Sunday, May 18, 2025
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मुख्यमंत्री के हाथों ई-रूपी प्रणाली एवं चार नई कृषि नीतियों का शुभारंभ

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– जल्द तैयार होगी प्रदेश की फ्लावर और हनी पॉलिसी
देहरादून(आरएनएस)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को सचिवालय में आधुनिक तकनीक पर आधारित “ई-रूपी” प्रणाली का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने राज्य की कृषि व्यवस्था को नई दिशा देने के लिए चार महत्वाकांक्षी कृषि नीतियों (कीवी नीति, ड्रैगन फ्रूट, सेब तुड़ाई उपरांत तुड़ाई योजना और मिलट मिशन) का शुभारंभ करते हुए कहा कि सरकार जल्द ही प्रदेश में फ्लावर और हनी पॉलिसी भी तैयार करेगी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ई-रूपी प्रणाली राज्य के अन्नदाताओं के लिए एक नई पहल है। “ई-रूपी प्रणाली” किसानों के लिए पारदर्शी, तेज और बिचौलिया-मुक्त डिजिटल भुगतान का नया माध्यम बनेगी। इस प्रणाली के अंतर्गत पायलट परियोजनाओं में किसानों को मिलने वाली अनुदान राशि ई-वाउचर (SMS या QR code) के माध्यम से सीधे उनके मोबाइल पर भेजी जाएगी, जिसे वे अधिकृत केंद्रों या विक्रेताओं से खाद, बीज, दवाएं आदि खरीदने में उपयोग कर सकेंगे।

मुख्यमंत्री ने ई-रूपी प्रणाली के सफल क्रियान्वयन हेतु अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांव-गांव में प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर किसानों को जागरूक किया जाए, ताकि वे इस तकनीक का समुचित लाभ उठा सकें। इन सभी पहलों का उद्देश्य राज्य के पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों में कृषि एवं रोजगार को सुदृढ़ करना है, जिससे पलायन जैसी समस्या पर भी प्रभावी नियंत्रण पाया जा सके। ये योजनाएं उत्तराखंड को आत्मनिर्भर, सशक्त एवं अग्रणी कृषि राज्य बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी।

मुख्यमंत्री ने चार नई कृषि नीतियों का शुभारंभ करते हुए कहा कि ये सभी योजनाएं राज्य की कृषि विविधता को बढ़ावा देंगी और कृषकों की आय में वृद्धि का आधार बनेंगी।

इस अवसर पर कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि सेब उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए 2030-31 तक 5,000 हैक्टेयर में अति सघन बागवानी का लक्ष्य तय किया गया है। सेब भंडारण व ग्रेडिंग हेतु ₹144.55 करोड़ की योजना लॉन्च की गई है, जिसमें सी.ए. स्टोरेज व सोर्टिंग-ग्रेडिंग इकाइयों को 50-70% तक राजसहायता दी जाएगी। कृषि मंत्री जोशी ने कहा कि मिलेट नीति के अंतर्गत 2030-31 तक 70,000 हैक्टेयर क्षेत्र आच्छादित करने के लिए ₹134.893 करोड़ का लॉन्च की गई है। इसमें किसानों को बीज बोआई और उपज खरीद पर प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। साथ ही ये नीतियाँ राज्य के कृषकों की आर्थिकी को सशक्त बनाएंगी और उत्तराखंड के उत्पादों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाएंगी।

इस अवसर पर उपाध्यक्ष चाय विकास सलाहकार परिषद महेश्वर सिंह मेहरा, उपाध्यक्ष उत्तराखंड जैविक कृषि भूपेश उपाध्याय, जड़ी बूटी सलाहकार समिति के उपाध्याक्ष बलबीर धुनियाल, राज्य औषधीय पादप बोर्ड के उपाध्यक्ष प्रताप सिंह पंवार, जड़ी बूटी समिति के उपाध्यक्ष भुवन विक्रम डबराल, सचिव डॉ. एसएन पांडेय, महानिदेशक कृषि रणवीर सिंह चौहान, निदेशक आईटीडीए गौरव कुमार सहित विभिन्न जिलों के काश्तकार मौजूद रहे।

कीवी नीति की खास बातें
कुल लागत 894 करोड़ रुपये
6 वर्षों में 3500 हेक्टेयर भूमि पर कीवी उत्पादन का लक्ष्य
लगभग 14 हजार मीट्रिक टन वार्षिक कीवी उत्पादन का लक्ष्य
9 हजार किसानों को होगा प्रत्यक्ष लाभ

