Sunday, December 22, 2024
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आज देश अन्तरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में भारत का शीर्ष स्थान पर है – प्रो. हेमलता

हरिद्वार  (कुलभूषण ) गुरुकुल काँगड़ी विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय अन्तरिक्ष दिवस पर छात्रों ने लाइव स्ट्रीमिंग में प्रतिभाग किया। डीन, छात्र कल्याण द्वारा इतिहास विभाग सभागार में विश्वविद्यालय के छात्रों को राष्ट्रीय अन्तरिक्ष दिवस के अवसर पर इसरो द्वारा आयोजित कार्यक्रम का लाइव प्रसारण दिखाया गया। भारत सरकार द्वारा चंद्रयान-3 मिशन के सफल होने के एक वर्ष पर 23 अगस्त को पहली बार राष्ट्रीय अन्तरिक्ष दिवस के रूप में मनाया गया तथा यूजीसी के दिशा-निर्देशों पर विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को इस आयोजन से ऑनलाइन माध्यम से जोड़ा गया।

इतिहास विभाग सभागार में विश्वविद्यालय के विभिन्न संकायों के छात्रों ने इसरो द्वारा आयोजित कार्यक्रम में चंद्रयान-3 मिशन से जुड़े वैज्ञानिक डाटा को साझा करने का सजीव प्रसारण देखा तथा इस मिशन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कर ज्ञान संवर्द्धन किया।
राष्ट्रीय अन्तरिक्ष दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो. हेमलता ने कहा कि आज देश अन्तरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में भारत का शीर्ष स्थान पर है और शोध और नैतिकता के कारण ही भारत विज्ञान जगत में यह उपलब्धि हासिल की है। प्रो. हेमलता ने कहा कि आज का दिन प्रेरणा लेने का दिन है। प्रत्येक विद्यार्थी एक अंदर एक भावी वैज्ञानिक छुपा हो सकता है विश्वविद्यालय का मंच आपको अपनी प्रतिभा को पहचानने और उसका उपयोग राष्ट्रसेवा के लिए है सभी को इसका उत्साह से और इच्छाशक्ति से उपयोग करना चाहिए।

इस अवसर पर कुलसचिव प्रो. सुनील कुमार ने कहा कि गुरुकुल काँगड़ी विश्वविद्यालय वैज्ञानिक चेतना के प्रसार के लिए जाना जाता रहा है सभी छात्रों को अपने विषयगत अध्ययन से इतर शैक्षणिक भ्रमण आदि के माध्यम से शीर्षस्थ वैज्ञानिक संस्थानों को जानना और समझना चाहिए। प्रो. सुनील कुमार ने कहा कि शिक्षक की भूमिका मार्गदर्शक की होती है परंतु प्रयास और पहल विद्यार्थी को ही करनी होती है।

डीन, छात्र कल्याण डॉ. अरुण कुमार ने कहा कि उच्च शिक्षा में विचार,विजन और परिश्रम ही हमें हमारे लक्ष्य तक पहुंचाता है और भारत का अन्तरिक्ष विकास कार्यक्रम इसका प्रबल उदाहरण है कि हमने सीमिति संसाधनों में विकसित देशों की पंक्ति में अपना स्थान सुरक्षित कर एक नूतन कीर्तिमान स्थापित किया है।
इस अवसर पर प्रो. एल. पी. पुरोहित, प्रो. नवनीत ने भी अपने विचार रखें। कार्यक्रम का संचालन डॉ. बबलू वेदालंकार ने किया।
इस कार्यकम में वित्ताधिकारी प्रो. देवेन्द्र गुप्ता, डॉ. दिलीप कुशवाह, डॉ. विपुल भट्ट, डॉ. अजित तोमर, डॉ. सुनील, डॉ. वेदव्रत, डॉ. दीपक, डॉ. हिमांशु पंडित और डॉ. मनोज समेत विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएँ उपस्थित रहे।

 

समाजसेवी और पर्यावरण प्रेमी नरेश शर्मा का कार्य सराहनीय:- डॉ नेहा मिश्राMay be an image of 3 people and tree

