‘कक्षा 9 से 12वीं तक की छात्राओं को निःशुल्क आवासीय सुविधा के माध्यम से दी जायेगी स्कूली शिक्षा’
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को बनियावाला, प्रेमनगर में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस छात्रावास का लोकार्पण किया एवं बालिकाओं को गणवेश प्रदान किये। मुख्यमंत्री ने नव वर्ष के अवसर पर बालिकाओं के साथ केक काटकर उनका उत्साहवर्द्धन किया। उन्होंने छात्रावास का निरीक्षण किया एवं विभिन्न व्यवस्थाओं का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि प्रदेश के समस्त राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओं के स्वास्थ्य एवं स्वच्छता को बढ़ावा देने हेतु प्रत्येक विद्यालय स्तर पर सेनेट्री पैड की उपलब्धता बनी रहे इसके लिए कॉर्पस फण्ड से प्रति विद्यालय 50 हजार रूपये की दर से निधि बनाई जायेगी। सुभाष चन्द्र बोस छात्रावास बनियावाला एवं गदरपुर का उच्चीकरण किया जायेगा तथा कक्षा 9वीं से 12वीं तक की छात्राओं को निःशुल्क आवासीय सुविधा के माध्यम से स्कूली शिक्षा दी जायेगी। चम्पावत में नये नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय छात्रावास का निर्माण किया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी को नव वर्ष की शुभकामना देते हुए कहा कि नव वर्ष के अवसर पर निर्धन एवं समाज के वंचित वर्ग की बालिकाओं के लिए यह आवासीय छात्रावास का लोकार्पण किया गया है, इससे इनको रहने के साथ ही पढ़ाई के लिए अच्छा वातावरण मिलेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में 11 आवासीय छात्रावास हैं, इनकी और संख्या बढ़ाने के लिए सरकार प्रयासरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से ही कोई देश शक्तिशाली एवं समृद्धशाली बन सकता है। राज्य में शिक्षा के गुणात्मक सुधार के लिए राज्य सरकार द्वारा हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि देश आजादी के अमृत महोत्सव में प्रवेश कर गया है। आने वाले 25 साल भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। हमारे नौनिहाल भारत का भविष्य हैं। इन नौनिहालों को अच्छी शिक्षा एवं अनुशासन मिले, इस दिशा में सबको प्रयास करने होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत तेजी से प्रगति कर रहा है। आज का नया भारत नए संकल्पों को पूरा करने के लिए अग्रसर है। वैश्विक स्तर पर भारत का मान, सम्मान एवं स्वाभिमान बढ़ा है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड भी विकास के नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। राज्य सरकार उत्तराखण्ड के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करने के साथ-साथ वर्ष 2025 तक उत्तराखंड को देश का “सर्वश्रेष्ठ राज्य“ बनाने के अपने “विकल्प रहित संकल्प“ की सिद्धि के लिए निरंतर कार्य कर रही है।
शिक्षा महानिदेशक एवं राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा श्री बंशीधर तिवारी ने कहा कि समाज के अपवंचित, बेसहारा एवं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों के लिए राज्य में जो 11 आवासीय छात्रावास चलाए जा रहे हैं। इन छात्रावासां के माध्यम से विद्यार्थियों को निःशुल्क भोजन, आवास, गणवेश, शिक्षण सामग्री आदि उपलब्ध कराई जा रही है। इन आवासीय छात्रावासों की कुल क्षमता 750 विद्यार्थियों की है। वर्तमान में 650 विद्यार्थी इनमें पढ़ रहे हैं, जबकि 100 विद्यार्थियों के प्रवेश की प्रक्रिया गतिमान है। उन्होंने जनपद देहरादून के चार छात्रावासों के किचन निर्माण एवं अन्य सामग्री के लिए 11 लाख रूपये की धनराशि उपलब्ध कराने के लिए जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका का आभार भी व्यक्त किया।
