Thursday, June 19, 2025
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यात्रा मार्ग पर पहली बार श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में प्रारंभ की गई कैथ लैब

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*चारधाम यात्रा पर आने वाले 50 वर्ष आयु से अधिक वालों की हेल्थ स्क्रीनिंग पर विशेष फोकस*

 

*-पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया के देहरादून चैप्टर के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने सचिव स्वास्थ्य से की भेंट*

*चार धाम में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी का देश भर में प्रचार में सहायक बने पीआरएसआई*

 

 

 

 

 

देहरादून , पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया के देहरादून चैप्टर के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने मंगलवार को सचिवालय में सचिव स्वास्थ्य डॉ आर राजेश कुमार से भेंट की। इस दौरान पीएसआरआई देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष रवि बिजारनिया ने उन्हें शॉल एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर सचिव स्वास्थ्य ने कहा कि वर्तमान में गतिमान चारधाम यात्रा में यात्रियों की बढ़ती हुई संख्या एक चुनौती के रूप में सामने आई है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की ओर से श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य जांच से लेकर तमाम सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि गत वर्ष यात्रा काल में 55 वर्ष से अधिक के लगभग साढ़े सात लाख लोगों की स्वास्थ्य जांच की गई थी। इस बार हमारा लक्ष्य है कि 50 वर्ष से अधिक के लोगों की ज्यादा से ज्यादा स्वास्थ्य जांच की जाए। उन्होंने बताया कि *इस बार यात्रा रूट पर 184 चिकित्सकों की तैनाती की गई है। गत वर्ष 140 डॉक्टर तैनात किए गए थे।* इनमें 44 स्पेशलिस्ट चिकित्सक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि गत वर्ष पहली बार यात्रा में तैनात चिकित्सकों के साथ ही पैरा मेडिकल स्टाफ को एनएचएम के माध्यम से मानदेय की व्यवस्था की गई थी। इस बार भी यह व्यवस्था जारी रखी जा रही है।

स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्ग पर हमेशा से सुपर स्पेशलिटी सेंटर का अभाव रहा है। इसके दृष्टिगत श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में इस बार कैथ लैब शुरू कर दी गयी है। साथ ही ‘यू कोट वी पे’ योजना के जरिये नए सुपर स्पेशलिटी को अपनी सेवाएं देने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कुल 11 भाषा में यात्रा संबंधी एसओपी जारी की गई है, यह एसओपी सभी राज्यों के सचिवों को भेजने के साथ ही यात्रा पर आ रहे श्रद्धालुओं को स्टाफ के माध्यम से उनकी भाषा में वितरित की जा रही है ताकि उन्हें किसी तरह की कोई दिक्कत न हो। इस एसओपी में क्या यात्रा के दौरान क्या करें और क्या न करें कि बारे में जानकारी दी गई है। स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि जानकी चट्टी में पहली बार मेडिकल पॉइंट बनाया गया है। जनसंपर्क के क्षेत्र में पीएसआरआई की अहम भूमिका है। विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारी देने और जनजागरूकता में में अहम योगदान दे सकती है। उन्होंने कहा कि संगठन का विस्तार जनपद से लेकर ब्लॉक स्तर तक किया जाए इससे इसकी न केवल सार्थकता होगी बल्कि पीएसआरआई एक ऐसा नेटवर्क भी बनेगा जिसकी पहुंच जन-जन तक होगी।
पीएसआरआई देहरादून चैप्टर के अध्यक्ष रवि बिजारनिया ने स्वास्थ्य सचिव को जानकारी दी कि संगठन की देश भर में 25 शाखायें हैं और इसमें सरकारी विभागों के जनसंपर्क अधिकारियों के अतिरिक्त पब्लिक सेक्टर यूनिट आदि के कार्मिक भी जुड़े हैं। संगठन का उद्देश्य है कि आपसी सहयोग से केंद्र व राज्य सरकारों के सकारात्मक समाचारों को जन-जन तक पहुँचाये। विशेष रूप से सोशल मीडिया पर फोकस करते हुए एक सकारात्मक संदेश जनता तक पहुँचाया जाये।
इस अवसर पर अनिल सती, अनिल वर्मा, संजय पांडे, जितेंद्र सिन्हा, ज्योति नेगी, मनोज सती, दिनेश कुमार, पुष्कर नेगी, प्रियांक वशिष्ठ, अमित ठाकुर, नीरज आदि उपस्थित रहे।

