नई दिल्ली, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की कामयाबी का एक और सितारा आसमान में चमकने जा रहा है। इसरो का पोलर सेटेलाइट लॉच व्हीइकल यानी कि पीएसएलवी सी-51 इस बार अपने साथ 19 सेटेलाइट को साथ लेकर उड़ान भरने की तैयारी में है। इसके साथ ही भगवद गीता की एक इलेक्ट्रॉनिक प्रति और पीएम मोदी की एक फोटो और उनका नाम लेकर अंतरिक्ष में जाएगा।
निजी क्षेत्र का यह पहला सेटेलाइट होगा जो दूसरे अंतरिक्ष मिशन की तरह भगवद गीता, पीएम की फोटो और अन्य 25000 लोगों के नामों को लेकर अंतरिक्ष जाने वाला है। इस नैनो सेटेलाइट को पोलर सेटेलाइट लॉन्च व्हीइकल से प्रक्षेपित किया जाएगा। पीएसएलवी सी-51 29 फरवरी को प्राथमिक उपग्रह ब्राजील के अमजोनिया-1 के अलावा 18 अन्य उपग्रहों को भी लेकर जाएगा। इसरो 28 फरवरी को पीएसएलवी-सी51 रॉकेट से ब्राजील के सेटेलाइट और तीन भारतीय सेटेलाइट लॉन्च करेगा। ये तीनों भारतीय सेटेलाइट असल में भारत के ही स्टार्टअप द्वारा विकसित की गई है।
पीएम मोदी की तस्वीर भी आसमान की ऊंचाइयों में पृथ्वी के चक्कर काटेगी। यह कदम पीएम की आत्मनिर्भर पहल और निजी कंपनियों के अंतरिक्ष की राह खोलने वाले निर्णय से एकजुटता दिखाने के लिए उठाया जा रहा है।
अंतरिक्ष में भगवद गीता
सतीश धवन सैटेलाइट को स्पेस किड्स इंडिया नाम के स्टार्टअप ने बनाया है। इस मिशन में भगवद गीता को अंतरिक्ष में भेजने का फैसला लिया गया है। इससे पहले भी लोग बाइबल को अतंरिक्ष में ले जा चुके हैं।
इन उपग्रहों को चेन्नई से 100 किमी दूर श्रीहरिकोटा स्पेसपोर्ट से सुबह दस बजकर 24 मिनट पर पोलर सैटेलाइट लांच व्हीकल (पीएसएलवी) सी-51 के माध्यम से प्रक्षेपित किया जाना है। बताया गया कि प्राथमिक पेलोड अमेजोनिया-1 है और कथित तौर पर धरती पर नजर रखने वाला धरती का ऐसा पहला उपग्रह है जिसका निर्माण पूर्ण रूप से ब्राजील ने किया है। इसके अलावा जो अन्य तीन पेलोड हैं उनके नाम हैं आनंद, सतीश धवन और यूनिटीसैट।
‘आनंद’ का निर्माण भारत के अंतरिक्ष स्टार्टअप पिक्सल ने किया है और ‘सतीश धवन उपग्रह’ चेन्नई के स्पेस किड्ज इंडिया ने बनाया है। यूनिटीसैट तीन उपग्रहों का मेल है। सिवन ने इस मिशन के बारे में कहा था, ‘‘यह हमारे लिए, पूरे देश के लिए खास है। यह अंतरिक्ष (क्षेत्र) में सुधारों के नए दौर की शुरुआत करेगा(साभार प्रभा साक्षी)।
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