ नेतागण,सांसद,पूर्व सांसद,विधायक, पूर्व विधायक,प्रदेश के पदाधिकारी,अनुशांगिक संगठन, विभाग एवं प्रकोष्ठों के पदाधिकारी तथा कार्यकर्ता शामिल रहेंगे।

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