 

सुगम और सुरक्षित चारधाम यात्रा के लिए चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी में एक-एक मजिस्ट्रेट होंगे तैनात

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*-मुख्यमंत्री के निर्देशों के क्रम में उच्चाधिकारियों की बैठक में लिये गये महत्वपूर्ण निर्णय*

*-यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के मद्देनजर बुधवार व गुरुवार को नहीं होंगे ऑफलाइन पंजीकरण*

*-प्रत्येक जनपद में सौ-सौ अतिरिक होमगार्ड भी होंगे तैनात, उत्तरकाशी में एक अतिरिक्त पुलिस क्षेत्राधिकारी की होगी तैनाती*

देहरादून, सुगम और सुरक्षित चारधाम यात्रा के संचालन के लिए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों पर आज आला-अधिकारियों की एक बैठक आयोजित हुई जिसमें चारधाम यात्रा को लेकर कई अहम निर्णय लिए गए हैं।
आयुक्त गढ़वाल विनय शंकर पांडेय ने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देशों के क्रम में आज प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री आरके सुधांशु, सचिव मुख्यमंत्री श्री विनय शंकर पांडेय, डीजीपी अभिनव कुमार व उनकी मौजूदगी में एक बैठक आयोजित हुई जिसमें निर्णय लिया गया कि जनपद चमोली, रुद्रप्रयाग एवं उत्तरकाशी में चारधाम यात्रा के दृष्टिगत यहां पर एक-एक मजिस्ट्रेट की तैनाती की जाएगी। इनकी तैनाती के आदेश भी गढ़वाल आयुक्त के स्तर से जारी कर दिए गए हैं। इनको जिलाधिकारी अपने अनुसार कार्य का आवंटन करेंगे।
सचिव पर्यटन ने बताया कि चारधाम पर आने वाले यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर यह भी निर्णय लिया गया है कि बुधवार और बृहस्पतिवार को यात्रा के लिए पंजीकरण नहीं किये जायेंगे। पुलिस महानिदेशक ने बताया कि बैठक में प्रत्येक जनपद में सौ-सौ अतिरिक होम गार्ड भी दिए जाएंगे एवं उत्तरकाशी में एक अतिरिक्त पुलिस क्षेत्राधिकारी की तैनाती भी की जाएगी।

ऑनलाइन रिव्यू कर कमाई के झांसे गंवाए 96,500

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देहरादून(आरएनएस)।   ऑनलाइन रिव्यू कर कमाई के झांसे में एक युवती ने 96,500 रुपए गंवा दिए। धोखाधड़ी को लेकर साक्षी की तहरीर पर क्लेमनटाउन थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। कहा कि बीते 28 अप्रैल को व्हाट्सएप पर मैसेज आया। उसमें झांसा दिया गया कि उसके बताए अनुसार रेस्त्रां को गूगल पर रिव्यू किया तो घर बैठे कमाई की जा सकती है। पीड़िता झांसे में आ गई। दो रिव्यू के बाद एक अन्य महिला ने टेलीग्राम के जरिए संपर्क किया। उसने कमाई का झांसा देकर पीड़िता टास्क देकर 96,500 रुपए हड़प लिए। एसओ क्लेमनटाउन दीपक धारीवाल ने बताया कि मामले में अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।

