देहरादून, पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड अशोक कुमार द्वारा सरदार पटेल भवन स्थित सभागार में अपराध, कार्मिक, बजट एवं विशेष अभियानों- ऑपरेशन प्रहार, ऑपरेशन स्माइल और ऑपरेशन मुक्ति की समीक्षा कर दिशा-निर्देश दिये गये। डीजीपी अशोक कुमार ने 49वीं अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस और माननीय प्रधानमंत्री जी व माननीय गृह मंत्री जी के भम्रण को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए सभी अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस वर्ष (माह जनवरी से सितम्बर 2023 तक) अपराध नियंत्रण एवं अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही में प्रोफोशनली काफी अच्छा काम हुआ है। प्रदेश को अपराध एवं अपराधी मुक्त बनाने के लिए उत्तराखण्ड पुलिस कटिबद्ध है। हत्या, लूट, डकैती, चैन स्नैचिंग, आदि अपराधों के अनावरण एवं बरामदगी का प्रतिशत काफी अच्छा है।
डकैती एवं वाहन लूट के अभियोगों के शत प्रतिशत अनावरण एवं बरामदगी, लूट में 94 प्रतिशत अनावरण व 96 प्रतिशत बरामदगी करने के लिए सभी जनपद प्रभारियों को बधाई। जिन जनपदों में प्रतिशत कम है, वहां प्रोफेशनली पुलिसिंग से प्रतिशत बढ़ाया जाए। अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था इसकी मासिक समीक्षा करें। अच्छा कार्य करने वाले जनपद प्रभारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।
+ऑपरेशन प्रहार के अन्तर्गत कुछ जनपदों ने काफी अच्छा कार्य किया है। हरिद्वार, पौड़ी गढ़वाल, उत्तरकाशी, चम्पावत व पिथौरागढ़ की कार्यवाही प्रशंसनीय है। शेष जनपद भी अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध चलाये जा रहे इस विशेष अभियान में कार्यवाही बढ़ाएं। संगठित अपराध करने वालों पर गैंगस्टर एक्ट व सम्पत्ति अधिग्रहण की कार्यवाही बढ़ाने, एनडीपीएस एक्ट के अन्तर्गत पिट एनडीपीएस और अवैध रूप से अर्जित की गयी सम्पत्ति के अधिग्रहण की कार्यवाही को बढ़ाने और इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी बढ़ाने के निर्देश दिए। वांछित अपराधियों पर इनाम घोषित करने और इनाम की धनराशि बढाए जाने के भी निर्देश दिए।
+उत्तराखण्ड पुलिस एप स्मार्ट पुलिसिंग की ओर एक बड़ा कदम है। आम जन को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य यह एप बनाया गया है। सभी जनपद प्रभारी इस एप का व्यापक प्रचार-प्रसार करें, जिससे अधिक से अधिक लोग इसकी सुविधाओं का लाभ उठा सकें। वाहन चोरी और गुमशुदा वस्तुओं के संबंध में ऑनलाइन एफआईआर (ई-एफआईआर) दर्ज करें। इस सम्बन्ध में थाने पर आकर एफआईआर दर्ज कराने आने वाले व्यक्ति को ऑनलाइन एफआईआर दर्ज कराने हेतु प्रोत्साहित करें। दोनों प्ररिक्षेत्र प्रभारी इसकी मॉनिटरिंग करें। महिला सुरक्षा के दृष्टिगत गौरा शक्ति मॉड्यूल में रजिस्ट्रेशन को बढ़ाया जाए। रजिस्टर्ड महिलाओं के साथ समन्वय कर उनकी शिकायत के समाधान करते हुए उन्हें सुरक्षित महसूस कराया जाए। साथ ही कॉल बैक का प्रतिशत भी बढ़ाया जाए।
+दोनों परिक्षेत्र प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि अपने-अपने परिक्षेत्र में 01 से 03 वर्ष तक की लंबित पड़ी विवेचनाओं को स्वयं मॉनिटर कर ओ0आर0 करें। अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था इसकी समीक्षा करें।
+वर्तमान में साइबर क्राइम देश में सबसे बड़ा उभरता हुआ क्राइम है। सभी जनपद प्रभारी इसे प्राथमिकता पर लें। इसकी गंभीरता को देखते हुए साइबर शिकायतों की नियमित निगरानी और अंतरराज्यीय समन्वय हेतु प्रयोगात्मक तौर पर पुलिस महानिरीक्षक, पी/एम- श्री नीलेश आनन्द भरणे को नियमित रूप से इसकी समीक्षा करने हेतु निर्देशित किया गया।
