मुंबई, दिग्गज एक्टर दिलीप कुमार अपने जमाने के सुपरस्टार रहे हैं। दिलीप कुमार ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक हिट फिल्म दी है। उन्होंने 5 दशक तक 65 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। उन्हें फिल्मों में अपने रोमांटिक अंदाज के लिए जाना जाता है। अंदाज, देवदास, मुगल-ए-आजम, मधुमति, दाग, दीदार जैसी कई शानदार फिल्मों में दिलीप कुमार ने अपने अभिनय का हुनर दिखाया। देवदास और मुगल-ए-आजम उनके करियर में मील का पत्थर साबित हुई। बता दें कि दिलीप कुमार अब इस दुनिया में नहीं रहे। लंबी बीमारी के बाद आज सुबह 7.30 बजे उनका निधन हो गया।
दिलीप कुमार ने 1944 में फिल्म ज्वार भाटा से अपने करियर की शुरुआत की थी। हालांकि, इस फिल्म को तवज्जों नहीं मिली। इसके बाद दिलीप ने दो और फिल्में जैसे प्रतिमा, मिलन की लेकिन ये भी सक्सेस की सीढ़ी नहीं चढ़ पाईं। 1947 में आई फिल्म जुगनू उनकी पहली मेजर हिट फिल्म साबित हुई। इस फिल्म में नूर जहां फीमेल लीड में थीं। उनके अगले प्रोजेक्ट शहीद और मेला भी जबरदस्त हिट रहे। हालांकि, उन्हें अपना ब्रेकथ्रू रोल 1949 में आई फिल्म अंदाज से मिला। इस फिल्म में राज कपूर और नरगिस भी अहम रोल में थे।
दिलीप कुमार ने इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। उन्होंने एक साथ कई हिट फिल्में आन, जोगन, बाबुल, हलचल, दीदार, तराना, दाग, संगदिल, शिकस्त, अमर, उड़न खटोला, इंसानियत, नया दौर, पैगाम और मधुमति जैसी मूवी की। इनमें से कुछ फिल्मों ने उन्हें ट्रेजेडी किंग का टैग भी दिया।
1960 में उन्होंने ऐतिहासिक फिल्म मुगल-ए-आजम में प्रिंस सलीम का रोल निभाया था। इस फिल्म के लिए दिलीप कुमार को आजतक भी याद किया जाता है। 11 सालों तक ये फिल्म हाईएस्ट ग्रोसिंग फिल्म थी।
50 और 60 के दशक में जबरदस्त सक्सेस पाने के बाद 70 के दशक में दिलीप कुमार की कुछ फिल्में फ्लॉप भी हुईं। उनकी दास्तान, बैराग जैसी फिल्मों बॉक्स ऑफिस पर अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाईं। उसी दौरान राजेश खन्ना और संजीव कुमार भी तेजी से उभरने लगे थे, नतीजतन दिलीप कुमार को कम ऑफर मिलने लगे।
इसके बाद 1976 में दिलीप कुमार ने 5 साल का ब्रेक लिया था और वो 1981 में फिल्म क्रांति से वापस लौटे। इसके बाद उन्होंने शक्ति, मशाल, कर्मा, सौदागर जैसी फिल्मों में काम किया। उनकी आखिरी फिल्म 1998 में आई Qila थी। बता दें कि दिलीप कुमार को 8 बार फिल्म फेयर के बेस्ट एक्टर अवार्ड से नवाजा जा चुका है। 1995 में उन्हें भारतीय फिल्मों के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया(साभार उत्तम हिन्दू न्यूज)।
Burial today at 5:00 PM. Juhu Qabrastan at Santacruz Mumbai.
— Dilip Kumar (@TheDilipKumar) July 7, 2021
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