नौवीं की छात्रा हुई गर्भवती, दोस्त पर लगाया आरोप, पुलिस में मामला हुआ दर्ज

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चंपावत, टनकपुर में नाबालिग के साथ दुष्कर्म कर उसे गर्भवती बनाने का मामला सामने आया है। नाबालिग गर्भवती ने दोस्त पर आरोप लगाते हुए पुलिस को बताया कि उसका एक दोस्त अक्सर घर आता जाता रहता था। उसने ही उसके साथ दुष्कर्म किया है।
शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपित के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच शुरु कर दी है। नाबालिग की तबीयत खराब होने के बाद स्वजन उसे उपचार के लिए उपजिला चिकित्सालय में ले गए।
अल्ट्रासाउंड करने के बाद डाक्टरों ने दो माह का गर्भ बताते हुए इसकी सूचना दी। उप जिला चिकित्सालय प्रशासन द्वारा इसकी सूचना कोतवाली में दी गई। टनकपुर कोतवाली के एसएसआई बीएस बिष्ट ने बताया कि इस मामले में आरोपित के विरुद्ध पाक्सो एक्ट और धारा 376 में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। आरोपित नाबालिग की तालाश में पुलिस टीम को भेजा गया है।
नाबालिग गर्भवती ने पुलिस को बताया कि उसका एक दोस्त अक्सर उसके घर आते जाते रहता था। उसने ही उसके साथ दुष्कर्म किया।

पर्यटकों को ले जा रही जिप्सी में आग लगी, सभी पर्यटक सुरक्षित

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नैनीताल (रामनगर), उत्तराखण्ड के बैलपड़ाव रामनगर क्षेत्र में पर्यटकों को जंगल सफारी करा रही जिप्सी में आग लग गई। चालक और पर्यटकों ने कूदकर अपनी जान बचाई। दमकल, वन विभाग और क्षेत्रीय लोगों ने टहनियों और पत्तों के झांपे से आग बुझाई, लेकिन तब तक जिप्सी बुरी तरह से जल गई।नैनीताल जिले में कालाढूंगी और रामनगर के मध्य राजकीय राजमार्ग पर पड़ने वाले बैलपडाव-पवलगढ़ मोटरमार्ग में सुबह लगभग 6 बजे एक चलती जिप्सी में आग लग गई। यह जिप्सी तड़के सवेरे पर्यटकों को वन्यजीवों के दर्शनों के लिए सफारी पर निकली थी। सभी पर्यटक जिप्सी में सवार होकर सीतावनी जोन में जंगल सफारी करने के बाद वापसी कर रहे थे।घने जंगल के बीचों बीच, अचानक जिप्सी के इंजन से शुरू हुई आग देखते ही देखते चारों तरफ फैल गई। क्षेत्रीय लोगों ने दमकल विभाग को सूचित किया।
सभी ने मिलकर पेड़ों की टहनियों और पत्तों के बने झांपे से आग को पीटकर बुझाया। लोगों ने पानी की बोतल से भी आग बुझाने की कोशिश की। काफी मुश्किलों के बाद आग पर काबू पाया जा सका। घटना के बाद सभी पर्यटक सुरक्षित हैं, जिन्हें दूसरे वाहन की मदद से उनके रिजॉर्ट भेज दिया गया है। जिप्सी की आग को पूरी तरह से बुझाकर उसे सड़क से किनारे खड़ा कर दिया गया।
इधर डीएफओ दिगंत नायक ने बताया की सीतावनी पर्यटन जोन से सफारी कर पवलगढ़ – बैलपढ़ाव मोटर मार्ग पर जिप्सी मे तकनिकी कारणों के चलते आग लग गयी। पर्यटक जिप्सी से सकुशल पूर्व मे ही उतर चुके थे पर्यटको का कोई नुकसान नही हुआ है।

 

पिकअप खाई में गिरा, दो लोगों की मौत, एक गंभीर घायल

हल्द्वानी, रानीबाग के अमृतपुर से आदि कैलाश को जा रही पिकअप अनियंत्रित होकर 50 मीटर खाई में गिर गई। हादसे में वाहन सवार दो लोगों की मौत हो गई, जबकि चालक घायल हो गया। घायल को उपचार के लिए हल्द्वानी एसटीएच भेजा गया है।
थानाध्यक्ष जगदीप सिंह नेगी ने बताया कि सोमवार को छोटा कैलाश को जा रही पिकअप अनियंत्रित होकर 50 मीटर खाई में जा गिरी। वाहन के खाई में गिरने से बिशन दत्त पांडे (70) निवासी भौर्सा और मनीष पडलिया निवासी बानना की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं चालक धीरज (25) घायल हो गया। घायल को उपचार के लिए हल्द्वानी एसटीएच भेजा गया। मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए हल्द्वानी भेजा जा रहा है। घटना के बाद से मृतकों के परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है।

