पिथौरागढ़ (मुनस्यारी), अवैध स्नूकर को स्थाई रूप से बंद किए जाने की मांग को लेकर जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने आज पुलिस थाने में सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि इनको बंद करने के लिए पुलिस तत्परता से कार्रवाई करें, अन्यथा वे दो जून से अनिश्चितकालीन धरना प्रारंभ कर देंगे।
पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह के आदेश के बाद भी अवैध स्नूकर सेंटरों के बंद नहीं होने से नाराज जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने आज अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पुलिस थाना पहुंच कर धरना प्रदर्शन किया।
मर्तोलिया ने कहा कि इन सेंटरों को चरस तथा जुआ का धंधा बना दिया गया है। इन स्थानों पर युवाओं को नशे में जकड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस इस तरह के अवैध कारोबार को रोकने की जगह फलने फूलने का अवसर दे रही है।
उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को बचाने के लिए स्नूकरो के बंद होने तक वे चुप नहीं बैठेंगे।
हरकोट के पूर्व ग्राम प्रधान खुशाल सिंह जेठा ने धरना स्थल पर आकर जिला पंचायत सदस्य के आंदोलन का समर्थन किया।
थानाध्यक्ष गिरीश चंद्र ने बताया कि पुलिस अधीक्षक पिथौरागढ़ के आदेश के बाद जिला पंचायत सरमोली वार्ड के पांच स्नूकर सेंटरों को नोटिस जारी किया गया है। नोटिस में स्पष्ट किया गया है कि तीन दिन के भीतर अनुमति पत्र नहीं दिखाया गया तो इनके स्वामियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जायेगी।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया की मांग पर थानाध्यक्ष ने कहा कि उपजिला मजिस्ट्रेट से अनुमति लेकर इन स्नूकर सेंटरों को सीज करने की कार्यवाही भी अमल में लाई जाएगी। तब जाकर जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने अपना धरना प्रदर्शन समाप्त किया।
मर्तोलिया ने कहा कि दो जून तक स्नूकर सेंटरों पर स्थाई रूप से ताला नहीं लगाया गया तो वे जनता के साथ थाने में स्थाई रूप से धरना प्रदर्शन किया जाएगा।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया के धरने के बाद आज पुलिस इन अवैध स्नूकर सेंटरों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के लिए धरातल पर नजर आई।
यमुनोत्री हाईवे 32 घंटे बॎद बड़े वाहनों के लिए खुला, तीर्थयात्रियों के साथ ही प्रशासन ने ली राहत की सांस
उत्तरकाशी, आखिर 32 घंटे कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार यमुनोत्री हाईवे स्याना चट्टी रानाचटटी के बीच बड़े वाहनों के लिए खोला दिया गया। यमुनोत्री हाईवे शुक्रवार सुबह सात बजे से बड़े वाहनों के लिए बंद हो गया था। शनिवार चार बजे हाईवे पर बड़े वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी गई। हाईवे पर आवाजाही के बाद यमुनोत्री धाम यात्रा पर आए श्रद्धालुओं के साथ पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली।
यमुनोत्री हाईवे पर तीन दिनों तक बड़े वाहनों की आवाजाही बंद की गई। बीते बुधवार को रानाचट्टी के पास भूधंसाव से हाईवे की सुरक्षा दीवार धंस गई थी। किसी तरह इसे आवाजाही लायक बनाया गया, लेकिन हाईवे के फिर धंसने से बड़े वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद हो गई है।
शनिवार को यहां 2500 से अधिक श्रद्धालुओं के फंसे थे। जानकीचट्टी में फंसे लगभग 200 छोटे-बड़े वाहन निकाले गए। इस दौरान यमुनोत्री धाम के प्रमुख पड़ाव जानकीचट्टी में फंसे यात्रियों ने पुलिस प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कहा कि हमें पूछा नहीं जा रहा है और न ही हमें यहां से अन्य जगह के लिए निकाला जा रहा है।
तीर्थयात्रियों के आक्रोशित होने की सूचना मिलने पर यमुनोत्री विधायक संजय डोभाल स्याना चट्टी रानाचटटी के बीच बंद वाले स्थान पर पहुंचे और अधिकारियों को जल्द हाईवे सुचारू करने के निर्देश दिए। साथ ही श्रद्धालुओं को थोड़ा इंतजार करने की अपील की है। यमुनोत्री धाम से करीब 18 किमी पहले स्यानाचट्टी और रानाचट्टी के बीच यमुनोत्री हाईवे की दीवार धंस गई थी। इससे हाईवे का करीब 15 मीटर हिस्सा धंस गया था।
शुक्रवार सुबह इस हिस्से में बस ने निकलने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। इसके बाद प्रशासन ने अगले तीन दिनों के लिए बड़े वाहनों की आवाजाही रोक दी है। शनिवार सुबह से प्रशासन जानकीचट्टी में फंसे वाहनों को निकालने में जुटा रहा। एसडीएम शालिनी नेगी ने बताया कि भूधंसाव के चलते हाईवे संकरा हो गया है। जिससे यातायात सुचारू करने काफी मुश्किल हुई।
एसडीएम बड़कोट शालिनी नेगी ने बताया कि जानकीचट्टी में फंसे बड़े वाहनों को निकालने का प्रयास सुबह से जारी था। एनएच चट्टान कटिंग में लगी रही।
यात्रियों को रहने व खाने की असुविधा न हो, इसके लिए प्रशासन ने शुक्रवार को सभी यात्री वाहनों को बड़कोट, खरादी, कुथनौर, गंगनानी, स्यानाचट्टी आदि स्थानों पर रोक दिया। हाईवे पर फंसे यात्रियों की मदद के लिए प्रशासन के साथ ही संस्थाएं भी आगे आई हैं, डामटा से लेकर स्यानाचट्टी तक राजस्व व जिला पूर्ति विभाग ने यात्रियों को भोजन कराया। साथ ही बिस्कुट व पानी भी दिया। कई स्थानों पर एसडीएम भी यात्रियों को पानी बांटती नजर आईं, वहीं हाईवे बंद होने के चलते दिक्कतों के कारण तीर्थयात्रियों ने आक्रोश में सड़क किनारे बैठकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की।
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