हरिद्वार, 18 दिसम्बर (कुल भूषण) अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद द्वारा निर्देशित, फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का समापन समारोह (समविश्वविद्यालय) के कुलपति प्रोफेसर रूप किशोर शास्त्री की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रुप में प्रोफेसर राजेंद्र डोभाल डायरेक्टर जनरल, यूकोस्ट, देहरादून शामिल हुए। गुरुकुल कांगड़ी (समविश्वविद्यालय) के कुलपति प्रोफेसर रूप किशोर शास्त्री ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में सभी प्रतिभागियों को अपनी शुभकामनाएं दी। संकाय अध्यक्ष प्रोफ़ेसर पंकज मदान, आयोजक, डॉक्टर मयंक अग्रवाल और सह आयोजक डॉक्टर सुयश भारद्वाज को प्रोत्साहित करते हुए इस कार्यशाला के सफल आयोजन पर बधाई दी तथा सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया और उनसे नित्य नहीं विधा सीखने का आश्वासन भी लिया।
संकाय अध्यक्ष, प्रोफेसर पंकज मदान ने सभी प्रतिभागियों को अपने उद्बोधन से प्रोत्साहित करते हुए कहा अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय कई वर्षों से नयी तकनीकी पर कार्यशाला आयोजित करता रहा है और आगे भी करता रहेगा। उन्होंने अपने वक्तव्य में यह बताया कि अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद द्वारा अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय को 5 फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम आयोजित कराने का अवसर प्राप्त हुआ जिसमें संकाय की ओर से उच्च स्तरीय कार्यशाला आयोजन करके विभिन्न प्रतिभागियों को लाभ पहुंचा है।
गगनदीप सिंह डायरेक्टर, सेल्स कोर्स ने अपने वक्तव्य में कहा की इस तरह की कार्यशाला में जो सीखने को मिलता है वूमेन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (ड्ब्ल्युआईटी), देहरादून से शामिल हुए निदेशक, प्रोफेसर आर पी एस गंगवार, आयोजन सचिव डॉक्टर मयंक अग्रवाल, आयोजन सह सचिव डॉ. सुयश भारद्वाज एवं सम्पूर्ण आयोजन समिति को हार्दिक बधाई देते हुए इस कार्यक्रम के सफल आयोजन पर शुभकामनाएं दी और आगे भी इस तरह के कार्यक्रम करने के लिए प्रेरित किया।
प्रोफेसर अलकनंदा अशोक, डीन, कालेज आफ टेक्नोलाजी, गोविन्द बल्लभ पंत यूनिवर्सिटी, पंत नगर ने प्रतिभागियों, विषय विशेषज्ञों एवं आयोजन समिति को इस आयोजन के सफल सम्पन्न कराने के लिये बधाई दी, तथा भविष्य में ऐप्लीकेशन बनाने पर जोर दिया जिससे उत्तराखण्ड सरकार भी इससे लाभांवित हो सके।
उत्तराखंड काउंसिल आफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (यूकोस्ट) के डायरेक्टर, प्रोफेसर राजेंद्र डोभाल ने सभी प्रतिभागियों को बताया कि यूकोस्ट निरंतर शोध के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। यूकोस्ट और गुरुकुल कांगड़ी का बहुत पुराना संबंध रहा है, गुरुकुल कांगड़ी (समविश्वविद्यालय) अपने आप में एक अग्रणी संस्थान है। विश्वविद्यालय के छात्र और शिक्षक निरंतर कार्य क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं। आशा व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि प्रतिभागियों ने इस कार्यशाला में जो सीखा उसे वे आगे प्रयोग में लेकर आएंगे और उन्नति के पथ पर आगे बढ़ेंगे।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ मयंक अग्रवाल ने सभी प्रतिभागियों को कार्यक्रम में शामिल हुए सभी मुख्य वक्ताओं के बारे में परिचित कराया कार्यक्रम मे देश के लगभग 20 राज्यों से 400 से ज्यादा प्रतिभागियों की सहमति प्राप्त हुई, जिसमें से 140 प्रतिभागी चुने गए। कार्यक्रम के अंत में डॉक्टर सुयश भारद्वाज ने कुलपति, प्रोफेसर राजेंद्र डोभाल, प्रोफ़ेसर अलकनंदा अशोक, प्रोफेसर आरपीएस गंगवार एवं गगनदीप सिंह का धन्यवाद करते हुए सभी प्रतिभागियों को अपनी शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम की समाप्ति शांति पाठ से हुई। कार्यक्रम में डॉ. निशांत कुमार, नामित खंडूजा, देव आनंद जोशी, अश्वनी, दीपक पैन्यूली, सुमित बंसल, अमन त्यागी एवं चन्दर सिंह राणा ने विशेष योगदान दिया।
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