गृह सचिव दिलीप जावलकर ने की केदारनाथ धाम की तैयारियों की समीक्षा, कहा- यात्रियों को दर्शन की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाय

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रूद्रप्रयाग, एक दिवसीय जनपद भ्रमण पर पहुंचे सचिव गृह दिलीप जावलकर ने श्री केदारनाथ धाम की यात्रा सुगम एवं सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन द्वारा की जा रही व्यवस्थाओं एवं सुविधाओं के संबंध में जिलाधिकारी सौरभ गहरवार एवं पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे के साथ की गई तैयारियों की समीक्षा की।

जिला कार्यालय में यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए सचिव गृह ने जिलाधिकारी को निर्देश दिए हैं कि आने वाले तीर्थ यात्रियों को सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हों इसके लिए उचित प्रबंधन किए जाएं ताकि तीर्थ यात्रियों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या का सामना न करना पड़े। केदारनाथ धाम में सभी तीर्थ यात्रियों को दर्शन की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि यात्रा मार्ग के संवेदनशील क्षेत्रों में एवं स्लाइडिंग जोन में सुरक्षा बलों के साथ उचित प्रबंधन किया जाए ताकि तीर्थ यात्रियों को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े।
उन्होंने यातायात व्यवस्था को भी सुदृढ़ करने के भी निर्देश दिए यात्रियों की भारी संख्या के मध्यनजर सोनप्रयाग एवं गुप्तकाशी से पहले ही यात्रा को मैनेज किया जाए ताकि यात्रा मार्ग में जाम जैसी न होने पाए। उन्होनें धाम में पहुंच रहे श्रद्धालुओं को उचित प्रबंधन किया जाए। सचिव गृह दिलीप जावलकर ने कहा कि श्री केदारनाथ धाम की यात्रा उत्तराखंड की मुख्य यात्रा है। उन्होंने कहा कि कपाट खुलने के अवसर पर श्रद्धालुओं की संख्या बड़ी मात्रा में होती है।

इसके साथ ही कपाट अगले एक से दो हफ्तों में तथा इसके बाद सप्ताह के अंतिम दिनों में धाम पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या में वृद्धि होती है। इस तरह से देखा जाए तो करीब 70-75 प्रतिशत यात्रा शुरूआती डेढ़ महीने में पूरी हो जाती है। इसी के दृष्टिगत प्रशासनिक स्तर पर अधिक तैयारियों की आवश्यकता होती है।

इसके अलावा यात्रा की दृष्टि से विपरीत मौसम में शासन स्तर से अधिक ध्यान दिए जाने की आवश्यकता होती है। अन्य सामान्य दिनों में सुचारू यात्रा हेतु जिला प्रशासन द्वारा बेहतर प्रबंधन किए गए हैं। उन्होंने बताया कि आज पुलिस व्यवस्थाओं के संबंध मेें भी गहनता से समीक्षा की गई है। जनपद में अब काॅमनिकेशन को काफी अपडेट किया गया है। साथ ही अन्य व्यवस्थाओं को भी इंप्रूव किया गया है। यात्रा के सफल संचालन हेतु जिला प्रशासन द्वारा अतिरिक्त पीआरडी की मांग पर शासन स्तर पर कार्यवाही की जानी है। उन्होंने केदारनाथ की यात्रा को वर्तमान में पूर्णतः सुरक्षित बताया।

