देहरादून, उत्तराखंड़ में नई शिक्षा नीति 2020 के तहत प्रदेश के छात्र-छात्रों को स्थानीय बोलियों में उनके पाठ्यक्रम उपलब्ध कराने को लेकर राज्य अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण ने कवायद शुरू कर दी है। पहले चरण में चार टीम गठित कर नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिए हैं।
राज्य अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण निदेशक सीमा जौनसारी ने बताया कि एनसीईआरटी की ओर से राज्य को स्थानीय भाषाओं में पाठ्यचर्या विकसित करने के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में पाठ्यचर्या को चार अलग-अलग श्रेणियों में तैयार करना है। जिसमें अर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन, स्कूली शिक्षा, वयस्क शिक्षा और शिक्षकों के लिए पाठ्यचर्या शामिल हैं। फिलहाल हर श्रेणी के लिए नोडल अधिकारी नियुक्ति कर दिए गए हैं। शिक्षा महानिदेशक विनय शंकर पांडेय ने भी पाठ्यचर्या तैयार करने के लिए विशेषज्ञों के सुझाव पेश किए हैं, जिन्हें बतौर नोडल जिम्मेदारी मिली है।
चाइल्डहुड एजुकेशन
-राय सिंह रावत, उप निदेशक, एससीईआरटी
-पल्लवी नैन, विशेषज्ञ, समग्र शिक्षा अभियान
स्कूली शिक्षा
-अजय नौडियाल, अपर निदेशक, एससीईआरटी
-प्रदीप कुमार, उप निदेशक, एससीईआरटी
वयस्क शिक्षा
-डॉ. मुकल कुमार सती, अपर राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा अभियान
-हेमलता भट्ट, उप निदेशक, प्राथमिक शिक्षा
-सुनीता भट्ट, सहायक निदेशक, एससीईआरटी
शिक्षक शिक्षा
-कंचन देवराड़ी, संयुक्त निदेशक, एससीईआरटी
-हिमानी बिष्ट,उप निदेशक एससीईआरटी
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