ड्रैगन फ्रूट नीति की खास बातें
कुल लागत 15 करोड़ रुपये
228 एकड़ भूमि पर ड्रैगन फ्रूट का उत्पादन
350 मीट्रिक टन उत्पादन का लक्ष्य
छोटे और मध्यम किसानों को लाभ

सेब तुड़ाई उपरांत प्रबंधन योजना
144.55 करोड़ रुपये की लागत
5,000 हेक्टेयर क्षेत्र को अति सघन बागवानी से आच्छादित करना
22 सी ए स्टोरेज इकाइयों एवं सॉर्टिंग-ग्रेडिंग इकाइयों की स्थापना
व्यक्तिगत कृषकों को 50 प्रतिशत और कृषक समूहों को 70 प्रतिशत तक अनुदान।
मिलेट नीति
135 करोड़ रुपये की लागत
दो चरणों में 68 विकासखंडों में 70 हजार हेक्टेयर क्षेत्र को मिलेट उत्पादन के अंतर्गत लाना निवेश पर 80 प्रतिशत तक अनुदान।
प्रति हेक्टेयर पंक्ति बुआई पर 4000 रुपये और अन्य विधियों पर 2000 रुपये प्रोत्साहन।
किसानों को खरीद पर 300 रुपये प्रति क्विंटल अतिरिक्त प्रोत्साहन।

 

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में “तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा” का  किया गया भव्य आयोजन