इस अवसर पर सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, जिलाधिकारी देहरादून श्रीमती सोनिका, मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून डॉ. मुकुल कुमार सती एवं शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
अपर निदेशक डॉ. अनिल चंदोला एवं मुख्य प्रशासनिक अधिकारी गोपाल सिंह राणा हुये सेवानिवृत्ति
देहरादून, सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग, उत्तराखण्ड के अपर निदेशक डॉ. अनिल चंदोला एवं मुख्य प्रशासनिक अधिकारी गोपाल सिंह राणा की सेवानिवृत्ति के अवसर पर रिंग रोड स्थित सूचना निदेशालय में दोनों अधिकारियों को विदाई दी गई ।
महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी ने कहा कि अपर निदेशक डॉ. अनिल चंदोला की सूचना विभाग में एक कुशल प्रशासक के रूप में बड़ी छवि रही है। उन्होंने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को साथ लेकर विभाग को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । सूचना महानिदेशक ने कहा कि मनुष्य के जीवन के सबसे महत्वपूर्ण समय उसका सेवाकाल होता है। हमारे जीवन का यह अनमोल समय होता है, क्योंकि राष्ट्र सेवा के लिए अपना योगदान देने का यह सबसे महत्वपूर्ण समय होता है। उन्होंने कहा कि डॉ. अनिल चंदोला एवं गोपाल सिंह राणा ने सूचना विभाग में लंबे समय तक सेवाएं दी। उन्होंने दोनों अधिकारियों के उज्ज्वल भविष्य एवं सुखमय जीवन की कामना की।
महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी ने कहा कि यदि हम किसी कार्य को दिल से करते हैं, तो मन में ऊर्जा का संचार स्वतः ही हो जाता है। जब कर्म के प्रति भावना जुड़ी होती है, तो वह मन को संतुष्टि और प्रसन्नता देती है। कार्य के साथ सद्व्यवहार एवं विनम्रता बहुत जरूरी है। आम जन तक सरकार की योजनाओं को पहुंचाने में सूचना विभाग की बड़ी जिम्मेदारी होती है। सभी को टीम भावना से कार्य कर आगे बढ़ना है।
अपर निदेशक डॉ. अनिल चंदोला ने अपने 36 वर्षों के सेवाकाल के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि इन 36 सालों में उन्हें उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखण्ड में सेवा करने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि जो कार्य टीम भावन से होते हैं, उनके परिणाम अधिक सुखद होमे हैं। उन्होंने अपने सेवाकाल में साथ कार्य करने वाले सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों का आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि विभाग को आधुनिक संसाधनों के अधिक उपयोग पर बल देना होगा।
मुख्य प्रशासनिक अधिकारी गोपाल सिंह राणा ने भी अपने सेवाकाल के अनुभवों को साझा किया। उन्होंने सेवाकाल के दौरान साथ कार्य करने वाले सभी अधिकारियों एवं कार्मिकों का भी आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर संयुक्त निदेशक आशिष त्रिपाठी, के. एस. चौहान, संयुक्त निदेशक (से.नि) राजेश कुमार, उप निदेशक डॉ. नितिन उपाध्याय, मनोज वास्तव, रवि बिजारनियां, सहायक निदेशक अर्चना एवं विभाग के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
नए साल के पहले दिन उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों और मंदिरों में श्रद्धालुओं की उमड़ी
