Monday, December 23, 2024
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रामजन्म भूमि के अग्रणीय नेताओं में थे स्वामी जगदीश मुनि राममुनि

लालकृष्ण आडवाणी अशोक सिंघल व राजामाता सिंधिया के साथ आन्दोलन में सक्रिय भाग लिया

हरिद्वार ( कुलभूषण) राम जन्म भूूमि आन्दोलन में अग्रणीय पंक्ति के आन्दोलनकारियो में ब्रहमलीन स्वामी जगदीश मुनि का नाम शामिल है। रामजन्म भूमि मन्दिर आन्दोलन में सक्रिय भूमिका का निर्वाहन करने वाले संतो की प्रथम पंक्ति में रहे स्वामी जगदीश मुनि का आश्रम आन्दोलन के समय प्रमुख पक्ति के नेताओ का केन्द्र बिन्दु था।
खडखडी क्षेत्र स्थित स्वामी जगदीश मुनि द्वारा स्थापित संत मण्डल आश्रम के परमाध्यक्ष व स्वामी जगदीश मुनि के शिष्य स्वामी राम मुनि महाराज अपने गुरू महाराज को नमन करते हुए कहते है। कि आज उनके सदगुरू महाराज द्वारा देखा गया स्वप्न राममन्दिर निर्माण का कार्य पूर्ण हो मूर्त रूपलेने जा रहा है। यह हम सभी के लिए सौभाग्य की बात है कि हम सभी भगवान राम की अनुकम्पा से इसके साक्षी बनने जा रहे है।
श्राममुनि महाराज ने कहा की वह अपने अनुयायियो के साथ शनिवार को हरकी पौडी से पवित्र गंगा जल लेकर आयोध्या के लिए रवाना होगे। तथा 22 जनवरी को होने वाले भव्य आयोजन में भाग ले भगवान राम के दर्शन कर हरिद्वार लौटेगें।
उन्होने बताया की उनके गुरूदेव स्वामी जगदीश मुनि महाराज घीसा पंथी सम्प्रदाय के योगी संत थे। 1974 में उन्होने हरिद्वार में संत मण्डल आश्रम की स्थापना कर हरिद्वार को अपनी कर्मभूमि बनाया। रामजन्मभूमि मंन्दिर आन्दोलन के शुरूवाती दिनों से ही वह इस आन्दोलन से प्रमुखता से जुडे जिसके चलते इस आन्दोलन के प्रमुख रहे लालकृष्ण आडवाणी अशोक सिंघल तथा राजमाता सिंधिया के साथ उन्होने रामजन्मभूमि आन्दोलन में सक्रिय भूमिका का निर्वाहन किया। स्वामी जगदीश मुनि इस आन्दोलन के प्रवर्तक रहे।
इस आन्दोलन के दौरान उन्होने देश में कई कडे आन्दोलनो में लालकृष्ण आडवाणी तथा अशोक सिंघल के साथ भाग लेकर आन्दोलनों को सम्बोधित किया। वह तत्कालीन उत्तर प्रदेश में हिन्दू जागरण मंच के प्रदेश अध्यक्ष रहे जिसके अन्तर्गत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 28 जिले आते थे। राम जन्मभूमि आन्दोलन में अग्रणीय भूमिका निभाने वाले स्वामी जगदीश मुनि का जन्म 1942 में हरियाणा के हिसार जिले के मुगलपुरा में हुआ था। रामजन्म भूमि आन्दोलन के दौरान जगदीश मुनि महाराज ने हरिद्वार से अखण्ड ज्योति पद यात्रा भी आयोजित की थी। जो हरिद्वार से शुरू होकर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में भ्रमण के लिए गई थी । स्वामी जगदीश मुनि ंमहाराज तत्कालीन उत्तर प्रदेश में हरिद्वार विद्यान सभा से 1991 से 1996 तक दो बार भाजपा के टिकट जीतकर उत्तर प्रदेश विद्यान सभा के लिए विद्यायक चुने गये जिसके चलते उन्होने उत्तर प्रदेश विद्यान सभा में तीर्थ नगरी हरिद्वार व संतो का प्रतिनिधित्व किया 22 फरवरी 2011 को स्वामी जगदीश मुनि का निधन हुआ। वह आजीवन भारतीय संस्कृति व स्नातन धर्म के प्रचार प्रसार में लगे रहे। उनकी इस परम्परा को वर्तमान में उनके उत्तराधिकारी व संत मंण्डल आश्रम के परमाध्यक्ष राममुनि महाराज आगे बढा रहे है।

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