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देहरादून(आरएनएस)।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को  हल्द्वानी में आयोजित भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा सफलतापूर्वक चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर की ऐतिहासिक विजय को समर्पित रही तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा में प्रतिभाग किया।
तिरंगा शौर्य सम्मान यात्रा मिनी स्टेडियम, हल्द्वानी से शहीद पार्क तक आयोजित की गई । जिसमें हजारों की संख्या में स्थानीय नागरिकों, पूर्व सैनिकों सहित युवाओं एवं मातृशक्ति ने तिरंगे के साथ पद यात्रा में भाग लिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने शहीद स्थल में पुष्प चक्र अर्पित कर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि भी दी।
मुख्यमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर में भाग लेने वाले वीर सैनिकों को नमन करते हुए कहा कि भारत ने फिर से यह सिद्ध किया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने में पूरी तरह सक्षम है। ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारत ने अपने वीर सपूतों की बहादुरी का प्रदर्शन किया। भारत ने आतंकवाद और उसके समर्थकों को यह स्पष्ट संदेश भी दिया है कि नया भारत अब हर आतंकी कार्रवाई का जवाब उसी की भाषा में देगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड वीर भूमि है, जहाँ का लगभग हर परिवार देश सेवा से जुड़ा है। उन्होंने प्रदेश के युवाओं से आह्वान किया कि वे सेना और सुरक्षा बलों के अनुशासन, शौर्य और राष्ट्रसेवा की प्रेरणा लेकर आगे बढ़ें। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि आज भारत किसी भी आतंकी चुनौती का मुँहतोड़ जवाब देने में सक्षम है और अब देश की सीमाओं की रक्षा अत्याधुनिक स्वदेशी तकनीक से की जा रही है। आज भारत की सेना गोली का जवाब गोलों से दे रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के वीर जवानों ने  दुश्मनों को मुंहतोड़ जवाब देने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड के मुख्य सेवक के रूप में, वो सभी वीर जवानों का अभिनंदन करते हैं। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री ने पहले ही कहा था कि भारत के खिलाफ उठी दुश्मनों की आंख को हम मिट्टी में मिला देंगे। और यही हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत ने आतंकियों को ऐसा मुंहतोड़ जवाब दिया है कि कोई भी दुश्मन भारत की तरफ आंख उठाकर देखने की हिम्मत भी नहीं करेगा। प्रधानमंत्री की स्पष्ट नीति और मजबूत नेतृत्व के कारण आज आतंकवाद के खिलाफ हम निर्णायक वार करने में सफल रहे हैं। उन्होंने शौर्य सम्मान यात्रा को भारतीय सेना के अदम्य साहस, शौर्य और पराक्रम को नमन करने, उनको प्रोत्साहित करने की यात्रा बताया। उन्होंने कहा तिरंगा यात्रा इस बात का प्रतीक है कि आज हमारा देश प्रधानमंत्री के नेतृत्व में गोली का जवाब गोलों से देना जानता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत अब सीधा एक्शन लेता है। भारत के सैनिकों की गोलियां अब आतंक, आतंकवाद और उनके आकाओं को नष्ट करने का कार्य करती है। हमारी सेनाएं किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए हरदम तैयार रहती हैं। उन्होंने कहा जिस तरह से भारत के नागरिग जन-गण-मन यात्रा में शामिल हो रहे हैं वह  इस बात का प्रतीक है कि पूरा भारत एकता के साथ आतंकवाद को जवाब देने के लिए हर समय तैयार है। उन्होंने कहा 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद देश में जो गुस्सा आतंकियों को लेकर था उसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महसूस किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि  प्रधानमंत्री ने सीधे आतंक की जड़ पर वार करने का फैसला लिया। जिसके लिए भारत की सेना को खुली छूट दी गई। भारतीय सेना ने बिना पाकिस्तान की सीमा में घुसे ही पाकिस्तान परस्त आतंकवाद को ऐसा सबक सिखाया जिसे देख पाकिस्तान भी सहम गया। भारत की सेना ने पाकिस्तान में पल रहे आतंकी ठिकानों को नष्ट करने के साथ ही, आतंकियों को पालने-पोसने वाली पाकिस्तान सेना के सैन्य ठिकानों को भी भारत के ड्रोन और मिसाइलों ने सीधा निशाना बनाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश मजबूत हाथों में है। साल 2014 के बाद से  भारतीय सेना को और मजबूत किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने सेना की मजबूती के लिए जो मेड इन इंडिया हथियार बनाने पर जोर दिया है उसी का परिणाम आज दुनिया देख रही है। आतंकियों पर मेड इन इंडिया हथियारों ने जो कहर बरपाया है उससे दुनिया भारत की सैन्य ताकत को समझ चुकी है। भारत के सैन्य अभियान ने साबित कर दिया कि रक्षा के क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भर बन रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि  भारत में निर्मित नवीनतम तकनीकी से युक्त स्वदेशी हथियार और अन्य संसाधन अन्य किसी भी देश के हथियारों और संसाधनों से कई हजार गुना अधिक कारगर है। उन्होंने कहा कि हमारे जवानों में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान विश्व को यह बताया कि हम किसी से कम नहीं है। भारतीय सेना ने मात्र चार दिनों के अंदर ऐसा पराक्रम दिखाया कि पाकिस्तान को घुटनों के बल आकर संघर्ष विराम के लिए झुकना पड़ा। पाकिस्तान के डीजीएमओ को भारत से विनती करनी पड़ी।
तिरंगा सम्मान यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बेहद भावुक नज़र आए। उन्होंने देवभूमि के वीर शहीदों और सैनिकों को याद करते हुए कहा कि सीमाओं पर देश की रक्षा कर रहे जवानों में हर पांचवे जवान का संबंध वीरभूमि उत्तराखंड से है। हमारे वीर सैनिकों ने देश की आन-बान-शान के लिए खुद को न्यौछावर किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका संबंध भी सैन्य परिवार से है। उन्होंने कहा वो एक सैनिक पुत्र होने पर गर्व महसूस करते हैं। उन्होंने कहा जब भी वो शहीदों के बारे में सोचते हैं तो उनकी आंखें नम हो जाती हैं।
इस दौरान सांसद अजय भट्ट, विधायक  बंशीधर भगत, दिवान सिंह बिष्ट,  सरिता आर्या, राम सिंह कैड़ा, मोहन सिंह बिष्ट, मेयर गजराज बिष्ट, जिला पंचायत की प्रशासक बेला तोलिया, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, रुद्रपुर के मेयर विकास शर्मा, दर्जाधारी अनिल कपूर डब्बू, दीपक मेहरा, दिनेश आर्या,  शंकर कोरंगा,  रेनू अधिकारी, आयुक्त कुमाऊं दीपक रावत, आईजी रिद्धिम अग्रवाल, जिलाधिकारी वंदना,  वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

बचा सको तो बचा लो उत्तराखंड को अभियान के तहत नुक्कड़ सभा

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जन संगठनों ने आम नागरिकों को नफरत के खिलाफ एकजुट होने को कहा

देहरादून, उत्तराखंड़ इंसानियत मंच के बैनर तले 20 से अधिक जन संगठनों ने ‘बचा सको तो बचा लो उत्तराखंड को‘ अभियान की शुरूआत शनिवार को सरस्वती विहार चौक से की। यहां एक नुक्कड़ सभा का आयोजन किया गया और मार्च निकाला गया। मार्च में शामिल लोगों ने नफरत नहीं रोजगार दो, जीने का अधिकार दो, अवामी एकता जिन्दाबाद और नफरत नहीं सद्भाव चाहिए जैसे नारे लगाये।
नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए स्त्री मुक्ति लीग की कविता कृष्णपल्लवी ने कहा कि उत्तराखंड जैसे शांत राज्य में नफरत बोई जा रही है। जिस राज्य में महिलाएं पूरी तरह सुरक्षित थी। कहीं भी आ-जा सकती थी, वहां अब महिलाएं और बच्चियां असुरक्षित हैं। उत्तराखंड महिला मंच की कमला पंत ने कहा कि राज्य में बलात्कार की घटनाएं लगातार हो रही हैं, लेकिन सरकार की शह पर हिन्दू-मुस्लिम और देशी-पहाड़ी का खेल खेला जा रहा है। उन्होंने आम नागरिकों से इस मुहिम में शामिल होने की अपील की और कहा कि यदि हम नफरत के खिलाफ एकजुट नहीं हुए तो नफरत आने वाली कई पीढ़ियों को अपनी चपेट में ले लेगी।