इससे पूर्व सचिव गृह ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय का निरीक्षण कर यात्रा व्यवस्थाओं एवं मैनेजमेंट के लिए तैयार किए गए सीसीटीवी कंट्रोल रूम का जायजा लिया। उन्होंने पुलिस अधीक्षक को निर्देश दिए हैं कि यात्रा मार्ग से लेकर केदारनाथ धाम तक सुरक्षा व्यवस्थाओं का उचित प्रबंधन किया जाए तथा धाम में पहुंच रहे श्रद्धालुओं का सुगमता के साथ दर्शन कराए जाएं। सचिव गृह ने सुरक्षा व्यवस्था में तैनात किए सुरक्षा बलों के बारे में भी जानकारी ली।
इस अवसर पर जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने केदारनाथ यात्रा के लिए की गई तैयारियों एवं व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि केदारनाथ यात्रा को सिरोहबगड से लेकर सोनप्रयाग तक 07 सेक्टर बनाए गए हैं तथा गौरीकुंड से केदारनाथ ट्रैक रूट को 07 सेक्टरों में विभाजित किया गया है जिसमें कार्मिकों की तैनाती की गई है। यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए सीतापुर व सोनप्रयाग पार्किंग के अलावा 07 नई पार्किंग तैयार की गई हैं। यात्रा मार्ग में पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं एवं समक्ष स्वास्थ्य व्यवस्थाएं भी सुनिश्चित की गई हैं। जिलाधिकारी ने यह भी अपेक्षा की है कि सोनप्रयाग एवं सीतापुर सहित अन्य पार्किंग स्थलों में पार्किंग फुल होने की दशा में तीर्थ यात्रियों को हरिद्वार एवं ऋषिकेश में ही ट्रैफिक को व्यवस्थित करने की अपेक्षा की है।

पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे ने बताया कि केदारनाथ यात्रा व्यवस्थाओं पर जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में 05 थाने अवस्थित हैं तथा केदारनाथ यात्रा मार्ग में पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। उन्होंने अवगत कराया है कि केदारनाथ यात्रा को सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए ट्रैक रूट पर 16 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जिनका पूरा डिस्प्ले कंट्रोल रूम से कड़ी निगरानी रखी जा रही है तथा किसी भी प्रकार की भीड़ होने पर उसे त्वरित गति से मैनेज किया जा सके।उन्होंने कहा कि यात्रा मैनेज के लिए पूरे जनपद में 65 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जीएस खाती,अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा,पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल, उप जिलाधिकारी आशीष घिल्डियाल सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

यात्रा मार्ग पर सात हजार से अधिक यात्रियों ने ली ओपीडी की सुविधा

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देहरादून,  प्रदेश में चारों धामों सहित यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता को लेकर राज्य सरकार गंभीर है। यही वजह है कि तीर्थ यात्रियों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ बखूबी मिल रहा है। अब तक यात्रा मार्गों पर स्थापित विभिन्न चिकित्सा इकाईयों में 37 हजार से अधिक तीर्थ यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा चुका है जबकि सात हजार से अधिक यात्रियों को ओपीडी की सुविधा मुहैया कराई गई है। आपात स्थिति में तीर्थ यात्रियों को तत्काल चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध हो सके इसके लिये मुख्य चिकित्साधिकारियों को एम्बुलेंस का रिस्पॉस टाइम कम से कम करने के निर्देश दे दिये गये है। इसके अलावा चिन्हित स्थानों पर आवश्यकता अनुरूप अतिरिक्त एम्बुलेंस तैनात करने सहित आवश्यक जीवन रक्षक उपरकण एवं दवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित करने को कहा गया है।