हरिद्वार  (कुलभूषण ) वरिष्ठ समाजसेवी नरेश शर्मा के प्रतिदिन एक पेड़ और 365 वृक्ष लगाने के संकल्प को विभिन्न सामाजिक संस्थाओं, पर्यावरण प्रेमीयों का अपार जन समर्थन मिल रहा है। लगातार 40 वें दिन बिगड़ते मौसम के बावजूद भी उनके हौसले में कोई कमी नहीं आई है। देहरादून की जीएसटी डिप्टी कमिश्नर श्रीमती डॉक्टर नेहा मिश्रा देहरादून से उनका हौसला बढांने आई और अपने साथ 30 पेड़ लेकर आई और नरेश शर्मा को सुपुर्द किए । इस अवसर पर डॉक्टर नेहा मिश्रा ने कहा की पर्यावरण संरक्षण प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है। वह काफी लंबे समय से नरेश शर्मा को सोशल मीडिया पर फॉलो कर रही है। उनके कार्यों से प्रभावित होकर आज वह स्वयं चलकर आई और उनके द्वारा लगाए गए पेड़ों को देखा। सभी को मिलकर नरेश शर्मा का सहयोग करना चाहिए। नरेश शर्मा ने कहा कि जब उन्होंने पहला पेड़ लगाया था और 365 पेड़ लगाने का संकल्प लिया था तब उन्हें शुरुआती दौर में महसूस हुआ कि शायद यह नामुमकिन होगा परंतु सोशल मीडिया में मिल रहे अपार समर्थन से उनका मनोबल बड़ा है और उन्होंने महसूस किया है की पेड़ो को लगाने से उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आए हैं। अब तो नित्य दिनचर्या में सुबह शाम जाकर अपने लगाए हुए वृक्षों को देखते हैं और उनका संरक्षण करते हैं उन्होंने सभी सामाजिक संस्थाओं को पर्यावरण प्रेमियों को साथ आने का आह्वान किया। उन्होंने कहा की उत्तराखंड प्रदेश हरित प्रदेश है, जल जंगल जमीन हमारी धरोहर है और इसकी रक्षा और संरक्षण करना हम सब की जिम्मेदारी है।

 

चन्द्रयान तीन की सफलता के एक वर्ष पूर्ण होने पर वैज्ञानिकों पर गर्व की अनुभूति : एकता सूरीMay be an image of 11 people and text

हरिद्वार  (कुलभूषण ) आज एस. एम.जे.एन. (पी.जी.) काॅलेज में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के प्रोजेक्ट गौरव के अंतर्गत आयजित की जा रही चार दिवसीय कार्यशाला के अंतिम दिन के तकनीकी सत्र में विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार की बचत योजनाओं, इक्विटी लिंक्ड योजना, प्रारंभिक निवेश, सेबी स्कोर सहित वित्तीय साक्षरता के अनेक विषयों को विस्तार से समझाया गया। इस तकनीकी सत्र में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की ओर से आए मेंटर डॉ अंकुर भटनागर ने बताया कि सही समय पर किया गया कम मूल्य का निवेश भी देरी से किए गए अधिक मूल्य के निवेश से अधिक लाभ पहुंचाने की क्षमता रखता हैं। उन्होंने कहा कि अपने भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए युवाओं को अभी से बचत और निवेश को अपनाना होगा। डॉ भटनागर ने विद्यार्थियों को नियम 72 के विषय में भी जागरूक किया। तकनीकी सत्र के अंतिम चरण में प्रतिभागियों के लिए सर्टिफिकेट कोर्स को पूर्ण करने हेतु अनिवार्य परीक्षा का आयोजन भी किया गया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि एकता सूरी ने कार्यशाला में प्रतिभागी छात्र छात्राओं को आशीर्वाद देते हुए देश के वैज्ञानिकों को आज के दिन चन्द्र यान 3 की सफलता पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि अन्तरिक्ष के क्षेत्र में भी युवा भी आगे आयें।
तकनीकी सत्र के पश्चात समापन सत्र में कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने उत्तराखंड सरकार तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज द्वारा दिए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों की सराहना की। प्रो. बत्रा ने कहा कि उत्तराखंड सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रोजेक्ट गौरव योजना वित्तीय साक्षरता में उत्तराखण्ड राज्य के आर्थिक उन्नयन के लिए आधारशिला का कार्य करेगी । उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य के प्रत्येक कालेज में छात्र छात्राओं को इस प्रोजेक्ट गौरव के माध्यम से वित्तीय साक्षर बनाया जाये। इसके लिए उन्होंने उच्च शिक्षा मन्त्री डॉ धनसिंह रावत की भूरि भूरि प्रशंसा की।
कार्यक्रम के अंत में आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ संजय कुमार माहेश्वरी ने कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए उत्तराखंड सरकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज, कार्यक्रम संयोजक कमेटी तथा सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में डॉ शिवकुमार चौहान, रिचा मिनोचा, रिंकल गोयल तथा अन्य शिक्षको के साथ अर्जुन झा, पुष्पेश पांडे, वंश धीमान, अनुभव यादव, काजल, अनमोल, अर्शिका वर्मा, राज केशरी, निकिता राणा, श्रृष्टि गिरि, कशिश ठाकुर आदि विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।