उत्तराखंड इंसानियत मंच के त्रिलोचन भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड में पिछले तीन सालों में 2,583 बलात्कार की घटनाएं हुई हैं। इन दरिंदों में हिन्दू भी शामिल थे, और मुसलमान भी। लेकिन, नफरत की राजनीति करने वालों ने नैनीताल की घटना को लेकर समुदाय विशेष के लोगों की पिटाई की, उनकी दुकानें तोड़ी। इसी दौरान नैनीताल जिले के ही हल्द्वानी में गणेश नामक व्यक्ति ने भी 7 साल की बच्ची से बलात्कार किया, लेकिन कोई विरोध नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि बलात्कार के मामले में भी दरिंदे का धर्म देखा जा रहा है, यह बेहद घिनौना है। उस्मान हो या गणेश दरिंदों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।
इप्टा के हरिओम पाली ने कहा कि उत्तराखंड में जो कुछ हो रहा है, वह सरकार की शह पर हो रहा है। नफरत फैलाने वाले एक-एक व्यक्ति को पुलिस जानती है, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती। जन नाट्यकर्मी सतीश धौलाखंडी ने ‘एकता, समानता शांति के लिए, विश्व शांति के लिए, साथ जुड़ो, मिलके चलो, मिलके चलो रे‘ जनगीत गाया। नुक्कड़ सभा के दौरान बड़ी संख्या में लोग जमा हुए। इसके बाद सरस्वती विहार सब्जी मंडी में एक मार्च भी निकाला गया। साथ ही एक एक पर्चा भी बांटा गया, जिसमें नफरत के बजाय पर्यावरण के अनुकूल विकास, रोजगार, नशा और भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड राज्य की जरूरत पर जोर दिया गया।
नुक्कड़ सभा में जाने-माने पर्यावरणविद् डॉ. रवि चोपड़ा, सुविख्यात गणितज्ञ प्रो. राघवेन्द्र, पूर्व शिक्षा निदेशक नन्द नन्दन पांडेय, तुषार रावत, स्त्री मुक्ति लीग की गीतिका व शिवा, उत्तराखंड महिला मंच की हेमलता नेगी, विजय नैथानी, भगवानी रावत, बिला कलूड़ा, सीमा नेगी, कांति रावत, राजेश्वरी नेगी सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और सब्जी मंडी के व्यापारी मौजूद थे। सभी ने इस अभियान में साथ देने का आश्वासन दिया।

उत्तराखण्ड में दवा नियंत्रण प्रणाली को तकनीक और गुणवत्ता से जोड़ने की पहल

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राज्यस्तरीय कार्यशाला में नियामक सुधार, तकनीकी नवाचार और क्षमता निर्माण पर हुआ मंथन

हमें सुनिश्चित करना होगा कि बाजार में उपलब्ध हर दवा सुरक्षित, प्रभावी और वैज्ञानिक मानकों पर खरी उतरे- डॉ आर राजेश कुमार

देहरादून, राजधानी देहरादून स्थित खाद्य संरक्षा व औषधि प्रशासन (FDA) के कार्यालय में शनिवार को औषधि नियमन प्रणाली को तकनीकी रूप से सुदृढ़ करने और अधिकारियों के क्षमता निर्माण हेतु एक दिवसीय राज्यस्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला का आयोजन ड्रग कंट्रोल ऑफिसर्स (आई) वेलफेयर एसोसिएशन और डीसीजीआई डब्ल्यूयू उत्तराखंड चैप्टर द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम में औषधि नियमन से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों, विशेषज्ञों एवं औद्योगिक प्रतिनिधियों ने सक्रिय सहभागिता की।

कार्यक्रम का उद्घाटन उत्तराखंड शासन के सचिव (चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण) व आयुक्त एफडीए डॉ. आर. राजेश कुमार ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “आज के समय में दवाओं की गुणवत्ता केवल स्वास्थ्य ही नहीं, बल्कि सामाजिक विश्वास से भी जुड़ी है। यह हमारी ज़िम्मेदारी है कि बाजार में उपलब्ध हर दवा सुरक्षित, प्रभावी और वैज्ञानिक मानकों पर खरी उतरे। नियामक अधिकारियों को निरंतर प्रशिक्षित करना और तकनीकी दृष्टि से सशक्त करना इस दिशा में अत्यंत आवश्यक कदम है।”