+प्रत्येक जनपद में एक साइबर थाना स्थापित किये जाने हेतु शासन को प्रस्ताव भेजे जाने का निर्णय लिया गया।
+डायल 112 से प्राप्त होने वाली सूचनाओं पर त्वरित कार्यवाही करने, रिस्पोंस टाईम और क्वालिटी ऑफ रिस्पोंस को बेहतर करने हेतु निर्देशित किया गया।
+सीएम हेल्पलाइन सहित समस्त शिकायतों के निस्तारण का प्रतिशत बढ़ाया जाये।
+वर्तमान में प्रदेश के राजमार्गों में काफी परिवर्तन आये हैं। साथ ही नए राजमार्गों का भी निर्माण हुआ है। सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत इनके अनुसार दुघर्टना सम्भावति क्षेत्रों एवं ड्यूटी प्वाइंट्स को चिन्हित कर लिया जाए। सड़क दुर्घटना के मुख्य कारणों जैसे रैश/स्टंट ड्राइविंग, नशे की हालत में वाहन चलाना, वाहन चलाते हुए मोबाइल पर बात करना, ओवर लोडिंग, ओवर स्पीडिंग आदि पर फोकस करें। इन पर चालान करें। ट्रैफिक चालान संबंधी शिकायतों पर पुलिस महानिदेशक महोदय द्वारा सख्त हिदायत देते हुए निर्देश दिया गया कि आधिकारिक बैंक अकाउन्ट में ही ऑनलाइन चालान का पैसा जमा कराया जाए। ऑनलाइन न होने की दशा में कैश चालान किया जाए।
+सोशल मीडिया पर राष्ट्र विरोधी, साम्प्रदायिक एवं फेक न्यूज प्रसारित करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही की जाए। साथ ही कानून एवं शान्ति व्यवस्था प्रभावित करने वाली फेक न्यूज का खण्डन करते हुए उनका समय से कान्उटर भी किया जाए।
+पर्वतीय जनपदों में भी सीसीटीवी नेटवर्क बढ़ाने हेतु निर्देशित किया गया।
+बलात्कार, पोक्सो एक्ट एवं एससी/एसटी एक्ट से सम्बन्धित अभियोगों का 02 माह के भीतर निस्तारण करने हेतु समस्त जनपद प्रभारियों को सख्त हिदायत दी गयी।
+एनबीडब्ल्यू के तामील में नाराजगी व्यक्त करते हुए तामील का प्रतिशत बढ़ाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर इस अवसर पर पीवीके प्रसाद, अपर पुलिस महानिदेशक, पीएसी, अभिनव कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, अभिसूचना एवं सुरक्षा वी मुरूगेशन, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस दूरसंचार, ए पी अंशुमान, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था विम्मी सचदेवा, पुलिस महानिरीक्षक, मुख्यालय नीरू गर्ग, पुलिस महानिरीक्षक, फायर, कृष्ण कुमार वीके, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस दूरसंचार, मुख्तार मोहसिन, पुलिस महानिरीक्षक/निदेशक यातायात, नीलेश आनन्द भरणे, पुलिस महानिरीक्षक, पी/एम, करन सिंह नगन्याल, पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र सहित अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।
उत्तराखंड में गढ़वाल की प्रसिद्ध रामलीला का हुआ शुभारंभ, कैलाश लीला व राम–सीता जन्म का हुआ मंचन
देहरादून, श्री रामकृष्ण लीला समिति टिहरी 1952 द्वारा गढ़वाल की ऐतिहासिक राजधानी – पुरानी टिहरी की 1952 से होने वाली प्राचीन रामलीला को टिहरी के जलमग्न होने के बाद देहरादून में पुर्नजीवित करने का संकल्प लिया है और इस हेतु देहरादून के टिहरी-नगर के आजाद मैदान, अजबपुर कलां, दून यूनिवर्सिटी में 11 दिन की ‘ भव्य रामलीला ‘ का आयोजन शारदीय नवरात्रों में 15 अक्टूबर से शुरू हो गया जो 25 अक्टूबर तक चलेगा।
श्री रामकृष्ण लीला समिति टिहरी 1952, देहरादून के अध्यक्ष अभिनव थापर ने कहा की टिहरी गढ़वाल की ऐतेहासिक रामलीला 1952 से पुरानी टिहरी के ‘आजाद मैदान’ में 2002 तक टिहरी के डूबने तक होती रही और टिहरी के जलमग्र होने के बाद अब टिहरी विस्थापितों ने देहरादून में इसको 21 वर्षो बाद पुनर्जीवित करने का निर्णय किया है। इससे टिहरी गढ़वाल के इतिहास को पुनर्जीवित करने का मौका मिलेगा और आने वाली पीढ़ियों के लिए मनोरंजन से अपने इतिहास और सनातन धर्म की परंपराओं के साथ जुड़ने का अवसर भी मिलेगा।
