देहरादून। जिलाधिकारी डॉ आशीष कुमार श्रीवास्तव की अध्यक्षता में कलेक्टे्रट सभागार में वात्सल्य योजना की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में वात्सल्ययोजना के अनुमोदन हेतु गठित जनपद स्तरीय समिति द्वारा लाभार्थियों के चयन से सम्बन्धित 123 आवेदनों को आर्थिक सहायता के लिए सही पाया और उनका योजना के तहत् लाभ देने हेतु अनुमोदन किया गया।
इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देशित किया कि सभी तहसीलों के समन्वय से उन आवेदनों को भी यथाशीघ्र अनुमोदन हेतु उपलब्ध कराया जाय जो अभी तक प्राप्त नहीं हो पाये हैं। उन्होंने सभी उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया कि कोविड अवधि में यदि 21 वर्ष से कम अवधि के बच्चों के माता या पिता या दोनों की कोरोना से अथवा किसी बीमारी से मृत्यु हुई हैं तो उनके आवेदन प्राप्त करते हुए उनका सत्यापन कर आवेदन का शीघ्रता से जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय को प्रेषित करना सुनिश्चित करें। ताकि जनपद में कोई भी अनाथ अथवा निराश्रित बच्चा योजना के लाभ से वंचित ना रह पाये।
विदित है कि वात्सल्य योजना उन बच्चों के संरक्षण और पोषण के लिए चलायी गयी है जो कोविड अवधि के दौरान अनाथ अथवा निराश्रित हुए हैं। योजना के तहत् प्रत्येक लाभार्थी को 21 वर्ष की आयु तक तीन हजार रूपये प्रति महिना धनराशि देने का प्रावधान है। योजना के लाभार्थी को स्थायी निवास प्रमाण-पत्र, अभिभावक का मृत्यु प्रमाण-पत्र, मृत्यु का कारण, 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों का संरक्षण के साथ संयुक्त खाते का विवरण उपलब्ध करवाना होता है। बच्चों की उपरोक्त औपचारिकताएं पूरी करवाने में सम्बन्धित क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ती अथवा अन्य सरकारी प्रतिनिधि सहायता करेगा।
इस दौरान बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ मनोज उप्रेती, मुख्य शिक्षा अधिकारी आशा पैन्यूली, जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट, जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास डॉ अखिलेश मिश्रा, जिला पूर्ति अधिकारी जसवंत सिंह कण्डारी, डॉ वन्दना सेमवाल, जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक राजेन्द्र रावत, विधि अधिकारी आशा कण्डारी, संरक्षण अधिकारी डीसीपीओ सम्पूर्णा भट्ट आदि उपस्थित थे।
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