Tuesday, April 30, 2024
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भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का रोड़मैप है भाजपा का संकल्प पत्र-डा.नरेश बंसल

हरिद्वार,(कुलभूषण)। भाजपा के राज्यसभा सांसद व सह-कोषाध्यक्ष डा.नरेश बंसल ने कहा कि व्यापक चिंतन मंथन व गहन विचार विमर्श के बाद जारी किया गया भाजपा का संकल्प पत्र राष्ट्र और गरीब कल्याण् के लिए जीवन समर्पित करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी है। प्रैस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए सांसद डा.नरेश बंसल ने कहा कि भाजपा जो कहती है वो करती है। लोकसभा चुनाव के लिए जारी किए संकल्प पत्र में 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का रोड़मैप प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा देश प्रथम की नीति पर चलती है और भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने को संकल्पित है। भाजपा ने जनसंघ के जमाने से हर वादा पूरा किया है। भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई मे 2024 के संकल्प पत्र में लिखे शब्दों को पूरा करने के लिए कटिबद्ध हैं। भाजपा का इतिहास है, जो कहा है वो किया है। जो नहीं कहा है, वो भी किया है। अन्य पार्टियों के लिए घोषणा पत्र महज औपचारिकता है, लेकिन बीजेपी के लिए यह विकास का रोड मैप है। पार्टी ने अपने संकल्प पत्र के माध्यम से समाज के प्रत्येक वर्ग के विकास की प्रतिबद्धता को भी सामने रखा है। पत्रकारवार्ता में डा.विशाल गर्ग, लव शर्मा, रोहित साहू, सुशांत पाल सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।

 

अच्छे संकल्प लेकर जीवन में आगे बढ़ें-पंडित अधीर कौशिक

हरिद्वार,(कुलभूषण)। श्री अखंड परशुराम अखाड़ा के तत्वाधान में जिला कारागार रोशनाबाद में आयोजित श्रीमद् देवी भागवत कथा के अष्टम् दिवस की कथा श्रवण कराते हुए भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने बताया कि एक बार एक दुर्गमासुर नामक अहंकारी असुर था। चारों ओर तबाही मचा रहा था। माँ आदिशक्ति पार्वती उस दानव को रोकने गई। माँ जगदंबा ने उस असुर को समझाने का प्रयत्न भी किया। लेकिन वह दुष्ट असुर अपने कुकर्मों के लिए क्षमा मांगना तो दूर, उल्टा माता रानी को ही खराब नजरों से देखने लगा। शिव तो योगसमाधि में थें। उनकी अनुपस्थिति में वह असुर सोच रहा था कि कि माता पार्वती से विवाह कर लेगा। माता पार्वती ने इस असभ्य राक्षस के अभिमान को सदा के लिए खत्म करने का निर्णय लिया। माता ने अपना प्रचंड रूप धारण कर उस दुष्ट की सेना का सर्वनाश किया और अंत में अपना त्रिशूल दुर्गमासुर के सीने में घुसा कर उसका वध कर दिया। दुर्गमासुर का विनाश करने के कारण माता पार्वती का नाम दुर्गा पड़ा। माता पार्वती ने इसी दुर्गा रूप में महिषासुर का भी वध किय और उन्हें महिषासुरमर्दिनी नाम मिला। कथाव्यास ने कहा कि माता रानी हमेशा दुष्टों का विनाश करती हैं। माता पार्वती का महादेव की अनुपस्थिति में दुर्गमासुर का वध करना यह दर्शता है कि नारी अपनी रक्षा स्वयं करने में सक्षम है। इस कथा से यही सीख मिलती है। इस अवसर पर जेल अधीक्षक मनोज आर्य ने बताया जेल में बंद कैदियों के सुधार के लिए समय-समय पर सामाजिक एवं धार्मिक कार्यक्रम जिला कारागार में किए जाते हैं। श्री अखंड परशुराम अखाड़ा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने बताया कि संत महापुरुषों की प्रेरणा से समाज में सनातन का प्रचार हो समाज में बुराइयां दूर हो सब अच्छे मार्ग पर चलें। इसी उद्देश्य के साथ श्री अखंड परशुराम अखाड़ा समय-समय पर सामाजिक एवं धार्मिक आयोजन करता है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में अच्छे संकल्प लेकर आगे बढ़ना चाहिए। इस अवसर पर वृंदावन धाम से श्री राधा रमन मंदिर सेवा अधिकारी आदित्य गोस्वामी, साधना गोस्वामी, डा.गौरव अग्रवाल, विक्रम सिंह ठाकुर, सोमपाल कश्यप, राकेश उपाध्याय, डा.राकेश गैरोला, अश्मित कौशिक, हर्ष पंडित, विष्णु गौड, आशीष, सोनू, शशिकांत आदि मौजूद रहे।

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