देहरादून, उत्तराखंड आंदोलनकारी संयुक्त परिषद ने उत्तराखण्ड़ सचिवालय संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष सुनील लखेड़ा का सम्मान किया, सम्मान समारोह ऑफिसर ट्रांजिस्ट हॉस्टल रेस कोर्स में संपन्न हुआ, इस अवसर पर सुनील लखेड़ा ने कहा कि वह सचिवालय के साथ ही समस्त राज्य आंदोलनकारी की समस्याओं का समाधान का प्रयास करेंगे | इस अवसर पर भाजपा नेता रविंद्र जुगरान ने कहा कि आंदोलनकारी का सपना साकार करने के लिए जो भी सचिवालय संघ प्रयास करेगा उसमें वह बहुत जोर तरीके से साथ देंगे, इस पर प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री अजय राणा जी ने श्री सुनील लखेड़ा का स्वागत करते हुए कहा कि हमें विश्वास है कि आंदोलनकारी की समस्याओं का समाधान किया जाएगा | इस अवसर पर उत्तराखंड संयुक्त परिषद के संरक्षक नवनीत गोसांई व जिला अध्यक्ष सुरेश कुमार ,गणेश डंगवाल, दिनेश जोशी, धर्मानंद भट्ट ,अमित डगवाल विपिन जोशी ,लक्ष्मी प्रसाद थपलियाल, जगदीश रतूड़ी ,प्रवीण गोसाई, अमित परमार , जितेन्द्र चौहान, आंदोलनकारी मंच के जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती विपिन नेगी ,आनंद सिंह पुंडीर ,दीपक बरतवाल ,नरेंद्र सिंह नेगी, बालेश बवानियां,पारुल बिष्ट शांति प्रसाद बिजलवाण प्रसन्न लखेड़ा पंकज कौटियाल ज्योति बलूनी सतीश राणा कोटी गिरीश रतूड़ी व सचिवालय कर्मचारी बच्ची सिंह बिष्ट देवेंद्र रावत पुष्कर सिंह नेगी आदि सभी शामिल रहे |
“भूमि प्रबंधन के लिए नर्सरी प्रौद्योगिकी और कृषि वानिकी” पर सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन
देहरादून, भावाअशिप वन अनुसंधान संस्थान द्वारा ‘कृषि उच्च शिक्षा परियोजना एवं संस्थागत विकास योजना’ के तहत चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर बावल के स्नातक छात्रों के लिये आयोजित सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आज समापन हो गया।
इसी माह 11 से 17 सितम्बर तक चले इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान की निदेशक डॉ. रेनू सिंह, आईएफएस द्वारा किया गया था। अपने उद्बोधन में उन्होंने कृषि वानिकी प्रजातियों की बेहतर गुणवत्ता वाली पौध उगाने और उनके प्रबंधन के लिए हाई-टेक नर्सरी के विकास के महत्व और आवश्यकता पर बात की। उन्होंने यह भी बताया कि भूमि प्रबंधन और आय बढ़ाकर आजीविका सुधार के लिए कृषि वानिकी बेहतर विकल्प है और कहा कि छात्र अपने आसपास के किसानों को प्रेरित करके कृषि वानिकी के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
दो पारी में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में तकनीकी सत्रों के दौरान विषय विशेषज्ञों ने कृषि वानिकी प्रजातियों की गुणवत्तापूर्ण पौध के उत्पादन के लिए हाई-टेक नर्सरी के विकास और उनकी प्रबंधन तकनीकों के विभिन्न पहलुओं पर व्याख्यान दिए गये। इसके साथ ही मृदा सुधार के साथ भूमि प्रबंधन के लिए पारंपरिक से आधुनिक वैज्ञानिक कृषि वानिकी तक की यात्रा के साथ कृषि वानिकी की मूल अवधारणा और उत्पत्ति के बारे में भी बताया। विद्यार्थियों को एकीकृत कीट एवं रोग प्रबंधन पर भी जानकारी प्रदान की गई।