कार्यशाला में अतिरिक्त आयुक्त (खाद्य एवं औषधि) ताजदार सिंह जग्गी, पूर्व एफडीए नियंत्रक (हरियाणा) एन.के. आहूजा, डीसीजीआई (आईडब्ल्यूयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष कोठेवर राव, महासचिव बलेन्द्र चौधरी और अन्य गणमान्य अतिथि मौजूद रहे।

अधिकारियों को तकनीकी अपडेट रहना अनिवार्य – कोठेवर राव

मुख्य वक्ता कोठेवर राव ने औषधि नियमन की मौजूदा चुनौतियों और डीसीजीआई (आईडब्ल्यूयू) की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा, “दवा नियंत्रण अधिकारियों को विधिक प्रावधानों के साथ-साथ तकनीकी नवाचारों से भी अपडेट रहना चाहिए, ताकि वे प्रभावी नियमन सुनिश्चित कर सकें।”

जीएमपी विश्लेषण और लेबलिंग पर व्यावहारिक सत्र – एन.के. आहूजा

पूर्व एफडीए नियंत्रक एन.के. आहूजा ने दवाओं के नमूना विश्लेषण, जीएमपी (गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस) और लेबलिंग मानकों पर विस्तृत व्याख्यान दिया। उन्होंने अधिकारियों को लेबलिंग से जुड़े व्यावहारिक पहलुओं से अवगत कराया।

“उत्तराखंड में नियामन प्रणाली को पारदर्शी और परिणाममुखी बनाएंगे” – ताजबर सिंह जग्गी

अपर आयुक्त (खाद्य एवं औषधि) ताजदार सिंह जग्गी ने कहा, “हमारा प्रयास है कि उत्तराखंड में औषधि नियंत्रण व्यवस्था को और अधिक पारदर्शी, उत्तरदायी और तकनीकी रूप से सक्षम बनाया जाए। इस दिशा में विभाग, उद्योग और विशेषज्ञों के बीच निरंतर संवाद और सहयोग अत्यंत आवश्यक है।”

कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ औषधि निरीक्षक नीरज कुमार ने किया। कार्यशाला का समापन आभार ज्ञापन के साथ हुआ।

उत्तराखंड पावर जूनियर ई० एसोसिएशन की देहरादून जिला कार्यकारिणी गठित

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हरिद्वार 17 मई (कुलभूषण)शनिवार को संगठन भवन माजरा देहरादून मे देहरादून जिले की कार्यकारणीय गठित किया गया.
जिला अध्यक्ष ई० नवनीत चौहान को चुना गया, उपाध्यक्ष अनु चौहान, सचीव-श्याम सुन्दर तथा प्रचार सचीव ई० नितिन बुडाकोटी को चुना गया.
प्रचार सचीव नितिन बुडाकोटी ने कहा कि नयी कार्यकारणीय संगठन के हितो के लिए कार्य करती रहेगी ,
जबकि प्रांतीय उपाध्यक्ष ई० श्री देवेश अवस्थी ने समस्त नवीन कार्यकारणीय के सदस्यो को शुभकामनाये देते हुए कहा कि:- उनकी प्राथमिकता संगठन के हितो को संरक्षरित रखना तथा सहायक अभियंता से अधिशासी अभियंता के पदो पर होने वाले पदोन्नति पर प्रयास करेंगे.
मनोनीत पदाधिकारियो को केंद्रीय महासचीव ई० पवन रावत और प्रांतीय अध्यक्ष ई० सुनिल उनियाल जी और ई० के़०डी जोशी और ई० संदीप शर्मा ने पद और गोपनियता की शपथ दिलाई.