सूबे में लागू आदर्श आचार संहिता के बीच निर्वाचन आयोग की अनुमति के उपरांत प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने आज स्वास्थ्य महानिदेशालय स्थित सभागार में चार धाम यात्रा को लेकर विभागीय समीक्षा बैठक ली। जिसमें उन्होंने यात्रा मार्गों पर तीर्थ यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिये विभागीय अधिकारियों को जरूरी-दिशा निर्देश दिये। डा. रावत ने बताया कि राज्य में चार धाम यात्रा शुरू हो गई है, जिसमें देश-विदेश से लाखों तीर्थ यात्री शामिल हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि चारों धामों सहित यात्रा मार्गों पर राज्य सरकार द्वारा तमाम स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है, इसके साथ ही स्वास्थ्य महकमे को अलर्ट मोड़ पर रखा गया है। जिसके फलस्वरूप विभाग ने अबतक चार धाम आने वाले 37 हजार से अधिक यात्रियों की स्वास्थ्य जांच कर दी है। इसके अलावा यात्रा मार्गों पर स्थापित विभिन्न चिकित्सा इकाईयों में सात हजार से अधिक यात्रियों को ओपीडी की सुविधा मुहैया कराई जा चुकी है। डा. रावत ने बताया कि यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ करने के दृष्टिगत इस वर्ष 49 स्थाई तथा 56 अस्थाई चिकित्सा इकाई स्थापित की गई है। जिनमें रोटेशन के आधार पर 80 विशेषज्ञ चिकित्सक तथा 465 चिकित्साधिकारियों की तैनाती की गई है। इसके अलावा 337 पैरामेडिकल स्टॉफ की भी तैनाती की गई है। चार धाम यात्रा में कुल 156 एम्बुलैंस तैनात की गई है, जिसमें 77 आपातकालीन सेवा 108 एम्बुलेंस तथा 79 विभागीय एम्बुलेंस शामिल है। विभागीय मंत्री डा. रावत ने बताया कि यात्रा मार्गों पर एम्बुलेंस का रिस्पॉंस टाइम कम से कम करने के निर्देश संबंधित जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को दे दिये गये हैं ताकि आपात स्थिति में तीर्थ यात्रियों को समय पर चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कर उनकी जान बचाई जा सके। उन्होंने बताया कि यात्रा मार्गों पर 50 हेल्थ एटीएम एवं पीओसीटी डिवाइसेज उपलब्ध कराई गई है ताकि यात्रियों की ईसीजी के साथ ही ऑक्सीजन लेवल व रक्तचाप सहित अन्य जरूरी जांचे की जा सके। इसके अलावा किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिये यात्रा मार्गों पर 08 ब्ल्ड बैंक व 02 ब्ल्ड संग्रहण केन्द्र भी संचालित किये जा रहे हैं।

बैठक में डा. रावत ने विभगाय अधिकारियों को तीर्थ यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करने, स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर शत-प्रतिशत यात्रियों का मेडिकल स्क्रीनिंग करने, स्वास्थ्य संबंधी गाइडलाइन का पालन करने एवं स्वास्थ्य संबंधी जानकारियों का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये। इसके अलावा उन्होंने टोल फ्री नम्बर 104 को और अधिक सक्रिय रखने के निर्देश भी बैठक में दिये।

बैठक में स्वास्थ्य सचिव डा. आर. राजेश कुमार, स्वास्थ्य महानिदेशक डा. विनीता शाह, निदेशक स्वास्थ्य डा. सुनीता टम्टा, डा. तारा आर्य, डा. सबिता हयांकी, डा. भागीरथी जंगपांगी, डा. सुनीता चुफाल, सीएमओ देहरादून डा. संजय जैन सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे, जबकि सभी जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों ने वर्चुअल माध्यम से बैठक में प्रतिभाग किया।

यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य व्यवस्था परखेंगे आलाधिकारी
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने चार धाम यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सुविधाओं को परखने के लिये विभागीय आलाधिकारियों को धरातल पर उतरने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने अधिकारियों को यात्रा मार्गों पर स्थित चिकित्सा इकाईयों का भ्रमण कर वहां की स्वास्थ्य सुविधाओं को परखने को कहा है। विभागीय मंत्री ने बैठक में स्वास्थ्य सचिव डा. आर राजेश कुमार को केदारनाथ धाम, अपर सचिव स्वास्थ्य अमनदीप कौर को बदरीनाथ धाम, संयुक्त सचिव अरविंद पांगती को गंगोत्री तथा स्वास्थ्यय महानिदेशक डा. विनीता शाह को यमुनोत्री धाम सहित यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं को परखने की जिम्मेदारी सौपी है। इसके साथ ही वह तीर्थ यात्रियों से संवाद स्थापित कर राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं का भी फीडबैक लेंगे।

यात्रा मार्गों पर होगी 100 स्वास्थ्य मित्रों की तैनातीः डा. धन सिंह रावत
स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बताया कि चार धाम यात्रा मार्गों पर तीर्थयात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जायेगी। इसके लिये स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। उन्होंने बताया कि यात्रा मार्गों पर सौ स्वास्थ्य मित्रों की तैनाती की जायेगी, जिसके निर्देश मुख्य चिकित्साधिकारियों को दे दिये गये हैं। ये सभी स्वास्थ्य मित्र यात्रियों की किसी भी स्वास्थ्य संबंधी समस्या के लिये तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य इकाईयों में पहुंचाने का कार्य करेंगे।

