हरिद्वार (कुलभूषण ) गुरुकुल कांगडी समविश्वविधालय के जन्तु एवं पर्यावरण विभाग के सभागार में आयोजित नये अपराधिक कानून के प्रावधानों के विषय पर एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें विश्वविद्यालय के एन.सी.सी कैडेट्स को ए.टी.सी( शास्त्र प्रशिक्षण केंद्र) जनपद हरिद्वार यूनिट द्वारा एक जुलाई से लागू होने वाले संशोधित कानूनी अधिनियम के बारे में जानकारी देकर कैडेट्स को जागरूक किया गया।
इस अवसर पर ए.टी.सी यूनिट के अधिकारियों द्वारा भारतीय न्याय सहिंता 2023,भारतीय सुरक्षा सहिंता 2023 तथा भारतीय साक्ष्य अधिनियम2023 के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दी गयी।
इस मौके पर ए.टी.सी के निरीक्षक संजय चौहान व प्रीतम सिंह ने कैडेट्स को सम्बोधित करते हुए कहा की प्रदेश पुलिस मुख्यालय द्वारा चलाये जा रहे इस विशेष जागरूकता अभियान के चलते ए.टी.सी हरिद्वार द्वारा शिक्षण संस्थाओं में जाकर वहां के छात्र छात्राओं विशेषकर एन.सी.सी कैडेटस को कानूनी प्रावधानों के प्रति जागरूक करने तथा पुलिस से उनके द्वारा सीधे संवाद स्थापित कर उनकी जिज्ञासाओं का समाधान कर कैडेटस से सामन्जस्य स्थापित करना है।जिससे की पुलिस व कैडेट्स के माध्यम से जनता व बच्चों के बीच कानूनी नियमो की जानकारी सरलता व सहजता से पहुंच सके।। उन्होंने कहा की इस प्रकार के कार्यक्रम अन्य शिक्षण संस्थाओं मे भी आयोजित किये जायेंगे।इस अवसर पर समविश्वविधालय के एन.सी.सी कैप्टन डा.राकेश भूटियानी ने कहा की इस प्रकार के आयोजन से एन.सी.सी के कैडेट्स को कानूनी प्रावधानों व नियमों के बारे मे विस्तार से जानकारी प्राप्त होती है वही कैडेट्स कै पुलिस अधिकारीयो से सीधे संवाद करने का अवसर भी मिलता है।जिसके चलते कैडेट्स मे आत्मविश्वास तो बढता ही है वहीं उन्हें कानून के बारे मे विस्तार से जानकारी मिलती है।जिसके चलते वह ओर अधिक सजग व जागरूक होकर समाज को जागरूक करने की दिशा में आगे बढते है।
इस अवसर पर सब इन्सपेक्टर गुरुप्रीत राणा निशांत कुमार आशा पंचम संजय गौड कान्स्टेबल मनोज भंडारी ने भी कैडेटस के विभिन्न प्रशनो के उत्तर देते हुए कानूनी विभिन्न पहलुओ के बारे मे जानकारी दी।
कार्यक्रम मे डा निधि हांडा डा गगन माटा डा नितिन काम्बोज डा पंकज कोशिक कुलभूषण शर्मा एन सी सी कैडेट्स रवि राजपूत अभिनव पटेल कोमल सैनी राधा गुप्ता कसक सहित विभिन्न कैडेट्स उपस्थित रहे।
नोएडा सुदर्शन न्यूज़ चैनल द्वारा जगदीश लाल पाहवा को भामाशाह अवार्ड से किया सम्मानित
हरिद्वार (कुलभूषण ) देश को नयी प्रेरणा दिशा दिखाने वाले सर्वोत्तम दानदाता भामाशाह के जयंती के अवसर पर देश के चुनिंदा उद्योगपतियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं का सुदर्शन न्यूज़ चैनल स्टूडियो नोएडा में प्रबंध निदेशक सुरेश चव्हाणके द्वारा सम्मान किया गया, जिसमें हरिद्वार के वरिष्ठ समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा जी को सामाजिक कार्यों में सहयोग के लिए भामाशाह अवार्ड से सम्मानित किया गया, पूर्व में भी जगदीश लाल पाहवा जी को उत्तराखंड रत्न, हरिद्वार रत्न एवं विभिन्न संस्थाओ द्वारा किया जा चुका है |
आईसीएआई की हरिद्वार शाखा द्वारा आयोजित खेल दिवस
हरिद्वार (कुलभूषण ) आईसीएआई की हरिद्वार शाखा द्वारा आयोजित किये जा रहे सीए सप्ताह के पांचवें दिन खेल दिवस का आयोजन अचीवर्स होम पब्लिक स्कूल में किया गया|
अध्यक्ष गिरीश मोहन ने कहा कि सबके जीवन में खेल बहुत महत्वपूर्ण होते है| खेल लोगों को स्वस्थ व मजबूत बनाये रखते है| जीवन के हर चरण में खेलने का महत्व महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि यह लोगों के व्यक्तिव को भी निखारता है | जब हम नियमित रूप से खेलो में भाग लेते है तो खेल हमारे अंगो को जागरूक और हमारे दिल को मजबूत रखते है। इसी श्रृंखला में आज के खेल दिवस कार्यक्रम में बैडमिंटन का मैच रखा गया। जिसमे सीए सदस्यों ने बैडमिंटन खेलकर अपनी प्रतिभा दिखायी | बैडमिंटन के फाइनल मैच में सीए अभिनव गुप्ता प्रथम स्थान पर रहे व सीए सौरभ अग्रवाल द्वितीय स्थान पर| इस मैच में कुल 13 सीए प्रतिभागियों ने भाग लिया| सीए सौरभ अग्रवाल, सीए आशीष गुप्ता, सीए अभिनव गुप्ता, सीए शिवम तनेजा, सीए करण ध्यानी, सीए कृति ध्यानी, सीए ऋषभ अग्रवाल, सीए अदिति सिंगल, खुशी कटारिया, राधा बल्लभ अग्रवाल, शाश्वत मित्तल, मयंक वोहरा|