 

प्रकृति संरक्षण के प्रति मातृशक्ति होती है संवेदनशील – ग्रीनमैन विजयपाल बघेलMay be an image of 6 people, tree and text

हरिद्वार,। भारतीय वृक्ष न्यास (ट्री ट्रस्ट ऑफ इंडिया) द्वारा पिछले माह 6 जुलाई से उत्तराखंड के हरेला लोकपर्व को जनांदोलन का स्वरूप देने के लिए वृक्ष दिवस अभियान संचालित किया जा रहा है, अभियान के तहत नियमित वृक्षारोपण से संबंधित जन सहभागिता और जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। पीएमश्री जीजीआईसी ज्वालापुर हरिद्वार में हरेला संगोष्ठी के बीच विद्यालय की प्रधानाचार्या पूनम राणा के साथ अन्य चार अध्यापिकाएं डा सुषमा दास, योगिता नेगी, संध्या कर्नवाल तथा शालिनी भैसोड़ा को भी इस हरित अभियान की सफलता में योगदान देने पर सम्मानित किया। संगोष्ठी में भारतीय वृक्ष न्यास के संस्थापक अध्यक्ष ग्रीनमैन विजयपाल बघेल मुख्यवक्ता के रूप में शामिल हुए और उन्होंने अपने व्याख्यान में कहा कि प्रकृति संरक्षण के प्रति मातृशक्ति ही अत्यंत संवदेनशील होती है। हरिद्वार की अधिकतर मातृशक्ति इसी विद्यालय की शिक्षार्थी रही है जो प्रकृति के साथ सद्भाव पैदा करने की सीख प्रदान करता है। संगोष्ठी की अध्यक्षता टीटीआई के संरक्षक जगदीश लाल पाहवा और संचालन डा सुषमा दास ने किया।

ग्रीनमैन बघेल उत्तराखंड की उन वृक्षमाताओं का वंदन करते हुए उनके बलिदान को याद किया जिन्होंने चिपको आन्दोलन के माध्यम से पेड़ के महत्व को आज से पचास वर्ष पूर्व दुनिया को समझाया, माता गौरादेवी की प्रेरणा से ही यह वृक्ष दिवस अभियान गति पकड़ कर देश दुनिया तक अपनी आवाज बुलंद कर रहा है। उन्होंने कहा कि महिला शक्ति के सहयोग से ही हरित क्रांति संभव है। अपने अध्यक्षीय भाषण में जगदीश लाल पाहवा ने कहा कि आध्यात्मिक राजधानी हरिद्वार से पूरी दुनिया को लोक कल्याण का संदेश दिया जाता रहा है और अब ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन की वैश्विक समस्या की चिंता एक अभियान के रूप में यहीं से संचालित हो रही है जो कि आधी आबादी के माध्यम से ही सशक्त हो रही है। प्रिंसिपल पूनम राणा ने बताया कि पीएमश्री जीजीआईसी विद्यालय में किताबी शिक्षा के साथ सामाजिक सरोकारों और नैतिक मूल्यों को संरक्षित करने की सीख दी जाती है, समाज कल्याण से जुड़े सभी पहलुओं पर आधारित गतिविधियों में बढ़ चढ़ कर भाग लिया जाता है। प्रमाण पत्र, शोल्ड, अंगवस्त्र और प्रधानमंत्री का प्रेरणादाई चित्र देकर सभी को सम्मानित किया। संगोष्ठी का शुभारंभ सहजन का पौधा रोपकर किया गया।

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