घरेलू बाजार से ही उत्पादों की सोर्सिंग करेगी कंपनी
देहरादून, । भारत को वैश्विक बाजारों के लिए मैन्यूफैक्चरिंग हब के रूप में विकसित करने की सरकार की नीति का समर्थन करते हुए वालमार्ट ने यहां से होने वाले अपने निर्यात को अगले सात साल में तीन गुना वृद्धि करने की घोषणा की है। वालमार्ट ने वर्ष 2027 तक भारत से होने वाले अपने निर्यात को 10 अरब डालर सालाना तक पहुंचाने का निर्णय लिया है।
इस लक्ष्य को पाने में वालमार्ट घरेलू बाजार से उत्पादों की खरीद के कार्यक्रमों को भी गति देगी। निर्यात के संपूर्ण लक्ष्य की सोर्सिंग कंपनी घरेलू बाजार से ही करेगी। इसके लिए फ्लिपकार्ट समर्थ और वालमार्ट वृद्धि सप्लायर डवलपमेंट प्रोग्राम जैसे प्रयासों के साथ साथ भारत में सूक्ष्म, लघु और मध्यम आकार के उद्यमों (MSME) को वालमार्ट बढ़ावा देगी। सोर्सिंग के विस्तार में खाद्य, फार्मास्यूटिकल्स, कंज्यूमर उत्पाद, स्वास्थ्य और वैलनेस जैसी श्रेणियों में सैकड़ों नए सप्लायर विकसित करना और अपेरल, होमवेयर और अन्य प्रमुख भारतीय निर्यात श्रेणियों के साथ सामान्य उत्पाद भी शामिल होंगे।
“दुनिया भर में उपभोक्ताओं और कम्यूनिटी के वैल्यू एडीशन के लिए काम कर रहे एक अंतरराष्ट्रीय रिटेलर के रूप में वॉलमार्ट समझता है कि वैश्विक खुदरा क्षेत्र की सफलता के लिए स्थानीय उद्यमी और निर्माता महत्वपूर्ण हैं। और हम भारतीय आपूर्तिकर्ताओं के लिए अद्वितीय पैमाने और वैश्विक वितरण अवसर प्रदान करके अपने व्यवसाय को विकसित करने के लिए बड़ी संभावना देखते हैं। वॉलमार्ट इंक के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी डग मैकमिलन ने कहा,“ आने वाले वर्षों में भारत से होने वाले हमारे वार्षिक निर्यात काफी तेजी लाकर हम मेक इन इंडिया पहल का समर्थन कर रहे हैं और भारत में घर पर रोजगार और समृद्धि पैदा करते हुए अधिक स्थानीय व्यवसायों को अंतर्राष्ट्रीय ग्राहकों तक पहुंचने में मदद कर रहे हैं। यह वॉलमार्ट के लिए पूरे विश्व में लाखों ग्राहकों के लिए अधिक उच्च गुणवत्ता वाले, भारत निर्मित सामान लाने का एक तरीका भी है। ”
“फ्लिपकार्ट को हजारों भारतीय कंपनियों और कारीगरों के साथ काम करने पर गर्व है। हम एक मंच प्रदान करते हैं जो उन्हें अखिल भारतीय बाजार तक पहुंचने और वैश्विक बाजार के लिए अपने सभी महत्वपूर्ण ब्रांडिंग, विपणन, लॉजिस्टिक्स और कंप्लायंस क्षमताओं को परिष्कृत करने का अवसर देता है। फ्लिपकार्ट ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कल्याण कृष्णमूर्ति ने कहा कि हम वॉलमार्ट की मदद के लिए भारतीय कंपनियों को मेड इन इंडिया उत्पादों को वैश्विक स्तर पर ले जाने में मदद करते हैं।”
भारत से होने वाले अपने निर्यात में तेजी लाने के लिए वालमार्ट घरेलू स्तर पर सप्लाई चेन के इकोसिस्टम के विकास को मजबूती देगा। इसके लिए मौजूदा निर्यातकों को बढ़ावा देने के साथ साथ निर्यात को तैयार व्यवसायों की संख्या को भी विस्तार प्रदान किया जाएगा।