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत छात्रों के लिए हरिद्वार के आसपास के कृषि वानिकी समृद्ध क्षेत्रों का एक क्षेत्रीय दौरा भी आयोजित किया गया, जहां उन्होंने कृषि विज्ञान केंद्र, धनौरी, हरिद्वार का भी दौरा किया और कृषि प्रबंधन पर अद्यतन जानकारी प्राप्त की। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान छात्रों के अनुभव साझा करने के लिए उनकी प्रतिक्रिया और विचार हेतु एक सत्र का आयोजन भी किया गया।
कार्यक्रम के समापन सत्र में डॉ. अनिल मलिक, सहायक प्रोफेसर, कृषि विस्तार विभाग, सीसीएसएचएयू कृषि महाविद्यालय, बावल ने भी अपने विचार व्यक्त किये। सभी विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किये गये।
प्रशिक्षण कार्यक्रम संस्थान के विस्तार प्रभाग के वैज्ञानिक-एफ, डॉ. चरण सिंह के समग्र समन्वय के तहत आयोजित किया गया। टीम के अन्य सदस्यों में रामबीर सिंह, वैज्ञानिक-ई, श्विजय कुमार, सहायक वन संरक्षक, प्रीत पाल सिंह, वन रेंज अधिकारी और अन्य सदस्यों ने सुश्री ऋचा मिश्रा आईएफएस, प्रमुख विस्तार प्रभाग के कुशल मार्गदर्शन में सम्पूर्ण कार्यक्रम को सफलतापूर्वक सम्पन्न किया।
राज्य आंदोलनकारियों की महा पंचायत, क्षैतिज आरक्षण की मांग को लेकर राज्यव्यापी आंदोलन की तैयारी
देहरादून, क्षैतिज आरक्षण लागू न करने पर चिन्हीकरण राज्य आंदोलनकारी संयुक्त समिति ने नाराजगी जताई है, आंदोलनकारियों ने महापंचायत कर सरकार के खिलाफ एकजुट होने का फैसला लिया है और 15 दिन के भीतर मांग पूरी न करने पर उन्होंने प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी है |
कचहरी स्थित शहीद स्मारक में शुक्रवार को आंदोलनकारी संयुक्त समिति के बैनर तले विभिन्न संगठनों की एक बैठक आयोजित की |
जिसमें समिति के महामंत्री नवीन नैथानी ने आरोप लगाया कि सरकार आंदोलनकारियों का उत्पीड़न कर रही है | वहीं राज्य आंदोलनकारी जितेन्द्र चौहान ‘जित्ती’ ने कहा कि क्षैतिज आरक्षण सीधे लागू करने के बजाय प्रवर समिति को सौंप दिया है | बैठक में राज्य आंदोलनकारियों का चिन्हीकरण, पैन्शन में बढ़ोतरी की भी मांग महा पंचायत में उठाई गयी | महापंचायत में निर्धारित तिथि तक मांग पूरी न होने पर 30 सितम्बर से आंदोलन करने का ऐलान किया |
इस अवसर पर जबरसिंह पावेल, शिव कुमार कटियार, नवनीत गुसांई, प्रेमसिंह नेगी, हरि प्रकाश शर्मा, क्रांति कुकरेती, अंबुज शर्मा, प्रभात डंडरियाल, जानकी प्रसाद, विमला रावत, एकादशी देवी, राकेश मोहन बछेती, प्रभा नैथानी, गीता नेगी समेत कई राज्य आंदोलनकारी लोग मौजूद रहे |
सेवानिवृत्त राजकीय पेंशनर्स संगठन की बैठक : बुजुर्गों को आंदोलन के लिए विवश न करे सरकार : कृषाली
पेंशनर्स संगठन की बैठक में आंदोलन को अंतिम रूप देने पर विचार
टिहरी (नरेन्द्रनगर), सरकार व संबंधित विभाग बुजुर्ग पेंशनरों की समस्याओं को सुलझाने के बजाय उलझाने में ज्यादा दिलचस्पी दे रही है, यदि ऐसा ना होता तो छोटी-छोटी समस्याएं विगत वर्षों से आज भी लंबित न पड़ी होती।