लैंडिंग के दौरान हेली एंबुलेंस क्षतिग्रस्त, हेलिकॉप्टर की टेल बॉन को पहुँचा नुकसान

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रुद्रप्रयाग, केदारनाथ धाम में शनिवार को एक बड़ा हादसा होने से बच गया, एम्स ॠषिकेश की हेली एंबुलेंस लैंडिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गई। यह हेली एंबुलेंस एमरजेंसी मेडिकल सेवा के तहत ऋषिकेश से केदारनाथ के लिए रवाना हुई थी। एम्स ऋषिकेश के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार ने हादसे की पुष्टि करते हुए बताया कि दुर्घटना हार्ड लैंडिंग के कारण हुई। हेलिकॉप्टर की टेल बॉन को नुकसान पहुंचा है। राहत की बात यह रही कि उस समय हेलिकॉप्टर में केवल पायलट मौजूद था, जो पूरी तरह सुरक्षित है। प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है। हवाई दुर्घटना के बावजूद तीर्थयात्रियों की आवाजाही पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है और यात्रा सुचारु रूप से जारी है।

भूमिका काण्डपाल ने सीबीएसई दसवीं में 97% प्रतिशत अंक प्राप्त किया

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अल्मोड़ा (अशोक पाण्डेय )CBSE 10वीं परीक्षा में भूमिका काण्डपाल ने 97% अंक आप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। भूमिका बीयरशिवा अल्मोडा की छात्रा है। भूमिका ने अपनी इस शानदार सफलता से न केवल अपने परिवार बल्कि स्कूल का नाम भी रोशन किया है। भूमिका बताती है कि उन्हें पूर्ण विश्वास था कि उनका नाम टापर्स सूची में जरूर आएगा। भूमिका पढाई के दौरान मोवाइल व टी. वी. से दूरी बनाई रखी एवं रोजाना 4-5 घण्टे गहन अध्ययन किया। वह कहती हैं:-मैंने प्रत्येक चैप्टर को गहराई से समझा उन्हें बार-2 पढ़ा। उनका मानना है कठिन टॉपिक्स पर पहले ध्यान देना चाहिए एवं निरंतर अभ्यास ही सफलता की कुंजी है।

भूमिका का सपना डाक्टर बनने का है और उन्होंने मेहनत व लगन से साबित कर दिया कि बडे सपने पढ़ाई कर पूरे किये जा सकते हैं। भूमिका के पिता राजेन्द्र काण्डपाल कोषागार अल्मोडा और माता दीपा काण्डपाल स्वास्थ्य विभाग हवालवाग अल्मोडा में कार्यरत है। भूमिका का भाई पार्थ शारदा स्कूल में कक्षा 5 में पढ़ता है। भूमिका की इस सफलता से उनके दादा बाला दत्त काण्डपाल काफी उत्साहित हैं। भूमिका अपनी इस सफलता का श्रेय अपने परिवार व शिक्षकों को देती है।

स्टर्लिंग ने रुद्रप्रयाग में नया रिसॉर्ट ‘स्टर्लिंग कस्तूरी’ का शुभारंभ किया

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उत्तराखंड में 7वां और आध्यात्मिक पर्यटन में 11वां रिसॉर्ट

रुद्रप्रयाग,  भारत में आध्यात्मिक पर्यटन तेजी से बढ़ता क्षेत्र है और इसी मांग को पूरा करने के लिए स्टर्लिंग हॉलिडे रिसॉर्ट्स ने रुद्रप्रयाग में अपना नया रिसॉर्ट ‘स्टर्लिंग कस्तूरी’ लॉन्च किया है। यह स्टर्लिंग का उत्तराखंड में 7वां और आध्यात्मिक पर्यटन क्षेत्र में स्टर्लिंग का 11वां रिसॉर्ट है। स्टर्लिंग का यह नया रिसॉर्ट उन यात्रियों के लिए है जो पवित्र स्थलों पर आरामदायक और आत्मीय अनुभव की तलाश में हैं।

रिपोर्ट्स के अनुसार, आने वाले वर्षों में भारत में आध्यात्मिक पर्यटन में बड़ी वृद्धि होने की उम्मीद है। इस बढ़ती रुचि का कारण लोगों का कल्याण, तीर्थयात्रा और सांस्कृतिक पुनर्खोज की ओर झुकाव है। भारत में स्टर्लिंग के के प्रमुख आध्यात्मिक केंद्रों में रिसॉर्ट्स हैं, जिनमें ऋषिकेश, हरिद्वार, गुरुवायूर, तिरुवन्नामलाई, मदुरै, पुरी, अमृतसर, पुष्कर, माउंट आबू और बादामी शामिल हैं।May be an image of lighting, street and text

स्टर्लिंग कस्तूरी रुद्रप्रयाग, बद्रीनाथ राजमार्ग पर स्थित है, जो अलकनंदा और मंदाकिनी नदियों के संगम से सिर्फ 2 किलोमीटर दूर है। यह रिसॉर्ट चार धाम तीर्थयात्रियों, प्रकृति प्रेमियों और ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए एक शांतिपूर्ण और सुविधाजनक केंद्र है।

