देहरादून, जनपद जिलाधिकारी के बार बार निर्देश के बाद भी राजधानी दून के कई प्राइवेट अस्पताल कोरोना के दौरान हुई मौतों का ब्यौरा देने को तैयार नहीं हैं। जिला प्रशासन के कई बार कहने के बावजूद अस्पताल डेथ ऑडिट में मौत से जुड़ी जानकारियां नहीं दे रहे हैं। इस पर नाराजगी जताते हुए जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने ऐसे अस्पतालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
इस साल कोरोना दूसरी लहर के दौरान देहरादून के अलग-अलग अस्पतालों में सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवाई। सरकार की ओर से इन मौतों का ऑडिट किया जा रहा है। इसके तहत मृतकों, उनके उपचार, मृत्यु के संभावित कारणों, मेडिकल हिस्ट्री इत्यादि की जानकारी ली जा रही है। वहीं, कुछ अन्य जानकारी भी मांगी जा रही है, लेकिन राजधानी के कई अस्पताल ऐसे हैं, जो प्रशासन के आदेशों की अनदेखी कर रहे हैं। कई रिमाइंडर भेजने के बाद भी अस्पतालों ने ब्योरा उपलब्ध नहीं कराया है। सूत्रों के अनुसार, इसमें कुछ बड़े अस्पताल भी शामिल हैं, जहां काफी अधिक लोगों की मौत हुई है।
जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने ऐसे सभी अस्पतालों को नोटिस जारी कर एनसीडीसी फॉर्म पर विवरण उपलब्ध कराने को कहा है। उसके बावजूद अगर कोई अस्पताल जानकारी देने में हीलाहवाली करे तो उनके खिलाफ क्लीनिकल इस्टेब्लिशमेंट एक्ट व आपदा प्रबंधनमअधिनियम के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की जाए। अब तक 3459 की हो चुकी मौत जिले में अब तक कुल 3459 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुरूआत में कोरोना को इन मौतों का कारण नहीं माना गया।
वहीं, मृत्यु प्रमाणपत्र पर भी स्पष्ट तौर पर कोरोना नहीं लिखा गया। इससे लोगों को कई लाभ नहीं मिल पा रहे थे। बाद में सरकार ने इन मौतों का ऑडिट करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी के निर्देश पर जिले में भी इसका ऑडिट किया जा रहा है।
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