हरिद्वार 14 जुलाई (कुलभूषण) गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के दयानन्द द्वार में भारतीय सेना द्वारा विश्वविद्यालय को उपलब्ध कराए गए टैंक को स्थापित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रूपकिशोर शास्त्री ने कहा कि यह विश्वविद्यालय ही नहीं अपितु हरिद्वार नगरी के लिए गौरव की बात है कि भारतीय सेना में विश्वविद्यालय को अपनी गौरव गाथा का प्रतीक टैंक स्थापित करने के लिए दिया है।
भारतीय सेना द्वारा पुणे से प्राप्त यह टैंक हरिद्वार में गौरव गाथा स्तम्भ के रूप में भारतीय सेना के शौर्य को प्रकट करेगा। उन्होंने कहा कि गुरुकुल का भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। गुरुकुल के संस्थापक स्वामी श्रृद्वानंद महाराज ने देश की संस्कृति व अखण्डता की रक्षा के लिए अपने जीवन को समर्पित कर दिया था। आज भी विश्वविद्यालय के छात्र सेना व देश के अन्य क्षेत्रों में अपना योगदान कर राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका का निर्वाह कर रहे है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा सुनील कुमार ने कहा कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि भारतीय सेना के गौरव का प्रतीक विश्वविद्यालय को टैंक के रूप में प्राप्त हुआ है जो हमारे छात्रों व युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत होगा। देश के स्वतंत्रता आन्दोलन में गुरुकुल व आर्य समाज ने महत्वपूर्ण योगदान किया हैए जिसका गौरवशाली इतिहास रहा है। राष्ट्रसेवा में गुरुकुल के छात्र निरन्तर अपना योगदान कर रहे हैं।
इस मौके पर संयुक्त कुलसचिव डा श्वेतांक आर्य प्रो देवेन्द्र मलिक प्रो आर के एस डागर प्रो मनुदेव बन्धु प्रो सुरेन्द्र त्यागी प्रो सत्येन्द्र राजपूत प्रो वी के सिंह प्रो एल पी पुरोहितए डा अजय मलिक डा शिव कुमार चौहान डा पंकज कौशिक डा गन्धर्व सेन रणजीत सिंह डा राजुल भारद्वाजए दुष्यन्त राणा डा निष्कर्ष शर्मा हेमन्त सिंह नेगी नवीन कुमार इत्यादि उपस्थित रहे।
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