Saturday, November 23, 2024
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धार्मिक यात्रायें आस्था का विषय है जो अपने खून पसीने और मेहनत की कमाई से की जानी चाहिए : करन माहरा

“प्रदेश सरकार के मंत्रिमण्डल की अयोध्या यात्रा पर कांग्रेस अध्यक्ष ने व्यक्त की कड़ी प्रतिक्रिया”

देहरादून, उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री करन माहरा ने प्रदेश की धामी सरकार पर जनता की गाढ़ी कमाई से दिये गये टैक्स के पैसे से प्रदेश सरकार के मंत्रिमण्डल को धार्मिक यात्रा कराने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सरकार पर जनता के पैसे का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री करन माहरा ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि प्रदेश की धामी सरकार का पूरा मंत्रिमंडल अयोध्या की धार्मिक यात्रा पर हैं। जो अच्छी बात है उन्होंने कहा कि धार्मिक यात्रायें आस्था का विषय है जो अपने खून पसीने और मेहनत की कमाई से की जानी चाहिए धार्मिक आस्था नितांत निजी और व्यक्तिगत विषय है इसके प्रदर्शन से बचा जाना चाहिए इसीलिए वैदिक युग में हमारे ऋषि मुनि घनघोर जंगलों और गुफाओं में धार्मिक लाभ और आत्म कल्याण के लिए एकांत में तपस्या किया करते थे मैं भी सुबह शाम अपनी श्रद्धा के अनुसार प्रतिदिन पूजा पाठ करता हूं और अपनी आस्था की अनुसार मंदिरों में भी भगवान के दर्शन के लिए जाता हूं लेकिन हम उसके प्रदर्शन से हमेशा बचते रहे हैं ।बचपन से दीपावली का त्योहार भगवान राम के अयोध्या आगमन खुशी हम सब मानते आए हैं ।
उन्होंने कहा कि बचपन से रामलीला का मंचन हमारे गांव मे और पुरे प्रदेश में प्रतिवर्ष होता रहा है और रामलीला के मंचनों में मुझे भी कई बार पत्र बनने का मौका मिला बंद राम की जन्म की खुशी में प्रतिवर्ष रामनवमी का त्योहार हम सब मानते हैं और रामनवमी की शोभा यात्राएं अपनी-अपने क्षेत्र में निकलते रहे हैं भगवान राम युगो ,युगो से हमारी आस्था से हमारे दिलों में है वह घट-घट के वासी हैं। परंतु आज भगवान राम के नाम पर राजनीति हो रही है जिसको देखकर भगवान राम को भी निश्चित तौर पर दुख होता होगा उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल की यह धार्मिक यात्रा जनता के पैसे से कराई जा रही है जो कि अत्यंत दुःख का विषय है। उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम के प्रति प्रत्येक नागरिक की अपनी धार्मिक आस्था है परन्तु सरकारी धन के लाखों रूपये खर्च कर ऐसी धार्मिक यात्रायें कराया जाना आम जनता की गाढ़ी कमाई का खुला दुरूपयोग है जो राज्य एवं जनहित में उचित नहीं ठहराया जा सकता है

करन माहरा ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है और यहां जगह-जगह हमारे इष्ट देवों के मंदिर हैं उनके जीर्णोद्धार और रखरखाव के लिए सरकार कोई योजना नहीं बना रही है उस पर भी सरकार को गंभीरता दिखानी चाहिए।
करन माहरा ने कहा कि भाजपा सरकारें प्रत्येक मोर्चे पर विफल साबित हो चुकी हैं, राज्य में बेरोजगारों की लाईन लगातार लम्बी होती जा रही है, महिलाओं पर अत्याचार बढते जा रहे हैं, किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है। ऐसे में अब भाजपा आसन्न लोकसभा चुनाव में हार के भय से जनता की मेहनत की कमाई के पैसे से दिये गये टैक्स से धार्मिक यात्रायें कर जनता को एकबार फिर से भ्रमित करना चाहती है।
उन्होंने भाजपा पर धार्मिक यात्राओं का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि एक ओर भाजपा के लोग अपनी निजी धार्मिक यात्रा पर उत्तराखण्ड आये कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री राहुल गांधी के केदारनाथ दर्शन के दौरान सुनियोजित ढंग से नारेबाजी करते हैं वहीं धामी सरकार का पूरा मंत्रिमंडल सरकारी धन से धार्मिक यात्रा करता है तब भाजपा के बड़बोले प्रवक्ता एवं वक्ता चुप्पी साधे बैठे हैं।

 

 

उत्तराखंड़ के विभागों में जमकर हो रहा है भ्रष्टाचार, सरकार अपना रही है दोहरा मापदंड : गरिमा मेहरा दसौनी

देहरादून, उत्तराखंड़ कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने उत्तराखंड के विभिन्न विभागों में पसरे भ्रष्टाचार को लेकर उत्तराखंड़ सरकार पर धृतराष्ट्र बने रहने का आरोप लगाया है।दसौनी ने कहा की उत्तराखंड ऊर्जा निगम का एक अधिकारी आय से अधिक संपत्ति के मामले में चर्चाओं में रहा। साल 2019-20 व 2020–21 में गंभीर आरोपों के मद्देनजर विजिलेंस जांच के दौरान पटेल नगर , सहस्त्रधारा रोड, वसंत विहार समेत आधा दर्जन जगहों पर फ्लैट और प्लॉट होना पाया गया।
दसौनी ने बताया की मामले में शिकायत के बाद शासन स्तर से जांच कराई गई तो तमाम तथ्य सही पाए गए जिसके बाद विजिलेंस के द्वारा खुली जांच की भी संस्तुति की गई लेकिन आज भी उक्त अधिकारी कार्रवाई से बचकर मलाईदार पोस्टिंग पर बना हुआ है।। कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसोनी ने कहा कि एक तरफ सरकार ई डी, इनकम टैक्स , सीबीआई से विपक्ष के नेताओं पर छापे लगवाकर तत्काल कार्रवाई भी कर देती है लेकिन जब अधिकारी अपने मिजाज और निज़ाम का हो तो फिर कार्रवाई से किस कदर दरकिनार किया जाता है इसका अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है। विजिलेंस के द्वारा 3 बिंदुओं पर जांच की गई जिसमे तमाम तथ्य निकल कर सामने आए। जिसके बाद 5 जनवरी 2022 को शासन के द्वारा आय से अधिक संपत्ति अर्जित किए जाने को लेकर फिर खुली जांच के संदर्भ में प्रबंध निदेशक को पत्र लिखा गया था ,दसौनी ने कहा की एक तरफ तो भाजपा अपनी सत्ता का दुरुपयोग करते हुए ईडी,इनकम टैक्स,और सीबीआई को विपक्ष का दामन और परेशान करने के लिए इस्तेमाल कर रही है दूसरी ओर अधिकारियों और स्वयं अपने दल के नेताओं मंत्रियों पर आरोप साबित हो जाने पर भी कोई कारवाही नहीं करती है।दसौनी ने कहा की यही भाजपा का दोहरा चरित्र है।

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