देहरादून, सयुंक्त मंच द्वारा शहीद स्मारक देहरादून में राज्य आंदोलनकारियों को राज्याधीन सेवाओं में देय 10% क्षैतिज आरक्षण की बहाली को लेकर 42 दिनों से चल रहा धरना और 32 दिनों से चल रहा क्रमिक अनशन आज समाप्त कर दिया गया।
संयुक्त मंच के तत्तवाधान 10% क्षैतिज आरक्षण की बहाली को लेकर बैठे आन्दोलनकारियों द्वारा कल इस मसले में काबीना मंत्री सौरभ बहुगुणा से मुलाकात करी। उनके द्वारा मंत्री को इस मामले की संजीदगी के बारे में बताते हुए मामले के त्वरित निस्तारण की गुहार लगाई, जिसके बाद पहले उन्होंने इस मामले के तकनीकी पक्ष को समझा और उसके बाद स्वयं के नेतृत्व में देर रात एक प्रतिनिधि मण्डल की मुलाकात मुख्यमंत्री से करवा कर समस्या का त्वरित समाधान हेतु अनुरोध भी किया।
मुख्यमंत्री धामी ने भी मसले की गंभीरता को समझते हुए अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को तुरंत इस मामले में वार्ता के लिए निर्देशित किया। वार्ता के दौरान प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री को बताया गया कि यह प्रकरण न केवल आन्दोलनकारियों के सम्मान से बल्कि हजारों परिवार के रोजी-रोटी से भी जुड़ा हुआ है।
देर रात माननीय मुख्यमंत्री के ठोस आश्वासन व आज राधा रतूड़ी से वार्ता के बाद संयुक्त मंच ने आपसी विचार–विमर्श के बाद आज धरना/अनशन समाप्त करने का फैसला किया। जिसके बाद मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर हरीश कोठारी शहीद स्मारक पहुंचे। वहां पहुंच कर उन्होंने धामी जी व खुद को आंदोलनकारियों से संबंध करते हुए कहा कि हम सभी राज्य-आंदोलनकारी हैं। 10% क्षैतिज आरक्षण पर कार्यवाही आज से ही शुरू हो चुकी है जल्द ही परिणाम भी आप लोगों के बीच होगा।
धरने के संयोजक क्रांति कुकरेती व अम्बुज शर्मा ने विगत 42 दिनों से आर्थिक, शारीरिक व मानसिक रूप से समर्थन कर रहे सभी साथियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि चूंकि मामला कार्यवाही में आ गया है इसलिए अब धरने में बेठने से ज्यादा जरुरत सचिवालय पर नजर रखने की है। हम सभी लोग आशावान लोग हैं। माननीय मुख्य मंत्री धामी के आश्वासन पर हमें पूरा भरोसा है और इस मसले के तकनीकी पक्ष को सौरभ बहुगुणा जो कि खुद भी कानून के बेहतर जानकार हैं वह अच्छी तरह से संभाल सकते हैं फिर भी अगर कोई कोर कसर रही तो उनके पिता विजय बहुगुणा जो कि पूर्व मुख्यमंत्री व मा0 उच्च न्यायालय के न्यायाधीश भी रह चुके हैं के दिशा निर्देशन में हो जायेगा।
धरने के अंतिम दिन क्रमिक अनशन में उत्तरकाशी के पंकज सिंह रावत, शैलेंद्र सिंह रावत बैठे। आज धरने में बैठने वालों में ऋषिकेश से विक्रम भंडारी, सरोजिनी थपलियाल, उत्तरकाशी से विकास रावत देहरादून से द्वारिका बिष्ट, शांता नेगी, हेमलता नेगी,अरुणा थपलियाल,पुष्पा बहुगुणा,हरि प्रकाश शर्मा, विकास नगर से राम किशन, मनोज कुमार जनता दल सेकुलर के प्रदेश अध्यक्ष हरजिंदर सिंह, प्रेम सिंह नेगी,सूर्यकांत शर्मा, सुमन सिंह भंडारी, अभय कुकरेती, प्रभात डडरियाल, लक्ष्मी, सुरेश कुमार, बलवीर सिंह नेगी, युवा शक्ति संगठन के मनीष पांडे, अजय राणा,अखिल गढ़वाल सभा के महासचिव गजेंद्र भंडारी, आशीष गोसाई, एस.एस. पंवार, पुष्पलता सिलमाना,श्रीमती उषा भट्ट, उक्रांद की प्रमिला रावत, आदि लोग मौजूद थे |