यह बात सेवानिवृत्त राजकीय पेंशनर्स संगठन के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह कृषाली ने शाखा संगठनों की ताबड़तोड़ बैठकें लेते हुए नरेंद्रनगर, मुनीकीरेती-ढालवाला, ऋषिकेश ग्रामीण व ऋषिकेश नगर के शाखा संगठनों की बैठकों को संबोधित करते हुए कही।
प्रदेश अध्यक्ष कृषाली ने कहा कि गोल्डन कार्ड सहित अनेक तरह की समस्याओं को सुलझाने के बजाय उलझाया जा रहा है। जिससे सेवानिवृत्त बुजुर्गों में रोश व्याप्त है। लिहाजा मामले नहीं सुलटाये जाते तो आंदोलन ही विकल्प बचा है।
प्रदेश महासचिव गिरीश चंद्र भट्ट ने संगठन द्वारा सरकार व विभाग से की गई वार्ताओं, उपलब्धियों व समस्याओं के बारे में विस्तृत जानकारियां दी।
वहीं संघ के प्रदेश संरक्षक आर एस परिहार ने कहा कि अब तक हुई समस्याओं का निदान संगठन के बलबूते ही किया गया है।
शिक्षक संघ के पूर्व प्रदेश मंत्री वाचस्पति रयाल ने मांग करते हुए कहा कि चिकित्सा सम्बन्धी अंशदान के नाम पर की जा रही कटौतियों की लेखा-जोखा की स्लिप पेंशनरों को प्रति माह उपलब्ध कराई जानी चाहिए, उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि 22 साल की उम्र में नौकरी पाने वाला, स्वस्थ रहते हुए, बगैर इलाज कराये व्यक्ति अचानक 90 साल की उम्र में परलोक सिधार जाता है व उसके बच्चे 2 जून की रोटी के लिए मोहताज हैं, ऐसे में क्या उस मृतक की अंशदान की कटौती जो सरकारी खाते में जमा है, क्या उसके बच्चों को नहीं दी जानी चाहिए । रयाल ने उक्त दोनों मांगों को मांग पत्र में शामिल करने की मांग करते हुए, सरकार से मनवाये जाने की मांग की।
बताते चलें कि संगठन की प्रमुख मांगों में जिला,ब्लाक व तहसील स्तर पर देहरादून जनपद की तरह गोल्डन कार्ड की समस्याओं के निराकरण हेतु प्रदेश भर के अन्य जनपदों में भी कैंप लगाए जाने, त्रुटि पूर्ण पेंशन निर्धारण को सही किए जाने, त्रुटि वस अधिक की गई कटौती को मय ब्याज वापस कराए जाने, गोल्डन कार्ड से वंचितों के कार्ड बनाए जाने, चिकित्सा प्रतिपूर्ति का समय से भुगतान किए जाने, आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक व यूनानी विधि से इलाज कराने वालों को चिकित्सा प्रतिपूर्ति अनुमन्य कराये जाने, चिकित्सा सुविधा में आ रही अड़चनों को व्यवहारिक बनाए जाने, सेवारतों के मुकाबले सेवानिवृत्तों की अंशदान कटौती 50% से कम किए जाने आदि मांगे शामिल हैं।
उक्त कई मांगों के लंबे समय से निस्तारण न होने पर सेवानिवृत्त बुजुर्गों में आक्रोश के साथ युवाओं जैसा जोश देखने को मिल रहा था। मांगों के ना माने जाने पर प्रदेश संगठन के पदाधिकारी प्रदेश भर के जिलों, तहसीलों और ब्लॉकों में जाकर संगठन की छोटी इकाइयों की बैठकें लेते आ रहे हैं।
बैठकों को संबोधित करने वालों में प्रदेश उपाध्यक्ष कुसुम शर्मा,प्रदेश प्रवक्ता जबर सिंह पंवार के अलावा
शाखा संगठन नरेंद्रनगर के अध्यक्ष प्रकाश कांत ध्यानी, सचिव रघुवीर सिंह भंडारी, डोईवाला शाखा अध्यक्ष धर्म सिंह कृषाली,मंत्री सोहन सिंह नेगी,ऋषिकेश ग्रामीण के कांता प्रसाद जोशी, मंत्री सबल सिंह राणा, ढालवाला मुनि की रीति के अध्यक्ष शूरवीर सिंह चौहान व मंत्री वीरेंद्र पोखरियाल आदि शामिल थे।