यहाँ ठहरने के लिए आरामदायक कमरे, निजी बालकनी वाले सुइट्स और बाथटब से सुसज्जित कमरे हैं, जो हिमालय की सुंदर घाटियों के मनोरम दृश्य पेश करते हैं। मेहमान ‘वाटिका’ रेस्टोरेंट में क्षेत्रीय शुद्ध शाकाहारी भोजन का आनंद ले सकते हैं, जिसमें विशेष जैन भोजन भी शामिल है। इसके अलावा, कैफे लाउंज ‘चाय एंड यू’ में भी आराम करने का विकल्प है।May be an image of bed, bedroom and indoors

रिसॉर्ट में छोटी सभाओं, रिट्रीट्स और कॉर्पोरेट ऑफसाइट्स के लिए 60 मेहमानों के लिए एक बहुउद्देश्यीय बैंक्वेट हॉल भी है। यहाँ से तुंगनाथ, देवरियाताल, और चंद्रशिला के लिए ट्रेक आसानी से सुलभ हैं, और चोपता एक प्रमुख बेसकैंप के रूप में पास में ही स्थित है।

स्टर्लिंग हॉलिडे रिसॉर्ट्स के एमडी और सीईओ, श्री विक्रम लालवानी ने कहा, “स्टर्लिंग कस्तूरी रुद्रप्रयाग का शुभारंभ हमारे मेहमानों को आध्यात्मिक और प्राकृतिक महत्व वाले स्थानों पर एक अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह लॉन्च उत्तराखंड को ‘इमर्सिव स्टे’ के लिए एक प्रमुख गंतव्य बनाने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।”May be an image of bed and bedroom

होटल कस्तूरी इन के एमडी, श्री महावीर सिंह पंवार ने कहा, “स्टर्लिंग हॉलिडे रिसॉर्ट्स के साथ साझेदारी करना हमारे लिए गर्व की बात है। उनकी विशेषज्ञता और ‘अतिथि-प्रथम’ दृष्टिकोण हमें पूरा विश्वास दिलाता है कि स्टर्लिंग कस्तूरी रुद्रप्रयाग क्षेत्र में आतिथ्य सेवाओं के मानकों को नए स्तर पर ले जाएगा।”May be an image of bed, lighting, bedroom and indoors

भारतीय मजदूर संघ का प्रतिनिधिमंड़ल ने की सीएम से की शिष्टाचार भेंट, दस महत्वपूर्ण मुद्दों पर हुई चर्चा

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देहरादून, भारतीय मजदूर संघ उत्तराखण्ड़ के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने क्षेत्रीय संगठन मंत्री (उत्तर-मध्य क्षेत्र) अनुपम के नेतृत्व में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सीएम कैंप कार्यालय में शिष्टाचार भेंट की। प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश महामंत्री सुमित सिंघल, प्रदेश उपाध्यक्ष अजय कांत शर्मा सहित अन्य पदाधिकारीगण सम्मिलित रहे।
भेंट के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत श्रमिकों से संबंधित 10 महत्वपूर्ण मुद्दों को मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत किया, प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि भारतीय मजदूर संघ से प्रदेश में जुड़ी लगभग 120 यूनियनों के माध्यम से 1 लाख से अधिक श्रमिकों की भागीदारी है और यह वर्ग राज्य के औद्योगिक, स्वास्थ्य, परिवहन, शिक्षा एवं सेवाक्षेत्र में निरंतर योगदान दे रहा है।

यह रही प्रमुख श्रमिक मांगें :

-सिडकुल क्षेत्र, विशेषकर हरिद्वार में श्रम कानूनों के अनुपालन की स्थिति अत्यंत चिंताजनक है। संसाधन वार्ताओं के लंबित रहने और अधिकारियों की निष्क्रियता से श्रमिकों में असंतोष है।

-मार्च 2024 में घोषित न्यूनतम वेतन में 25% की वृद्धि का लाभ अब तक श्रमिकों को नहीं मिल पाया है।

-परिवहन निगम में DA अन्य उपक्रमों के समतुल्य, EPF की पूर्ण वेतन पर कटौती, और शीघ्र 200 नई बसें उपलब्ध कराए जाने की मांग।
-आशा कार्यकर्ताओं को ₹18000 मानदेय, सामाजिक सुरक्षा की दृष्टि से 50 लाख दुर्घटना बीमा और सेवानिवृत्ति पर 25 लाख की सहायता राशि तथा राज्य कर्मचारी का दर्जा प्रदान किया जाए।

-आशा फेसिलिटेटरों को ₹24000 प्रतिमाह मानदेय और राज्य कर्मचारी का दर्जा।
-आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को ₹18000 न्यूनतम मानदेय तथा शीतकालीन व ग्रीष्मकालीन अवकाश।

