Thursday, April 25, 2024
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उत्तराखण्ड़ : नेतृत्व परिवर्तन के बाद विस का यह पहला सत्र, दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि के बाद हुआ शुरू

देहरादून, उत्तराखंड विधान सभा का आज से मानसून सत्र शुरू हो गया | विधानसभा के पांच दिनी मानसूनम सत्र की शुरुआत पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश समेत दिवंगत विधायकों को श्रद्धांजलि देने से हुई। नेताओं ने इंदिरा हृदयेश, गोपाल रावत, अमरीश कुमार, नरेंद्र भंडारी, कल्याण सिंह, बच्ची सिंह रावत,और श्रीचंद को श्रद्धांजलि दी। जबकि, विपक्ष ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हो रहे सत्र में सरकार को घेरने और सरकार ने पलटवार की पूरी तैयारी कर ली है। सत्र के दौरान अनुपूरक बजट, दो सरकारी व दो असरकारी विधेयक भी पेश किए जाएंगे। सत्ता पक्ष और विपक्ष के 19 विधायकों ने सत्र के लिए 788 सवाल लगाए हैं।May be an image of 3 people and people standing
विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन कांग्रेस प्रदेश में कोरोना महामारी के मुद्दे पर काम रोको प्रस्ताव के जरिए उत्तराखंड सरकार को घेरेगी।

कांग्रेस विधानमंडल दल की बैठक में यह निर्णय किया। इसके साथ ही शून्यकाल के दौरान महंगाई, भ्रष्टाचार, किसानों की कर्ज माफी, महिला उत्पीड़न समेत कई अहम मुद्दों को भी उठाया जाएगा। बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि कोरोना महामारी के नियंत्रण में सरकार पूरी तरह से विफल रही। संक्रमित लोगों को उपचार देने के बजाए सरकार ने भगवान के भरोसे छोड़ दिया था। जिस वक्त सरकार के नुमाइंदों की जनता को सबसे ज्यादा जरूरत थी, उस वक्त वे कहीं नजर तक नहीं आए |

हरिद्वार में कुंभ के दौरान कोरोना जांच में ही बड़ा भ्रष्टाचार भी कर डाला। प्रीतम ने कहा कि बिना जांच किए ही लोगों को फर्जी रिपोर्ट देकर सरकार ने कोरोना को महामारी में तब्दील करने का काम किया। कहा कि सरकार प्रदेश के पर्वतीय जिलों में विकास करने में पूरी तरह से विफल साबित हुई है। देश भर में लाखों लोगों की जिंदगी को खतरे में डाल दिया। यह केवल आर्थिक भ्रष्टाचार भर ही नहीं है। बल्कि संपूर्ण मानवता के प्रति अपराध भी है। कांग्रेस सदन में सरकार से कोरोना संक्रमण में विफलता और जांच घोटाले पर जवाब मांगेगी। नेताओं ने चिंता जताई कि प्रदेश में सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य का बुरा हाल है, जबकि बेरोजगारी की रफ्तार में भी लगातार इजाफा हो रहा है।

10 में से छह विधायक रहे मौजूद : विधानमंडल दल की बैठक में प्रीतम समेत छह विधायक शामिल रहे। काजी निजामुद्दीन, मनोज रावत पारिवारिक वजह से शामिल नहीं हो पाए थे। जबकि गोविंद सिंह कुंजवाल और हरीश धामी के देर रात तक दून पहुंचने की उम्मीद है।

प्रीतम कैंप के कार्यकारी अध्यक्ष भी रहे शामिल:विधानमंडल दल की बैठक में कांग्रेस के नवनियुक्त कार्यकारी अध्यक्ष रणजीत सिंह रावत, प्रो. जीतराम और भुवन कापड़ी भी मौजूद रहे। ये तीनों प्रीतम कैंप के माने जाते हैं |

सोमवार को ही कार्य मंत्रणा समिति की बैठक दोबारा होगी जिसमें सत्र के आगामी कार्यक्रम तय होंगे। 23 से 27 अगस्त तक चलने वाले सत्र में अनुपूरक बजट के साथ कई विधेयक पटल पर रखे जाने की उम्मीद है। सत्र में कांग्रेस सदस्य देवस्थानम बोर्ड व सख्त भू-कानून के लिए प्राइवेट मेम्बर बिल लाने वाले हैं। भ्रष्टाचार, कुंभ जांच घोटाला, बेरोजगारी और महंगाई को लेकर भी विपक्ष सदन में हमलावर रहेगा।
उत्तराखंड की भाजपा सरकार में हुए नेतृत्व परिवर्तन के बाद विधानसभा का यह पहला सत्र है। सत्र में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बतौर नेता सदन पहली मर्तबा मौजूद रहेंगे तो नेता प्रतिपक्ष के रूप में प्रीतम सिंह। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर पिछले सत्रों की भांति इस बार भी सभामंडप का विस्तार किया गया है। सुरक्षित शारीरिक दूरी के लिहाज से सभामंडप में 40 और प्रकाश पंत भवन स्थित कक्षा संख्या 107 में 30 विधायकों के बैठने की व्यवस्था की गई है। 71 सदस्यीय विधानसभा (70 निर्वाचित व एक मनोनीत) में वर्तमान में दो सदस्यों के पद रिक्त हैं। अधिकारियों के बैठने की व्यवस्था कक्ष संख्या 120 में की गई है।

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