नई दिल्ली। भीषण महंगाई का सामना कर रहे देश के आम लोगों के लिए गुरुवार को राहत भरी खबर आई है। दरअसल आने वाले समय में खाद्य तेलों की कीमतों में कमी आ सकती है। इसका कारण यह है कि इंडोनेशिया ने पूर्व में लगाए गए पाम तेल के निर्यात पर लगे प्रतिबंध को हटाने का फैसला किया है।
इस संबंध में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक इंडोनेशिया ने 23 मई से पाम ऑयल पर लगे प्रतिबंध को हटाने की घोषणा की है। गुरुवार को देश के उद्योगपतियों ने राष्ट्रपति से निर्यात प्रतिबंध हटाने की मांग की थी, जिसके बाद यह बड़ा फैसला लिया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक निर्यात पर प्रतिबंध के बाद देश में स्टॉक फुल हो गया है, अगर पाबंदियां जारी रहीं तो इस सेक्टर को भारी नुकसान हो सकता है। यहां बता दें कि पाम तेल के सबसे बड़े उत्पादक इंडोनेशिया की सरकार ने 28 अप्रैल को पाम तेल के निर्यात पर रोक लगा दी थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, इंडोनेशिया में बंदरगाहों समेत करीब 60 लाख टन भंडारण क्षमता है। वहीं, प्रतिबंध के बाद मई की शुरुआत में ही घरेलू स्टॉक करीब 58 लाख टन पर पहुंच गया। इंडोनेशिया पाम ऑयल एसोसिएशन (GAPKI) द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, मार्च के अंत में घरेलू स्टॉक फरवरी में 5.05 मिलियन टन से बढ़कर 5.68 मिलियन टन हो गया। फिर निर्यात प्रतिबंध के बाद, स्टॉक लगभग भर गया है।
गौरतलब है कि इंडोनेशिया आमतौर पर अपने वार्षिक पाम तेल उत्पादन का केवल 35 प्रतिशत घरेलू स्तर पर उपयोग करता है। इसका उपयोग ज्यादातर भोजन और ईंधन के लिए किया जाता है। वहीं पाम तेल के लिए भारत की इंडोनेशिया पर ज्यादा निर्भरता है, ऐसे में निर्यात पर प्रतिबंध हटने से देश को राहत मिल सकती है। यहां बता दें कि भारत अपने पाम तेल का 70 फीसदी इंडोनेशिया से ही आयात करता है। जबकि 30 फीसदी आयात मलेशिया से होता है। वित्त वर्ष 2020-21 में भारत ने 83.1 लाख टन पाम तेल का आयात किया। इंडोनेशिया के प्रतिबंध हटाने के बाद कुछ राहत तो भारत को जरूर मिलेगी।
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