सीए गिरीश मोहन अध्यक्ष व अचीवर्स होम पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर श्री सचिन वालिया ने विजेता खिलाडियों को सम्मनित किया | सीए प्रबोध जैन उपाध्यक्ष ने श्री सचिन वालिया को मैच आयोजन के लिए धन्यवाद किया |सीए सुमित शर्मा, राकेश तनेजा, वासु अग्रवाल, अर्पित वर्मा आदि उपस्थित रहे।
डेटा रूपी शस्त्र को मानवकल्याण के लिए ही करें प्रयोग- प्रो. बत्रा
हरिद्वार (कुलभूषण ) एस. एम.जे.एन. (पी.जी.) काॅलेज में राष्ट्रीय सांख्यिकीय दिवस के अवसर पर प्राचार्य कक्ष में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें सर्वप्रथम सांख्यिकी वेत्ता पी.सी. महालानोबिस को श्रद्धाजंलि अर्पित की गयी। इस अवसर पर काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि 2007 से, हर वर्ष समकालीन राष्ट्रीय महत्व के विषय के साथ सांख्यिकी दिवस का आयोजन किया जाता है। इस बार के सांख्यिकी दिवस, 2024 का विषय निर्णय लेने के लिए डेटा का उपयोग है। डेटा संचालित निर्णय लेने की अवधारणा किसी भी क्षेत्र में सूचित निर्णय लेने के लिए महत्वपूर्ण है और यह आधिकारिक सांख्यिकी से निकलने वाली सांख्यिकीय जानकारी की बेहतर समझ और साक्ष्य-आधारित निर्णय लेने की सुविधा के लिए पूर्व आवश्यकताओ में से एक है इन सभी तत्वों के गुणात्मक एवं गणनात्मक आंकड़ो का संकलन आवश्यक है। इस अवसर पर उन्होंने कहा की आंकड़ों का प्रयोग सकारात्मक तथा नकारात्मक दोनों परिणामो के लिए किया जा सकता हैं उन्होंने कहा कि डेटा रूपी शस्त्र को सकारात्मकता के साथ केवल मानवकल्याण के लिए ही प्रयोग करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सांख्यिकी प्रणाली एवं आर्थिक योजना निर्माण के क्षेत्रों में स्वर्गीय प्रोफेसर पी.सी. महालानोबिस ने उल्लेखनीय योगदान दिया हैं।उन्होंने बताया कि महालानोबिस ने भारतीय सांख्यिकी संस्थान (आई.एस.आई.) की स्थापना के लिए बड़े पैमाने पर नमूना सर्वेक्षण की योजना में भी अपना अतुल्य योगदान दिया। डाॅ. बत्रा ने कहा कि राष्ट्रीय सांख्यिकीय दिवस को मनाने का उद्देश्य सामाजिक, आर्थिक, योजना निर्माण एवं नीति निर्माण सांख्यिकी के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करना है। सांख्यिकी की महत्ता को रेखांकित करना और नियोजन तथा नीति निर्माण के क्षेत्र में आंकड़ों की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए वर्ष भर ठोस प्रयास करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यह विषय सांख्यिकीय प्रणाली और उत्पादों में गुणवत्ता के अनिवार्य मानकों के अनुपालन के महत्व को दर्शाता है। समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डाॅ. जगदीश चन्द्र आर्य ने कहा कि सांख्यिकी अंकों का खेल नहीं अपितु देश में विकास की आधारशिला है। इस अवसर पर श्रीमति रुचिता सक्सेना ने बताया कि आंकड़े गुणात्मक व मात्रात्मक दो प्रकार के होते हैं। निर्णयन क्षमता को इन आंकड़ों द्वारा प्रभावी बनाया जा सकता है। वैज्ञानिक आंकड़ें जहाँ वर्तमान के विकास केा बताते हैं वहीं भविष्य के सतत् विकास के लिए भी आवश्यक हैं, किसी भी देश की योजनाओं को बिना आकड़ों के नहीं बताया जा सकता है। कार्यक्रम में बी एस सी की छात्रा अर्शिका ने कहा कि विद्यार्थियों के जीवन में शिक्षा तथा रोजगार प्राप्त करने में भी आंकड़ों का बहुत महत्व हैं। इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण तथा सतत विकास में डेटा की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए पर्यावरण प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ विजय शर्मा ने बताया कि आंकड़ों का सटीक विश्लेषण पर्यावरण के विभिन्न घटको की गुणवत्ता को बनाये रखने हेतु उचित समाधान खोजने में सहायक होती हैं। इस कार्यक्रम में डॉ मोना शर्मा, डाॅ. पदमावती तनेजा, डॉ पुनीता शर्मा, निष्ठा चौधरी, दीक्षा वर्मा, यादविंद्र सिंह, साक्षी गुप्ता, भव्या भगत, प्रिंस श्रोत्रिय, होशियार सिंह, विवेक उनियाल आदि उपस्थित रहें।
Recent Comments