वाशिंगटन, एएनआइ। फेसबुक के स्वामित्व वाले इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफार्म वाट्सएप ने उसकी नई प्राइवेसी पालिसी स्वीकार नहीं करने वाले यूजर्स की सेवाएं सीमित करने के फैसले को वापस ले लिया है। इस महीने के शुरू में वाट्सएप ने कहा था कि अगर यूजर्स 15 मई तक उसकी नई प्राइवेसी पालिसी स्वीकार नहीं करते हैं तो उनके फीचर में धीरे-धीरे कटौती कर दी जाएगी। अब इस फैसले को वापस लेते हुए फेसबुक ने कहा है कि नई पालिसी स्वीकार नहीं करने वाले यूजर्स की सेवाओं को भी सीमित नहीं किया जाएगा।
फीचर में नहीं की जाएगी कटौती
अमेरिकी वेबसाइट ‘द वर्ज’ के मुताबिक वाट्सएप के प्रवक्ता ने कहा कि विभिन्न अधिकारियों और प्राइवेसी विशेषज्ञों के साथ हालिया चर्चाओं को देखते हुए, हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि अभी तक जिन लोगों ने अपडेट स्वीकार नहीं किया है, उनके फीचर में किसी तरह की कटौती नहीं की जाएगी और उनका वाट्सएप पहले की तरह ही काम करता रहेगा।
नई पॉलिसी को लेकर भ्रम
वाट्सएप की नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर भ्रम पैदा हो गई थी और यह चिंता जताई जा रही थी कि इंस्टेंट मैसेजिंग एप्लिकेशन यूजर्स का डाटा फेसबुक के साथ शेयर करने लगेगा। हालांकि, 2016 में सामने आई एक पालिसी के बाद यूजर्स के फोन नंबर समेत कुछ डाटा पहले से ही फेसबुक के साथ शेयर किए जा रहे हैं।
अब कही यह बात
वाट्सएप का कहना है कि पालिसी को अपडेट करने का डाटा शेयर करने से कुछ लेना देना नहीं है। इसका आशय वाट्सएप के जरिए भेजे जाने वाले मैसेज को फेसबुक के सरवर पर स्टोर करने से है।
इन कंपनियों ने उपलब्ध कराई जानकारी
वहीं ट्विटर की जिद अब तक जारी है। सरकार की ओर से भारतीय कानून कायदे के पालन की स्पष्ट चेतावनी के बावजूद ट्विटर ने शुक्रवार देर रात तक चीफ कंप्लायंस आफिसर एवं अन्य अधिकारियों की भारत में नियुक्ति नहीं की जबकि कू, शेयरचैट, टेलीग्राम, लिंक्डइन, गूगल, फेसबुक, वाट्सएप जैसी दूसरी तमाम इंटरनेट मीडिया कंपनियों ने सरकार को नए आइटी कानून के मुताबिक तैयारी की जानकारी उपलब्ध करा दी है।
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