देहरादून/रुद्रपुर, उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पेपर लीक मामले में एक के बाद एक नये खुलासे साथ गिरफ्तारियों की संख्या भी बढ़ती जा रही है, अब एसटीएफ यूकेएसएसएससी स्नातक स्तरीय परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले में रामनगर से स्टोन क्रशर संचालक को गिरफ्तार किया है। राज्य में बाल महिला कल्याण समिति चलाने वाला चंदन सिंह मनराल धंधेबाजी कर करोड़ों का मालिक बन बैठा। एसटीएफ की पूछताछ में उसके पास करोड़ों की संपत्ति अर्जित करने का खुलासा हुआ हैं। आरोपी ने ट्रैवल एजेंसी, स्टोन क्रशर और मुख्य सड़क पर कॉमर्शियल प्लाट बना डाले।
एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पूछताछ के आधार पर मिले साक्ष्यों के बाद पूरी पड़ताल की जा रही है। । दून में एक दलाल की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ कुमाऊं यूनिट ने कुछ साक्ष्य मिलने पर काशीपुर से एक पुलिस कर्मी को गिरफ़्तार कर जेल भेजा। इसके बाद एसआईटी को कई और साक्ष्य घोटाले के संबंध में मिले। जिनके आधार पर एसटीएफ ने सितारगंज, किच्छा, जसपुर और काशीपुर से अब तक आठ लोगों को गिरफ्तार किया। कुछ और लोगों को भी एसटीएफ ने अपने रडार पर लिया था। जिनके खिलाफ एसआईटी साक्ष्य संकलन में जुटी है। कुछ साक्ष्यों के आधार पर कुमाऊं का एक स्टोन क्रशर स्वामी भी एसटीएफ की रडार पर था। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की स्नातक स्तरीय परीक्षा प्रश्न पत्र लीक मामले में एसटीएफ ने रामनगर से स्टोन क्रशर संचालक को गिरफ्तार किया है।
आरोपी चंदन सिंह मनराल एक एनजीओ भी चलाता है और करोड़ों की संपत्ति का मालिक है। वह पहले गिरफ्तार जिला पंचायत सदस्य हाकम सिंह का करीबी बताया गया है। एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि यह 21वीं गिरफ्तारी है। पहले चंदन सिंह मनराल पुत्र झगड़ सिंह मनराल निवासी लखनपुर रामनगर को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था।
पूछताछ के बाद आरोपी चंदन सिंह मनराल बताया कि वह एक टैंपो ट्रैवलर से अभ्यर्थियों को धामपुर ले गया और वहां पर सवाल हल कराए गए। उसके बाद उसने कई सेंटरों पर अभ्यर्थियों को पहुंचाने का काम किया। आरोप है कि उसने अभ्यर्थियों से लाखों रुपये वसूले थे।
63वर्षीय चंदन सिंह मनराल से एसटीएफ के पूछताछ करने पर उसने कई राज उगले हैं। जिस पर एसटीएफ की टीम काम कर रही है। आरोपी चंदन ने परीक्षा में अपने क्षेत्र के कई लोगों को लाखों रुपये लेकर प्रश्न पत्र उपलब्ध करवाया था। पेपर लीक के इस पूरे मामले में पेपर उपलब्ध कराने वाले आरोपियों की तलाश में एसटीएफ जुटी हैं। यूपी के कई जिलों में एसटीएफ की टीमें काम कर रही हैं। वहीं कुमाऊं में भी अन्य आरोपियों की तलाश है।
एसटीएफ को चंदन की 15 एकड़ जमीन पीरुमदारा में 10 बीघा खेतिहर भूमि रामनगर में, पीरुमदारा में स्टोन क्रशर व ट्रक मनराल ट्रेेवेल्स एजेंसी,13 बस, बाल महिला कल्याण का एनजीओ, नैनीताल में तीन मंजिला मकान, मुख्य सड़क पर कॉमर्शियल प्लाट आधा दर्जन से अधिक बैंक खाते आदि का पता भी चला |
यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने एक और आरोपी गिरफ्तार
देहरादून, यूकेएसएसएससी का स्नातक स्तर का पेपर लीक करने के मामले में एसटीएफ ने एक और आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित जगदीश गोस्वामी निवासी चांदी खेत पोस्ट आफिस गनाई चौखुटिया जिला अल्मोड़ा को गिरफ्तार किया है।
जगदीश गोस्वामी राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मलसूना कांडा जिला बागेश्वर में नियुक्त है। जगदीश ने अपने क्षेत्र और आसपास के अभ्यर्थियों को इकठ्ठा कर परीक्षा के पहले रात को वाहन से धामपुर ले जाकर प्रश्न पत्र व उत्तर याद कराया गया फिर वापस परीक्षा केंद्रों पर छोड़ दिया आया था।
यूकेएसएसएससी को बंद करने की मांग करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र के बदल गये सुर
देहरादून, यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सुर बदल गए हैं, अब पूर्व सीएम जांच से संतुष्ट नजर आ रहे हैं, उन्होंने कहा इसकी गंभीरता से जांच हो रही है, यूकेएसएसएससी को बंद करने की मांग करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के अब सुर बदल गये |
आपको बता दें कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को बंद करने की मांग करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सुर अब बदले बदले नजर आ रहे हैं, वह पेपर लीक मामले में एसटीएफ की टीम द्वारा की जा रही लगातार गिरफ्तारी से संतुष्ट दिखाई दे रहे हैं | हाल ही में जब उनसे इस मामले को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस मामले में अभी तह तक पहुंचना बाकी है, इस मामले की गंभीरता से जांच होने की जरुरत हैं |
पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने न सिर्फ यूकेएसएसएससी भर्ती घोटाले की गंभीरता से जांच होने की बात कही बल्कि कोचिंग सेंटर्स को लेकर भी बड़ी बात कही | उन्होंने कहा कि कोचिंग सेंटर्स पर भी निगरानी करना चाहिए, ये देखना चाहिए कि वहां से कितने बच्चे सलेक्ट हुए हैं, पूर्व सीएम ने कहा कि उन कोचिंग सेंटरों पर भी एसटीएफ को नजर दौड़ाने की आवश्यकता है |
पूर्व सीएम से जब बीजेपी नेताओं के साथ आरोपी हाकम सिंह की वायरल फोटो को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वो बीजेपी का कार्यकर्ता रहा है, बीजेपी ने उसे जिला पंचायत सदस्य का टिकट दिया था और इसे स्वीकार करने में हमें कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए कि वो बीजेपी का कार्यकर्ता रहा है | हमारी पार्टी ने हाकम सिंह को किसी भी स्तर से बचाने की कोशिश नहीं की, उन्होंने कहा कि जैसे ही हाकम सिंह का नाम इस मामले में आया, पार्टी ने उस पर तुरंत कार्रवाई की | उन्होंने कहा कि एक नेता के खराब हो जाने से पूरी पार्टी खराब नहीं होती | इस मामले में जो भी दोषी होगा, एसटीएफ उसे गिरफ्तार करेगी और उस पर कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी |
Recent Comments