शाखा संगठनों ने प्रदेश पदाधिकारियों के शाखाओं में आगमन पर फूल मालाओं सहित उनका स्वागत किया गया।
संगठन की प्रदेश पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार लंबित प्रकरणों पर निस्तारण की कार्रवाई नहीं करती तो जल्द प्रदेश व्यापी आंदोलन किया जाएगा।
बैठक में प्रदेश कोषाध्यक्ष एम एस गुसाईं, कन्हैयालाल सेमवाल, राजेंद्र, लक्ष्मण नेगी, सुंदर सिंह रावत, प्रेम बहादुर थापा, सुंदरलाल बिजल्वाण,खुशीराम कुकरेती, शीला रतूड़ी ,राधा रानी, विजेंद्र सिंह रावत, भोला सिंह बिष्ट व देवेंद्र दत्त जोशी आदि बड़ी संख्या में संघनिष्ठ सदस्य मौजूद थे।
अति उत्साह पड़ा महंगा, भ्रमित विज्ञापन प्रकाशित कराने पर प्रव्या डेवलपर्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज
देहरादून, राजधानी में एक प्रॉपर्टी डीलर ने अति उत्साह दिखाना पड़ा महंगा और हो गये विधिक कार्रवाई करने के निर्देश |
हुआ यूं इस प्राॕपर्टी डीलर ने एक विज्ञापन पर देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के साथ एसएसपी देहरादून की फोटो भी प्रकाशित कर दी। फोटो में एसएसपी का पद भी महानिरीक्षक दिखाया गया। समाचार पत्रों में भ्रामक विज्ञापन छापने का पीआरओ शाखा(वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय) द्वारा संज्ञान लिया और एसएसपी ने प्रॉपर्टी डीलर के खिलाफ विधिक कार्रवाई करने के निर्देश थाना नेहरू कॉलोनी को दे दिए।
प्रव्या डेवलपर्स के खिलाफ पुलिस की छवि धूमिल करने वालों पर कानूनी कार्यवाही के निर्देश :
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि रविवार17 सितम्बर को समाचार पत्रों में भ्रामक विज्ञापन छापने का पीआरओ शाखा (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय) द्वारा संज्ञान लिया गया। अखबारों में अमित कुमार, प्रव्या डेवलपर्स द्वारा अपने व्यक्तिगत व व्यापारिक हितों के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के फोटो व उनके पद को बढ़ा चढ़ाकर आईजी लिखते हुए भ्रामक विज्ञापन राष्ट्रीय दैनिक अखबारों में प्रकाशित कराया गया। अखबार में भ्रामक प्रचार करना, अपने व्यक्तिगत व्यापारिक हित के लिए सरकारी अधिकारी की फोटो और गलत पद लिख कर पुलिस की छवि धूमिल करने वालों पर कानूनी कार्यवाही के लिए थाने को निर्देशित किया गया है
इस विज्ञापन में देश के प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री का फ़ोटो भी प्रकाशित कर शुभकामनाएं दी गई। एसएसपी ने इस संबंध में प्रव्या डेवलपर्स के प्रोपराइटर अमित पुत्र राम प्रकाश सिंह निवासी नेहरू कॉलोनी के विरुद्ध विधिक कार्यवाही के निर्देश दिये हैं। अखबार में भ्रामक प्रचार करना अपने व्यक्तिगत व्यापारिक हित के लिए सरकारी अधिकारी की फोटो और गलत पद लिख कर पुलिस की छवि धूमिल करना कानूनी रूप से अपराध है। बहरहाल इस मामले में नेहरू कॉलोनी पुलिस क्या कार्रवाई करती है, इस पर सभी की निगाहें टिकी हैं।
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