अक्षय पात्र फाउण्डेशन की रसोई से परोसा जाएगा बच्चों को मध्यान्ह भोजन
देहरादून, प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी आगामी 15 जुलाई को राजधानी देहरादून की तहसील विकास नगर के ग्राम सुधोवाला में अक्षय पात्र फाउण्डेशन की प्रदेश कि सबसे बड़ी केन्द्रीयकृत रसोई का उद्घाटन करेगें। उक्त रसोई से प्रतिदिन 35 हजार स्कूली विधार्थियों को पीएम पोषण कार्यक्रम के तहत प्रतिदिन मध्यान्ह भोजन (मिड डे मील) परोसा जायेगा। कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के रूप में प्रदेश के स्कूली शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत, टीहरी गढ़वाल सांसद श्रीमती माला राज्य लक्ष्मी शाह, सहसपुर विधायक सहदेव सिंह पुण्डिर भी भाग लेगें। जबकि अध्यक्षता अक्षय पात्र फाउण्डेशन के वाईस चेयरमैन श्री चंचलापति दास करेगें। इस मौके पर फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भरतर्षभ दास, हंस फाउण्डेशन के प्रणेता भोले जी महाराज व माताश्री मंगला जी समेत सीईओ संदीप कपुर भी मौजूद रहेगें। फाउण्डेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री भरतर्षभ दास ने बताया कि देश में कोई भी बच्चा भुख के कारण शिक्षा से वंचित ना रहे इसी लक्ष्य को ध्यान में रखकर फाउण्डेशन द्वारा कार्य किया जा रहा है। यह देश भर में फाउण्डेशन की 63 वीं किचन होगी।
35 हजार बच्चों को प्रतिदिन मिलेगा भोजन: उक्त किचन के जरिये 35 हजार स्कूली बच्चों को प्रतिदिन मध्यान्ह भोजन उपलब्ध करवाया जा सकेगा। अक्षय पात्र देश भर में अपनी 63 वीं रसोई के खुलते ही प्रतिदिन 19 लाख विधार्थियों को 14 राज्यों के 20 हजार से अधिक विधालयों में भोजन उपलब्ध करवा पायेगा।
आधुनिक होगी किचन: अक्षय पात्र की उक्त किचन बेहद आधुनिक होगी। इसमें मशीनों के जरिये रोटी, सब्जी, दाल व चावल तैयार किये जायेगें। एक बार में करीब एक क्विण्टल आटा गुंथने की मशीन एवं चपाती मशीन से 20 हजार रोटियां बनाई जा सकेगी। साथ ही एक बार में 1200 लीटर दाल व कुकर में 100 किलो चावल बन सकेगा। दो एकड़ में फैली उक्त किचन की निर्माण लागत करीब दस करोड़ आई है। प्रथम चरण में 120 स्कूलों के 15 हजार विधार्थियों को मिड डे मील भोजन मिलेगा, जो अगले 6 माह में 500 विधालयों के 35 हजार विधार्थियों तक भोजन पहुँचायेगा। इसके लिए करीब 150 कार्मिक प्रतिदिन भोजन निर्माण में जुटेगें। किचन की साफ-सफाई के लिए भी बेहद शानदार व्यवस्था की गई है। केन्द्रीयकृत किचन के माध्यम से अक्षय पात्र फाउण्डेशन द्वारा सरकारी विधालय के विधार्थियों को अच्छा व पौष्टिक भोजन दिया जायेगा। उल्लेखनीय है कि फाउण्डेशन सन् 2000 से इस क्षेत्र में सक्रिय है।
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