देहरादून। मैं आर्मी हेडक्वार्टर से बात कर रहा हूं। 400 लीटर फिनाइल चाहिए। महिला व्यापारी ने पहले 15,000 रुपये एडवांस देने के लिए कहा तो कॉल करने वाले ने गूगल-पे नंबर मांगा। इसके बाद महिला व्यापारी को 96 हजार रुपये का चूना लगा दिया। पीड़ित महिला की तहरीर पर कोतवाली नगर पुलिस ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है।
कोतवाली नगर प्रभारी इंस्पेक्टर रितेश साह ने बताया कि चुक्खूवाला निवासी पूनम ध्यानी ने बताया कि आठ नवंबर को जब वे दफ्तर में थीं तो उन्हें एक कॉल आई। फोन करने वाले ने खुद को आर्मी हेडक्वार्टर से बताया और कहा कि हमें चार सौ लीटर फिनाइल चाहिए। पूनम ने एडवांस में 15000 रुपये मांगे तो उनसे गूगल-पे नंबर मांगकर कहा गया कि आर्मी हेडक्वार्टर से लेखा विभाग की कॉल आएगी और वो कॉल रिकॉर्डिंग भी करेंगे।
कुछ ही देर बार दूसरे नंबर से फोन आया और कहा गया कि उन्हें दिया गया नंबर गूगल-पे पर नहीं दिख रहा है। इसलिए, हमारे एक नंबर पर पहले एक रुपये भेज दो। महिला ने एक रुपये भेजा लेकिन लेनदेन नहीं हुआ। फिर चार रुपये भेजने को कहा गया तो वह भी नहीं गया। इसके बाद कॉल करने वाले ने दूसरा अकाउंट नंबर देकर 33,210 रुपये भेजने को कहा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि यह पैसा वापस आ जाएगा। फोन करने वालों के झांसे में आकर महिला ने तीन से चार बार कुल 96 हजार रुपये भेज दिए। इसके बाद महिला को ठगी का पता चला।
ऑनलाइन कपड़े खरीदने के फेर में युवती ने गंवाए 57 हजार रुपये
एक युवती को ऑनलाइन कपड़े खरीदना महंगा पड़ गया। साइबर ठगों के झांसे में आकर उसने 57,190 रुपये गंवा दिए। युवती की तहरीर पर पटेलनगर पुलिस ने ठगी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। इंस्पेक्टर देवेंद्र चौहान के अनुसार, दिव्या शाह पुत्री राकेश शाह निवासी लोहियानगर ब्रह्मपुरी ने तहरीर में बताया कि उन्होंने बीते पांच नवंबर को एक ऐप के जरिये कपड़े ऑर्डर किए थे।
उसका पेमेंट भी ऑनलाइन कर दिया। अगले दिन एक मैसेज आया कि ऑर्डर रद्द हो गया है। इससे परेशान युवती ने उस ऐप का कस्टमर केयर नंबर गूगल साइट से निकालते हुए फोन लगाया। लेकिन, कस्टमर केयर की जगह साइबर ठग ने युवती को अपने झांसे में लेकर उससे बैंक खाते की गोपनीय जानकारी मांग कर ऑनलाइन धोखाधड़ी की।
कस्टमर केयर बताकर युवक से 1.10 लाख ठगे
ठगों ने एक बैंक का कस्टमर केयर बताकर दून के युवक से 1.10 लाख हड़प लिए। पीड़ित की तहरीर पर वसंत विहार पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। थानाध्यक्ष नरेश राठौड़ के अनुसार, विशाल कुमार पुत्र अंजनि कुमार निवासी रामबाग कांवली ने बताया कि मुकेश नाम के एक युवक ने फोन करके दोस्त बताते हुए मदद की बात कही। कुछ ही देर बाद मोनिका नाम की लड़की ने फोन करके खुद को कस्टमर केयर बताया और उनके खाते से जुड़ी जानकारी मांगी। इसके बाद विशाल के खाते से 1.10 लाख रुपये कट गए।
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