-10 वर्ष से अधिक सेवा कर चुके संविदा कर्मचारियों का शीघ्र नियमितीकरण, जिसमें एनएचएम कर्मचारी भी शामिल हों।

-राज्य की सरकारी चीनी मिलों में जब तक वेजबोर्ड का गठन नहीं हो जाता। तब तक वर्तमान वेतनमान दर से फ़रवरी 2025 से रुके वेतन का भुगतान किया जाए।

-गढ़वाल मंडल विकास निगम के कर्मचारियों को सातवें वेतनमान के अनुरूप ACP लाभ दिया जाए।

-नगर निकायों में कार्यरत पर्यावरण मित्रों को नियमित किया जाए तथा सफाई कर्मचारियों की सीधी भर्ती प्रारंभ की जाए।

प्रदेश महामंत्री सुमित सिंघल ने कहा कि राज्य के श्रमिक न केवल आर्थिक प्रगति का आधार हैं, बल्कि सेवा, स्वास्थ्य और विकास के हर क्षेत्र में अहम भूमिका निभा रहे हैं। हमें विश्वास है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सरकार श्रमिक हितों की रक्षा हेतु समुचित कदम उठाएगी।
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल की बातों को गंभीरता से सुना और सकारात्मक आश्वासन दिया कि संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर श्रमिक हितों को प्राथमिकता दी जाएगी।

रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच हर्षोल्लास से मनाया अलंकरण समारोह

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‘सीनियर स्कूल से युवराज चौधरी हैड ब्वॉय व मानवी बंसल बनी हैड गर्ल’

देहरादून, द हैरिटेज स्कूल में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बीच सीनियर व जूनियर वर्ग का नेतृत्व परिवर्तन के रूप में निर्वाचित छात्र परिषद का अलंकरण समारोह धूमधाम और हर्षोल्लास के बीच मनाया गया और इस अवसर पर सभी सदनों के कैप्टनों को शैक्षणिक वर्ष 2025-2026 के लिए पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर सीनियर स्कूल से युवराज चोधरी हैड ब्वॉय व मानवी बंसल हैड गर्ल बनी और वहीं जूनियर स्कूल से प्रियम मिश्रा हैड ब्वॉय एवं स्पर्धा जोशी हैड गर्ल बनी।
यहां न्यू रोड स्थित द हैरिटेज स्कूल के सभागार में अलंकरण समारोह की शुरूआत मुख्य अतिथि दमनप्रीत कुकरेजा, विशिष्ट अतिथि पूजा मेहरा, स्कूल के चेयरमैन चौधरी अवधेश कुमार, निदेशक उमा चौधरी, निदेशक विक्रांत चौधरी, काउंसलर चारू चौधरी, प्रधानाचार्य डाक्टर अंजू त्यागी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर की। इस अवसर पर स्कूल का प्रार्थना गीत ऐ मेरे मन, करना तू ऐसे करम को छात्र छात्राओं ने प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर छात्राओं ने स्वागत गीत भरतनाट्यम धीम त डारे पर रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया और अपने नृत्य से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर छात्र छात्राओं ने अंग्रेजी गीत साईन यूअर वे प्रस्तुत किया। इस अवसर पर निवेदिता ढौढियाल ने सभी सदनों के कैप्टनों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर स्कूल के निदेशक विक्रांत चौधरी ने प्रतीकात्मक चिराग और पवित्र लाल किताब स्कूल कैप्टन को सौंपी।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने भावी नेताओं को तैयार करने में स्कूल के प्रयासों की सराहना की और उन्होंने परिषद के सदस्यों को उदाहरण पेश करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षक शिक्षिकाओं के साथ ही साथ ही अभिभावकों को भी बच्चों की शिक्षा दीक्षा की ओर विशेष रूप से सहयोग करते हुए ध्यान देने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि अपने छात्रों के शैक्षिक विकास में उत्कृष्ट समर्पण के लिए सभी को आगे आना होगा। इस अवसर पर स्कूल के चेयरमैन चौधरी अवधेश कुमार, निदेशक विक्रांत चौधरी एवं प्रधानाचार्य डॉक्टर अंजू त्यागी ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। इस दौरान स्कूल सांग एवं राष्ट्रगान के साथ अलंकरण समारोह का समापन किया गया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि पूजा मेहरा, स्कूल के चेयरमैन चौधरी अवधेश कुमार, निदेशक उमा चौधरी, निदेशक विक्रांत चौधरी, काउंसलर चारू चौधरी, प्रधानाचार्य डॉक्टर अंजू त्यागी, जूनियर कोर्डिनेटर सारिका जैन सहित शिक्षक शिक्षिकायें, छात्र छात्रायें एवं अभिभावक शामिल रहे।