Saturday, April 27, 2024
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कर्मकार बोर्ड का नाम बदल कर कर्मकाण्ड बोर्ड किया जाए : संजय भट्ट

देहरादून, त्रिवेंद्र राज में उत्तराखंड की जनता की गाढ़ी कमाई के बंदरबांट का मामला लगातार सामने आ रहा,एक तरफ करोड़ों रुपए के घोटाले की जांच , कर्मकार कल्याण बोर्ड में ए जी कर रही जिसमें रोजाना चौंकाने वाले भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं तो दूसरी तरफ महाकुंभ को लेकर पैसों की लीपापोती की जा रही है। खुद बीजेपी के केंद्रीय मंत्री और हरिद्वार से निशंक हर की पैड़ी पर सौंदर्यकरण के काम को लेकर खुश नहीं हैं और कड़े शब्दों में अपनी नाराज़गी जाहिर कर चुके हैं । इसके अलावा लंबे समय से टी जे रोड में हुए भ्रष्टाचार मामले में, अपनी ही सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वाले पूरन फर्त्याल एक बार फिर बीजेपी अध्यक्ष के सामने इस मामले को उठा कर सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर कर दिया है।

भ्रष्टाचार को लेकर, सबसे बड़ा चौंकाने वाला मामला, कर्मकल्यान बोर्ड का है जहां, त्रिवेंद्र रावत के नाक के नीचे करोड़ों रुपए का लेनदेन हो जाता है वो भी ऐसे अस्पताल को जिसका कोई आस्तित्व ही नहीं। ऐसे एजेंसी को पैसा दिया जाता जो गैर सरकारी है। आखिर किसकी मिलीभगत से करोड़ों रुपए ऐसे अस्पताल को बोर्ड द्वारा दिया गया जो अस्पताल कागजों पर भी स्वीकृत नहीं है। सबसे बड़ा सवाल ये उठता है कि बोर्ड इस अस्पताल के लिए 50 करोड रुपये देने वाला था, जिसकी पहली किश्त, 20 करोड रुपये ईएसआई के बजाए निर्माण एजेंसी ब्रिज एंड रुफ नाम की एजेंसी को दे दिए। जिसके पीछे एक बहुत बडे भ्रष्टाचार की बू नजर आती है। आम आदमी पार्टी मुख्यमंत्री से पूछना चाहती है आखिर किसकी शह पर श्रमिकों के करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार हुआ, क्या आपको इसकी जानकारी नहीं थी ? आपका जीरो टॉलरेंस और सुशासन कहां था, जब ये करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार हो रहा था।

आप प्रवक्ता संजय भट्ट ने कहा, अगर किसी मुख्यमंत्री के नाक के नीचे ऐसे अस्पताल को जिसका आस्तित्व ही नहीं, करोड़ों दे दिए जाते और मुख्यमंत्री को पता ही नहीं चलता तो ऐसे व्यक्ति को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने का कोई अधिकार नहीं। आप मांग करती कर्म कल्याण से जुड़े तमाम दोषी लोगों और ,पूर्व अध्यक्ष, कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए और मुख्यमंत्री को जांच सीबीआई को देनी चाहिए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके ।

इसके अलावा टी जे रोड में हुए भ्रष्टाचार का मामला एक बार फिर बीजेपी विधायक पूरन फर्त्याल ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के सामने उठा कर, सरकार में हो रहे भ्रष्टाचार पर मुहर लगा दी। लंबे समय से इस मामले पर अपनी सरकार को कठघरे में खड़ा करने वाले विधायक फर्त्याल एक बार फिर टी जे रोड में हुए भ्रष्टाचार पर मुखर हैं जो ये बताने के लिए काफी है कि त्रिवेंद्र सरकार में भ्रष्टाचार करने वालों को शह दी जा रही है और जनता की गाढ़ी कमाई से खिलवाड़ हो रहा । वहीं महाकुंभ में सीएसआर फंड से हर की पैड़ी पर हो रहे सौंदर्यकरण के कामों को लेकर, बीजेपी के केंद्रीय मंत्री और हरिद्वार से सांसद निशंक भी विरोध के साथ अपनी सरकार के खिलाफ नाराजगी जता चुके हैं ।
त्रिवेंद्र सरकार महाकुंभ को लेकर सिवाय लीपापोती के कुछ नहीं कर रही। जिसका विरोध इनके लोग खुद कर रहे हैं।

आप प्रवक्ता ने कहा, त्रिवेंद्र राज मे भ्रष्टाचार फल फूल रहा है और सरकार जीरो टोलरेंस के जुमले से जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रही है। जीरो टॉलरेंस की बात कहने वाली सरकार अपनी ही कथनी और करनी पर घिर चुकी है। एक तरफ मुख्यमंत्री कहते हैं कि राज्य में भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, दूसरी तरफ भ्रष्टाचार के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। चाहे कर्मकार कल्याण बोर्ड हो, या टी जे रोड में हुए भ्रष्टाचार का मामला हो या फिर महाकुंभ में तैयारी के नाम पर चल रही लीपापोती हो। ये सारे मामले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के नाक के नीचे हो रहे और मुख्यमंत्री खामोश हैं। आप मुख्यमंत्री से सवाल पूछती है ,क्या यही है आपका जीरो टॉलरेंस जहां करोड़ों के घोटाले हो रहे,क्या यही है आपका जीरो टॉलरेंस जहां महीनों से आपके विधायक एक रोड में हुए करोड़ों के भ्रष्टाचार पर अपनी सरकार के खिलाफ खड़े हैं ,क्या यही है आपका जीरो टॉलरेंस जहां आपके मंत्री, विधायक आपके कामों पर सवाल उठा रहे । ये सब भ्रष्टाचार नहीं तो क्या है जहां आप के राज में करोड़ों का हेरफेर होता है, इसके अलावा आप राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा से भी सवाल पूछती है आप कहते है भ्रष्टाचार नहीं होना चाहिए और आपके मुख्यमंत्री खुद गले तक भ्रष्टाचार में डूबे हैं इसपर आप क्या कहेंगे?

आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रीय अध्यक्ष से कहा उत्तराखंड दौरे के दौरान, अपने मंत्रियों और मुख्यमंत्री को जरूर भ्रष्टाचार ना करने की नसीहत जरूर देना। क्योंकि आपके कुछ मंत्री और मुख्यमंत्री गले तक भ्रष्टाचार में डूबे हैं। प्रेस वार्ता में प्रदेश प्रवक्ता संजय भट्ट, सर्कल प्रभारी धर्मपुर सुशील सैनी, राजू सिंह मौजूद थे।

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