अहमदाबाद : भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गुरुवार को अहमदाबाद में वार्षिक बैठक (एजीएम) में एक बड़ा फैसला लिया। साल 2022 में खेले जाने वाले इंडियन प्रीमयर लीग में 8 की जगह 10 टीमों के हिस्सा लेने पर सहमति बनी है। इस बैठक के शुरू होने से पहले ही इस फैसले पर सभी की नजरें जमीं थी। आखिरकार क्रिकेट के इस सबसे टी-20 टूर्नामेंट में 10 टीमों के भाग लेने को मंजूरी मिल गई। इस बैठक में बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली समेत तमाम अधिकारी मौजूद थे।
आईपीएल संचालन परिषद से इस बारे में काम करने के लिए कहा गया है। आईपीएल में फिलहाल आठ टीमों हिस्सा लेती हैं। बता दें कि बीसीसीआई ने दिसंबर के शुरू में अपने राज्य संघों में सूचित किया था कि एजीएम के एजेंडे में एक प्रमुख मुद्दा दो नयी आईपीएल टीमों को जोड़ना होगा। इस संदर्भ में बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरभ गांगुली, सचिव जय शाह और कोषाध्यक्ष अरुण धूमल तथा आईपीएल के मुख्य संचालन अधिकारी हिमांग अमीन निजी तौर पर बातचीत कर चुके थे। बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरभ गांगुली और सचिव जय शाह ने बैठक के दौरान इस बात पर जोर दिया कि आईपीएल को बड़े प्रारूप में पेश करना चाहिए, जिससे दुनियाभर में ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को अवसर मिलेगा और नए शहर भी आईपीएल के साथ जुड़ेंगे। नयी टीम उस राज्य से होगी, जहां से अभी कोई टीम शामिल नहीं है। ऐसे में चर्चा है कि नयी टीमों के लिए अहमदाबाद राजकोट, विशाखापत्तनम, कोच्चि, तिरुवनंतपुर और लखनऊ शहर पसंदीदा है।
ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने का समर्थनएक अन्य बड़े फैसले में बीसीसीआई अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) से कुछ स्पष्टीकरण के बाद क्रिकेट के टी-20 प्रारूप को 2028 लॉस एंजिलिस ओलंपिक में शामिल करने की आईसीसी की दावेदारी का सैद्धांतिक रूप से समर्थन करने को राजी हो गया। एजीएम के हिस्सा लेने वाले एक सदस्य ने कहा कि देखिए, बीसीसीआई स्वायत्त संस्था है और वह अपनी स्वायत्ता को बकरार रखना चाहती है। हमारी विधिक टीम कुछ स्पष्टीकरण चाहती है। बेशक, क्रिकेट का ओलंपिक में शामिल होना खेल के लिए शानदार होगा। उम्मीद करते हैं कि हम सही दिशा में आगे बढ़ेंगे।—————————प्रथम श्रेणी के खिलाड़ियों को मुआवजाइसके अलावा यह निर्णय लिया गया कि कोरोना महामारी के कारण सभी प्रथम श्रेणी के खिलाड़ियों (पुरुषों और महिलाओं) को उपयुक्त घरेलू सीजन के लिए उचित मुआवजा दिया जाएगा। जनवरी में सैयद मुश्ताक अली टी-20 चैंपियनशिप के साथ कई महीनों की देरी के बाद बीसीसीआई की घरेलू सत्र की शुरुआत होने की योजना है। बीसीसीआई राज्य इकाइयों को एकमुश्त मुआवजा राशि देगा। अब वे अपनी स्वयं की सूची बनाएंगे और इसी के अनुसार अपने महिला और पुरुष खिलाड़ियों को मुआवजा देंगे।———————-कर छूट मामले पर मांगा समयइस बीच 2021 टी-20 विश्वकप के आयोजन के लिए आईसीसी को टैक्स में छूट देने के मामले के लिए बीसीसीआई ने थोड़ा और समय मांगा है। बीसीसीआई को इसके लिए भारत सरकार से इजाजत लेनी होगी, जिसके बाद ही वह इस बाबत कोई अंतिम फैसला ले पाएगा। बीसीसीआई को 31 दिसंबर 2020 तक आईसीसी को इस बारे में जवाब देना था। बीसीसीआई ने फैसला किया है अगले साल विश्व टी-20 की मेजबानी के लिए अगर उसे सरकार से पूर्ण कर छूट नहीं मिलती है जैसे कि आईसीसी ने मांग की है तो वह वैश्विक संस्था से मिलने वाले 39 करोड़ डॉलर के अपने वार्षिक राजस्व से कटौती के लिए तैयार हो जाएगा।
देश में चार और एनसीए खोले जाएंगे बीसीसीआई ने देश में चार और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) खोलने का निर्णय लिया है। बीसीसीआई की गुरुवार को 89वीं आम बैठक हुई जिसमें देश के विभिन्न शहरों में चार और एनसीए खोलने का फैसला लिया गया। अभी बेंगलुरु में एनसीए स्थित है लेकिन बोर्ड ने इसका विस्तार करने का निर्णय लिया है। चार और एनसीए खुलने से बेंगलुरु पर दबाव कम पड़ेगा और देश भर के खिलाड़ियों के लिए वहां पहुंचना आसान हो जाएगा। एनसीए के चार स्थल कहां होंगे इस बारे में हालांकि अभी फैसला नहीं किया गया है।
Recent Comments