देहरादून, नए साल के पहले दिन उत्तराखंड के पर्यटक स्थल और मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। वहीं हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर भक्त गंगा स्नान के लिए पहुंचे। उत्तराखंड के पर्यटन स्थलों पर भी रौनक रही। मसूरी, नैनीताल, ऋषिकेश सहित अन्य पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ लगी रही।
देहरादून के राजपुर रोड स्थित साईं मंदिर में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे। नैनीताल के नयना देवी मंदिर में नए साल के पहले दिन पर्यटक व स्थानीय लोग दर्शन के लिए पहुंचे। वहीं पर्यटकों की भीड़ पहुंचने से हल्द्वानी के काठगोदाम में कई बार लंबा जाम लगने की स्थिति बन गई।
चंपावत जिले में मां पूर्णागिरी मंदिर में भक्तों की लंबी कतार लगी रही। हल्द्वानी के कालू सिद्ध बाबा मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। तीर्थनगरी ऋषिकेश में नव वर्ष के पहले दिन पर्यटक स्थलों पर दिल्ली, हरियाणा और पंजाब से पर्यटक पहुंचे। इससे पहले नव वर्ष की पूर्व संध्या पर पहली बार न्यू एज म्यूजिक फेस्टिवल में विभिन्न देशों के कलाकारों ने योग, ध्यान, आध्यात्म और संगीत के अद्भुत सम्मिश्रण के साथ अपनी प्रस्तुतियां दी। देर रात तक संगीत की धुन पर झूमते हुए श्रोताओं ने नववर्ष का स्वागत किया। पर्यटन स्थल चकराता में थर्टी फर्स्ट व नए साल का जश्न मनाने के लिए पर्यटकों के उमड़ने से रिसार्ट शतप्रतिशत फुल व होटल 60 प्रतिशत बुक हैं। छावनी बाजार में भी रौनक है।
हालांकि, बर्फबारी न होने के कारण इस बार पिछले साल के मुकाबले कम पर्यटक आने पर होटल व्यवसायी कुछ निराश दिखाई दिए। पिछले वर्ष बर्फबारी होने की वजह से हजारों की संख्या में पर्यटक चकराता पहुंचे थे, परंतु इस वर्ष पर्यटकों की आमाद में कमी देखी गई।
इसकी एक वजह यह भी मानी जा रही है कि पिछले वर्ष दिसंबर में हिमपात हो गया था, जिसे देखने के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से पर्यटक आए थे, परंतु इस बार बर्फ न पड़ने से पर्यटक के चकराता पहुंचने मैं कमी देखी गई, जिस कारण 40 फ़ीसद होटल खाली हैं। चकराता के आसपास सटे कोरुवा, रामताल गार्डन, टाइगर फाल, ग्वासा पुल, माख्टी में रिसार्ट फुल हैं। पर्यटक भी बाजार से बाहर शांत अकेले में बने रिसार्ट को पसंद कर रहे हैं। पर्यटक छावनी बाजार चकराता आए, लेकिन हमेशा की तरह चकराता में पार्किंग एक बड़ी समस्या रही। पर्यटक के लिए पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने से अपने वाहन सड़क के किनारे खड़े करने पड़े।
छावनी बाजार चकराता में इस बार पिछले साल के मुकाबले पर्यटक कम आने से स्थानीय व्यापारी काफी निराश हैं। क्योंकि व्यापारियों ने नए साल को लेकर पूरी तैयारियां कर रखी थी। नए साल में यह उम्मीद थी कि पर्यटक चकराता अधिक संख्या में आएंगे।
जंगल में गुब्बारों के साथ उड़कर आया पाकिस्तान का बैनर, केंद्रीय एजेंसियों जांच में जुटी
उत्तरकाशी, राज्य के सीमांत जनपद उत्तरकाशी के तुल्याडा गांव के पास झाड़ियों में पाकिस्तानी झंडा, लाहौर बार एसोसिएशन का बैनर और एक मोटी रस्सी से बंधे 100 से अधिक गुब्बारों के मिलने के मामले की केंद्रीय और स्थानीय सुरक्षा एजेंसियां ने जांच शुरू कर दी हैं।
पाकिस्तान के लाहौर से कैसे उत्तरकाशी में झंडे और गुब्बारे पहुंच गए, यह जांच का विषय है। पूर्व सैन्य अधिकारियों के अनुसार यह एक साजिश भी हो सकती है।