रामलीला के प्रथम दिवस में कैलाश लीला व राम–सीता जन्म का मंचन हुआ। 1973 के 50 साल बाद टिहरी की रामलीला के प्रसिद्ध कलाकार बचेन्द्र कुमार पांडे ने दशहरा के रूप में मंच पर उतरकर इतिहास रच दिया। इस बार रामलीला में विशेष आकर्षण के रूप में उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार “Laser Show” Digital Live Telecast का प्रसारण भी किया जा रहा ।
उल्लेखनीय है की अजबपुर, देहरादून स्थित ” टिहरी नगर ” में रामलीला में चौपाई, कथा, संवाद,मंचन आदि सब पुरानी टिहरी की 1952 से चली आ रही प्रसिद्ध व प्राचीन रामलीला के जैसा ही हुआ, जिससे गढ़वाल के लोगों का अपनत्व देहरादून में भी जुड़ा रहे। अतिथिगणों में विधायक किशोर उपाध्याय जी, विनोद चमोली जी, विक्रम सिंह नेगी जी, व अन्य ने भाग लिया।कार्यक्रम में अमित पंत, गिरीश चंद्र पांडेय, आदि ने भाग लिया।
रावण ने तपस्या कर पाया शिव से वरदान, रामजन्म के साथ हुई कर्नाटक खोला की रामलीला प्रारम्भ
अल्मोड़ा, श्री कर्नाटक खोला रामलीला कमेटी द्वारा रामधुन और सरस्वती वंदना के साथ रामलीला का शुभारंभ किया गया।जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में सामाजिक कार्यकर्ता उमेश बौनी तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में मंजू राणा उपस्थित रही।
रविवार प्रथम दिवस की रामलीला के मुख्य आकर्षण रावण, कुम्भकरण, विभीषण की तपस्या,देवों के देव महादेव से वरदान प्राप्त करना,नारद मुनि के कहने कर शिव के धाम कैलाश को लंका ले जाने का प्रयास करने पर शिव का क्रोधित होना,राजा दशरथ द्वारा किये गये यज्ञ के प्रताप से राम,लक्ष्मण,भरत, शत्रुघ्न का जन्म,राजा जनक के हल चलाने से सीता जन्म,इनके जन्म की प्रसन्नता पर सुन्दर मंगलगीतों का गायन,देवगणों द्वारा स्तुति आदि प्रस्तुतियां दी गयी।
दशानन रावण के किरदार में वरिष्ठ रंगकर्मी बिट्ट् कर्नाटक,कुम्भकरण के किरदार को सन्तोष जोशी,विभीषण के किरदार को भुवनेश काण्डपाल,शिव के किरदार को एस. एस. कपकोटी,पार्वती के किरदार को नेहा जोशी,नारद के किरदार को अमर बोरा,जनक के किरदार को अशोक बनकोटी,दशरथ के किरदार को अभिषेक नेगी ने निभाया।लता नैनवाल कौशल्या के रूप में,कैकेई के रूप में हिमांशी अधिकारी,
सुमित्रा के रूप में मेघा काण्डपाल ने खूब तालियां बटोरी। रामजन्म पर रीता पाण्डेय,पारू उप्रेती,आशा मेहता,मीना भट्ट,रेखा जोशी ने मंगलगीत गाए।
देवगणों का किरदार मीनाक्षी,मेघना, वैष्णवी,भूमिका,कशिश,नब्या,रक्षिता,पायल,निशा ने निभाया।मुनियों के वेश में तनोज कर्नाटक,कमल जोशी,रावण दूत के रूप में भुवनेश काण्डपाल,अनिल जोशी तथा
ब्रह्मा के रूप में सुनीता पालीवाल मंच पर नजर आए।दशानन रावण के किरदार को देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग जुटे। रावण के संवाद लाउडस्पीकरों के माध्यम से पूरे इलाकों में गूंजते रहे जिनका दर्शकों ने जमकर लुत्फ उठाया।
हल्की ठंड के बाबजूद दर्शक अपनी जगह पर डटे रहे।मंच पर पड़ने वाली लाईट और प्रोजेक्टर की कलाकारी भी काफी आकर्षण का केन्द्र रही जिसका संचालन विधिवत रूप से डाक्टर करन कर्नाटक ने किया। रामलीला का प्रसारण फेसबुक लाईव के माध्यम से भी किया गया।
मंच व्यवस्था में मुख्य रूप से देवेन्द्र प्रसाद कर्नाटक, अखिलेश थापा, त्रिभुवन अधिकारी, रमेश जोशी,हेम पांडे, हेम जोशी, गौरव कांडपाल,भुवन चंद्र कर्नाटक, हंसा दत्त कर्नाटक, लीलाधर कांडपाल,पूरन चन्द तिवारी,एम.सी.कांडपाल, राजीव कर्नाटक, दीपांशु पांडे आदि उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन गीतांजलि पांडे द्वारा किए गया।
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