वॉलमार्ट पिछले 20 वर्षों से अधिक समय से भारतीय उत्पादों से उत्पादों की सोर्सिंग कर रही है। कंपनी की इस नीति से स्थानीय आपूर्तिकर्ताओं को अपने ऑपरेशन को अपग्रेड करने, अंतर्राष्ट्रीय मानकों को पूरा करने, नई उत्पाद लाइनों को विकसित करने और पैकेजिंग, मार्केटिंग, सप्लाई चेन मैनेजमेंट में नई क्षमताओं का निर्माण करने में सहायता मिली है। कंपनी भातीय सप्लायरों को मांग के पुर्वानुमानों के साथ वैश्विक बाजार की जानकारी उपलब्ध कराती है जो उन्हें रणनीतिक योजना के साथ काम करने में मदद करते हैं। इससे सैकड़ों कंपनियों को वैश्विक बाजार में सफलता प्राप्त करने में मदद मिली है जिनमें वेलस्पन, एलटी फूड्स और अनिकेत मेटल्स के साथ ग्लोबल ग्रीन जैसी तेजी से बढ़ती निर्यात कंपनी भी शामिल है।
वेलस्पन इंडिया की सीईओ और संयुक्त प्रबंध निदेशक दीपिका गोयनका ने कहा “जब से हम 1998 में वॉलमार्ट सप्लायर बने, वेलस्पन दुनिया के सबसे बड़े होम टेक्सटाइल निर्माता बन गए हैं, हम अपने उत्पादन का 94 परसेंट निर्यात करते हैं और 20,000 लोगों को रोजगार देते हैं, जिनमें से 25 परसेंट महिलाएं हैं।” हम गुणवत्ता, स्थिरता व विविधता और समावेशिता पर अपना ध्यान केंद्रित करने के लिए वॉलमार्ट के साथ अपने संबंधों का लाभ उठाने में सक्षम हैं। वेलस्पन एक देसी ब्रांड है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेक इन इंडिया की कहानी का उदाहरण है। इसके अलावा, हम चुनौतीपूर्ण समय के दौरान एक साथ भागीदार के रूप में खड़े हुए हैं। भारतीय आपूर्तिकर्ताओं के लिए वॉलमार्ट की विस्तारित प्रतिबद्धता के साथ, हम जानते हैं कि हम भविष्य में मिलकर आगे बढ़ेंगे। ”
जमीनी स्तर पर, वॉलमार्ट के आपूर्तिकर्ता विकास कार्यक्रम वृद्धि, को एक साल पहले लॉन्च किया गया था, जो भारत और दुनिया भर में वॉलमार्ट, फ्लिपकार्ट और अन्य कंपनियों के आपूर्तिकर्ताओं के रूप में सफल होने के लिए MSMEs को निर्यात कौशल और ज्ञान उपलब्ध करा रहा है। लक्ष्य है कि पांच वर्षों में घरेलू और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं के लिए मेक इन इंडिया के लिए 50,000 MSME को सशक्त बनाया जाए।
भारत पहले से ही वालमार्ट के शीर्ष सोर्सिंग बाजारों में से एक रहा है। कंपनी का भारत से निर्यात फिलहाल लगभग 3 अरब अमेरिकी डॉलर सालाना का है। भारत में निर्मित परिधान, होमवेयर, ज्वैलरी, हार्डलाइन और अन्य लोकप्रिय उत्पाद वर्तमान में अमेरिका, कनाडा, मैक्सिको, मध्य अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम सहित 14 बाजारों में बैंगलुरू स्थित वालमार्ट ग्लोबल सोर्सिंग ऑफिस के जरिए ग्राहकों तक पहुंचते हैं। अगले कुछ वर्षों में सोर्सिंग हब स्थानीय टीम को और भी अधिक स्थानीय व्यवसायों के लिए अधिक प्रभावी बनाने के लिए सशक्त बनाया जाएगा।
फ्लिपकार्ट 2027 तक घरेलू बाजार से 10 अरब डालर मूल्य के उत्पादों की सोर्सिंग करेगी
फ्लिपकार्ट की पेरेंट कंपनी वालमार्ट दो दशक से भारतीय उत्पादों की पहुंच वैश्विक बाजारों तक बनाने में मदद कर रही है