7 जून को होगा श्रीनगर मेडिकल कॉलेज की कैथ लैब का उद्घाटन
सूबे के स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने बताया कि चार धाम यात्रा को देखते हुये आगामी 07 जून को श्रीनगर मेडिकल कॉलेज में नवनिर्मित कैथ लैब का उद्घाटन किया जायेगा। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को सभी तैयारी पूरी करने के निर्देश दे दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि कैथ लैब के शुरू होने से हृदय संबंधी रोगों का पता लगाया जा सकेगा। जिसका लाभ चार धाम यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों सहित स्थानीय लोगों को मिलेगा और स्थानीय स्तर पर ही हृदय रोगियों को उपचार देकर उनकी जान बचाई जा सकेगी। रावत ने बताया कि कैथ लैब के संचालन के लिये दो कार्डियोलॉजिस्ट एवं तीन टेक्नीशियन की नियुक्ति की गई है जिसके लिये हाल ही में निर्वाचन आयोग से विशेष अनुमति मांगी गई।

द पैसल वीड स्कूल ने AISSCE और AISSE परीक्षा – 2024 में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया

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देहरादून- – ऑल इंडिया सीनियर स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन और ऑल इंडिया सेकेंडरी स्कूल एग्जामिनेशन 2024 में द पेसल वीड के छात्रों ने कक्षा 10वीं और 12वीं में उत्कृष्ट अंक हासिल कर अपना, अपने स्कूल तथा अपने परिवार का नाम रोशन किया ।

सुश्री अंजलि ने अंग्रेजी में 97% अंक, रसायन विज्ञान में 93% अंक प्राप्त किए और अपनी एन डी ए लिखित परीक्षा भी उत्तीर्ण की, राहुल ने गणित में 92% अंक हासिल किए और पेंटिंग में 100% ने एन डी ए लिखित परीक्षा भी उत्तीर्ण की, जया ने अंग्रेजी में 99% अंक और पेंटिंग में 100% अंक हासिल करके स्कूल का नाम रोशन किया, जबकि आदित्य ने अंग्रेजी में 95% अंक और पेंटिंग में 96% अंक हासिल किए, जबकि सुमित ने अंग्रेजी में 93% अंक और पेंटिंग में 99% अंक हासिल किए। विज्ञान संकाय में कुल 75 डिस्टिंक्शन प्राप्त किए गए हैं, जबकि आर्ट और वाणिज्य स्ट्रीम में विनीत प्रताप सिंह ने राजनीति विज्ञान में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए अंग्रेजी में 95% और अंग्रेजी में 90% अंक और चित्रकला में 98% अंक प्राप्त किए। शमशीर ने अर्थशास्त्र, लेखा और शारीरिक शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।

अखिल भारतीय माध्यमिक परीक्षा 2024 में राघव बिल्लोरे ने अंग्रेजी और सामाजिक अध्ययन में 98% अंक, हिंदी में 95% अंक, विज्ञान में 91% अंक जबकि मुदित गुप्ता ने सामाजिक अध्ययन में 97% अंक, सूचना प्रौद्योगिकी में 96% अंक, अंग्रेजी में 95% अंक, गणित में 92% अंक और विज्ञान में 91% अंक प्राप्त किए, जबकि शिवानी ने हिंदी में 90% और सूचना प्रौद्योगिकी में 95% अंक प्राप्त किए। अखिल भारतीय परीक्षा 2024 में में कुल 96 डिस्टिंक्शन प्राप्त किए गए हैं,

डॉ. प्रेम कश्यप, अध्यक्ष, द पेसल वीड स्कूल और श्री जतिन सेठी, प्रिंसिपल, द पेसल वीड स्कूल ने छात्रों द्वारा किए गए पूरी मेहनत से की गई प्रयास के कारण इस तरह के उत्साहजनक परिणाम निकालने के लिए शिक्षकों द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना की।

 

