देहरादून, उत्तराखंड़ की वादियां और यहां का लोक संगीत हमेशा से ही देश दुनिया के सांस्कृतिक पटल पर अपनी अमिट छाप छोड़ता चला आ रहा है, यहां बर्फीली चोटियाँ, असंख्य झीलें, हरे-भरे हरियाली क्षेत्र और सांस्कृतिक विरासत को निहारती यहां की अनुपम छटा जहां पर्यटकों के लिये एक साकार आनंद की अनुभूति कराती है। देवभूमि इस खूबसूरती को बखूबी से छायांकित किया गया है गढ़वाली वीडियो “सौं खैकि बोल मेरि’ जो आजकल यूट्यूब पर खूब देखा जा रहा है |
उत्तरकाशी जनपद के रैथल, मुखबा और हर्षिल आदि पर्यटक स्थलों में छायांकन किये गये इस सारगर्भित ‘सौं खैकि बोल’ गीत को श्रद्धा कुहूप्रिया पांडेय और संकल्प खेतवाल ने स्वरबद्ध किया है | आपको बताते चलें कि वर्ष 1992-93 में अविनाश विवेक द्वारा लिखित यह गीत लोकगायक संतोष खेतवाल और दुर्गा पांडेय ने स्वरबद्ध किया था, उस समय भी इस गीत ने लोगों की जुबान पर सहसा अपनी पकड़ बनायी थी, लेकिन अब 30 सालबाद दुर्गा पांडेय की पुत्री श्रद्धा कुहूप्रिया पांडेय ने संतोष खेतवाल की स्वरबद्ध धुन उनके पुत्र संकल्प के साथ मिलकर आवाज दी है, श्रद्धा ने नये कलेवर के साथ 5 मिनट 43 सैकेंड़ के इस वीडियो गीत को म्युजिकल रब्ता प्रोडक्शन हाऊस के तहत फिर से नये रुप में प्रस्तुत कर गाने की आत्मा को बनाए रखने की कौशिश की है | गायिका श्रद्धा कुहूप्रिया का इससे पहले भी जीतू बग्डवाल पर धुंयाल पण्डौ काफी लोकप्रिय रहा |
वीडियो का संगीत हैदर अली ने दिया है, इस वीडियो में गोविन्द नेगी और तमन रतूड़ी का भी सार्थक सहयोग रहा है |
वीडियो में इनकी रही भूमिका :
प्रोडक्शन : म्युजिकल राब्ता
सिनेमाग्राफी/एडिटिंग : गोविन्द नेगी
गायक : श्रद्धा कुहूप्रिया, संकल्प खेतवाल
गीतकार : अविनाश विवेक
काम्पोजिशन : संतोष खेतवाल
म्यूजिक : हैदर अली
फीचरिंग : तमन रतूड़ी
गिटार/बेस : विजय सचदेवा, मनीष कुलकर्णी
रिद्म/ फ्लूट :सुभाष पांडेय, पंकज नाथ
मिक्सिंग : देव बसक
वीडियो टीम : शैलेन्द्र पटवाल, अंकित सेनवल
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