वालमार्ट पूरी दुनिया के अपने ग्राहकों के लिए भारत से उत्पादों की खरीद कर रही है। इसके लिए कंपनी ने बैंगलुरू में वर्ष 2002 में ग्लोबल सोर्सिंग ऑफिस स्थापित किया था। दुनिया भर में अब कंपनी के लिए भारत मुख्य सोर्सिंग बाजारों में से एक है।
कंपनी अभी भारत से 3 अरब डॉलर मूल्य के भारतीय उत्पादों का सालाना निर्यात करती है। इनमें अपेरल, होमवेयर, ज्वैलरी, फार्मा, फूड और कई अन्य उत्पाद शामिल हैं जिन्हें अमेरिका, कनाडा, मैक्सिको, मध्य अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम समेत 14 विदेशी बाजारों में निर्यात किया जाता है।
सैंकड़ों कंपनियों को निर्यात बाजार तक पहुंचाने में वालमार्ट ने मदद की है। वैलस्पन, एलटी फूड और अनिकेत मेटल्स जैसी कंपनियां तो अब वैश्विक बाजारों में अपना प्रमुख स्थान बना चुकी हैं। ग्लोबल ग्रीन कंपनी और ट्रोपिकूल फूड्स जैसी उभरती हुई कंपनियों की मदद जारी है।
फ्लिपकार्ट
वर्ष 2027 तक भारत से अपने सालाना निर्यात को तीन गुणा बढ़ाकर 10 अरब डालर करने को प्रतिबद्ध
कंपनी का बढ़ा हुआ निर्यात भारत में एमएसएमई सप्लायरों की संख्या का विस्तार करेगा। ये सभी सप्लायर वालमार्ट ग्लोबल सोर्सिंग, फ्लिपकार्ट मार्केट प्लेस पर विक्रेता के रूप में, फ्लिपकार्ट होलसेल बिजनेस के सप्लायर के तौर पर और वालमार्ट फाउंडेशन प्रोग्राम के साथ साथ वालमार्ट वृद्धि और फ्लिपकार्ट समर्थ जैसे कार्यक्रमों के साथ भी जुड़ेंगे।
हम भारत से होने वाले अपने निर्यात को विभिन्न श्रेणियों मसलन सामान्य उत्पादों के साथ साथ फूड, कंज्यूमर उत्पाद, स्वास्थ्य और वैलनेस में सोर्स करेंगे।
अपने निर्यात को 10 अरब डालर सालाना करके हम सरकार के मेक इन इंडिया अभियान को समर्थन दे रहे हैं और साथ ही स्थानीय व्यवसायों की पहुंच अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक बनाने में मदद कर रहे हैं। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार उत्पन्न होंगे जो आगे चलकर समृद्धि लाएगी। इससे वालमार्ट को उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों को अपने वैश्विक ग्राहकों तक पहुंचाने में भी मदद मिलेगी।
हम मौजूदा निर्यातकों को प्रोत्साहन देकर और निर्यात के लिए तैयार व्यवसायों को राष्ट्रीय पूल में शामिल करके भारत में सप्लाई चेन इकोसिस्टम को मजबूत बनाने की दिशा में भी काम कर रहे हैं।
अपने भारतीय सप्लायरों के साथ दीर्घकालिक भागीदारी होने के नाते हम उन्हें अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप काम करने और नए उत्पाद विकसित करने में मदद करते हैं। हम उनके साथ बाजार संबंधी जानकारी साझा करते हैं और उन्हें मांग के पूर्वानुमानों से भी अवगत कराते हैं ताकि उन्हें अपनी बिजनेस रणनीति बनाने में मदद मिले।
हमारा सप्लायर डवलपमेंट प्रोग्राम वृद्धि जो दिसंबर 2019 में लांच हुआ था, एमएसएमई को वालमार्ट, फ्लिपकार्ट और अन्य कंपनियों का सप्लायर बनने के लिए प्रशिक्षण देता है। कंपनी का लक्ष्य अगले पांच वर्ष में 50000 एमएसएमई को प्रशिक्षित करने का है।
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