देहरादून, उत्तराखंड़ सरकॎर प्रदेश में वन भूमि पर बड़े पैमाने पर धार्मिक स्थलों और अन्य गतिविधियों के नाम पर अतिक्रमण के खिलाफ सख्ती अपनायेगी, शासन के निर्देश पर वन मुख्यालय की ओर से ऐसे अतिक्रमणों को चिह्नित करने के साथ ही कार्रवाई के लिए मुख्य वन संरक्षक, वन पंचायत एवं सामुदायिक वानिकी डॉ.पराग मधुकर धकाते को नोडल अधिकारी बनाया गया है
इस संबंध में प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) विनोद कुमार सिंघल की ओर से बुधवार को आदेश जारी किए गए हैं। इसमें कहा गया है कि संज्ञान में आया है कि राज्य के शहरी, ग्रामीण आबादी क्षेत्र के आसपास वन भूमि पर धार्मिक स्थलों और अन्य गतिविधियों की आड़ में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण किए गए हैं। वन भूमि पर हुए इन अतिक्रमणों को शासन ने गंभीरता से लिया है। इसके साथ ही अतिक्रमणों को हटाते हुए वन भूमि को खाली कराने के निर्देश मिले हैं।
सरकार की ओर से बने नोडल अधिकारी बनाए गए वरिष्ठ आईएफएस अधिकारी डॉ.पराग मुधकर धकाते से कहा गया है कि वह ऐसे अतिक्रमणों और अन्य गतिविधियों की सूचनाएं एकत्र करने के साथ ही इन्हें हटाने की कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। इस काम की प्रत्येक दिन समीक्षा की जाएगी। इसकी रिपोर्ट धकाते प्रतिदिन हॉफ को देंगे और वह शासन को अवगत कराएंगे।
इस मामले में शासन के निर्देश पर वन क्षेत्रों से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई पहले से जारी है, लेकिन अब सरकार के निर्देश पर वन मुख्यालय की ओर से नोडल अधिकारी की तैनाती कर दी गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि वन क्षेत्रों में हुए अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई अब तेज हो सकती है।
सेवादार सदस्यों के यात्रा दल के वाहनों को सीएम ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना, 24 और 25 अप्रैल को हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी होगी
देहरादून, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ धाम के सेवादार सदस्यों के दल के वाहनों का फ्लैग ऑफ किया। इन सेवादारों द्वारा श्री केदारनाथ यात्रा मार्ग पर इस दौरान 25 अप्रैल तक श्रद्धालुओं के लिए उत्तराखंड के मुख्य सेवक के नाम पर भंडारे का आयोजन किया जाएगा।
बाबा केदार की डोली के गुप्तकाशी से केदारनाथ पहुंचने तक यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन किया जाएगा। 24 और 25 अप्रैल को हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड की चारधाम यात्रा के लिए श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत सभी तैयारियां की गई है। चारधाम यात्रा की नियमित समीक्षा की जा रही है।
चारधाम यात्रा के प्रति लोगों में काफी उत्साह हैं। अभी तक 16 लाख से अधिक पंजीकरण हो चुके हैं। स्वयं सेवी संगठनों एवं सामाजिक संगठनों का पूरा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा की देवभूमि उत्तराखण्ड आने वाले सभी श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा दी जाएगी। इस अवसर पर कर्नल अजय कोठियाल (से.नि) भी मौजूद रहे।
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