Friday, May 17, 2024
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गंगोत्री धाम के कपाट बंद, गंगा की भोग मूर्ति मुखवा गांव पहुँची

उत्तरकाशी, लगभग 6 लाख दर्शनर्थियों को दर्शन देने के बाद गंगोत्री धाम के कपाट कल बंद होने के बाद, माँ गंगा की भोग मूर्ति आज अपने शीतकालीन आवास मुखवा गांव में उपस्थित जनसमूह एवं ग्राम देवता हमेर की उपस्थिति में अपने शीतल कालीन आवास में 6 माह के लिए पहुँच गई है | इस बार पूर्व के भांति गंगोत्री मंदिर को फूलों से सजाकर भव्यता दी गई, कल अन्नकूट पर्व पर 12-01मिनिट पर गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद करने के दौरान उपस्थित हजारों लोगों द्वारा अखण्ड ज्योति के दर्शन किए गये, गंगोत्री से भोगमूर्ति चलकर रात्रि को गाँव से लगभग 2 किमी पहले चंडिमंदिर में रात्रि विश्राम कर आज अपने शीतल कालीन प्रवास मुखवा में पंहुंची, जहां माँ का भव्य स्वागत हुआ, शोभा यात्रा मे मंदिर समिति के अध्यक्ष, सचिव सहित तमाम पदाधिकारी उपस्थित रहे |
वहीं दूसरी और माँ यमुना भी यमनोत्री से शनि महाराज की देवडोली के साथ अपने शीतकालीन आवास खरशाली गाँव में जनसमूह के साथ पंहुंची है, यमुनोत्री में इस बार दर्शनार्थियों की संख्या 4 लाख से ऊपर ही रही |

 

चार नवंबर से शुरू होगा तीन दिवसीर ‘गढ़ कौथिग, क्लेमनटाउन के पिपलेश्वर मंदिर प्रांगण में होगा आयोजन

देहरादून, गढ़वाल भ्रातृ मंडल का तीन दिनी गढ़ कौथिग मेला 4, 5 और 6 नवंबर को क्लेमनटाउन के पिपलेश्वर मंदिर प्रांगण बेल रोड में होगा। अध्यक्ष सुंदर लाल सेमवाल, महासचिव जयपाल सिंह रावत ने बताया कि यह बीसवां गढ़ कौथिग है। जिसका उद्देश्य पहाड़ की संस्कृति, रीति रिवाजों का प्रचार प्रसार करना है। मेले में स्थानीय उत्पादों के पचास स्टॉल, गढ़ भोज, कछमोली इत्यादि के होंगे। झूला, चरखी, मिक्की माउस बच्चों को आकर्षित करेंगे। तम्बोला, खान पान, लक्की ड्रा, सैनिक परिवार व वीर नारियों की समस्याओं के समाधान के लिए विशेष शिविर का आयोजन, स्थानीय सांस्कृतिक टीमों की रंगारंग प्रस्तुतियां, गढ़वाल राइफल बैंड की प्रस्तुतियां, राठ विनसर ढोल दमौं के विशेषज्ञ कलाकारों द्वारा वाद्य यंत्रों का प्रदर्शन, मेडिकल कैंप आदि लगाए जाएंगे।

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