CBSE 12th Result,सीबीएसई 12 वीं का रिजल्ट किया घोषित

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सीबीएसई 12वीं का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। सीबीएसई रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट cbseresults.nic.in, results.cbse.nic.in और cbse.gov.in पर

पहले सीबीएसई ने कहा था कि 10वीं 12वीं का रिजल्ट 20 मई के बाद आएगा। लेकिन बोर्ड ने 12वीं का रिजल्ट पहले ही जारी कर दिया। सीबीएसई 12वीं रिजल्ट DigiLocker कोड्स और उमंग एप से भी चेक किया जा सकता है। वर्ष 2023 की 10वीं की परीक्षा में कुल 93.12 फीसदी विद्यार्थी पास हुए थे। लड़कियों का रिजल्ट लड़कों से बेहतर रहा था। लड़कियां 94.25 फीसदी और लड़के 92.72 फीसदी पास हुए थे। सीबीएसई ने अनहेल्दी कॉम्पिटिशन से बचने के लिए इस वर्ष 10वीं और 12वीं दोनों कक्षाओं की मेरिट लिस्ट व टॉपरों की लिस्ट जारी नहीं की थी। स्टूडेंट्स की फर्स्ट,सेकेंड और थर्ड डिवीजन की जानकारी भी नहीं दी गई थी

 

लग्जरी घर खरीद रहे भारतीय, बजट होम की मांग में आई कमी!

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नई दिल्ली , । भारत में लग्जरी और प्रीमियम घरों की मांग में पिछले पांच वर्षों में बड़ा उछाल देखने को मिला है। 2019 की पहली तिमाही में बिकने वाली घरों में लग्जरी होम की संख्या 7 प्रतिशत थी, जो कि 2024 की पहली तिमाही में बढक़र 21 प्रतिशत हो चुकी है।
इस दौरान बजट घरों या अफोर्डेबल होम की बिक्री में 20 प्रतिशत की गिरावट हुई है। यह जानकारी जारी रिपोर्ट में सामने आई।
प्रॉपर्टी कंसल्टेंट फर्म एनारॉक की रिपोर्ट में बताया गया कि जनवरी से मार्च की अवधि में देश के सात बड़े शहरों में कुल 1.30 लाख घर बिके थे, जिसमें से 27,070 यूनिट्स (21 प्रतिशत) लग्जरी घर थे। वहीं, 2019 की पहली तिमाही में ये आंकड़ा 7 प्रतिशत पर था, यानी, पिछले पांच वर्षों में इसमें 3 गुना का इजाफा देखने को मिला है।
2024 की पहली तिमाही में 26,545 अफोर्डेबल होम बिके थे, जो कि कुल घरों की बिक्री का 20 प्रतिशत था। पांच वर्ष पहले यह संख्या 37 प्रतिशत पर थी।
एनारॉक ग्रुप के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, लग्जरी घरों की मांग और आपूर्ति दोनों में इजाफा देखने को मिल रहा है। वहीं, अफोर्डेबल होम की मांग फिलहाल कम है। अच्छी लोकेशन पर ब्रांडेड डेवलपर्स के लग्जरी घरों की मांग तेजी से बढ़ रही है।
पहली तिमाही में दिल्ली-एनसीआर में कुल 15,645 घरों की बिक्री हुई थी, जिसमें से 6,060 यूनिट्स या 39 प्रतिशत घर लग्जरी थे और इनकी कीमत 1.5 करोड़ रुपए से अधिक थी।
पांच वर्ष पहले दिल्ली-एनसीआर में कुल 13,740 घरों की बिक्री हुई थी, जिसमें से 4 प्रतिशत ही लग्जरी घर थे। 2024 की पहली तिमाही में बेंगलुरु, मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (एएमआर), चेन्नई, पुणे और हैदराबाद में बिकने वाले ज्यादातर घर मिड-रेंज और प्रीमियम सेगमेंट (40 लाख से लेकर 1.5 करोड़ रुपए तक) के थे।
2024 की पहली तिमाही में अफोर्डेबल घरों की बिक्री कुल बिक्री में घटकर 18 प्रतिशत रह गई है। यह पांच वर्ष पहले समान अवधि में 40 प्रतिशत पर थी।
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