नई दिल्ली/ एम्स में पीजी सीट दिलवाने का झांसा देकर दर्जन भर डाक्टरों को ठगने वाले एक ठग को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
आरोपी ने फर्जी फेसबुक अकाउंट बना खुद को एम्स के डॉक्टर बात महिला डाक्टरों से सम्पर्क कर उन्हें ठगी का शिकार बनाता था। गिरफ्तार किया गया आरोपी शाहदुजम्मन (32) उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के कुटेसरा गांव का निवासी है। उसने अलग-अलग नामों से फेसबुक पेज बना रखा था, सभी में खुद को एम्स का डाक्टर बताता था। फिर महिला डाक्टरों के प्रोफाइल पर जाकर उनसे चैट करके किसी बहाने बातचीत शुरू करता था और एम्स में पीजी में एडमिशन कराने की बात कहता था। एक सीट दिलाने की एवज में वह छह से 10 लाख रुपये वसूलता था।
दक्षिणी दिल्ली डीसीपी बेनिता मैरी जैकर ने बताया कि दिसंबर 2020 में कुछ महिला डाक्टरों ने हौजखास थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। बताया था कि उन्हें फेसबुक के माध्यम से अंशु विनय नाम का व्यक्ति मिला था। उसने बताया था कि वह एम्स में डाक्टर है और वह उसका एम्स में पीजी में सीट दिलवा सकता है। उसके झांसे में आकर पीड़िता ने बताए गए अकाउंट में उसे छह लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। रुपये जमा होते ही उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया।
पीड़िता की शिकायत पर एसएचओ हौजखास इंस्पेक्टर शिवानी सिंह के नेतृत्व में इंस्पेक्टर रोहित, एसआइ वरुण, पीएसआइ दीपक, धरम सिंह, हेडकांस्टेबल अमीश, विपिन आदि की टीम ने जांच शुरू की तो पता चला कि जिस अकाउंट में पैसे मंगवाए गए थे वह मुजफ्फरनगर के शाहदुजम्मन का है। पुलिस उसके गांव पहुंची तो पता चला कि वह विशाखापत्तनम में कपड़ा बेचने का काम करता है और अपने गांव कभी-कभी ही आता है। पुलिस को उसका मोबाइल नंबर मिल गया। सर्विलांस से पुलिस को दो जनवरी को उसकी लोकेशन साकेत स्थित पीवीआर अनुपम के आसपास मिली। इस पर पुलिस ने घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि वह यहां भी किसी डाक्टर से पैसे लेने आया था। उसने बताया कि वह ज्यादातर विशाखापत्तनम में ही रहता है। दिल्ली तभी आता था जब उसे किसी से रुपये लेने होते थे। वह अब तक दर्जन भर महिला डाक्टरों को इसी तरह ठग चुका है। उसने कई फर्जी फेसबुक पेज बना रखे हैं।
Recent Comments