Friday, April 26, 2024
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भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए 15 मई को ब्रिटिश पार्लियामेंट में एक परिचर्चा का आयोजन किया जा रहा

हरिद्वार  (कुलभूषण)। सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित सुरेश मिश्रा ने कहा की भारत विश्व गुरु कैसे बने, के लिए 15 मई को ब्रिटिश पार्लियामेंट में एक परिचर्चा का आयोजन किया जा रहा है । अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले इस परिचर्चा में विश्व के 40 देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे । परिचर्चा में सर्वे भवंतु सुखिनः की मूल अवधारणा के साथ पूरी मानव सभ्यता को कैसे कल्याण के रास्ते पर ले जाया जाए, का रास्ता निकाला जाएगा। पंडित मिश्रा सोमवार को यहां मध्य हरिद्वार में स्थित एक अस्पताल परिसर में पत्रकारों से वार्ता करे थे । उन्होंने कहा कि ब्राह्मण महासभा हमेशा से समाज के उत्थान के लिए कार्य करता रहा है। ब्राह्मण स्वयं के लिए नहीं राष्ट्रीय संस्कृति और मानवता के लिए जीता आया है। समाज और राष्ट्र जब भी दिग्भ्रमित हुआ है ,ब्राह्मण समाज ने आगे आकर उसे रास्ता दिखाया है। उन्होंने कहा कि भारत विश्व गुरु कैसे बने इसको लेकर विश्व में पहली बार लंदन की ब्रिटिश पार्लियामेंट के अंदर ग्लोबल ब्राह्मण लीडर्स एकत्रित होंगे।भारतीय ब्राह्मण समाज की तेजस्विता और विश्व भर में शांति और सामंजस्य पर चर्चा होगी । उन्होंने कहा कि इस कन्वेंशन में ब्राह्मणीकाल वैल्यूज फॉर वर्ल्ड पीस एवं हामृनिज पर चर्चा होगी। संगोष्ठी चर्चा की अध्यक्षता यूनाइटेड ब्राह्मण यूके के अध्यक्ष एवं फाउंडर दिवाकर शुक्ला करेंगे, जबकि मुख्य अतिथि लंदन से 5 बार के सांसद पंडित वीरेंद्र शर्मा होंगे। उन्होंने दावा किया कि यह ब्राह्मण समाज के लिए गौरवशाली दिन होगा कि लंदन की ब्रिटिश पार्लियामेंट में ब्राह्मण समाज का झंडा बुलंद होगा । महासभा के महिला प्रकोष्ठ की उत्तराखंड अध्यक्षा डॉ. सन्ध्या शर्मा ने कहा कि महासभा निरन्तर समाज के उत्थान के लिए कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज ने हमेशा सभी के कल्याण की बात की है, कहा कि महासभा द्वारा लगातार समाज मे व्याप्त कुरीतियों को दूर करने का भी कार्य किया जा रहा है।महासभा के उत्तराखण्ड प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजेंद्र पाराशर ने बताया कि महासभा द्वारा सात हजार से अधिक जोड़ो का विबाह करबाय व तीन हजार से अधिक मेधावी छात्रों को स्कोलरशिप देने का कार्य किया है। बताया कि आगामी 1 वर्ष में भगवान परशुराम जयंती के पूर्व 14 देशों में भगवान परशुराम जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कर पूजा अर्चना प्रारंभ करवाई जाएगी। इस कार्य के लिए लंदन अमेरिका न्यूजीलैंड तथा ऑस्ट्रेलिया के मंदिर चिन्हित कर लिए गए हैं इस दौरान पंडित नरेश शर्मा भी उपस्थित थे।

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