Monday, November 25, 2024
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देशभर की आउटसोर्स एजेंसियों का अध्ययन करेगा उत्तराखंड सेवायोजन विभाग

हल्द्वानी, उत्तराखंड सेवायोजन विभाग के तीन अफसर जल्द ही देशभर में घूमकर विभिन्न राज्यों की आउटसोर्सिंग एजेंसियों का अध्ययन करेंगे। खास बात ये होगी कि इन्हीं में से किसी एक एजेंसी का मॉडल, उत्तराखंड की भावी आउटसोर्सिंग एजेंसी (सेवायोजन विभाग) पर लागू किया जाएगा। सेवायोजन निदेशालय की ओर से इस संबंध में शासन से अनुमति मांगी गई है। उत्तराखंड में सेवायोजन विभाग को भर्ती के लिए आउटसोर्सिंग एजेंसी बनाने की कसरत जारी है। 2021 में तत्कालीन श्रम मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा था कि राज्य सरकार नियुक्तियों के लिए सेवायोजन विभाग को नई आउटसोर्सिंग एजेंसी बनाने का मन बना रही है। सेवायोजन निदेशालय ने इस संबंध में एक प्रस्ताव शासन को भेजा था। मगर, प्रस्ताव कभी कैबिनेट में नहीं लाया जा सका।

2022 में शासन स्तर पर फिर से इस दिशा में प्रयास शुरू हुए। निदेशालय से नया प्रस्ताव मांगा गया। कौशल विकास एवं सेवायोजन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने भी देहरादून में विभागीय अफसरों की बैठक ली। मंत्री ने अफसरों से स्पष्ट कहा कि प्रस्ताव ऐसा हो जिसमें युवाओं को रोजगार के लिए भटकना न पड़े। जिसके बाद निदेशालय के अफसरों ने प्रस्ताव पर काम करना शुरू किया। जिलेवार पंजीकृत बेरोजगारों को उनके ही जिले में नौकरी देने, एक पद के लिए कम से कम 10 अभ्यर्थियों को प्रतिभाग कराने और भर्ती के लिए इंटरव्यू का अधिकार संबंधित जिले के डीएम को देने समेत कई अहम बिंदु शामिल कर प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया। हाल ही में प्रमुख सचिव ने सेवायोजन विभाग के अफसरों से सबसे बेहतर आउटसोर्सिंग एजेंसी के मॉडल वाले राज्यों की जानकारी मांगी।

आंध्र प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मॉडल उनके समक्ष रखे गए। जिसमें से हरियाणा और उत्तर प्रदेश के मॉडल को अंतिम परीक्षण के लिए चुना गया। दोनों मॉडल को उत्तराखंड में किस तरह लागू करना है, इस पर निर्णय लिया जाना था। हालांकि, सेवायोजन निदेशालय के अफसरों की मानें तो शासन स्तर से अन्य राज्यों के मॉडल का भी अध्ययन करने को कहा गया है। निदेशालय से इस संबंध में प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया गया है।

इन अफसरों को मिली है जिम्मेदारी: विभाग ने राज्यों की आउटसोर्सिंग एजेंसियों के मॉडल का अध्ययन करने को एक क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी और दो जिला सेवायोजन अधिकारियों को जिम्मेदारी दी है। इनमें क्षेत्रीय सेवायोजन अधिकारी देहरादून, जिला नैनीताल और पौड़ी के सेवायोजन अधिकारी शामिल हैं।

 

पुरानी पेंशन बहाल की मांग को लेकर संयुक्त मोर्चा की यात्रा दून पहुंची

देहरादून, राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा की यात्रा मंगलवार को दून पहुंची। दून पहुंचने पर कचहरी परिसर स्थित शहीद स्थल पर उत्तराखंड आंदोलन के शहीदों को पुष्प अर्पित कर अपनी आवाज बुलंद की। सभी ने मांग पूरी नहीं होने पर आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी। इस दौरान महासचिव सीताराम पोखरियाल, प्रांतीय अध्यक्ष मुकेश बहुगुणा, अवधेश सेमवाल, बबिता रानी, नरेश भट्ट, जयदीप रावत, सुबोध नेगी, यशपाल गुसाईं आदि शामिल रहे। श्रीनगर से निकली यात्रा करीब दस से बारह दिन में कन्याकुमारी पहुंचेगी।

 

बेरोजगारों को पकौड़े तलने से पुलिस ने रोका, गुस्साए युवा धरने पर बैठे

देहरादून, सिंचाई विभाग के 228 पदों को जेई भर्ती में शामिल करने की मांग को लेकर आंदोलित बेरोजगार परेड ग्राउंड में एकत्र। यहां बेरोजगारों का पकौड़े तलकर विरोध जताने का कार्यक्रम था, लेकिन पुलिस ने पकौड़े नहीं तलने दिए। इस दौरान बेरोजगारों ने पहले मौन रखा और फिर धरने पर बैठ गए। नुक्कड़ नाटक के जरिये भी बेरोजगारों ने अपनी पीड़ा को उजागर किया। बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने कहा कि सरकार बेरोजगारों के साथ धोखा कर रही है,जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

 

राष्ट्रीय डाक दिवस : प्रदर्शनी के माध्यम से स्कूली बच्चों को बताया टिकटों का महत्व

देहरादून, राष्ट्रीय डाक दिवस के उपलक्ष में चल रहे डाक सप्ताह के तीसरे दिन जीपीओ में डाक टिकट प्रदर्शनी आयोजित की गई। इस प्रदर्शनी के माध्यम से बच्चों को डाक टिकटों का महत्व बताया गया। डाक टिकटों पर आधारित क्विज स्पर्धा भी हुई, जिसमें स्कूली बच्चों ने बढ़ चढ़कर प्रतिभाग किया।

प्रदर्शनी में 1840 से लेकर अब तक की टिकटें लगाई गई। बच्चों ने सभी टिकटों को देखा और उनके बारे में जानकारी भी ली। एक मई 1840 को जारी हुई पहली डाक टिकट को भी देखा। बताया गया कि इस टिकट की वैल्यू इस समय दो करोड़ रुपये तक है। निदेशक डाक सेवाएं अनुसूया प्रसाद चमोला ने डाक टिकट संग्रह करने वालों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि बच्चों डाक टिकटों का इतिहास जानना जरूरी है। यह उनके लिए प्रतियोगी परीक्षाओं में भी काम आएगा। उन्होंने क्विज स्पर्धा में प्रतिभाग करने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत भी किया। स्पर्धा में गांधी इंटर कॉलेज, जीजीआईसी, सेंट जोसफ समेत विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राएं शामिल हुए। इस मौके पर प्रवर डाक अधीक्षक जेएस बिष्ट सीनियर, मुख्य डाकपाल टीएस गुसाई आदि मौजूद है।

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