उधर, उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने बताया कि यह देश की सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मामला है। इसकी जानकारी आइबी और अन्य केंद्रीय एजेंसियों को दे दी गई है। केंद्रीय एजेंसियों की ओर से इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
सेवानिवृत सैन्य अधिकारियों व पूर्व सैनिकों ने इस घटना पर गहरी चिंता जताई है। पूर्व सैनिकों को अंदेशा है कि इसके पीछे कुछ ना-पाक व्यक्तियों की इस शांतिप्रिय क्षेत्र में अशांति फैलाने की साजिश भी हो सकती है। नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के पूर्व प्राचार्य एवं भाजपा नेता कर्नल अजय कोठियाल (सेनि) ने कहा कि इस मामले की गहनता से हर पहलू को ध्यान में रखकर जांच की जरूरत है।
मेजर आरएस जमनाल (सेनि) ने कहा कि गुब्बारों का साइज छोटा है, इसीलिए इतनी दूर से गुब्बारे उड़कर आना संभव नहीं है। यह इस शांतिप्रिय क्षेत्र में अशांति फैलाने की ना-पाक हरकत भी हो सकती है। उत्तरकाशी से 122 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) चीन से लगी है। इस लिहाज से सामरिक दृष्टि से उत्तरकाशी संवेदनशील जनपदों में है।
रंगबिरंगी आतिशबाजी और मस्ती के बीच नए साल 2023 का स्वागत : अलग-अलग थीम पर जगह-जगह आयोजित किए गए रंगारंग कार्यक्रम
देहरादून, दिसंबर 31 के ठीक रात को 12 बजते ही उत्तराखंड में आसमान रंग-बिरंगी आतिशबाजी से सराबोर हो गया। धमाल और मस्ती के बीच लोगों ने नए साल 2023 का स्वागत किया। होटलों, रेस्टोरेंट और पबों में युवाओं ने जमकर मस्ती की। अलग-अलग थीम पर जगह-जगह रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए गए।
भारी ठंड में पहाड़ो की रानी मसूरी और नैनीताल ही नहीं मैदानी इलाकों में भी नए साल के जश्न पर लोग खूब झूमे। मसूरी में कई होटलों में कार्यक्रम आयोजित हुए। देहरादून में कहीं कवियों ने लोगों से ठहाके लगवाए तो कहीं गायकों ने समा बांधा। इस दौरान युवाओं ने सड़कों पर हुड़दंग भी किया लेकिन पुलिस की सख्ती के बीच कहीं विवाद का बड़ा मामला सामने नहीं आया।
नए साल के जश्न के लिए राजपुर रोड दो दिन पहले से ही रंग-बिरंगी रोशनी में नहाया हुआ था। इस रोड पर सभी होटलों, क्लबों आदि में जश्न की खासी तैयारियां की गई थीं। शनिवार शाम से यहां विशेष नृत्य कार्यक्रम और संगीत की महफिलें सजने लगी थीं। चकराता रोड, जीएमएस रोड, हरिद्वार रोड, सहारनपुर रोड आदि जगहों पर भी विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुए। डीजे पर लोग देर रात तक थिरकते रहे। शनिवार शाम से ही राजपुर रोड और आसपास के मॉल और मल्टीप्लेक्स में खरीदारी और जश्न के लिए लोग इकट्ठा होने लगे थे। लोगों ने मल्टीप्लेक्स में फिल्म देखी और इसके बाद विभिन्न जश्न और कार्यक्रमों में भाग लिया। इस दौरान लोगों ने जरूरत का सामान खरीदा तो गिफ्ट भी एक-दूसरे को भेंट किए।
पंजाबी गायक जस्सी गिल के गानों पर हजारों लोग झूमे। राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में जस्सी को देखने के लिए हजारों लोगों की भीड़ उमड़ी। इस कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि.) गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे। हजारों लोग होटलों और रेस्टोरेंटों में नए साल का जश्न मना रहे थे तो सैकड़ों युवा हाड़ कंपा देने वाली ठंड में सड़कों पर हुड़दंग करने में भी पीछे नहीं रहे। जगह-जगह सड़क किनारे वाहन खड़े कर लोग नए साल का जश्न मनाते दिखे।
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