नई दिल्ली, भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम ने रविवार को इतिहास रच दिया। टीम ने 73 साल में पहली बार थॉमस कप जीता, वो भी उस इंडोनेशिया को हराकर, जिसने 14 बार इस खिताब को हासिल किया है। भारत ने इंडोनेशियाई दल को 3-0 से मात दी।
भारत इस टूर्नामेंट में पहली बार फाइनल खेल रहा था। 5 मैचों की इस जंग में भारत ने 2 सिंगल्स और एक डबल्स मैच जीता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय टीम को इस ऐतिहासिक जीत की बधाई दी है।
इससे पहले फाइनल के दूसरे मुकाबले में सिंगल्स जीतने बाद डबल्स मैच जीता। चिराग शेट्टी और सात्विक साईराज रंकीरेड्डी की भारतीय जोड़ी ने पहला गेम गंवाया फिर दूसरा और तीसरा गेम जीत मुकाबला अपने नाम किया।
पहले सिंगल्स में लक्ष्य सेन ने एंथोनी सिनिसुका गिनटिंग को 8-21, 21-17, 21-16 से हराया। पहले गेम में लक्ष्य को एंथोनी सिनिसुका गिनटिंग से 8-21 से हार का सामना करना पड़ा।
एक समय मुकाबला 8-7 पर था, लेकिन इसके बाद एंथोनी ने लगातार 12 पॉइंट बनाकर लक्ष्य को पूरी तरह मुकाबले से बाहर कर दिया। उन्होंने सिर्फ 16 मिनट में गेम को अपने नाम करके बढ़त बनाई।
खेल मंत्री ने बधाई के साथ की ईनाम की घोषणा
उसके बाद लक्ष्य ने शानदार वापसी करते हुए दूसरा गेम अपने नाम कर लिया। उन्हें 21-17 से जीत मिली। उसके बाद तीसरे गेम को भी 21-16 से जीत कर भारत को 1-0 से बढ़त दिलाई।
डबल्स के पहले गेम में चिराग शेट्टी और सात्विक को हार मिली। इंडोनेशिया की मोहम्मद अहसन और केविन संजया सुकामुलजो की जोड़ी ने गेम (सेट) को 17 मिनट में 21-18 से अपने नाम किया, चिराग शेट्टी और सात्विक साईराज रंकीरेड्डी ने दूसरे गेम में वापसी करते हुए मोहम्मद अहसन और केविन संजया सुकामुलजो की जोड़ी को 23-21 से हराया। इसके बाद तीसरा गेम 21-19 से जीत कर मुकाबला अपने नाम कर लिया, भारत के एचएस प्रणय चोटिल होने के बाद भी सेमीफाइनल में कोर्ट पर उतरे और टीम को जीत दिलाई। डेनमार्क के खिलाफ सेमीफाइनल में पहले चार मैचों के बाद दोनों टीमें 2-2 की बराबरी पर थीं। आखिरी मैच में भारत के एचएस प्रणय के सामने डेनमार्क की ओर से रासमुस गेमके थे। प्रणय ने यह मैच 1 घंटा, 13 मिनट में 13-21, 21-9, 21-12 से अपने नाम किया।
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