Saturday, April 20, 2024
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बड़ी खबर : भारी जन दबाव, आखिर झुका प्रशासन, जल निगम ने ठेकेदार को दिये दो टैंक ध्वस्त करने के आदेश

‘राज्य में यह पहला मामला होगा जब जल निगम को दो टैंकों को एक साथ तोड़ना पड़ रहा है। जांच करने में अहम भूमिका निभाने वाले ईमानदार अधिकारियों को सम्मानित करने का भी फैसला लिया गया है’

पिथौरागढ़ (मुनस्यारी), भारी जन दबाव तथा प्रशासन की सक्रियता के बाद आज जल निगम डीडीहाट ने ठेकेदार को दो टैंक धवस्त करने का आदेश जारी कर दिये। राज्य में यह पहला मामला होगा जब जल निगम को दो टैंकों को एक साथ तोड़ना पड़ रहा है। जांच करने में अहम भूमिका निभाने वाले ईमानदार अधिकारियों को सम्मानित करने का भी फैसला लिया गया है। तीसरे टैंक में 28 दिन तक पानी भरा जायेगा।उसके बाद इसका हाइड्रोलिक टेस्टिंग किया जायेगा।

1.94 करोड़ रुपये की लागत से बन रही मुनस्यारी पेयजल योजना के विवाद में जिलाधिकारी आनंद स्वरुप के कड़े निर्देश के बाद जल निगम की नींद खुली। जांच कार्य को प्रभावित करने के लिए ठेकेदार के द्वारा नया बस्ती तथा पशुपालन विभाग की जमीन में बने टैंक में सीमेंट से प्लास्टर कर दिया। तहसील के निकट में बने टैंक का रिसाव होने पर पानी खाली करना, मरमत के लिए प्रयास करना तथा अंत में तीनो टैंको में चूना लगाने का कृत्य किया गया।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने 7 जून को जिलाधिकारी से मुलाकात की थी। जिलाधिकारी ने तत्काल फाइल तलब कर ईई जल निगम डीडीहाट को जांच समिति की सिफारिश पर तत्काल कार्यवाही करने के कड़े आदेश दिए थे। उपजिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह ने भी जिलाधिकारी को मामले की गोपनीय रिर्पोट सौपी थी।

शुक्रवार को तीनो टैंकों में ठेकेदार द्वारा चुना लगाने से मामला गरमा गया। जिपं सदस्य मर्तोलिया ने जिलाधिकारी को पत्र लिखा कि जल निगम डीडीहाट तो ठेकेदार के गुलाम की तरह काम कर रहा है।
इस बात पर जिलाधिकारी आनंद स्वरुप ने ईई जल निगम डीडीहाट पर कड़ी कार्यवाही के संकेत दिए।
शुक्रवार की शाम को दो आदेश बने। पहला आदेश उपजिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह ने ठेकेदार द्वारा जांच को प्रभावित करने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनायी। जिसने आज मुनस्यारी में जांच भी की।

दूसरा आदेश जल निगम डीडीहाट के सहायक अभियंता हरीश चन्द्र शर्मा ने योजना के ठेकेदार पी.एस.खडायत एंड सन्स के नाम जारी किया जिसमें दो टैंको को धवस्त कर भूमिगत जलाशय वाले टैंक बनाने की बात की है।
तीसरा टैंक भी जांच प्रक्रिया से गुजरेगा, तब जाकर उसके भाग्य का फैसला होगा। इस तीसरे टैंक की भी एक बड़ी जांच अभी होनी है।
जिपं सदस्य मर्तोलिया ने कहा कि जांच टीम के साथ ही हम क्षेत्रवासी ईमानदार उप जिलाधिकारी, जिलाधिकारी का आभार व्यक्त करते है, जिनकी सक्रियता से यह संभव हो सका।

मर्तोलिया ने कहा कि क्षेत्र की जनता, निगरानी कमेटी, निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की सक्रियता से भष्ट्राचार होने से बच गया। ईमानदारी से जांच करने तथा ठोस कार्यवाही तक पहुंचाने के लिए जांच कमेटी के सभी सदस्यों, जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी, नायब तहसीलदार, थानाध्यक्ष को कोविड की सामान्य स्थिति आ आने के बाद सम्मानित किया जायेगा।

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